शिमला। लगभग चार वर्ष से लटकी जेओए आईटी पोस्ट कोड 817 ( JOA IT 817) की भर्ती प्रक्रिया को शुरू करने की बीते कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। बुधवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता हुई कैबिनेट की बैठक में कैबिनेट सब कमेटी की सिफारिश पर चर्चा हुई।
कैबिनेट की बैठक में लंबित रिजल्ट निकालने की प्रक्रिया शुरू करने को मंजूरी दे दी। हिमाचल प्रदेश राज्य चयन आयोग इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगा।
कैबिनेट के फैसले के बाद शिमला में धरने पर बैठे अभ्यर्थियों ने सीएम आवास ओक ओवर पहुंच कर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार के समय में केवल समस्याएं ही पैदा हुई, जिनका निपटारा नहीं किया गया।
कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आने के बाद जनहित में कार्य करते हुए कई अहम निर्णय लिए हैं, जिनमें लटकी भर्ती JOA IT 817 के परिणाम निकालने का फैसला भी एक है। इसके अलावा अन्य पोस्ट कोड की लटकी हुई भर्ती को लेकर सरकार रास्ता निकालने का प्रयास कर रही है।
वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पूरी तरह से तैयार है। 15 महीने के कार्यकाल में जो विकासात्मक कार्य किए गए हैं, उसको लेकर सरकार जनता के बीच में जाएगी। प्रत्याशी को लेकर भी कांग्रेस जल्दी ही निर्णय ले लेगी।
शिमला। हिमाचल में भर्तियों के लंबित रिजल्ट को लेकर बनाई कैबिनेट सब कमेटी ने जेओए आईटी (JOA IT) पोस्ट कोड 817 का रिजल्ट निकालने का फैसला लिया है।
सब कमेटी अपनी सिफारिश को अब कैबिनेट की बैठक में रखेगी और कैबिनेट की बैठक में इसको लेकर फैसला लिया जाएगा। कैबिनेट सब कमेटी के निर्णय का शिमला के चौड़ा मैदान पर धरने पर बैठे विभिन्न पोस्ट कोड अभ्यर्थियों ने स्वागत किया है।
लंबित भर्ती के परिणाम घोषित करने की मांग को लेकर करीब 30 दिन से क्रमिक अनशन पर डटे जेओए (आईटी) (JOA IT) पोस्ट कोड 817, पोस्ट कोड 939 और ड्राइंग मास्टर पोस्ट कोड 980 के अभ्यर्थियों को कैबिनेट सब कमेटी की पहली बैठक के बाद सामने आए सकारात्मक प्रयासों से जल्द परिणाम के घोषित होने की उम्मीद जगी है, लेकिन अभ्यर्थी अभी क्रमिक अनशन समाप्त नहीं करेंगे।
क्रमिक अनशन को कैबिनेट की अगली बैठक तक जारी रखने का निर्णय लिया गया है। अभ्यर्थियों ने मांग की है कि लोकसभा चुनाव की घोषणा और आदर्श चुनाव आचार संहिता के लागू होने से पहले फैसला लिया जाए।
जेओए आईटी पोस्ट कोड 817 (JOA IT) के अभ्यर्थी सौरभ शर्मा ने कहा कि कैबिनेट सब कमेटी के फैसले से उम्मीद की लो जली है। सभी अभ्यर्थी सरकार का धन्यवाद करते हैं।
सरकार से उम्मीद करते हैं कि आदर्श आचार संहिता से पहले कैबिनेट की बैठक हो और सभी अभ्यर्थियों के पक्ष में फैसला लिया जाए। उन्होंने कहा कि अभी क्रमिक अनशन जारी रहेगा। कैबिनेट की बैठक में फैसला आने के बाद वे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का धन्यवाद करेंगे।
उन्होंने कहा कि यह आंदोलन केवल पोस्ट कोड 817 का ही नहीं है। यह आंदोलन विभिन्न पोस्ट कोड के लिए है। पोस्ट कोड 817 के लिए जैसे रास्ता निकला है, वैसे ही वे उम्मीद करते हैं, अन्य पोस्ट कोड के लिए भी जल्द फैसला होगा।
लवनीश वर्मा ने कहा कि वह सरकार का इस फैसले के लिए धन्यवाद करते हैं। उन्हें पूरी उम्मीद है कि सरकार जल्द अगली कैबिनेट में निर्णय लेगी।
