चंबा जिला में 3.4 तीव्रता का भूकंप किया रिकॉर्ड
चंबा। हिमाचल के चंबा जिला में भूकंप आया है। भूकंप के किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। भूकंप रात करीब 12 बजकर 38 मिनट पर आया है। रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 3.4 आकी गई है। केंद्र जमीन से 5 किलोमीटर नीचे था। बता दें कि हिमाचल में पिछले 39 दिन में 8 बार धरती कांपी है। सबसे अधिक चंबा जिला में पांच बार धरती डोली।
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इससे पहले मंडी जिला में भूकंप आया था। इसकी तीव्रता नोर्मल से थोड़ी ज्यादा थी। 16 नवंबर रात 9 बजकर 32 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए थे। तीव्रता 4.1 रही थी। 6 नवंबर को चंबा में ही 2.9 तीव्रता का भूकंप रिकॉर्ड किया गया था। भूकंप दोपहर 1 बजकर 46 मिनट पर आया था। 5 नवंबर को कांगड़ा में 2.6 तीव्रता का भूकंप आया था।
भूकंप रात को 12 बजकर 32 मिनट पर आया था। 31 अक्टूबर को भी चंबा में 2.6 तीव्रता का भूकंप रात 9 बजकर 17 मिनट पर दर्ज किया गया था। 31 अक्टूबर को ही सुबह 11 बजकर 29 मिनट पर भी चंबा में 2.8 तीव्रता का भूकंप आया था। सिरमौर में 29 अक्टूबर को भूकंप आया था। तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.0 आकी गई थी। टाइम दोपहर 1 बजकर 36 मिनट था। 26 अक्टूबर को चंबा में ही 3.5 तीव्रता का भूकंप रिकॉर्ड किया गया था। भूकंप सुबह 5 बजकर 40 मिनट पर आया था।
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भूकंप आने पर क्या करें
अगर भूकंप के वक्त आप घर में हैं तो फर्श पर बैठ जाएं। घर में किसी मजबूत टेबल या फर्नीचर के नीचे बैठकर हाथ से सिर और चेहरे को ढकें। भूकंप के झटके आने तक घर के अंदर ही रहें और झटके रुकने के बाद ही बाहर निकलें। अगर रात में भूकंप आया है और आप बिस्तर पर लेटे हैं तो लेटे रहें, तकिए से सिर ढक लें।
घर के सभी बिजली स्विच को ऑफ कर दें। अगर आप भूकंप के दौरान मलबे के नीचे दब जाएं तो किसी रुमाल या कपड़े से मुंह को ढक लें। मलबे के नीचे खुद की मौजूदगी को जताने के लिए पाइप या दीवार को बजाते रहें, ताकि बचाव दल आपको तलाश सके। अगर आपके पास कुछ उपाय न हो तो चिल्लाते रहें और हिम्मत ना हारें।
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भूकंप आने पर क्या ना करें
भूकंप के वक्त अगर आप घर से बाहर हैं तो ऊंची इमारतों और भूकंप के खंभों से दूर रहें। अगर आप गाड़ी चला रहे हो तो उसे रोक लें और गाड़ी से बाहर ना निकलें। किसी पुल या फ्लाईओवर पर गाड़ी खड़ी न करें। अगर आप घर में हैं तो बाहर ना निकलें। अगर आप भूकंप के वक्त मलबे में दब जाएं तो माचिस बिल्कुल ना जलाएं। इससे गैस लीक होने की वजह से आग लगने का खतरा हो सकता है। घर में हैं तो चले नहीं। सही जगह ढूंढें और बैठ जाएं। घर के किसी कोने में चले जाएं, कांच, खिड़कियों, दरवाज़ों और दीवारों से दूर रहें।
भूकंप के वक्त लिफ्ट के इस्तेमाल बिल्कुल ना करें। साथ ही कमज़ोर सीढ़ियों का इस्तेमाल भी न करें। क्योंकि लिफ्ट और सीढ़ियां दोनों ही टूट सकती हैं। अगर मलबे में दब जाएं तो ज़्यादा हिले नहीं और धूल ना उड़ाएं। आपके आप-पास जो चीज मौजूद हो उसी से अपनी मौजूदगी जताएं। भूकंप के दौरान आप पैनिक न करें और किसी भी तरह की अफवाह न फैलाएं।
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भूकंप की स्थिति के लिए पहले से तैयारी कैसे करें
आपको एक इमरजेंसी किट बनाकर रखनी चाहिए, जिसमें आपके जरूरी दस्तावेज, खाना, पानी और फर्स्ट एड की चीजें हों। घर के सामान को सुरक्षित रखने की कोशिश करें और छत या किसी दीवार के गिरने की स्थिति में जरूरी सामान को बचाने के उपाय करें। अपने परिवार के लिए एक इमरजेंसी प्लान तैयार करें।