जुन्गा के बाद पुलिस ने टूटू चोरी मामला भी सुलझा लिया है। मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। मामले की आगामी जांच जारी है। मामला पुलिस थाना वेस्ट में दर्ज हुआ था। बता दें कि शिमला के टूटू स्थित एक घर से सोने और चांदी के गहने चोरी का मामला सामने आया था। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। मामले की जांच में पुलिस ने दो लोगों की संलिप्तता मामले में पाई। सबूतों के आधार पर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों ठियोग के रहने वाले हैं।
वहीं, इससे पहले पुलिस ने जुन्गा चोरी मामला सुलझाया था। मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया था। पुलिस थाना ढल्ली में दर्ज मामले के अनुसार शिमला के कोटी स्थित एक घर से सोनी गहने और पैसे चोरी हो गए थे। पुलिस ने मामले की जांच में कोटी निवासी एक युवक की संलिप्तता मामले में पाई और उसे गिरफ्तार कर लिया। मामले में आगामी जांच जारी है।
शिमला। हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को हुई वोटिंग के बाद 8 दिसंबर को नतीजे आएंगे। मतगणना के लिए सभी जिलों में तैयारियां जोर शोर से चली हैं। मतगणना के लिए कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। शिमला जिले की आठ विधानसभा सीटों की मतगणना सही व शांतिपूर्ण ढंग से करवाने के लिए पर्याप्त बंदोबस्त किए जा रहे हैं। मतगणना को लेकर जिला के सभी विधानसभा क्षेत्रों के केंद्र में आज कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी गई। बर्फबारी से निपटने के लिए संबंधित विभागों को जरूरी दिशा निर्देश दिए गए हैं।
जिला निर्वाचन अधिकारी आदित्य नेगी ने बताया कि मतगणना के लिए तैनात कर्मचारियों को ईवीएम पर ट्रेनिंग दी जा रही है, ताकि मतगणना के दिन किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। जिला में 380 कर्मचारियों की ड्यूटी मतगणना में लगाई गई है। 20 प्रतिशत कर्मचारी को रिजर्व रखा गया है। सभी मतगणना केंद्रों पर त्रि-स्तरीय सुरक्षा रहेगी। मौसम खराब होने की स्थिति में अगर बर्फबारी होती है तो उससे निपटने के लिए सभी विभागों को इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी केंद्रों पर जनरेटर की व्यवस्था होगी, ताकि बिजली न होने पर भी मतगणना में रुकावट पैदा न हो।
उधर, कांगड़ा के पॉलिटेक्निक संस्थान में मतगणना रिहर्सल का आयोजन किया गया। इसमें डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने कर्मचारियों को जानकारी दी।
उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी देबश्वेता बनिक ने मतगणना केंद्रों पर तैनात किए जाने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों को भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों की अक्षरश: अनुपालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। शनिवार को यहां बचत भवन में मतगणना सुपरवाइजरों, सहायक तथा माइक्रो ऑब्जर्वरों के लिए आयोजित जिला स्तरीय पूर्वाभ्यास के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी ने ये निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मतगणना हॉल के अंदर की व्यवस्था के संबंध में निर्वाचन आयोग ने कड़े दिशा-निर्देश जारी किए हैं और इनकी अनुपालना में किसी भी तरह की कोताही नहीं होनी चाहिए।
