धर्मशाला। हिमाचल के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने अपने एक दिवसीय कांगड़ा जिला के दौरे में आज मां ज्वालाजी, बज्रेश्वरी देवी माता तथा चामुंडा माता के द्वार जाकर माथा टेका और पूजा अर्चना की। लेडी गवर्नर जानकी शुक्ल भी उनके साथ थीं। हिमाचल के राज्यपाल के तौर पर यह उनका कांगड़ा जिले का पहला दौरा है।
इस अवसर राज्यपाल ने कहा कि नवरात्र के पावन अवसर पर उन्हें माता के दरबार आने का अवसर मिला है। उन्होंने माता से सबकी सुख, शांति, समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य की कामना की है। राज्यपाल आज प्रातः ज्वालामुखी स्थित सपड़ी हेलीपैड पहुंचे, जहां कांगड़ा के डीसी डॉ. निपुण जिंदल, पुलिस अधीक्षक डॉ. खुशाल शर्मा, एसडीएम विवेक शर्मा तथा जिला प्रशासन के अन्य अधिकारियों ने उनका स्वागत किया।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे
शिमला। राजधानी शिमला में 14 वें जनजातीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का आगाज शिमला में हो गया है। 12 से 18 मार्च तक होने वाला ये कार्यक्रम नेहरू युवा केंद्र शिमला गृह मंत्रालय के सहयोग से करवाया। जिसमे पांच राज्यों के जनजातीय युवा भाग ले रहे हैं। शिमला के गेयटी थियेटर में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे।
जनजातीय क्षेत्रों से शिमला पहुंचे युवाओं ने अपनी संस्कृति की झलक दिखाई। इस कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं को हिमाचल की संस्कृति को जानने का अवसर प्रदान किया जाएगा। जिसमे सेमिनार, स्कूल के छात्रों के साथ चर्चा, यहां के शक्तिपीठों के दर्शन करवाए जाएंगे ताकि युवा हिमाचल की समृद्ध संस्कृति के बारे में जान सके।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि इससे आदिवासी जनसंख्या का देश के विकास में सहयोग बढ़ेगा। भारतीय संस्कृति व सभ्यता का जानने के लिए यह महत्वपूर्ण प्रयास है। अमृत काल के 25 वर्षों में सामूहिक प्रयास से आगे बढ़ाना है। देश को आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री दलित पिछड़े वर्गों को आगे ले जाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज देश की राष्ट्रपति एक आदिवासी महिला है। यह देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। एक भारत श्रेष्ठ भारत के लिए इस तरह के कार्यक्रम महत्वपूर्ण है।
शिमला। राष्ट्रीय युवा संसद की भाषण प्रतियोगिता में राजधानी शिमला के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस कॉलेज संजौली की छात्रा आस्था शर्मा ने देशभर में पहला स्थान हासिल किया। देश की संसद में आस्था शर्मा का भाषण सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। लोग जमकर आस्था शर्मा की तारीफ कर रहे हैं। पहाड़ी परिधान में देश की संसद में भाषण देने के लिए पहुंची आस्था शर्मा शिमला के कोटगढ़ की रहने वाली हैं।
आस्था शर्मा के पिता मनमोहन शर्मा बागवान हैं और मां रेखा शर्मा गृहिणी हैं। हिमाचल लौटने पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आस्था शर्मा को राजभवन बुलाकर सम्मानित किया।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय युवा संसद में आस्था के भाषण से पूरा हिमाचल प्रदेश गौरवान्वित महसूस कर रहा है। राज्यपाल ने कहा कि महान लेखक, साहित्यकार, कवि और कलाकार अपनी प्रतिभा से ही जीवित रहते हैं। उन्होंने आस्था शर्मा को और ज्यादा मेहनत कर जीवन में सफलता हासिल करने की प्रेरणा दी।
कांग्रेस सरकार की कार्यप्रणाली बदला-बदली से प्रेरित
शिमला। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर हिमाचल भाजपा विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। इसके बाद भाजपा ने नवनियुक्त विधायक दल के नेता पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर को कांग्रेस सरकार के विरुद्ध एक ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन वर्तमान कांग्रेस सरकार द्वारा बदला-बदली की भावना से पूर्व भाजपा सरकार द्वारा खोले गए विभिन्न विभागों के सरकारी संस्थानों को बंद करने बारे था।
मांग की है कि प्रदेश सरकार द्वारा राजनीतिक द्वेष की भावना से लिए गए इन सभी जनविरोधी निर्णयों को तुरंत जनहित में वापस लिया जाए, ताकि प्रदेश में विकास की अविरल धारा निरंतर प्रवाहित होती रहे, अन्यथा भारतीय जनता पार्टी इन जनविरोधी निर्णयों के विरूद्ध पूरे प्रदेश में जन आंदोलन करेगी।
