पालमपुर। निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एवं एसडीएम पालमपुर डॉ. अमित गुलेरिया बताया कि पालमपुर निगम निगम वार्ड नंबर-2 के चुनाव को मंडलायुक्त न्यायालय धर्मशाला ने निरस्त कर दिया है। उन्होंने बताया कि राधा सूद पत्नी गोपाल सूद की चुनाव याचिका पर मंडलायुक्त न्यायालय धर्मशाला ने अपने फैसले में वार्ड-2 के चुनाव को निरस्त करार दिया है।
उन्होंने बताया कि राज्य चुनाव आयोग के आदेशों पर नगर निगम पालमपुर के वार्ड -2 की मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण होना है। उन्होंने कहा कि 18 मार्च 2023 को मतदाता सूची के मसौदे का प्रकाशन कर दिया गया है और मतदाता सूची एसडीएम, तहसीलदार और नगर निगम कार्यालय में निरीक्षण के लिए उपलब्ध करवा दिया गया है।
उन्होंने बताया कि मतदाता सूची 20 से 25 मार्च तक लोग अपने दावे और आपत्तियां पुनरीक्षण प्राधिकरण के समक्ष निर्धारित प्रपत्र पर कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि दावों और आपत्तियों का निपटारा करने की तिथि 29 मार्च निर्धारित की गई। इसके अतिरिक्त, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी के समक्ष दावों और आपत्तियों को 3 अप्रैल 2023 तक निर्धारित प्रपत्र पर किया जा सकता है। जबकि इन दावों और आपत्तियों को 5 अप्रैल 2023 का निपटारा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 6 अप्रैल 2023 को किया जाएगा।
पालमपुर। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बजट में आवश्यक प्रावधान कर पालमपुर में खंड विकास कार्यालय खोलने की घोषणा की। इससे क्षेत्र के लोगों को सुविधा उपलब्ध होगी। मुख्यमंत्री बुधवार को पालमपुर में राज्य स्तरीय होली मेले के अवसर पर लोगों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने पालमपुर में बस अड्डे के समीप पार्किंग सुविधा विकसित करने की घोषणा भी की, जिससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों को सुविधा प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि पालमपुर को आईटी हब के रूप में विकसित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कांगड़ा जिला को ‘पर्यटन राजधानी’ के रूप में विकसित किया जा रहा है। इससे क्षेत्र के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ बुनियादी ढांचे को भी मज़बूत किया जा रहा है। कांगड़ा में हेलीपोर्ट बनाने के साथ ही गग्गल में मौजूद हवाई अड्डे के विस्तार की प्रक्रिया भी जारी है। इस हवाई अड्डे से न केवल कांगड़ा बल्कि पूरे राज्य को फायदा मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ‘व्यवस्था परिवर्तन’ के लिए प्रतिबद्ध है और इस दिशा में सकारात्मक प्रयास किए जा रहे हैं। अनाथ बच्चों को ‘राज्य के बच्चे’ का दर्जा दिया गया है। इनके लिए मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना आरंभ की गई है जिसके तहत राज्य सरकार 6000 अनाथ बच्चों की देखभाल के लिए कदम उठा रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इन बच्चों की शिक्षा तथा जेब खर्च के लिए धनराशि उपलब्ध करवाएगी। इसके अतिरिक्त वर्ष में एक बार उनको भ्रमण करवाने के लिए हवाई यात्रा एवं तीन सितारा होटल में ठहराने के लिए पर्याप्त धनराशि भी उपलब्ध करवाएगी।
उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल की पहली बैठक में ही पुरानी पेंशन बहाल कर दी गई है। इससे राज्य के 1.36 लाख कर्मचारियों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अपनी पहली गारंटी को पूरा किया है और शेष गारंटी को भी चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर राज्य स्तरीय पालमपुर होली मेले की स्मारिका का विमोचन भी किया।