सदर हलके में विधानसभा चुनाव-2022 की मतगणना के लिए तैनात अधिकारियों को शनिवार को राजकीय वल्लभ महाविद्यालय मंडी में प्रथम अभ्यास करवाया गया। निर्वाचन अधिकारी एवं एसडीएम सदर रितिका जिंदल ने कहा कि मंडी जिले के सदर हलके में 8 दिसंबर को विधानसभा निर्वाचन-2022 की मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू होगी। सबसे पहले पोस्ट बैलट पेपर मतों की गणना की जाएगी। उसके बाद ईवीएम के मतों की गणना शुरू होगी। उन्होंने विविध विभागों के प्रतिनियुक्ति मतगणना स्टाफ को मतगणना संबंधी कई अहम जानकारियां व बारीकियां बताई व सीखाईं गई।
मतगणना हॉल में मोबाइल व अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण पर प्रतिबंध रहेगा। एसडीएम ने कहा कि मतगणना के दिन यानि 8 दिसंबर को मतगणना हॉल में मोबाइल सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ले जाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। कोई भी अधिकारी, कर्मचारी, पार्टी के उम्मीदवार, एजैंट आदि मतगणना हॉल में अपने साथ मोबाइल व कोई अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण साथ नहीं ले जा सकेंगे। रितिका जिदंल ने कहा कि मंडी के वल्लभ महाविद्यालय में विधानसभा चुनाव-2022 को लेकर दूसरी मतगणना संबंधी रिहर्सल 6 दिसंबर को प्रातः 11 बजे की जाएगी। मंडी सदर के 111 बूथों की मतगणना के लिए 14 टेबल लगाए गए हैं।
शिमला। एचपीयू में ईआरपी (ERP) सिस्टम पर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। 80 फीसदी छात्रों के फेल होने के बाद छात्र सड़कों पर हैं। इसी कड़ी में आज एसएफआई (SFI) ने शिमला के पंचायत भवन से लेकर उपायुक्त कार्यालय तक आक्रोश रैली निकाली और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
एसएफआई के जिला सचिव बंटी ठाकुर ने बताया कि रूसा के बाद अब ईआरपी सिस्टम से 80 प्रतिशत छात्र फेल हो गए हैं। रूसा के लागू होने से 90 फीसदी छात्रों को इसका नुकसान भुगतना पड़ा था। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने ईआरपी सिस्टम पर 8 करोड़ से ज्यादा खर्च किया है, लेकिन नतीजे शून्य हैं। इस प्रणाली में ऑनलाइन पीडीएफ ब्लर हो सकती हैं। अध्यापकों के पास इसके लिए पर्याप्त डाटा है या नहीं बिना इंफास्ट्रक्चर के यह सिस्टम लागू हुआ है। एसएफआई दो दिन का अधिवेशन करने जा रही है, उससे पहले रैली व प्रदर्शन कर इस प्रणाली को वापस लेने की मांग कर रही है।
चंबा। हिमाचल के चंबा जिला में भूकंप आया है। भूकंप के किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। भूकंप रात करीब 12 बजकर 38 मिनट पर आया है। रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 3.4 आकी गई है। केंद्र जमीन से 5 किलोमीटर नीचे था। बता दें कि हिमाचल में पिछले 39 दिन में 8 बार धरती कांपी है। सबसे अधिक चंबा जिला में पांच बार धरती डोली।
इससे पहले मंडी जिला में भूकंप आया था। इसकी तीव्रता नोर्मल से थोड़ी ज्यादा थी। 16 नवंबर रात 9 बजकर 32 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए थे। तीव्रता 4.1 रही थी। 6 नवंबर को चंबा में ही 2.9 तीव्रता का भूकंप रिकॉर्ड किया गया था। भूकंप दोपहर 1 बजकर 46 मिनट पर आया था। 5 नवंबर को कांगड़ा में 2.6 तीव्रता का भूकंप आया था।
