शिमला। हिमाचल में एचआरटीसी चालक भर्ती को आगामी आदेशों तक स्थगित कर दिया है। चालक अंतिम पडाव पर आकर स्थगित की है। क्योंकि पहली मई को अंतिम ड्राइविंग टेस्ट निर्धारित था।
एचआरटीसी के कार्यकारी निर्देशक विवेक चौहान ने बताया कि 276 चालक पद भर्ती के लिए 14 फरवरी को आवेदन मांगें गए थी, जिसमें लगभग 15,000 अभ्यर्थियों के आवेदन प्राप्त हुए थे। करीब 13836 के आवेदन सही पाए गए।
प्रारंभिक ड्राइविंग टेस्ट मंडलीय स्तर में 17 अप्रैल से शुरू हो गए थे। प्रारंभिक ड्राइविंग टेस्ट में पास अभ्यर्थियों का अंतिम ड्राइविंग टेस्ट 1 मई 2023 से IDTR सरकाघाट में होना था, लेकिन प्रशासनिक कारणों से दोनों चालक भर्ती (प्रारंभिक व अंतिम) को आगामी आदेशों तक स्थगित किया जाता है।
शिमला। हिमाचल में एचआरटीसी (HRTC) के 31 डिपो और 10 सब डिपो हैं। इनमें कुल 3,142 बसें हैं। सरकार द्वारा डीजल बसों की इलेक्ट्रिक बसों में बदलने बारे विचार किया जा रहा है। यह जानकारी हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सुलह के विधायक विपिन परमार के सवाल के जवाब में डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने दी है।
सवाल के जवाब में बताया गया कि सरकार द्वारा 10 जनवरी 2022 को एक नई योजना हिमाचल प्रदेश इलेक्ट्रिक पॉलिसी 2022 जारी की गई है। यदि इस योजना में कोई कमी महसूस की जाती है तो सरकार द्वारा इसमें संशोधन या नई इलेक्ट्रिक पॉलिसी बनाने पर विचार किया जाएगा।
चार्जिंग प्वाइंट की रुपरेखा इस बात पर निर्भर करेगी कि कितनी बसों को एक समय में चार्जिंग प्वाइंट पर चार्ज करना है। एक चार्ज्ड इलेक्ट्रिक बस द्वारा तय किलोमीटर बस में उपलब्ध बैटरी की क्षमता पर निर्भर करती है। वर्तमान में बाजार में 150 Kwh से लेकर 250 Kwh तक की बैटरियों वाली बसें उपलब्ध है जोकि लगभग 150 किलोमीटर से लेकर 250 किलोमीटर तक चल सकती है।
शिमला । हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) में ड्राइवरों के 276 पदों पर भर्ती के लिए नए नियम तय हो गए हैं। आवेदनकर्ता की लंबाई जहां 160 सेंटीमीटर निर्धारित की गई है, वहीं ऐसे उम्मीदवार को एंट्री नहीं दी जाएगी, जिन्हें पहले किसी ऑफिस से निष्कासित किया गया हो। इसके अलावा कोर्ट का कोई भी मामला लंबित नहीं होना चाहिए। HRTC प्रबंधन की ओर से इस बार की भर्ती में इन नियमों को शामिल किया गया है।
आवेदन करने वाले उम्मीदवार को फिजिकल और मेंटल दोनों तरह के सर्टिफिकेट देने होंगे। भर्ती में पारदर्शिता लाने के लिए HRTC प्रबंधन की ओर से इस तरह के कदम उठाए गए हैं। हालांकि, यह सर्टिफिकेट सिर्फ उन्हीं उम्मीदवारों से लिए जाएंगे, जो सभी तरह के टेस्ट पास कर भर्ती हो चुके होंगे।
आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के लिए 300 रुपये फीस रहेगी। शिमला, मंडी, हमीरपुर, धर्मशाला के ऑफिस में फार्म जमा करवाए जा सकते हैं।
10वीं पास, HTV लाइसेंस, 3 साल का अनुभव जरूरी
