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शिमला। हिमाचल के मुख्यमंत्री के नाम के ऐलान के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मीडिया से बातचीत में सबसे पहले सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का आभार जताया।
उन्होंने कहा कि हिमाचल की जनता ने उन्हें आशीर्वाद दिया है। हमें कुछ समय दें। आने वाले समय में आम, गरीब और किसान आदि जिनसे समाज बनाता है की मदद करना उनका मकसद होगा।
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री को लेकर पूछे सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मुकेश अग्निहोत्री उनके भाई हैं। जब वह विधायक दल के नेता थे हमारा आपस में काफी अच्छा तालमेल था और अब वह मुख्यमंत्री बने हैं तो दोनों भाई एक टीम के तौर पर कार्य करेंगे। उस टीम में 38 प्लेयर और भी हैं, उनको अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। हिमाचल में एक स्वच्छ और ईमानदार प्रशासन लाया जाएगा।
मुख्यमंत्री के लिए नाम की घोषणा होने के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू थोड़े भावुक भी दिखे। जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि 17 साल की उम्र से राजनीति शुरू की। ग्रास रूट से राजनीति शुरू की है।
एनएसयूआई में रहते हुए कांग्रेस की विचारधारा से साथ जुड़े। इसके बाद युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। विधायक भी बने और अब मुख्यमंत्री बने हैं। कांग्रेस पार्टी ने जो उन्हें दिया है उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
शिमला। हिमाचल मुख्यमंत्री का पद फिर हमीरपुर जिला के हिस्से में आया है। फर्क इतना है कि पहले प्रेम कुमार धूमल भाजपा पार्टी से मुख्यमंत्री बने थे और अब सुखविंदर सिंह सुक्खू कांग्रेस से मुख्यमंत्री बने हैं।
हिमाचल की राजनीति के इतिहास में पहली बार निचले हिमाचल से मुख्यमंत्री बना है। इससे पहले डॉ. वाईएस परमार, रामलाल ठाकुर और वीरभद्र सिंह मुख्यमंत्री रहे हैं, जोकि हिमाचल के ऊपरी क्षेत्र से आते थे। 1983 के बाद अब कांग्रेस में मुख्यमंत्री का नया चेहरा आया है।
बता दें कि स्वर्गीय वीरभद्र सिंह पहली बार 1983 में मुख्यमंत्री बने थे। इसके बाद वह ही 1985, 1993, 2003 और 2012 में मुख्यमंत्री रहे। 1998 में कुछ दिन के लिए मुख्यमंत्री बने थे।
वीरभद्र सिंह के निधन के बाद अब कांग्रेस में मुख्यमंत्री का नया चेहरा होना था। जोकि सुखविंदर सिंह सुक्खू के रूप में मिला है। एचआरटीसी ड्राइवर का बेटा हिमाचल की बागड़ौर संभालेगा।
सुखविंदर सिंह सुक्खू हमीरपुर जिला के विधानसभा क्षेत्र नादौन से विधायक चुनकर आए हैं। वह हिमाचल कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष भी रह चुके हैं। सुखविंदर सिंह सुक्खू प्रियंका गांधी के भी काफी करीबी माने जाते हैं। बताया जा रहा है कि सुखविंदर सिंह सुक्खू कल 11 दिसंबर को सुबह 2 बजे शपथ लेंगे।
बता दें कि मुख्यमंत्री के नाम को लेकर शिमला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। बैठक में सुखविंदर सिंह सुक्खू के नाम पर मुहर लगी। इससे पहले शिमला में मुकेश अग्निहोत्री और सुखविंदर सिंह सुक्खू के समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की। विधानसभा के बाहर माहौल तनावपूर्ण हो गया।
शिमला। हिमाचल में कांग्रेस ने सत्ता में वापसी की है। हिमाचल विधानसभा चुनाव में स्पष्ट बहुमत हासिल करते हुए 40 सीटों पर जीत हासिल की है। भाजपा ने 25 सीटें जीती हैं और तीन पर आजाद जीतकर आए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के बिना कांग्रेस का यह पहला चुनाव था। 2017 का चुनाव वीरभद्र सिंह की अगुवाई में लड़ा गया था। पर वह यह कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए।
वीरभद्र सिंह के बाद अब कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद का नया चेहरा होना है। इसको लेकर घमासान मचा हुआ है। शिमला में स्थिति तनावपूर्ण हालतों में पहुंच गई है। विधानसभा के बाहर प्रतिभा सिंह, सुखविंदर सिंह सुक्खू और मुकेश अग्निहोत्री के समर्थकों का जमावड़ा लगा है।