भूकंप रात को 12 बजकर 32 मिनट पर आया था। 31 अक्टूबर को भी चंबा में 2.6 तीव्रता का भूकंप रात 9 बजकर 17 मिनट पर दर्ज किया गया था। 31 अक्टूबर को ही सुबह 11 बजकर 29 मिनट पर भी चंबा में 2.8 तीव्रता का भूकंप आया था। सिरमौर में 29 अक्टूबर को भूकंप आया था। तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.0 आकी गई थी। टाइम दोपहर 1 बजकर 36 मिनट था। 26 अक्टूबर को चंबा में ही 3.5 तीव्रता का भूकंप रिकॉर्ड किया गया था। भूकंप सुबह 5 बजकर 40 मिनट पर आया था।
अगर भूकंप के वक्त आप घर में हैं तो फर्श पर बैठ जाएं। घर में किसी मजबूत टेबल या फर्नीचर के नीचे बैठकर हाथ से सिर और चेहरे को ढकें। भूकंप के झटके आने तक घर के अंदर ही रहें और झटके रुकने के बाद ही बाहर निकलें। अगर रात में भूकंप आया है और आप बिस्तर पर लेटे हैं तो लेटे रहें, तकिए से सिर ढक लें।
घर के सभी बिजली स्विच को ऑफ कर दें। अगर आप भूकंप के दौरान मलबे के नीचे दब जाएं तो किसी रुमाल या कपड़े से मुंह को ढक लें। मलबे के नीचे खुद की मौजूदगी को जताने के लिए पाइप या दीवार को बजाते रहें, ताकि बचाव दल आपको तलाश सके। अगर आपके पास कुछ उपाय न हो तो चिल्लाते रहें और हिम्मत ना हारें।
भूकंप के वक्त अगर आप घर से बाहर हैं तो ऊंची इमारतों और भूकंप के खंभों से दूर रहें। अगर आप गाड़ी चला रहे हो तो उसे रोक लें और गाड़ी से बाहर ना निकलें। किसी पुल या फ्लाईओवर पर गाड़ी खड़ी न करें। अगर आप घर में हैं तो बाहर ना निकलें। अगर आप भूकंप के वक्त मलबे में दब जाएं तो माचिस बिल्कुल ना जलाएं। इससे गैस लीक होने की वजह से आग लगने का खतरा हो सकता है। घर में हैं तो चले नहीं। सही जगह ढूंढें और बैठ जाएं। घर के किसी कोने में चले जाएं, कांच, खिड़कियों, दरवाज़ों और दीवारों से दूर रहें।
भूकंप के वक्त लिफ्ट के इस्तेमाल बिल्कुल ना करें। साथ ही कमज़ोर सीढ़ियों का इस्तेमाल भी न करें। क्योंकि लिफ्ट और सीढ़ियां दोनों ही टूट सकती हैं। अगर मलबे में दब जाएं तो ज़्यादा हिले नहीं और धूल ना उड़ाएं। आपके आप-पास जो चीज मौजूद हो उसी से अपनी मौजूदगी जताएं। भूकंप के दौरान आप पैनिक न करें और किसी भी तरह की अफवाह न फैलाएं।
आपको एक इमरजेंसी किट बनाकर रखनी चाहिए, जिसमें आपके जरूरी दस्तावेज, खाना, पानी और फर्स्ट एड की चीजें हों। घर के सामान को सुरक्षित रखने की कोशिश करें और छत या किसी दीवार के गिरने की स्थिति में जरूरी सामान को बचाने के उपाय करें। अपने परिवार के लिए एक इमरजेंसी प्लान तैयार करें।
हमीरपुर।हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर ने लेबोरेटरी असिस्टेंट (केमिस्ट्री एंड टॉक्सिकोलॉजी) पोस्ट कोड 960 का फाइनल रिजल्ट घोषित कर दिया है। यह एक पद अनुबंध आधार पर भरा गया है।
बता दें कि असिस्टेंट (केमिस्ट्री एंड टॉक्सिकोलॉजी) का यह पद भरने के लिए 21 अगस्त 2022 को लिखित परीक्षा आयोजित की थी। 56 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी। लिखित परीक्षा की मेरिट के आधार पर पांच को दस्तावेज मूल्यांकन के लिए बुलाया गया था।
