सरकार के खिलाफ नारेबाजी, बैकलॉग भर्ती की मांग पर अड़े
शिमला। दृष्टिबाधित संघ तीन महीने से ज्यादा समय से नौकरी की मांग को लेकर धरने पर बैठा है। संघ के लोग आज यानी मंगलवार को अचानक सचिवालय पहुंचकर सड़क पर धरने पर बैठ गए। यहां चक्का जाम कर दिया और सरकार से बैकलॉग भर्ती के लिखित आदेश जारी करने की बात पर अड़े रहे। इसके चलते सचिवालय के दोनों ओर गाड़ियों की लाइनें लगी रहीं।
हिमाचल में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल : 30 BDO का तबादला, किसको कहां भेजा पढ़ें
प्रशासन को संजौली और बस स्टैंड के लिए आने वाली बसों व अन्य वाहनों को लक्कड़ बाजार होकर डायवर्ट करना पड़ा। दृष्टिबाधित संघ ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पुलिस ने इन्हें हटाने के लिए हल्का बल का प्रयोग भी किया। इसके बाद संघ के सदस्यों ने पुलिस पर उनके साथ बदसलूकी का आरोप लगाया। सदस्यों का कहना है कि जब तक सीएम उनसे आकर बात नहीं करते हैं, वे धरने पर बैठे रहेंगे।
हिमाचल : ये दो दिन ऑरेंज अलर्ट, 7 जिलों में भारी बर्फबारी की चेतावनी
उधर, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार दृष्टिबाधितों के बैकलॉग के मामले को देख रही। उन्होंने कहा कि सरकार इनके लिए नियमों में छूट देने पर विचार कर रही है। बता दें कि दृष्टिबाधित पिछले 97 दिन से शिमला में क्रमिक अनशन कर रहे हैं। ये सरकारी विभागों में बैकलॉग की भर्तियां कर सभी को एकमुश्त नौकरी की मांग कर रहे हैं।
हमीरपुर से वृंदावन के लिए HRTC बस सेवा शुरू, जानिए रूट और समय
हिमाचल प्रदेश विधानसभा सचिवालय में नौकरी का मौका : भरे जाएंगे ये 34 पद
हिमाचल के दुर्गम इलाकों में जोखिम के साथ खूबसूरत भी है सफर, यकीन नहीं तो देखें ये वीडियो
हिमाचल : एक IPS का तबादला 5 को तैनाती, मोहित चावला होंगे DIG साइबर क्राइम शिमला
हिमाचल में विकसित किए जा रहे 6 नए औद्योगिक क्षेत्र, 10 साल में प्रदेश को बनाएंगे सबसे समृद्ध
कांगड़ा : CRPF जवान रजत कटोच की चेन्नई में ड्यूटी के दौरान गई जान
हिमाचल के प्रोफसर सोमदत्त बट्टू पद्मश्री से नवाजे जाएंगे, सीएम सुक्खू ने दी बधाई
शास्त्री पद के लिए आर एंड पी रूल में बदलाव : विरोध में सड़कों पर उतरे बेरोजगार