शिमला। हिमाचल में भारी बारिश और बर्फबारी को लेकर येलो अलर्ट जारी हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की अपडेट के अनुसार चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला और लाहौल स्पीति जिला में एक मार्च को भारी बारिश और बर्फबारी की संभावना है। ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, सोलन व सिरमौर के कुछ क्षेत्रों में गरज के साथ बिजली गिरने और ओलावृष्टि को लेकर येलो अलर्ट जारी हुआ है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की अपडेट के अनुसार हिमाचल में 4 मार्च तक मौसम खराब रहने का अनुमान है। 27 फरवरी को मैदानी क्षेत्रों को छोड़कर अन्य जगह कुछ क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी की संभावना है। 28 फरवरी, एक और दो मार्च को पूरे हिमाचल में मौसम खराब रहने का अनुमान है। 28 फरवरी को निचले और मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में एक दो स्थानों पर गरज के साथ बिजली गिरने की संभावना है।हिमाचल में न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक है।
मध्य और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में खराब रहने का अनुमान
शिमला। हिमाचल में कल से मौसम बिगड़ सकता है। बारिश और बर्फबारी हो सकती है। पर मैदानी क्षेत्रों के लोग चिंता न करें। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की अपडेट के अनुसार मध्य पर्वतीय और उच्च क्षेत्रों में मौसम खराब होने की संभावना है।
ताजा अपडेट के अनुसार 19 से 21 फरवरी तक मध्य शिमला, मंडी, कुल्लू, चंबा सोलन व सिरमौर और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों लाहौल स्पीति, किन्नौर में मौसम खराब रहने की संभावना है। एक दो स्थानों पर बारिश और बर्फबारी का अनुमान है। 20 और 21 के लिए मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में गरज के साथ बिजली गिरने के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
मौसम विज्ञान केंद्र की अपडेट के अनुसार 22 से मौसम साफ रहने की संभावना है। हिमाचल में न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहे हैं। बता दें कि हिमाचल में धूप खिल रही है। गर्मी जैसा आलम हो गया है। ऐसा लग रहा है कि गर्मी का सीजन शुरू हो गया है।
यही नहीं नए राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने भी फरवरी में बढ़ते तापमान पर चिंता जताई है। शपथ लेने के बाद आज शिमला में उन्होंने कहा कि गोरखपुर व शिमला के मौसम में कोई ज्यादा फर्क नहीं है। ऐसा शिमला में बर्फ न पड़ने के कारण हुआ है।
चंबा में बर्फबारी के चलते बंद पड़े हैं कई सड़क मार्ग
चंबा। जिला चंबा के पांगी में भारी बर्फबारी से सड़कें ठप पड़ी हुई हैं। इसी बीच किलाड़ से एक गंभीर मरीज को आपातकाल की स्थिति में इलाज के लिए पांगी से एयरलिफ्ट कर कांगड़ा जिला के टांडा अस्पताल में भर्ती करवाया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपना दौरा रद्द कर हेलीकॉप्टर को मरीज को एयरलिफ्ट करने के लिए पांगी भेजा।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू को जैसे ही सूचना प्राप्त हुई कि चंबा जिला के पांगी स्थित किलाड़ में एक व्यक्ति के स्वास्थ्य की स्थिति बहुत गंभीर है और उसे तुरंत विशेषज्ञ उपचार की आवश्यकता है, लेकिन पांगी में भारी बर्फबारी के कारण उसे सड़क के रास्ते अस्पताल पहुंचाना संभव नहीं हो पा रहा है। आपात स्थिति में मरीज को हेलिकॉप्टर से ही टांडा अस्पताल में पहुंचाया जा सकता था।