HRTC में ड्राइवर बनने के लिए 10वीं पास होना जरूरी है। भारी वाहन यानि HTV का लाइसेंस होना जरूरी है। इसी तरह किसी भी बड़े वाहन को चलाते हुए 3 साल का अनुभव भी जरूरी है। MD संदीप कुमार ने बताया कि निगम में कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर 276 पदों पर पर ड्राइवरों की भर्तियां निकली है। इसकी जानकारी वेबसाइट पर भी उपलब्ध करवा दी गई है।
2 साल का कॉन्ट्रैक्ट, 15360 रुपए सैलरी
हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) में ड्राइवरों का 2 साल का कॉन्ट्रैक्ट होगा। इसके बाद इन्हें रेगुलर कर दिया जाएगा। 15360 रुपए मासिक सैलरी दी जाएगी। हिमाचल के किसी भी डिपो में नौकरी जॉइन करनी होगी।
7 मार्च तक कर सकते हैं आवेदन
इच्छुक अभ्यर्थी 7 मार्च तक आवेदन कर सकते हैं। जनजातीय क्षेत्रों के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 14 मार्च रखी है। नियुक्ति के बाद 15 हजार 360 रुपए वेतन मिलेगा। 276 पदों में 98 सामान्य वर्ग, 50 अनुसूचित जाति, 11 अनुसूचित जनजाति और 28 ओबीसी के अभ्यर्थियों के लिए आरक्षित हैं।
शिमला। हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) में 276 पदों पर चालकों की भर्ती होगी। यह भर्ती अनुबंध आधार पर अस्थाई होगी। इच्छुक अभ्यर्थी 7 मार्च तक आवेदन कर सकते हैं।
जनजातीय क्षेत्रों के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 14 मार्च रखी है। नियुक्ति के बाद 15 हजार 360 रुपए वेतन मिलेगा। 276 पदों में 98 सामान्य वर्ग, 50 अनुसूचित जाति, 11 अनुसूचित जनजाति और 28 ओबीसी के अभ्यर्थियों के लिए आरक्षित हैं।
योग्यता की बात करें तो 10वीं पास आवेदन कर सकते हैं। भारी वाहन का वैद्य लाइसेंस और भारी परिवहन वाहन चालक का तीन साल का अनुभव होना अनिवार्य है। आवेदक की आयु एक जनवरी 2021 को 18 से 45 साल होनी चाहिए। आरक्षित वर्ग को नियमानुसार छूट मिलेगी।
15 फरवरी तक वरिष्ठता सूची को अपडेट करने का दिया अल्टीमेटम
शिमला। एचआरटीसी चालकों की वरिष्ठता सूची 2017 से अपडेट नहीं हुईं है, जिससे चालक खासे गुस्से में हैं। एचआरटीसी ड्राइवर यूनियन ने एचआरटीसी ड्राइवरों की पदोन्नति में घपले का भी आरोप लगाया है। यूनियन का कहना है कि एचआरटीसी प्रबंधन ने पिछले 6 साल से ड्राइवर की वरिष्ठता सूची का नवीनीकरण नहीं किया है, जिससे हजारों ड्राइवरों के साथ धोखा हो रहा है। यूनियन ने एचआरटीसी प्रबंधन को 15 फरवरी तक वरिष्ठता सूची को अपडेट करने का समय दिया है। अगर तब तक यह सूची तैयार नहीं होती है, तो उसके बाद यूनियन गेट मीटिंग करेगी और हड़ताल पर जाएगी।
एचआरटीसी ड्राइवर यूनियन के अध्यक्ष मान सिंह ठाकुर ने शिमला में पत्रकार वार्ता कर बताया कि एचआरटीसी ड्राइवर वरिष्ठता के आधार पर प्रमोशन नहीं मिल रही है। चहेतों को सूची को दरकिनार कर प्रमोशन दी जा रही है। 2017 के बाद वरिष्ठता सूची को अपडेट नहीं किया गया है। यह ड्राइवरों की प्रमोशन में घपला है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यूनियन 15 फरवरी तक इंतजार करेगा। फिर भी अगर निगम प्रबंधन नहीं जागता है तो उसके बाद 23 फरवरी तक गेट मीटिंग की जाएगी। 23 के बाद ड्राइवर यूनियन हड़ताल कर चक्का जाम करेगा।