हिमाचल भाजपा का कहना है कि हिमाचल प्रदेश के इतिहास में यह पहली बार देखने को मिल रहा है, जब किसी सरकार ने अपने कार्यकाल की शुरूआत जनविरोधी निर्णयों से की हो।
किसी भी प्रदेश की उन्नति, प्रगति एवं विकास तभी संभव है, जब उस प्रदेश की सरकार सकारात्मक सोच और दलगत राजनीति से उपर उठकर कार्य करें, परन्तु हिमाचल प्रदेश की वर्तमान कांग्रेस सरकार की कार्यप्रणाली बदला-बदली एवं राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से प्रेरित है।
पिछले कुछ दिन में प्रदेश सरकार ने पूर्व की भाजपा सरकार द्वारा जनता के हितों व सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए बजटीय प्रावधान के साथ जो सरकारी संस्थान खोले थे, उन्हें राजनीतिक द्वेष के चलते बंद करने के आदेश पारित किए हैं।
हिमाचल प्रदेश में अब तक राज्य विद्युत 32, स्वास्थ्य संस्थान (पीएचसी, सीएचसी, अस्पताल) 291, विभाग के तहसीलें 3, उप-तहसीलें 20, कानूनगो सर्कल 9, पटवार सर्कल 80, आईटीआई 17, रेवेन्यू सब डिवीजन सर्कल / डिवीजन / सब-डिवीजन / सेक्शन 16, 2, लोक निर्माण विभाग एसडीपीओ / पुलिस स्टेशन / पुलिस पोस्ट 18, आयुर्वेदिक अस्पताल 3, आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केन्द्र 41, अन्य 42 सहित 574 कार्यालयों को बंद कर दिया गया है जो न केवल जनविरोधी है बल्कि तानाशाही निर्णय है, जिसे कदापि सहन नहीं किया जा सकता है।
भाजपा सरकार ने कैबिनेट बैठक में निर्णय लेकर सभी संस्थान आवश्यकतानुसार एवं बजटीय प्रावधान के साथ खोले थे। इन कार्यालयों में कामकाज सुचारू रूप से चलना प्रारंभ भी हो गया था और लोगों को सुविधाएं भी मिल रही थीं. परन्तु मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने बिना कैबिनेट बैठक के विभिन्न सरकारी संस्थानों को बंद करने के आदेश पारित कर दिए, जोकि कानून संगत भी नहीं हैं और कांग्रेस पार्टी की संकीर्ण व दुषित मानसिकता का परिचायक है।
कांग्रेस सरकार को चाहिए था कि वो पूर्व भाजपा सरकार के कार्यों को आगे बढ़ाकर प्रदेश के विकास के लिए कार्य करती परन्तु यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस सरकार सत्ता प्राप्ति के बाद से ही अपनी राजनीतिक इच्छाओं की पूर्ति के लिए जनहितों के विरुद्ध कार्य कर रही है, जिसकी भारतीय जनता पार्टी कड़े शब्दों में आलोचना करती है।
शिमला। मुख्यमंत्री पद संभालने के पश्चात पहली बार सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से राजभवन में शिष्टाचार भेंट की। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को बधाई देते हुए आशा व्यक्त की कि उनके नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश विकास की और नई ऊंचाइयों को हासिल करेगा।
राज्यपाल ने कहा, “मैंने सुखविंदर सिंह जी की विधान सभा में परफॉरमेंस देखी है, वह सर्वश्रेठ हैं। उनकी टीम वेल एजुकेटेड है, उन्हें प्रशासनिक कार्य में कोई दिक्कत नहीं होगी।” मुख्यमंत्री ने हिमाचल को विकास के पथ पर आगे बढ़ाने के लिए उन्हें राज्यपाल का मार्गदर्शन अपेक्षित रहेगा।
उन्होंने कहा कि उनका प्रयास रहेगा कि विकास के मामले में हिमाचल देश का आदर्श राज्य बन सके। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उपस्थित सभी विधायकों का परिचय करवाया।
शिमला। कांग्रेस पार्टी ने आज 2 दिन तक चली माथापच्ची के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू को हिमाचल का अगला मुख्यमंत्री घोषित कर दिया है। विपक्ष के नेता रहे मुकेश अग्निहोत्री को डिप्टी सीएम बनाया गया है। वह कल शिमला के ऐतिहासिक रिज पर शपथ ग्रहण करेंगे।
शपथ ग्रहण समारोह कल दोपहर 12 बजे होगा। शनिवार देर शाम हुए नाम के ऐलान के बाद राज्यपाल से मिलने के बाद शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां शुरू हो गई हैं। शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और प्रियंका भी शामिल होंगे।
नादौन। हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के रूप में सुखविंदर सिंह सुक्खू के नाम का ऐलान हो गया है। एचआरटीसी चालक का बेटा हिमाचल की बागडोर संभालेगा। रविवार दोपहर 12 बजे सुखविंदर सिंह शपथ लेंगे।