इस अवसर पर कृषि मंत्री चंद्र कुमार, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, मुख्य संसदीय सचिव किशोरी लाल और आशीष बुटेल, विधायक यादविंदर गोमा और सुरेश कुमार, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा, प्रधान सलाहकार (सूचना प्रौद्योगिकी एवं नवाचार) गोकुल बुटेल, महापौर नगर निगम पालमपुर पूनम बाली, हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक के अध्यक्ष संजय सिंह चौहान, एचपीएसआईडीसी के उपाध्यक्ष विशाल चम्बयाल, कांग्रेस नेता जगदीश सिपहिया, उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अब आठ मार्च को कांगड़ा दौरे पर आएंगे। पहले उन्होंने आज दिल्ली से धर्मशाला पहुंचना था। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के संशोधित टुअर प्रोग्राम के अनुसार सीएम 8 मार्च को शिमला से सुबह साढ़े आठ बजे पालमपुर के लिए निकलेंगे।
कृषि विश्वविद्यालय ग्राउंड में उतरने के बाद गुजरेहड़ा के लिए रवाना होंगे। यहां वह श्री श्री रविशंकर से मीटिंग करेंगे। करीब साढ़े 11 बजे गुजरेहड़ा से पालमपुर रवाना होंगे। वह कुलणी चांदपुर भरमात सिंबलू सड़क का नींव पत्थर रखेंगे। करीब साढ़े चार बजे कांगड़ा जाएंगे। शाम 6 बजे कांगड़ा से पालमपुर रवाना होंगे और कैप्टन विक्रम बत्रा मैदान में राज्य स्तरीय होली महोत्सव में शिरकत करेंगे। वह रात पालमपुर रेस्ट हाउस रुकेंगे। 9 मार्च को सुबह करीव सवा नौ बजे पालमपुर से शिमला के लिए रवाना होंगे।
सीपीएस आशीष बुटेल ने अखाड़े पूजा के साथ किया दंगल प्रातियोगिता का शुभारंभ
पालमपुर। चार दिवसीय राज्य स्तरीय होली महोत्सव का शुभारंभ शोभा यात्रा के साथ हुआ। शोभायात्रा लोक निर्माण विश्राम गृह से गांधी ग्राउंड तक आयोजित की गई। शोभायात्रा की अगुवाई मुख्य संसदीय सचिव शहरी विकास एवं शिक्षा आशीष बुटेल ने की। शोभायात्रा में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। इस दौरान गतका और आकर्षक तिब्बतियन डांस का भी प्रदर्शन किया गया।
सीपीएस द्वारा अखाड़े पूजा के साथ दो दिनों तक चलने वाली दंगल प्रातियोगिता का शुभारंभ किया। दंगल में उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों के नामी पहलवान भाग ले रहे हैं। प्रातियोगिता में महिला दंगल का भी आयोजन किया जा रहा है। गांधी मैदान में मार्शल आर्ट प्रतियोगिता का भी प्रदर्शन किया गया।
इस अवसर ने सीपीएस ने सभी को राज्य स्तरीय होली महोत्सव की बधाई दी। उन्होंने कहा कि पालमपुर होली उत्सव का पौराणिक महत्व है और यह लोगों की आस्था से जुड़ा हुआ पर्व है। उन्होंने कहा कि जनसहभागिता से पालमपुर होली उत्सव आज भव्य रूप में आयोजित हो रहा है। उन्होंने उत्सव समिति के सभी सरकारी और गैर सरकारी सदस्यों को महोत्सव के सफल रूप में आयोजन की बधाई दी।
कार्यक्रम में ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष त्रिलोक चंद, नगर निगम महापौर पूनम वाली, उपमहापौर अनीश नाग, निगम के पार्षद, पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता करुण शर्मा, पूर्व अध्यक्ष राधा सूद, एसडीएम पालमपुर एवं उत्सव समिति के अध्यक्ष डॉ अमित गुलरिया, निगम आयुक्त डॉ आशीष शर्मा, तहसीलदार सार्थक शर्मा, पहलवान और पालमपुर के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
शिमला। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि एशियन विकास बैंक (एडीबी) ने प्रदेश में पर्यटन अधोसंरचना विकसित करने के लिए 1,311.20 करोड़ रुपये की परियोजना को सैद्धांतिक रूप से मंजूरी प्रदान की है। इसमें नई एडीबी परियोजना की ट्रेंच-1 की उप-परियोजनाएं शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि एडीबी ने प्रदेश सरकार की पर्यटन क्षेत्र को विकसित करने की परिकल्पना की सराहना की है। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में पर्यटन अधोसंरचना विकसित करने के लिए महत्वाकांक्षी योजनाएं तैयार की गई हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना के ट्रेंच-1 में पालमपुर शहर का सौंदर्यीकरण, धर्मशाला में सम्मेलन केंद्र, मंडी में शिवधाम का विकास, परागपुर में ग्रीन पार्क, धर्मशाला, मनाली और शिमला में आईस स्केटिंग रिंक एवं रोलर स्केटिंग रिंक का निर्माण शामिल है।