धर्मशाला। धर्मशाला से शिमला अब नाइट वोल्वो की सुविधा मिल गई है। बस सर्विस शुरू हो चुकी है। वोल्वो बस वाया दाड़ी, शीलाचौक, कांगड़ा, ज्वालाजी, नादौन, हमीरपुर, भोटा, घुमारवीं, घाघस और दाड़लाघाट चल रही है।
धर्मशाला से बस रात साढ़े 9 बजे शिमला के लिए रवाना होगी और सुबह करीब 5 बजे शिमला पहुंचेगी। कांगड़ा से रात सवा दस, ज्वालाजी से 11 बजकर 35 मिनट, नादौन से 11 बजकर 50, हमीरपुर से रात साढ़े 12, घुमारवीं से रात डेढ़ बजे, दाड़लाघाट से सवा तीन बजे शिमला के लिए रवाना होगी।
ऐसे ही शिमला से भी रात साढ़े 9 बजे धर्मशाला के लिए रवाना होगी। सुबह करीब 5 बजे धर्मशाला पहुंचेगी। हमीरपुर में रात दो बजे, कांगड़ा में सुबह करीब चार बजे पहुंचेगी। नादौन से करीब अढाई बजे, ज्वालाजी से करीब 2 बजे और रानीताल से करीब साढ़े तीन के आसपास रवाना होगी।
धर्मशाला से शिमला किराए की बात करें तो करीब 932 रुपए किराया लगेगा। शिमला से धर्मशाला करीब 923 रुपए किराया लगेगा। कांगड़ा से शिमला करीब 852 रुपए, ज्वालाजी से 719 रुपए किराया लगेगा।
सरकार प्रदेश में लागू करेगी इलेक्ट्रिक वाहन पॉलिसी
शिमला। हिल्स क्वीन शिमला में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए जल्द ही शहर में पांच चार्जिंग स्टेशन खोले जाएंगे। नगर निगम ने इसके लिए तीन कंपनियों के साथ करार कर लिया है। जल्द ही इन्हें खोलने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
नगर निगम आयुक्त आशीष कोहली ने बताया कि शिमला को प्रदूषण मुक्त बनाने व खर्चा कम करने के लिए शहर में पांच चार्जिंग स्टेशन खोले जाएंगे। इलेक्ट्रिक वाहनों के चार्जिंग स्टेशन खोलने को लेकर स्थान चयनित कर लिए हैं। सरकार ने भी इसके लिए निर्देश दिए हैं। राजस्थान की कंपनी शहर में दो स्टेशन खोलेगी। इसमें एक नगर निगम की टूटीकंडी पार्किंग जबकि दूसरा बालूगंज में खोला जाएगा।
इसी तरह ईएसएल कंपनी आईजीएमसी नाले के पास बनी नगर निगम पार्किंग और ढींगरा इस्टेट बालूगंज में चार्जिंग स्टेशन बनाएगी। वहीं, तीसरी कंपनी सनफ्यूल चौड़ा मैदान में चार्जिंग स्टेशन बनाएगी। सरकार ने भी इलेक्ट्रिक बसों के साथ ही अन्य चार्जिंग से चलने वाले वाहनों की संख्या बढ़ाने के लिए कवायद शुरू कर दी है।
भविष्य में इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती डिमांड और खरीद को देखते हुए शहर में पांच स्टेशन बनाने का फैसला लिया है। आशीष कोहली ने कहा कि जल्द ही शहर में चार्जिंग की सुविधा मिलने से शहरवासियों के साथ साथ सैलानियों को भी फायदा होगा। बता दें कि
सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहन पॉलिसी को लागू करने के लिए कदमताल शुरू की है। हाल ही में डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने अपने बयान में कहा था कि परिवहन विभाग के घाटे को कम करने के लिए यह पॉलिसी कारगर साबित होगी। एचआरटीसी भी इलेक्ट्रिक बसें खरीदने के साथ ही अन्य विभाग भी इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद करेंगे।