मुख्यमंत्री ने उसी समय अन्य क्षेत्र के लिए प्रस्तावित अपना सरकारी प्रवास रद्द कर हेलीकॉप्टर किलाड़ भिजवाया और मरीज को एयरलिफ्ट कर डॉ. राजेंद्र प्रसाद चिकित्सा महाविद्यालय, टांडा में भर्ती करवाया गया। अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा मरीज को सही समय पर उपचार उपलब्ध करवाया गया।
चिकित्सकों के अनुसार अब उनकी हालत खतरे से बाहर है। मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा मरीज के एयरलिफ्ट होने से लेकर टांडा चिकित्सा महाविद्यालय में दाखिल होने तक चंबा व कांगड़ा जिला प्रशासन के निरंतर संपर्क में रहे।
मरीज के भाई प्रीतम लाल ने मानवीय संवेदनाओं के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अगर समय रहते उनके भाई को एयरलिफ्ट नहीं किया जाता, तो उनकी जान के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न हो सकता था। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अस्पताल प्रशासन को मरीज को हर संभव चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं।
शिमला। हिमाचल में बर्फबारी बंद 153 सड़कें अभी बहाल नहीं हो पाई हैं, साथ ही तीन नेशनल हाईवे भी बंद हैं। लाहौल स्पीति जिले में सबसे अधिक 139 रोड बंद हैं। लाहौल सब डिवीजन में 84, उदयपुर में 48 व स्पीति में 7 मार्ग अवरुद्ध हैं। नेशनल हाईवे 505 ग्राफू से लोसर और नेशनल हाईवे तीन दारचा समर सीजन 2023 तक ऑफिशियली क्लोज हैं।
चंबा जिला में सात सड़कें बंद हैं। पांगी सब डिवीजन में 4, सलूणी में 2 व भरमौर में एक मार्ग पर वाहनों के पहिए थमे हैं। कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लू में दो-दो सड़कें बंद पड़ी है। कांगड़ा जिला में धर्मशाला व कांगड़ा सब डिवीजन में एक-एक सड़क बंद है। पूह में दो, कुल्लू सब डिवीजन में दो व रोहतांग पास नेशनल हाईवे 03 व 305 अवरुद्ध पड़ा है। शिमला के डोडरा क्वार में एक मार्ग बंद है। बंद मार्गों को खोलने का काम जारी है।
हिमाचल में 23 ट्रांसफार्मर प्रभावित हैं। पांगी में 18, स्पीति में चोर और डोडरा क्वार में एक बिजली ट्रांसफार्मर बंद पड़ा है। 10 पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हैं। लाहौल स्पीति में 6, चंबा में चार पेयजल योजनाएं प्रभावित हैं।
हिमाचल में विंटर सीजन में 1 जनवरी से लेकर अब तक 769.28 लाख के करीब चपत लग चुकी है। दो पक्के और 16 कच्चे मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं। 9 पक्के और 11 कच्चे घरों को नुकसान पहुंचा है। 10 दुकानों/ फैक्ट्री को भी नुकसान पहुंचा है।
विंटर सीजन के दौरान 113 लोगों की जान गई है। सबसे अधिक सड़क हादसों में 71 लोगों ने दम तोड़ा है। शिमला में 14, सिरमौर में 11, मंडी में 10, ऊना में सात, सोलन में 6, चंबा व कांगड़ा में 5-5, बिलासपुर व कुल्लू में 4-4, हमीरपुर में 3 और किन्नौर जिला में दो की जान गई है। डूबने से 5 की मौत हुई है। आग लगने से 6 की मृत्यु हुई है। ऊना जिला के अंब क्षेत्र में प्रवासी परिवार के चार बच्चों की जलने से मौत हुई है। हमीरपुर व मंडी में 1-1 की जान गई है। हिमस्खलन से 2 की मृत्यु हुई है। पेड़/पहाड़ी से गिरने पर 24 लोगों की मौत हुई है।
काजा। जिला लाहौल-स्पीति प्रदेश का दुर्गम इलाका है। सड़क व्यवस्था उतनी मजबूत नहीं है और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का भी अभाव है। ऐसे में जब छालिंग गांव की निवासी पदमा देचिन की तबीयत बिगड़ी तो जान का संकट पैदा हो गया।