एक-दूसरे के खिलाफ जमकर नारेबाजी हो रही है। कहीं न कहीं कांग्रेस की जीत का जश्न तनावपूर्ण हालतों में फीका पड़ता नजर आ रहा है। यह घटनाक्रम आखिर क्या संदेश छोड़ रहा है, सबसे बड़ा सवाल है। सत्ता संभालने से पहले मुख्यमंत्री के पद को लेकर घमासान मचा हुआ है।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री पद के लिए सुखविंदर सिंह सुक्खू का नाम तय हो गया। अभी औपचारिक घोषणा बाकी है। वहीं, मुकेश अग्निहोत्री को डिप्टी सीएम बनाने का निर्णय हुआ है। पर अभी तक विधानसभा के बाहर स्थिति तनावपूर्ण है। ऐसे में किसी अप्रिय घटना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
शिमला। हिमाचल प्रदेश में लंबी माथापच्ची के बाद आखिर मुख्यमंत्री का नाम तय हो गया है। सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल के नए मुख्यमंत्री होंगे। सुखविंदर सिंह सुक्खू के नाम की औपचारिक घोषणा भी हो गई है। इनके अलावा प्रतिभा सिंह के खेमे से मुकेश अग्निहोत्री को डिप्टी सीएम बनाया जाएगा।
प्रतिभा सिंह इस ऐलान के बाद अपने समर्थक विधायकों के साथ विधानसभा पहुंचीं। शिमला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक खत्म हो चुकी है। बैठक में कांग्रेस के हिमाचल प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, सहित अन्य नेता मौजूद रहे।
इससे अलावा सुक्खू और प्रतिभा सिंह के समर्थकों का हंगामा अभी भी जारी है। एक गुट विधानसभा के बाहर तो दूसरा गुट चौड़ा मैदान में नारेबाजी कर रहा है। विधानसभा के बाहर भारी पुलिस बल तैनात है।
बता दें कि हिमाचल में 8 दिसंबर को चुनाव नतीजे आने के बाद से ही सीएम पद को लेकर घमासान मचा हुआ था। 40 सीटें जीतकर बहुमत हासिल करने वाली कांग्रेस में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह भी सीएम पद की दावेदारी कर रही थीं।
हालांकि, प्रतिभा के सांसद होने की वजह से उनके चेहरे को लेकर माथापच्ची ज्यादा हो रही थी। इसे देखते हुए प्रतिभा गुट ने कहा कि अगर प्रतिभा नहीं तो फिर मुकेश अग्निहोत्री को सीएम बना दिया जाए।
शिमला में शुक्रवार देर रात तक चली कांग्रेस विधायक दल की बैठक में कोई नतीजा नहीं निकल पाया था जिसके बाद पार्टी हाईकमान को सीएम चुनने और सभी निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया और आज शाम को फिर से विधायक दल की बैठक बुलाई गई।
शिमला। हिमाचल कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर घमासान मचा हुआ है। शुक्रवार को विधायक दल की बैठक में सभी ने एकमत से हाईकमान को मुख्यमंत्री चुनने के लिए अधिकृत किया है। शनिवार को भी शिमला में माथापच्ची जारी है। अब पांच बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी। उम्मीद लगाई जा रही है कि बैठक के बाद मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान किया जा सकता है।
कांग्रेस नेता सुखविंदर सिंह सुक्खू और मुकेश अग्निहोत्री मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं। प्रतिभा सिंह गुट ने मुकेश अग्निहोत्री के नाम की पैरवी की है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अगर मुख्यमंत्री पद के लिए सुखविंदर सिंह सुक्खू के नाम पर सहमति बनती है तो दूसरे गुट से दो डिप्टी सीएम हो सकते हैं। मुकेश अग्निहोत्री और विक्रमादित्य सिंह को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है। पर यह विधायक दल की बैठक के बाद ही साफ हो पाएगा कि आगामी रणनीति क्या रहती है।
दूसरी तरफ चौड़ा मैदान में निजी होटल के बाहर सुखविंदर सिंह सुक्खू समर्थकों ने नारेबाजी की। एक दो तीन चार आम आदमी पहली बार आदि के नारे लग रहे हैं।
शिमला। हिमाचल में जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के लिए खुशखबरी है। संसद ने गिरीपार क्षेत्र के हाटी इलाके को जनजातीय दर्जा दिए जाने को लेकर पेश किए गए विधेयक को ध्वनि मत से पास कर दिया है। गिरिपार को जनजाति क्षेत्र घोषित करवाने में शिलाई के पूर्व विधायक बलदेव तोमर का योगदान रहा है। हालांकि वह इस मुद्दे को सिरे चढ़ाने में कामयाब हो गए, लेकिन चुनाव हार गए।
शीतकालीन सत्र के दौरान राज्यसभा में केंद्रीय जनजातीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र को जनजातीय दर्जा देने का विधेयक संसद में रखा, जिसे देश की संसद ने ध्वनिमत से पारित कर दिया।