उन्होंने कहा कि इस ट्रेंच के तहत शिमला, धर्मशाला, नादौन, मनाली और कुल्लू में वेलनेस केन्द्रों व धर्मशाला में उच्च गुणवत्तायुक्त फाउंटेन टूरिस्ट सुविधा तथा मंडी-कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग, नादौन व कालेश्वर महादेव कांगड़ा में वे-साइड सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना के तहत नादौन में राफ्टिंग व वाटर पार्क परिसर, पौंग डैम, तत्तापानी, नादौन व बंगाणा इत्यादि स्थानों में जलक्रीड़ा उपकरण, जैटी, शिकारा, हाउस बोट व बाइकिंग रूट सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी। इसके अलावा श्री बाबा बालक नाथ जी मंदिर में पर्यटन सुविधाएं, अटल रोहतांग टनल में प्रवेश व निकास स्थानों में पर्यटन आधारित गतिविधियों का विकास भी किया जाएगा। इसके साथ-साथ परियोजना के तहत पर्यटन को बढ़ावा देने, इसके विपणन व प्रचार-प्रसार तथा पर्यटन विकास में स्थानीय समुदायों की क्षमता निर्माण के लिए भी प्रावधान किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र को विकसित करने के प्रयासों के दृष्टिगत राज्य को इंडिया टूडे पर्यटन सर्वेक्षण एवं पुरस्कार के अन्तर्गत बेस्ट एडवेंचर डेस्टिनेशन, मोस्ट सीनिक रोड्स तथा बेस्ट माउन्टेन डेस्टिनेशन्स श्रेणी में विजेता पुरस्कार भी प्राप्त हुए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के शिमला, कुल्लू-मनाली जैसे पर्यटक स्थलों पर यातायात दबाव कम करने एवं पर्यटकों को मनभावन हिमाचल में अधिक से अधिक समय तक ठहराव के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार साहसिक, धार्मिक, ग्रामीण एवं सप्ताहान्त पर्यटन को प्रोत्साहित कर रही है। पर्यटकों को होम स्टे शृंखला के माध्यम से राज्य के अनछुए प्राकृतिक स्थलों पर समय बिताने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
राज्य में पर्यटकों एवं स्थानीय निवासियों की सुविधा के लिए विभिन्न अधोसंरचना को सुदृढ़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में बेहतर हवाई सुविधा उपलब्ध करवाने की दिशा में योजनाबद्ध कार्य कर रही है। राज्य के पारंपरिक व्यंजनों एवं हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए खाद्य एवं सांस्कृतिक उत्सव आयोजित किए जा रहे हैं ताकि पर्यटक भी हिमाचल की विविध संस्कृति एवं हस्तकलाओं से लाभान्वित हो सकें।
पालमपुर। हिमाचल के कांगड़ा जिला के पालमपुर और आसपास करे क्षेत्र के लोगों को बड़ी राहत मिली है। पालमपुर सिविल अस्पताल में अल्ट्रासाउंड आदि की सुविधा शुरू हो गई है। रेडियोलॉजिस्ट के ज्वाइन करने के बाद अब लोगों को बाहर महंगे दामों पर सुविधा लेने से राहत मिलेगी।
मुख्य संसदीय सचिव शहरी विकास एवं शिक्षा, आशीष बुटेल ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि सिविल अस्पताल पालमपुर में तमाम तरह की आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं के लिये प्रयासरत हैं। पूर्व में चिकित्सकों के पदों को भरने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सिविल अस्पताल पालमपुर में डॉ. तिलक बागड़ा (रेडियोलॉजिस्ट) और डॉ. प्रताप (मेडिसीन) ने ज्वाइन कर लिया है। उन्होंने कहा कि रेडियोलॉजिस्ट के आने से अल्ट्रासाउंड इत्यादि की सुविधा आरंभ हो गई है।