सुखविंदर सिंह के नाम का ऐलान होते ही हमीरपुर जिला में दिवाली जैसा माहौल हो गया। हमीरपुर के गांधी चौक में कार्यकर्ताओं और नेताओं ने इकट्ठे होकर जश्न मनाया।
सुखविंदर सिंह के गृह विधानसभा क्षेत्र नादौन में भी खूब पटाखे फोड़े गए और सुक्खू के समर्थन में जोरदार नारेबाजी की गई। सुखविंदर सिंह को सीएम बनाने के बाद भाई और सुखविंदर सिंह की पत्नी कमलेश ठाकुर के साथ दोनों बेटियां भी भावुक हो गईं।
सभी ने एक-दूसरे को गले लगाकर खुशी जाहिर की। वहीं, बेटे के मुख्यमंत्री बनने की खबर सुनते ही 85 वर्षीय माता संसार देवी की आंखों से आंसू छलक आए। उनके घर पर लोगों का तांता लग गया है और महिलाएं नाच गाना कर रही हैं।
शिमला। मुख्यमंत्री का नाम फाइनल होने के बाद कांग्रेस नेता राज्यपाल से मिले। इस अवसर पर पर्यवेक्षक भूपेश बाघेल, भूपिंदर सिंह हुड्डा, राजीव शुक्ला, सुखविंदर सिंह सुक्खू, प्रतिभा सिंह, मुकेश अग्निहोत्री व हिमाचल सह प्रभारी गुरकीरत सिंह कोटली मौजूद रहे।
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने कांग्रेस नेताओं को बधाई दी। हिमाचल कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला में सुखविंदर सिंह सुक्खू को मुख्यमंत्री चुने जाने को लेकर लिखित पत्र राज्यपाल को सौंपा। हिमाचल के नए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कल यानी रविवार को दो बजे रिज पर शपथ लेंगे।
बता दें कि सुखविंदर सिंह सुक्खू को मुख्यमंत्री और मुकेश अग्निहोत्री को डिप्टी सीएम बनाया गया है। इससे पहले हिमाचल के मुख्यमंत्री के ऐलान के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मीडिया से बातचीत में सबसे पहले सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का आभार जताया। उन्होंने कहा कि हिमाचल की जनता ने उन्हें आशीर्वाद दिया है। हमें कुछ समय दें।
आने वाले समय में आम, गरीब और किसान आदि जिनसे समाज बनाता है की मदद करना उनका मकसद होगा। डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री को लेकर पूछे सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मुकेश अग्निहोत्री उनके भाई हैं। जब वह विधायक दल के नेता थे हमारा आपस में काफी अच्छा तालमेल था और अब वह मुख्यमंत्री बने हैं तो दोनों भाई एक टीम के तौर पर कार्य करेंगे। उस टीम में 38 प्लेयर और भी हैं, उनको अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। हिमाचल में एक स्वच्छ और ईमानदार प्रशासन लाया जाएगा।
मुख्यमंत्री के लिए नाम की घोषणा होने के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू थोड़े भावुक भी दिखे। जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि 17 साल की उम्र से राजनीति शुरू की। ग्रास रूट से राजनीति शुरू की है। एनएसयूआई में रहते हुए कांग्रेस की विचारधारा से साथ जुड़े। इसके बाद युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। विधायक भी बने और अब मुख्यमंत्री बने हैं। कांग्रेस पार्टी ने जो उन्हें दिया है उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
शिमला। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) की ओर से घोषित किए गए पहले और दूसरे साल के रिजल्ट में करीब 80 फीसदी छात्र परीक्षा पास नहीं कर सके हैं। इसके बाद एचपीयू में माहौल गर्म है। इसी बीच छात्र संगठन एनएसयूआई और एसएफआई ने एक कार्यक्रम के लिए विश्वविद्यालय (HPU) पहुंचे राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को ज्ञापन सौंपा और छात्रों को आ रही दिक्क़तों के समाधान की मांग उठाई।
छात्र संगठनों का कहना है कि विवि ने ईआरपी सिस्टम से पेपर चेक किए गए, जिससे 80 प्रतिशत छात्र फेल हो गए। इसमें खामियां हैं। रिचेकिंग के बाद जो पास होते हैं, उनकी फीस को रिफंड की जानी चाहिए। छात्रों का कहना है कि विश्वविद्याल (HPU) में 6 से 7 हजार बच्चे पढ़ते हैं, लेकिन केवल बारह सौ के करीब के लिए ही हॉस्टल की सुविधा है।
नेता विश्वविद्यालय (HPU) में पट्टिका लगाकर चले जाते हैं, लेकिन ये समस्याएं समाप्त नहीं हो रही हैं। उनका कहना है कि छात्र संघ के चुनाव बहाल किए जाने चाहिए। छात्रों ने आरोप लगाया कि अध्यापक राजनीतिक गतिविधियों में पढ़ाई से ज्यादा शामिल रहते हैं, जिससे विश्व विद्यालय में पढ़ाई का स्तर गिर रहा है।