दस्तावेज मूल्यांकन की प्रक्रिया 15 नवंबर को आयोजित की गई। इसके बाद आज फाइनल रिजल्ट घोषित कर दिया गया। रिजल्ट हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। रिजल्ट निकाले जाने की पुष्टि आयोग के सचिव डॉ. जितेंद्र कंवर ने की है।
मामला 23 मार्च 2020 का है। हमीरपुर जिला के पुलिस थाना सुजानपुर में हत्या का मामला दर्ज हुआ था। मामले की जांच में पता चला था कि आरोपी टेक जंग ने अपने सगे छोटे भाई गणेश गुरंग की चाकू और गंडाशा से हत्या कर दी थी। हत्या के बाद शव को जूट की बोरी में डालकर नाले में दफना दिया था। मामले की जांच में जुटी पुलिस ने आरोपी टेक जंग पुत्र धन बहादुर गुरंग निवासी धारा पानी होलेरी तहसील और जिला रोलपा नेपाल को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी अस्थाई तौर पर सुजानपुर में रहता था। मामले की जांच के बाद पुलिस ने 26 जून 2020 को चालान कोर्ट में पेश किया। इसके बाद मामला कोर्ट में चला। 1 दिसंबर को अदालत ने हत्या आरोपी को भाई की हत्या के जुर्म में दोषी करार दिया। कोर्ट ने आरोपी टेक जंग को आईपीसी की धारा 302 के तहत आजीवन कारावास और एक लाख जुर्माने की सजा सुनाई। धारा 201 के तहत पांच साल का कठोर कारावास और दस हजार जुर्माना लगाया।
हमीरपुर।सेना भर्ती कार्यालय हमीरपुर में कार्यरत जेसीओ एवं जवानों के आवास के लिए किराये पर भवन की आवश्यकता है। सेना भर्ती कार्यालय हमीरपुर के निदेशक कर्नल संजीव कुमार त्यागी ने बताया कि यह भवन 5 दिसंबर 2022 से 4 दिसंबर 2025 तक किराये पर लिया जाएगा।
कर्नल संजीव कुमार त्यागी ने बताया कि अगर कोई व्यक्ति अपना मकान जेसीओ एवं जवानों के आवास के लिए किराये पर देना चाहता है तो वह हीरानगर स्थित सेना भर्ती कार्यालय में या दूरभाष नंबर 01972-222214 पर संपर्क कर सकता है।
राज्यपाल राजेंद्र विश्व नाथ आर्लेकर ने किया शुभारंभ
शिमला। डिजिटल अपराधों और फॉरेंसिक में उभरती प्रवृत्तियों को लेकर शिमला विश्वविद्यालय (एचपीयू) में फॉरेंसिक विभाग और क्षेत्रीय फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी नॉर्थन रेंज धर्मशाला द्वारा दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है, जिसका शुभारंभ राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने किया। सम्मलेन का मकसद डिजिटल अपराधों और फॉरेंसिक साइंस के माध्यम से उनके बचाव की जानकारी सांझा करना है।
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि आज का युग डिजिटल युग है। हर व्यक्ति किसी न किसी माध्यम से इससे जुड़ा हुआ है। इसलिए लोगों को इसके सही प्रयोगों की जानकारी होना आवश्यक है। सम्मेलन के माध्यम से विशेषज्ञ डिजिटल और फॉरेंसिक रिसर्च की जानकारी छात्रों से सांझा कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि फॉरेंसिक साइंस हिमाचल प्रदेश के बॉर्डर एरिया जिनकी सीमाएं दूसरे देशों से लगती हैं, वहां पर सर्विलांस के रूप में इस्तेमाल हो सकती है। सम्मेलन से जो रिपोर्ट बनेगी उसे भारत सरकार से भी सांझा किया जा सकता है, ताकि भविष्य के लिए रोडमैप बनाया जा सके। सम्मेलन आज और कल दो दिन तक चलेगा, जिसमें कई डिजिटल और फॉरेंसिक साइंस विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे।