खबर जब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू तक पहुंची, तो बिना किसी देरी के मुख्यमंत्री ने प्रशासन को पदमा देचिन हेलीकॉप्टर के जरिए कुल्लू अस्पताल पहुंचाने के निर्देश दिए। इसके बाद प्रशासन ने बिना देरी के बीमार पदमा देचिन को कुल्लू पहुंचाया।
जानकारी के अनुसार पदमा देचिन जिला लाहौल-स्पीति के उदयपुर उपमंडल के गांव छालिंग की रहने वाली हैं। पदमा देचिन गंभीर रूप से बीमार थी और घाटी में उनका इलाज संभव नहीं था। बर्फबारी के चलते देचिन को सड़क मार्ग से कुल्लू लाना संभव नहीं था।
ऐसे में लाहौल-स्पीति के विधायक रवि ठाकुर ने खबर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू तक पहुंचाई। इसके बाद देचिन को हेलीकॉप्टर के जरिए कुल्लू स्थानांतरित कर दिया गया। जहां महिला का विशेषज्ञ डॉक्टरों की देखरेख में इलाज चल रहा है।
शिमला। हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर बारिश-बर्फबारी का दौर जारी है। पहाड़ों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। कुल्लू, शिमला, लाहौल-स्पीति, कांगड़ा, मंडी और किन्नौर की ऊंची चोटियों पर ताजा हिमपात हुआ है। कुछ-कुछ जगह पर बर्फबारी अभी भी जारी है। इससे लाहौल स्पीति, किन्नौर सहित अपर शिमला का जिला मुख्यालय और राजधानी से संपर्क कट गया है। जनजातीय जिला किन्नौर में भी भारी हिमपात हुआ है।
किन्नौर के छितकुल में अढ़ाई फीट ताजा बर्फबारी, कल्पा, पूह व सांगला में डेढ़-डेढ़ फीट, कुल्लू के रोहतांग टॉप और अटल टनल में 30 इंच, लाहौल-स्पीति के केलोंग व दारचा में 7-7 इंच, मंडी के शिकारीदेवी में एक फीट, शिमला के कुफरी में 6 इंच, नारकंडा व खड़ापत्थर में एक फीट तथा कांगड़ा के बड़ाभंगाल में भी 6 इंच ताजा हिमपात हुआ।
प्रदेश में आज भी मौसम खराब बना हुआ है। मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि ताजा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है। इससे आज भी बारिश और बर्फबारी हो सकती है और अगले 3 दिन भी मैदानी इलाकों को छोड़कर कुछेक स्थानों पर बारिश-बर्फबारी हो सकती है। बर्फबारी को देखते हुए मनाली स्थित हिम और हिमस्खलन अध्ययन संस्थान (सासे) ने कुल्लू और लाहौल में हिमखंड व हिमस्खलन का अलर्ट जारी किया है।
राज्य में बर्फबारी के बाद 4 नेशनल हाईवे सहित करीब 400 सड़कें और 350 बिजली के ट्रांसफार्मर ठप हो गए हैं। सड़कों के अवरुद्ध होने से लोगों की आवाजाही प्रभावित हो रही है। राजधानी शिमला से किन्नौर को जोड़ने वाला NH-5 कुफरी और नारकंडा में यातायात के लिए बंद हो गया है।
इसी तरह रोहड़ू को जोड़ने हाईवे भी खड़ापत्थर तथा चौपाल को शिमला से जोड़ने वाला हाईवे खिड़की के पास बंद है। शिमला पुलिस ने यात्रा टालने और संभलकर गाड़ी चलाने की सलाह दी है।
वहीं, ताजा हिमपात के बाद बागवानों ने राहत की सांस ली है। सेब की फसल के लिए बर्फबारी संजीवनी का काम करती है। पर्यटन कारोबारियों को भी ताजा बर्फबारी के बाद अच्छे कारोबार की आस बंध गई है।
शिमला। हिमाचल में 13 जनवरी के बाद 20 जनवरी को बारिश और बर्फबारी हुई है। हिमाचल में आज मौसम साफ हो गया है। हालांकि, 23 ओर 24 जनवरी को भारी बर्फबारी को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। 26 जनवरी तक प्रदेश के सात जिलों में भारी बर्फबारी की आशंका है। इनमें शिमला, कुल्लू, मंडी, चंबा, लाहौल -स्पीति और किन्नौर जिला शामिल हैं। ऐसे में मौसम विभाग ने जिलों को सतर्क रहने को कहा गया है। प्रदेश में आगामी दिनों में बर्फबारी होने से तापमान में कमी आएगी ओर निचले क्षेत्रों में शीतलहर चलने की भी संभावना है।