गौर हो कि 14 सितंबर 2022 को केंद्रीय कैबिनेट ने इसे मंजूरी दे दी थी, लेकिन जब तक संसद से मंजूरी ना मिलने पर विधेयक लागू नहीं हो सकता। आज देश की संसद ने हाटी विधेयक को मंजूरी दे दी है जिससे जिला सिरमौर के गिरीपार क्षेत्र की 155 पंचायत के लोगों को लाभ मिलेगा।
बता दें कि वर्ष 1967 में हिमाचल के साथ लगता उत्तरांचल के बाबर जौनसार इलाके को जनजाति का दर्जा दिया गया है। तब से लेकर आज तक गिरिपार क्षेत्र की जनता अपने भले ही हाटी मुद्दे का भारतीय जनता पार्टी को कोई चुनावी लाभ नहीं मिला है, लेकिन भाजपा ने इसे मंजूरी देकर जनता को तोहफा दिया है।
देश की संसद में शीतकालीन सत्र में केंद्रीय जनजातीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने इसे संसद के समक्ष रखा जिसे देश की संसद ने ध्वनिमत से पारित कर जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के हाटी कबीले की मांग को पूरा कर दिया है।
संसद से मंजूरी मिलने के बाद बिल अब राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए जाएगा और राष्ट्रपति से विधेयक को मंजूरी मिलने के बाद जिला सिरमौर 3 लाख आबादी को इसका लाभ मिलना आरंभ होगा। यह लाभ केवल 1.60 लाख लोगों को मिलना है, क्योंकि अनुसूचित जाति से संबंध रखने वाले समुदाय को एसटी से बाहर रखा गया है।
शिमला। हिमाचल कांग्रेस में सीएम चेहरे के चुनाव के लिए घमासान जारीहै। शनिवार दोपहर बाद 4 बजे फिर कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। इसमें किसी एक नाम पर मुहर लगाने की कोशिश की जा सकती है।
प्रतिभा सिंह शिमला के सिसल होटल में पहुंच गई है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह के साथ मुकेश अग्निहोत्री, विक्रमादित्य सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर, हर्षवर्धन चौहान, रोहित ठाकुर, सुदर्शन सिंह बबलू समेत एक दर्जन से ज्यादा विधायक हैं। यहां वह नए सिरे से लॉबिंग में जुट गए हैं। उधर, सुखविंदर सुक्खू भी होटल पहुंच गए हैं। यहीं पर कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला और ऑब्जर्वर भूपेश बघेल व भूपेंद्र हुड्डा ठहरे हुए हैं।
सूत्रों के मुताबिक प्रतिभा के सांसद होने की वजह से उनके चेहरे को लेकर माथापच्ची ज्यादा हो रही है। इसे देखते हुए प्रतिभा गुट ने कहा कि अगर प्रतिभा नहीं तो फिर मुकेश अग्निहोत्री को सीएम बना दिया जाए। अग्निहोत्री प्रतिभा सिंह गुट के ही हैं और वह विधायक भी चुने गए है।
बता दें कि शिमला में शुक्रवार देर रात तल चली कांग्रेस विधायक दल की बैठक में कोई नतीजा नहीं निकल पाया। इसमें प्रतिभा सिंह, मुकेश अग्निहोत्री और सुखविंदर सिंह सुक्खू के नाम का प्रस्ताव रखा गया था, मगर सहमति नहीं बनी। इसके बाद सभी विधायकों ने सिंगल लाइन प्रस्ताव पास किया। इसमें पार्टी हाईकमान को सीएम चुनने और सभी निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया। वहीं, हिमाचल में सीएम के चयन को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी पूरी तरह से सक्रिय हैं। उन्होंने सभी दावेदारों का बायोडाटा पहले ही मांग रखा था। अंतिम फैसला प्रियंका गांधी ही लेंगी।
मंडी। हिमाचल प्रदेश में चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे करीब 12 घंटे से बंद है। शनिवार सुबह तक भी मार्ग पर आवाजाही बंद है। शुक्रवार देर रात मंडी जिला में 4 मील के पास लैंडस्लाइड हुआ है, जिसकी वजह से पहाड़ी से पत्थर व मलबा गिरने के चलते हाईवे पूरी तरह से बंद हो गया है। रात को हाईवे के दोनों ओर भारी जाम लगा रहा।
जिला प्रशासन ने मंडी से कुल्लू जा रहे वाहन चालकों को वाया शिवाबधार, कटौला, बाजौरा मार्ग इस्तेमाल करने व कुल्लू से मंडी की ओर या फिर चंडीगढ़ की ओर जा रहे वाहन चालकों को पंडोह से वाया गौहर चेल चौक से आने-जाने की हिदायत दी है।
फिलहाल जिला प्रशासन ने नेशनल हाईवे को बहाल करने के लिए मशीनरी तैनात कर दी है। दोपहर तक नेशनल हाईवे वाहनों की आवाजाही के लिए खुलने के आसार हैं। पुलिस अधीक्षक मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने वाहन चालकों से नेशनल हाईवे पर सफर न करने की अपील की है।
बता दें कि पंडोह-मंडी रोड पर फोरलेन निर्माण के लिए पहाड़ों की कटिंग का कार्य चल रहा है, जिस कारण आए दिन पहाड़ी से मलबा गिरने की घटनाएं होती रहती हैं।