पालमपुर। राज्य स्तरीय होली महोत्सव पालमपुर का आयोजन 5 से 8 मार्च तक किया जा रहा है। राज्य स्तरीय होली महोत्सव पालमपुर में महादंगल का आयोजन भी जा रहा है। राज्य स्तरीय होली महोत्सव समिति के अध्यक्ष एवं एसडीएम पालमपुर डॉ. अमित गुलेरिया ने बताया कि महा दंगल का आयोजन 5 तथा 6 मार्च को गांधी मैदान में किया जाएगा। पुरुषों के साथ महिला महा दंगल का आयोजन किया जा रहा है। इसमें भारत केसरी, हिमाचल केसरी तथा पालम केसरी महिला खिताबों के लिए मुकाबले करवाए जाएंगे।
एसडीएम ने बताया कि भारत केसरी मुकाबले के विजेता को 75 हजार और उपविजेता को 51 हजार, तृतीय स्थान पर रहने वाले को 21 हजार और चौथे स्थान पर रहने वाले को 15 हजार रुपये की राशि इनाम के रूप में दी जायेगी।
हिमाचल केसरी मुकाबले के विजेता को 51 हजार दूसरे स्थान पर रहने वाले को 31 हजार तीसरा स्थान ग्रहण करने वाले को 11 हजार तथा चौथे स्थान पर आने वाले को 5100 रुपए इनाम राशि दी जाएगी। इसी तरह महिलाओं के लिए आयोजित पालम केसरी मुकाबले की विजेता को 31 हजार और उपविजेता को 21 हजार रुपये इनामी राशि दी जाएगी।
एसडीएम ने कहा कि इन मुकाबलों में कई अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर के पहलवान हिस्सा लेंगे। जिसमें हिमाचल प्रदेश सहित उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली तथा जम्मू कश्मीर के पहलवानों के भाग लेने की संभावना है।
पालमपुर। हिमाचल के कांगड़ा जिला के पालमपुर में राज्य स्तरीय होली महोत्सव 5 से 8 मार्च तक आयोजित होगा। होली महोत्सव के आयोजन को लेकर एसडीएम एवं मेला समिति के अध्यक्ष डॉ. अमित गुलेरिया की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में मुख्य संसदीय सचिव, शहरी विकास एवं शिक्षा आशीष बुटेल और मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (सूचना एवं प्रौद्योगिकी तथा नवाचार) गोकुल बुटेल विशेष रूप में उपस्थित रहे।
सीपीएस के कहा कि राज्य स्तरीय होली महोत्सव का देशभर में अपना विशेष महत्व है। उन्होंने पालमपुर होली महोत्सव के स्तर को बढ़ाने तथा अधिक मनोरंजन बनाने के लिए विशेष प्रयास करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने नशा उन्मूलन को चुनोती के रूप में लिया है। उन्होंने कहा कि होली महोत्सव के आयोजन का थीम भी नशा निवारण निर्धारित किया जाए और मंच से प्रस्तुतियां देने वाले नामी कलाकार भी युवा पीढ़ी को नशे के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करें।
आशीष ने कहा कि पालमपुर होली महोत्सव समाज का उत्सव है और इसमें सभी की सहभागिता और योगदान को सुनिश्चित बनाया जाए। उन्होंने कहा कि पालमपुर के लोगों की होली उत्सव से भावनात्मक जुड़ाव है और लाखों लोगों आशाओं का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि आयोजन समिति को उत्सव को और अधिक भव्य रूप देने के प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्सव में आयोजित होने वाली सभी प्रकार की प्रतियोगिताओं को केवल मात्र औपचारिकता के लिए ही नहीं बल्कि इनमें अधिक से अधिक लोगों की सहभागिता को सुनिश्चित बनाया जाए। उन्होंने कहा कि होली उत्सव को कोरोना काल से पूर्व की तरह भव्य रूप में आयोजित किया जाएगा। जिसमें महादंगल का आरंभ किया जाए और अन्य खेल प्रतियोगिताओं के साथ साथ कबड्डी की प्रतियोगिता को शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि इन प्रतियोगिताओं को अधिक आकर्षण बनाने के लिए इनसे जुड़ी नामी हस्तियों को भी आयोजन में आमंत्रित किया जाएगा।
आशीष ने कहा कि उत्सव के दौरान लगाई जाने वाली प्रदर्शनियों में सभी विभागों की सहभागिता सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए, ताकि कल्याणकारी योजनाओं सीधा लाभ आम आदमी तक पहुंचाने वाली योजनाओं की जानकारी उपलब्ध करवाई जा सके।