वहीं, बर्फबारी के चलते 352 सड़कों बंद हैं। 194 बिजली ट्रांसफार्मर और 19 पेयजल योजनाएं ठप हैं। लाहौल स्पीति में सबसे अधिक 177 सड़कें बंद हैं। लाहौल डिवीजन में 86, उदयपुर में 48 और स्पीति में 43 रोड अवरुद्ध हैं। शिमला जिला में 54 सड़कों पर वाहनों के पहिए थमे हैं। ठियोग सब डिवीजन में 15, रामपुर सब डिवीजन में 14, चौपाल में 8, कोटखाई में 5, डोडरा क्वार में 4, रोहड़ू और कुपवी में 3-3, शिमला ग्रामीण और कुमारसैन में एक-एक रोड बंद है।
कुल्लू जिला में 47 सड़कों पर आवाजाही ठप पड़ी है। बंजार सब डिवीजन में 22, मनाली में 12, कुल्लू में 8 और निरमंड में 5 सड़कें बंद हैं। किन्नौर और मंडी में 29-29 रोड क्लोज हैं। सराज सब डिवीजन में 21 और थलौट में 8 सड़कों पर वाहनों के पहिए थमे हैं। सब डिवीजन पूह में 28 और कल्पा में 1 रोड बंद है। चंबा जिला में 14 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही पर ब्रेक लगी है। सब डिवीजन तीसा में 6, सलूणी में 3, चंबा, डलहौजी में दो-दो और पांगी में एक सड़क बंद हैं। कांगड़ा जिला में सब डिवीजन धर्मशाला और कांगड़ा में एक-एक सड़क बंद हैं।
बर्फबारी के चलते हिमाचल में 194 बिजली ट्रांसफार्मर प्रभावित हुए हैं। चंबा जिला में 125, कुल्लू में 42, मंडी के सब डिवीजन बालीचौकी में 14, शिमला के रामपुर में 11, कांगड़ा जिला के पालमपुर और हमीरपुर के हमीरपुर सब डिवीजन में एक-एक ट्रांसफार्मर प्रभावित है। इसके अलावा हिमाचल में 19 पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हैं। कुल्लू के आनी सब डिवीजन में 16, लाहौल स्पीति और उदयपुर व चंबा के भरमौर में एक-एक पेयजल योजना बर्फबारी के चलते प्रभावित हुई है। सड़कों को खोलने और बिजली व पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त करने का कार्य जारी है।
हिमाचल के विभिन्न शहरों के न्यूनतम तापमान की बात करें तो शिमला का 2.3, सुंदरनगर का 3.0, भुंतर का 2.9, कल्पा का -3.6, धर्मशाला का 4.2, ऊना का 4.0, नाहन का 6.9, केलांग का -7.8, पालमपुर का 4.0, सोलन का 0.8, मनाली का 0.0, कांगड़ा का 6.5, मंडी का 5.1, बिलासपुर का 7.0, हमीरपुर का 4.9, चंबा का 5.3, डलहौजी का -0.5, जुब्बड़ हट्टी का 4.6, कुफरी का -1.7, कुकमसेरी का -7.3, नारकंडा का -2.8, कोटखाई का 2.6, रिकांग पिओ का 0.1, धौला कुआं का 4.9, पांवटा साहिब का 9.0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है।
चंबा, सिरमौर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी स्नोफॉल हुआ है
शिमला। हिमाचल में वीरवार को अधिकतर क्षेत्रों में मौसम साफ रहने के बाद शुक्रवार को मौसम ने फिर करवट बदल ली है। शिमला जिला में बर्फबारी का दौर जारी है। पहाड़ों की रानी शिमला में हल्की बर्फबारी हुई है। वहीं, ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर जारी है। बर्फबारी के चलते प्रमुख सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं और सड़कों पर फिसलन है। सड़कों का साफ करने का काम जारी है।
खिड़की के पास ठियोग-चौपाल मार्ग, खड़ापत्थर के पास ठियोग-रोहडू रोड अवरुद्ध है। नारकंडा के पास ठियोग-रामपुर रोड पर वाहनों की आवाजाही को रोका गया है। कुफरी-गालू-फागू के पास शिमला-ठियोग रोड पर फिसलन है।शिमला शहर में बादल छाए हुए हैं और शिमला शहर की सभी सड़कें खुली हैं।
शिमला पुलिस ने लोगों से आग्रह किया है कि जब तक सड़कें साफ नहीं हो जाती तब तक यात्रा न करें। किसी भी आपात स्थिति में कृपया 01772812344, 112 या निकटतम पुलिस स्टेशन पर संपर्क करें।