शिमला। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) की ओर से घोषित किए गए पहले और दूसरे साल के रिजल्ट में करीब 80 फीसदी छात्र परीक्षा पास नहीं कर सके हैं। इसके बाद एचपीयू में माहौल गर्म है। इसी बीच छात्र संगठन एनएसयूआई और एसएफआई ने एक कार्यक्रम के लिए विश्वविद्यालय (HPU) पहुंचे राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को ज्ञापन सौंपा और छात्रों को आ रही दिक्क़तों के समाधान की मांग उठाई।
छात्र संगठनों का कहना है कि विवि ने ईआरपी सिस्टम से पेपर चेक किए गए, जिससे 80 प्रतिशत छात्र फेल हो गए। इसमें खामियां हैं। रिचेकिंग के बाद जो पास होते हैं, उनकी फीस को रिफंड की जानी चाहिए। छात्रों का कहना है कि विश्वविद्याल (HPU) में 6 से 7 हजार बच्चे पढ़ते हैं, लेकिन केवल बारह सौ के करीब के लिए ही हॉस्टल की सुविधा है।
नेता विश्वविद्यालय (HPU) में पट्टिका लगाकर चले जाते हैं, लेकिन ये समस्याएं समाप्त नहीं हो रही हैं। उनका कहना है कि छात्र संघ के चुनाव बहाल किए जाने चाहिए। छात्रों ने आरोप लगाया कि अध्यापक राजनीतिक गतिविधियों में पढ़ाई से ज्यादा शामिल रहते हैं, जिससे विश्व विद्यालय में पढ़ाई का स्तर गिर रहा है।
कांगड़ा। हिमाचल के कांगड़ा जिला में सड़क हादसे में डॉक्टर की मौत मामले में पुलिस के हाथ अभी तक ट्रक चालक नहीं लगा है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज और अन्य माध्यम से तलाश में जुटी है। मृतक डॉक्टर के साथ स्कूटी पर साथी डॉक्टर युवती भी अभी बयान देने की हालत में नहीं है। डॉक्टर युवती के बयान से भी पुलिस को मामले में कुछ मदद की उम्मीद है। वहीं, डॉक्टर के शव का पोस्टमार्टम मेडिकल कॉलेज टांडा में करवाया गया। उनका भाई नागपुर महाराष्ट्र से यहां पहुंचा था और शव को हवाई मार्ग से मुंबई ले जाया गया है।
बता दें कि नागपुर महाराष्ट्र निवासी पीयूष पाल (32) मेडिकल कॉलेज टांडा में ईएनटी विभाग में पीजी दूसरे साल के छात्र थे। बुधवार देर शाम वह अपनी एक साथी छात्रा इंदिरा के साथ महाराष्ट्र नंबर स्कूटी में सवार होकर निजी रेस्टोरेंट में डिनर के लिए निकले थे। जब वह बोदड़ बल्ला पहुंचे तो टांडा से बाईपास की तरफ जा रहे ट्रक ने टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भयानक थी कि ट्रक पीयूष को कुछ दूरी तक घसीटते ले गया। सड़क पर निशान इस बात को प्रमाणित कर रहे हैं।
हादसे में डॉक्टर पीयूष की मौत हो गई और इंदिरा गंभीर रूप से घायल हो गईं। इंदिरा को मेडिकल कॉलेज टांडा ले जाया गया। जहां उनका उपचार चल रहा है। हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। जहां हादसा हुआ पास ही एक घर के सीसीटीवी में हादसा कैद हुआ है। पुलिस ने अज्ञात वाहन और वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
अभी तक पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज आदि खंगाल रही है। साथ ही घायल डॉक्टर युवती के बयान का इंतजार कर रही है। घायल डॉक्टर इंदिरा को भी काफी चोटें लगी हैं और वह मेडिकल कॉलेज टांडा में भर्ती हैं। अभी बयान देने की हालत में नहीं हैं। पुलिस को उम्मीद है कि युवती के बयान से भी कुछ लीड मिलेगी।