वहीं, पोस्ट कोड 939 के अभ्यर्थी संदीप कुमार ने कहा कि जैसे सरकार ने पोस्ट कोड 817 के लिए फैसला लिया है, उसी तरह हमारे लिए भी जल्द निर्णय लिया जाए। उन्हें भी दो वर्ष हो गए हैं। 24 अप्रैल 2022 को परीक्षा दी थी, उसके बाद डॉक्यूमेंटेशन भी पूरी हो गई है।
शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सरकार ने जानकारी मुहैया करवाई है कि जेओए (आईटी) पोस्ट कोड 817 में रिजल्ट घोषित करने से संबंधित आगामी कार्रवाई अभी अपेक्षित नहीं है। यानी अभी रिजल्ट नहीं निकाला जा सकता है।
सुंदरनगर के विधायक राकेश जंवाल के सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जानकारी मुहैया करवाई है कि जेओए आईटी पोस्ट कोड 817 के पदों की भर्ती प्रक्रिया अभी पूर्ण नहीं हुई है। मामले में कोई भी साक्षात्कार आयोजित नहीं किया गया है, क्योंकि ग्रुप सी के पदों के लिए 17 अप्रैल 2017 की जारी अधिसूचना के अनुसार साक्षात्कार समाप्त कर दिए गए हैं।
विषयगत मामला वर्तमान में राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार रोधक ब्यूरो के अन्वेषणाधीन है। सरकार ने 9 फरवरी 2024 को कैबिनेट की बैठक में उन सभी भर्ती मामलों से संबंधित विभिन्न मुद्दों की जांच करने के लिए एक कैबिनेट सब कमेटी गठित करने का निर्णय लिया है, पूर्ववर्ती कर्मचारी चयन आयोग की चल रही जांच के कारण परिणाम लंबित हैं।
शिमला। जेओए (आईटी) पोस्ट कोड 817 ( JOA IT Post Code 817) के अभ्यर्थी बीते कल यानी शुक्रवार से शिमला सचिवालय के बाहर डटे हुए हैं। हालांकि, शिमला में रात को कड़ाके की ठंड थी। बावजूद इसके अभ्यर्थियों का हौसला नहीं डगमगाया।
तीन लड़कियों की इस दौरान तबीयत बिगड़ी, जिन्हें घर भेज दिया गया है, लेकिन अन्य अभ्यर्थी JOA IT परिणाम निकालने को लेकर लिखित में आश्वासन मिलने पर ही घर जाने की बात कर रहे हैं।
सरकार ने शुक्रवार को कैबिनेट की बैठक में लंबित भर्तियों को लेकर कैबिनेट सब कमेटी बनाने का निर्णय लिया है, जो अभ्यर्थियों को नामंजूर है।
प्रदेश में कांग्रेस की सरकार को सत्ता में लाने के लिए बेरोजगार युवाओं ने बड़ी मेहनत की थी और सरकार से उम्मीद थी कि लटकी हुई भर्तियों को जल्द बहाल किया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
सरकार का रवैया बेहद ही चिंताजनक है। युवा मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं और परिवार के लोग भी परेशानी के दौर से गुजर रहे हैं।
शिमला। राज्य सचिवालय में कैबिनेट शुरू होने से पहले JOA IT पोस्ट कोड 817 के अभ्यर्थियों ने आज शिमला सचिवालय के बाहर अपना विरोध जाहिर किया। अभ्यर्थी सरकार से रिजल्ट निकालने की लंबे अरसे से मांग कर रहे हैं।
अभ्यर्थियों ने बताया कि लगभग पांच साल से JOA IT पोस्ट कोड 817 की भर्ती प्रक्रिया चल रही है, लेकिन अभी तक अंतिम परिणाम नहीं निकल पाए हैं। मामले को लेकर कोर्ट में भी लड़ाई लड़ने के बाद उनके हक में निर्णय आया है, लेकिन सरकार परिणाम नहीं निकाल रही है।
सीएम और मंत्रियों से कई बार गुहार लगा चुके हैं लेकिन किसी के कान में जूं तक नहीं रेंग रही। परिवार भी मानसिक रूप से प्रताड़ित हो चुका है आज अगर केबिनेट में कोई निर्णय नहीं होता है तो वे शिमला में आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे।
वहीं, बच्चों के साथ आज अभिभावक भी शिमला सचिवालय पहुंचे और कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी भर्ती परीक्षा के परिणाम निकालने के लिए अभिभावकों को सड़कों पर आना पड़ा है।
