मौके पर कोई भी पुलिस कर्मी नहीं था मौजूद
शिमला। हिमाचल प्रदेश के शिमला में ओल्ड बस स्टैंड पर एचआरटीसी कर्मियों और दो युवकों में मारपीट का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि कंडक्टर के साथ युवकों की किसी बात को लेकर बहस-बाजी हुई थी जो देखते ही देखते लड़ाई में बदल गई। तभी ड्यूटी पर तैनात नाइट एचआरटीसी का स्टाफ भी पहुंच गया। लेकिन मामले को सुलझाने की जगह सभी कर्मचारियों ने युवकों को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया।
कुछ कर्मचारियों को तो यह तक मालूम नहीं था कि युवकों को क्यों मारा जा रहा है। बस सभी कर्मचारी एक दूसरे की देखा देखी में थप्पड़ बरसाने लगे। इस दौरान प्राइवेट बस और टैक्सी यूनियन के ड्राइवर भी बस स्टैंड में मौजूद थे, लेकिन किसी ने भी बीच बचाव करने की कोशिश नहीं की। यह घटना मंगलवार रात के लगभग 9 बजे पेश आई है, जिस वजह से बस स्टैंड में सवारियां भी काफी कम थीं।
मार पिटाई के दौरान एक युवक ने एचआरटीसी कर्मियों से काफी बार माफी मांगी। बावजूद इसके कर्मी लात घूंसे बरसाते रहे। हैरानी की बात है कि इतने बड़े बस स्टैंड में जहां रोजाना हजारों लोगों की आवाजाही रहती है, उस जगह शिमला पुलिस का एक भी जवान दिखाई नहीं दिया।
हालांकि दिन के समय ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रूप से चलाने के लिए 2 से तीन जवान रहते हैं। रात को बस स्टैंड पर पुलिस कर्मियों का ना होना कहीं ना कहीं सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा करता है। मामले का वीडियो भी सोशल मीडिया वायरल हो रहा है।