वहीं, हिमाचल में ऊंचाई वाले इलाकों में रात से हिमपात हो रहा है। सिरमौर जिला के पझौता क्षेत्र के गलोगघाटी, ठंडीधार भ्राच और बनालीधार में भी बर्फबारी हुई है। बर्फबारी के चलते इलाके में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। चंबा जिला के डलहौजी, सलूणी और तीसा के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी हुई है।
बर्फबारी के कारण मनाली लेह राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-003) , दारचा शिंकुला मार्ग, पांगी किलाड़ राजमार्ग (SH-26) सभी प्रकार के वाहनों के लिए बंद है। काजा सड़क (NH-505) भी ग्राफू से काजा बंद है। सुमदो से लोसर 4 बाई 4 वाहनों के लिए खुला है। लाहौल स्पीति पुलिस ने स्थानीय लोगों तथा पर्यटकों को हिदायत दी है कि बर्फबारी होने पर अनावश्यक यात्रा से बचें।
शिमला। मशहूर पर्यटन स्थल कुफरी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। आसपास की दर्जनों पंचायतों के सैकड़ों लोग यहां प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से पर्यटन कारोबार से जुड़े हैं। हाल ही में हुई बर्फबारी के बाद कुफरी में पर्यटकों की भीड़ लगी है। वहीं, आसपास के क्षेत्र से कारोबारी हर रोज फिसलन भरी सड़कों से जान जोखिम में डालकर अपनी रोजी-रोटी के लिए कुफरी पहुंच रहे हैं।
कुफरी के आसपास के सभी गांव व पंचायतों तक संपर्क सड़कों में बर्फ के जमने से खतरनाक फिसलन बनी हुई है। इन सड़कों से पीडब्ल्यूडी द्वारा अभी तक बर्फ नहीं हटाई गई है और जहां बर्फ हटी भी है, वहां भी पानी के जमने से फिसलन बनी हुई है। ऐसे क्षेत्रों में मिट्टी या रेत डालने का काम भी नहीं किया गया है। लोगों का कहना है कि अभी इस मौसम की हल्की बर्फबारी भी हुई है, जिसमें सड़कों के यह हाल हैं। आने वाले समय में तो भारी बर्फबारी की चेतावनी जारी हुई है, तब क्या होगा।
लोगों का कहना है कि कुफरी शिमला का एक मुख्य पर्यटक स्थल है। जहां आसपास की दर्जनों पंचायतों से लोग अपनी रोजी-रोटी के लिए हर रोज पहुंचते हैं। ऐसे में बर्फबारी के बाद सड़कों में प्रचलन बढ़ने के कारण यह लोग हर रोज अपनी जान जोखिम में डालते हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि लोक निर्माण विभाग द्वारा संपर्क सड़कों से बर्फ नहीं हटाई गई है, इसलिए यह बर्फ सड़कों में चिपक कर फिसलन बनी है। ठंडा क्षेत्र होने के कारण यहां सड़कों में हमेशा फिसलन रहती है। ऐसे में विभाग द्वारा मिट्टी या रेत डालने का कार्य किया जाता था, जो इस बार नहीं हुआ है।
शिमला। राजधानी शिमला में बर्फबारी के बाद अब धुंध का मौसम कहर ढा रहा है। पहाड़ों की रानी शिमला धुंध के आगोश में है। धुंध के कारण शिमला में आज दोपहर बाद विजिबिलिटी काफी कम हो गई। हालांकि सोमवार को शहर में धूप खिली, लेकिन दोपहर होते-होते राजधानी धुंध की आगोश में आ गई।
विजिबिलिटी कम होने के कारण वाहन चालकों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। शाम के समय कार्ट रोड व लक्कड़ बाजार की तरफ वाहन सड़कों पर रेंगते नजर आए। वहीं, बर्फबारी के बाद शहर के तापमान में भी गिरावट आ गई है। शिमला का न्यूनतम तापमान 0.8 रिकॉर्ड किया गया है। तापमान गिरने से शहर में ठंड काफी ज्यादा बढ़ गई है।
बता दें कि हिमाचल में 18 जनवरी से मौसम बिगड़ सकता है। मध्य पर्वतीय और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में 18, 19 और 20 जनवरी को कुछ स्थानों पर बारिश और बर्फबारी की संभावना है। ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, सोलन, सिरमौर औऱ मंडी जिलों में एक-दो स्थानों पर 17 जनवरी को घना कोहरा रहने का अनुमान है। हमीरपुर, ऊना, सिरमौर और बिलासपुर जिलों में एक-दो स्थानों पर 17 को शीत लहर की संभावना है।