आशीष बुटेल ने कहा कि होली महोत्सव की चारों सांस्कृतिक संध्या को अधिक मनोरंजक बनाया जाए, जिसमें देश के नामी कलाकारों के अतिरिक्त स्थानीय कलाकारों को भी मंच उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने सांस्कृतिक संध्याओं में स्कूलों और महाविद्यालयों के छात्रों को भी आमंत्रित करने की बात कही, ताकि प्रदेश की समृद्ध लोक संस्कृति को भी देखने का अवसर प्राप्त हो। उन्होंने कहा कि होली कला मंच रिपेयर के साथ मंच को आकर्षक रूप देने के लिए एसडीएम की अध्यक्षता में कमेटी प्रारूप बनाकर कार्य करें, ताकि महोत्सव से पूर्व अच्छा मंच तैयार हो।
इससे पहले मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार सूचना प्रौद्योगिकी एवं नवाचार गोकुल बुटेल ने कहा कि पालमपुर होली महोत्सव लोगों की आस्थाओं से जुड़ा पर्व है। पालमपुर के लोग बेसब्री से साल भर इस उत्सव के आयोजन का इंतजार करते हैं। उन्होंने कहा कि होली सभी का उत्सव है और सामूहिक प्रयासों से महोत्सव को भव्य महोत्सव बनाया जाएगा। उन्होंने उत्सव के आयोजन के लिए अपनी तथा सरकार की ओर से हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक संध्याओं में बेहतर कलाकारों के अतिरिक्त स्कूलों तथा महाविद्यालय के छात्रों को भी प्रस्तुतियां देने के लिए आमंत्रित करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि उत्सव के दौरान बड़ा सहयोग देने वाले लोगों को बेहतर बैठने व्यवस्था करने की बात कही। उन्होंने मौसम खराब होने पर भी लोग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनन्द ले सकें इसके लिये वाटर प्रूफ टेंट लगाने की बात कही।
गोकुल ने कहा कि प्रदेश में साइबर क्राइम के बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्सव के दौरान प्रदेश पुलिस लोगों साइबर क्राइम के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए प्रदर्शनियों में अपना एक स्टॉल लगाया जाए।
एसडीएम पालमपुर एवं महिला समिति के अध्यक्ष डॉ. अमित गुलेरिया ने आशीष बुटेल और गोकुल बुटेल का स्वागत किया तथा बैठक की कार्रवाई को संचालित किया। उन्होंने इस अवसर पर का पिछले वर्ष का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया और विभिन्न विभागों को धन संग्रह के लिए लक्ष्य भी दिए। उन्होंने कहा कि महोत्सव का आयोजन भव्य रूप में किया जाएगा।
बैठक में नगर निगम पालमपुर की महापौर पूनम वाली, उपमहापौर अनीश नाग, पार्षद ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष तिलोक चंद, प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता करुण शर्मा, अर्चित बुटेल, व्यापार मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र सूद, डीएसपी पालमपुर गुरबचन सिंह, तहसीलदार पालमपुर सार्थक शर्मा सहित मेला समिति के सरकारी एवं गैर सरकारी सदस्य और गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
पालमपुर। हिमाचल के कांगड़ा जिला के पालमपुर में 4 दिवसीय डिजिटल चित्र प्रदर्शनी का समापन हो गया। प्रदर्शनी कैप्टन विक्रम बत्रा स्टेडियम लगाई गई थी। भारत सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं पर व भारत के स्वतंत्रता सेनानियों पर यह प्रदर्शनी भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के केंद्रीय संचार ब्यूरो हमीरपुर द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से लगाई गई। इस चित्र प्रदर्शनी में लोगों ने चित्रों के माध्यम से भारत सरकार की जनकल्याणकारी योजनाएं के बारे में जाना। साथ ही भारत व हिमाचल के स्वतंत्रता सेनानियों के बारे भी जानकारी प्राप्त की।