शिमला। हिमाचल में गेस्ट टीचर पॉलिसी को लेकर खूब हंगामा मचा हुआ है। इसी बीच सरकार ने फिलहाल गेस्ट टीचर पॉलिसी को रोक दिया गया है। यह जानकारी मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने शिमला में मीडिया से बातचीत में दी। उन्होंने कहा कि गेस्ट फैकल्टी के बारे में लोगों को गलतफहमी है।
एक हफ्ते के लिए टीचर छुट्टी चला जाता है। ऐसे में एक हफ्ते तक छात्रों की पढ़ाई नहीं होती है। क्वालिटी एजुकेशन में हिमाचल के 18वें स्थान पर खिसकने के मूलभूत कारणों के बारे में पता किया। पता चला कि टीचर के तबादले होते रहते है। एक-एक हफ्ता, 10-10 दिन टीचर नहीं होते हैं। उस स्कूल के प्रिंसिपल और अधिकारी को अधिकार होना चाहिए कि वह 10 दिन के लिए कोई टीचर रख सकता है।
मेरिट के आधार का कोई टीचर ही रखा जा सकता है। स्कूल में गेस्ट टीचर के लिए 12वीं में 75 फीसदी नंबर के साथ बीएड पास जरूरी है। कॉलेज में नेट, सेट और जीआरएफ क्वालीफाई जरूरी है।
उसको गलत समझ लिया कि पता नहीं एक साल के लिए रख रहे हैं या दो साल के लिए रख रहे हैं। यह पीरियड बेस्ड ऑवरली पॉलिसी लाए हैं। जब इसको लेकर कंफ्यूजन हुआ तो मैंने निर्देश दिए कि पीरियड बेस्ड ऑवरली पॉलिसी को रोक दिया जाए। मुझसे चर्चा करने के बाद और शिक्षा मंत्री के आने के बाद इसे अमलीजामा पहनाया जाएगा। इसलिए किया जा रहा है कि पीरियड बेस्ड में पैसे फिक्स नहीं हैं। इसके तहत पीरियड आधार पर पैसा फिक्स किया गया है।
जेओए आईटी पोस्ट कोड 817 मामले में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि रिजल्ट पर सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। उन्होंने किसी को भी मंत्रियों से मिलने की बात नहीं कही। मैंने कहा कि मामले की कैबिनेट में चर्चा होगी। इससे पहले कानूनी पहलुओं को जांचा जाएगा। जेओए आईटी पोस्ट कोड 817 के अभ्यर्थी उनसे मिले थे। अभ्यर्थियों ने पूछा कि रिजल्ट क्यों नहीं निकाला जा रहा है।
मैंने उन्हें कहा कि कैबिनेट में चर्चा करनी होगी और कानून पहलुओं को देखा जाएगा। अभ्यर्थियों ने कहा कि आप मुख्यमंत्री हो आप आदेश दे सकते हैं। मैंने उन्हें कहा कि मुख्यमंत्री होने का मतलब यह नहीं कि मंत्रियों को प्रभावित किया जाए। इस पर अभ्यर्थियों ने कहा कि हमें मंत्रियों से मिलना होगा। इस पर मैंने कहा कि आपका अधिकार है आप मिल सकते हैं।
शिमला। हिमाचल प्रदेश में जूनियर ऑफिस असिस्टेंट (आईटी) (JOA IT) पोस्ट कोड 817 की भर्ती प्रक्रिया लगभग 4 वर्ष से लटकी है। कोर्ट की क्लीयरेंस मिलने के बाद भी 817 के अभ्यर्थियों का फाइनल रिजल्ट नहीं निकल पाया है। इससे हताश होकर अभ्यर्थी वीरवार को शिमला सचिवालय के बाहर पहुंचे और सरकार के खिलाफ अपना रोष जाहिर करते हुए तुरंत रिजल्ट निकालने की सरकार से गुहार लगाई है।
जेओए आईटी (JOA IT) पोस्ट कोड 817 के अभ्यर्थी ने बताया कि कई बार मुख्यमंत्री, मंत्रियों से मिले हैं और रिजल्ट को निकालने की बार-बार मांग की गई है। हर बार केवल आश्वासन ही दिए जा रहे हैं, जिसके चलते अभ्यर्थियों को कई परेशानियों से जूझना पड़ रहा है।
अभ्यर्थी सौरव शर्मा ने कहा कि JOA IT पोस्ट कोड 817 का रिजल्ट को लटकाने का दोनों ही सरकारों में प्रयास हुआ है। बेरोजगारों के साथ सरकार मजाक कर रही है। बार-बार मुख्यमंत्री कई मंच से रिजल्ट निकालने की बात कह चुके हैं, लेकिन इतना समय भी जाने के बाद भी बेरोजगारों के हाथ खाली हैं। सरकार बेरोजगारों को समस्या को समझे और तुरंत फाइनल रिजल्ट घोषित करें।