प्रदर्शनी में विभिन्न प्रकार के प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया, जिसमें पोस्टर पेंटिंग, स्लोगन राइटिंग, ओपन प्रश्नोत्तरी, लूडो व चेस प्रतियोगिता भी करवाई गई। इन प्रतियोगिताओं में पालमपुर के स्थानीय स्कूल के छात्र-छात्राओं व बाल विकास विभाग विभाग से आंगनबाड़ी वर्करों और अन्य लोगों ने भाग लिया।
लूडो प्रतियोगिता में मनदीप प्रथम, राहुल द्वितीय तथा आरजू तृतीय स्थान पर रहे। विजेता प्रतिभागियों को विभाग की ओर से पुरस्कार भी बांटे गए। इस चित्र प्रदर्शनी में लोगों ने चित्रों के माध्यम से तथा चित्र प्रदर्शनी में लगी हुई बड़े एलईडी के माध्यम से चलचित्रों द्वारा भी भारत सरकार की योजनाओं की जानकारी प्राप्त की।
इसके साथ-साथ गीत नाटक प्रभाग के कलाकारों द्वारा गीत एवं नाटक के माध्यम से भी जानकारी दी गई। यह जानकारी प्रभारी सुरजीत सिंह केंद्रीय संचार ब्यूरो सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार हमीरपुर ने दी।
शिमला।मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग द्वारा हिमाचल (Himachal) को पीएम गतिशक्ति योजना के अंतर्गत राज्यों को वर्ष 2022-23 में पूंजीगत निवेश के लिए विशेष सहायता योजना के अंतर्गत 42 करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता प्रदान की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में उद्योगों को प्रोत्साहन प्रदान करने और लॉजिस्टिक कनेक्टिविटी को ध्यान में रखते हुए हिमाचल सरकार (Himachal Govt) ने केंद्रीय सहायता के लिए 84 करोड़ रुपये की चार परियोजनाओं को स्वीकृति के लिए भेजा था। वित्त मंत्रालय के उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग की स्क्रीनिंग कमेटी ने 42 करोड़ रुपये की तीन परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की है।
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस परियोजना के अंतर्गत जिला कांगड़ा की पालमपुर तहसील के गांव राख-नगरी में सूचना प्रौद्योगिकी पार्क (Information Technology Park) स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र हवाई सेवा और जलवायु की दृष्टि से सूचना प्रौद्योगिकी से संबंधित उद्योगों के लिए उपयुक्त है। इस परियोजना की कुल लागत 35 करोड़ रुपये है।
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उद्योग विभाग के अधिकारियों को आईटी पार्क का आकार 250 कनाल से बढ़ाकर कम से कम 1000 कनाल करने के निर्देश दिए हैं, ताकि हिमाचल (Himachal) की अर्थव्यवस्था को विस्तार प्रदान कर स्थानीय युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध हों।
उन्होंने इन परियोजनाओं का समयबद्ध कार्यान्वयन सुनिश्चित करने और हिमाचल को देश का सर्वोत्तम निवेशक अनुकूल राज्य बनाने के लिए निवेश उन्मुखी नीतियां बनाने के निर्देश भी दिए हैं। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने निदेशक उद्योग, राकेश प्रजापति को चिन्हित स्थानों का दौरा करने और आईटी पार्क स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए भी कहा है।
इस आईटी पार्क में सूचना प्रौद्योगिकी और इससे संबंधित क्षेत्रों में प्रदेश के लोगों के लिए रोज़गार के नए अवसर सृजित होंगे।
राकेश प्रजापति ने कहा कि आईटी पार्क सूक्ष्म और लघु उद्योगों के विकास में उत्प्रेरक का कार्य करेगा और नए युग के आईटी स्टार्टअप को गति प्रदान करेगा। यह हिमाचल (Himachal) में युवा उद्यमियों को देश के आईटी समूह का हिस्सा बनने और राज्य का सामाजिक और आर्थिक उत्थान सुनिश्चित करने में सहायक सिद्ध होगा।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के लिए स्वीकृत दो अन्य परियोजनाओं के तहत भूड और बद्दी को नए औद्योगिक क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमीरपुर और बिलासपुर ज़िले में खाद्य आपूर्ति के भंडारण के लिए दो नए गोदाम विकसित करने के साथ साथ प्रदेश भर के गोदामों का रख-रखाव किया जा रहा है।