शिमला। हिमाचल में बारिश और बर्फबारी के बाद मौसम साफ हुआ है। अच्छी धूप खिल रही है, लेकिन सोमवार यानी 12 फरवरी को मौसम कुछ बिगड़ा है और बादल छाए हुए हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के मुताबिक 17 से 20 फरवरी तक हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावना है जबकि मध्यम और मैदानी इलाकों में इस दौरान बारिश होगी।
हालांकि सप्ताह भर से हिमाचल प्रदेश में मौसम साफ बना हुआ है और इस दौरान न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की अपडेट के अनुसार 17 फरवरी 2024 से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है। इसके प्रभाव के चलते 18 फरवरी को मौसम बिगड़ सकता है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के वैज्ञानिक संदीप कुमार शर्मा ने बताया कि 17 फरवरी से हिमाचल प्रदेश में पश्चिम विक्षोभ सक्रिय होने से मौसम में बदलाव आएगा जिसका ज्यादा असर 18 और 19 फरवरी को देखने को मिलेगा।
इस दौरान हिमाचल प्रदेश के शिमला, कुल्लू, चंबा, मंडी, लाहौल स्पीति और किन्नौर ज़िला के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होगी, जबकि निचले क्षेत्र में बारिश की संभावना है।
एक दो स्थानों पर बारिश और बर्फबारी की संभावना है। वहीं, अपडेट के अनुसार आज और कल यानी 13 फरवरी को ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मौसम खराब रहने की अनुमान है।
पिछले 24 घंटे में मौसम की बात करें तो मौसम शुष्क रहा है, लेकिन हिमाचल के अलग-अलग स्थानों पर शीतलहर और कोहरा देखने को मिला है।
हिमाचल में औसत न्यूनतम तापमान सामान्य हैं और अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहे। सोमवार को सुमधो का सबसे कम न्यूनतम तापमान -07.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है। रविवार को धौलाकुआं का सबसे अधिक उच्चतम तापमान 24.6 डिग्री दर्ज किया गया।
2243 बिजली ट्रांसफार्मर हुए प्रभावित, कई गांवों में ब्लैक आउट
शिमला। हिमाचल में दो दिन बारिश और बर्फबारी के बाद शुक्रवार को अधिकतर क्षेत्रों में धूप खिली है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने मध्यम ऊंचाई और निचले इलाकों में मौसम साफ रहने का अनुमान जताया है। मगर अधिक ऊंचे कुछेक स्थानों पर हल्का हिमपात हो सकता है।
कल यानी तीन और चार फरवरी को फिर से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिससे प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी की संभावना जताई गई है।
हिमाचल प्रदेश में दो दिन की बर्फबारी से 4 नेशनल हाईवे सहित 720 से ज्यादा सड़कें बंद हैं। साथ ही 2243 बिजली के ट्रांसफॉर्मर बंद हो गए हैं। इससे शिमला, चंबा, कुल्लू, लाहौल स्पीति और किन्नौर जिला के सैकड़ों गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है।
कई गांवों में ब्लैक आउट हो गया है। बर्फ जमने से पहाड़ों की सड़कें बेहद खतरनाक हो गई हैं। इसे देखते हुए पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों को ऐसी जोखिम भरी सड़कों पर सफर नहीं करने की सलाह दी गई है।
शिमला-रामपुर नेशनल हाईवे बंद होने से अप्पर शिमला का राजधानी से संपर्क कट गया है। राजधानी शिमला शहर में भी सड़कों में फिसलन काफी है, जिसकी वजह से यातायात प्रभावित है। गाड़ियां सड़कों में फिसल रही हैं। वहीं ठियोग-रोहड़ू नेशनल हाईवे और ठियोग-चौपाल हाईवे भी बंद पड़ा है। आज शाम तक ही तीनों सड़कों को बहाल होने के उम्मीद है।
वहीं, सैंज-लुहरी नेशनल हाईवे भी बंद हैं। रिकांग पिओ-कल्पा, मनाली-केलांग, समदो-काजा और चंबा-भरमौर नेशनल हाईवे भी बंद पड़े हैं। लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि सड़कों को खोलने का लगातार प्रयास किया जा रहा है और 250 के आसपास मशीनें बर्फ हटाने के लिए लगाई गई हैं।
बर्फबारी के कारण 376 रूट अकेले हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) के प्रभावित हुए हैं। इसी तरह लगभग 250 रूटों पर प्राइवेट बसें भी नहीं चल पाई। शिमला, कुल्लू, लाहौल स्पीति और चंबा में सैकड़ों छोटी बड़ी गाड़ियां भारी हिमपात की वजह से सड़क किनारे फंसी हुई हैं।
शिमला। हिमाचल में सूखी ठंड ने परेशान कर रखा है। कांगड़ा और ऊना शीतलहर की चपेट में है। अधिकतम तापमान में अव्वल रहने वाले ऊना का अधिकतम तापमान सोलन से भी कम है। प्रदेश में न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य हैं।
रविवार को कुकमसेरी का न्यूनतम तापमान सबसे कम -12.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शनिवार को सोलन का सबसे अधिक उच्चतम तापमान 18.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की अपडेट के अनुसार 25 जनवरी तक हिमाचल में मौसम साफ रहने की संभावना है। 26 जनवरी को मौसम करवट बदल सकता है। 26 और 27 जनवरी को मैदानी क्षेत्रों को छोड़कर मध्य और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में एक-दो स्थानों पर बारिश और बर्फबारी हो सकती है।
वहीं, 22 जनवरी को मंडी, बिलासपुर, ऊना, कांगड़ा (नूरपुर), सिरमौर (धौलाकुआं और पांवटा साहिब) और सोलन (बद्दी और नालागढ़) में सुबह के समय अलग-अलग हिस्सों में घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। सुबह के समय सावधानी से यात्रा करें।
शिमला। हिमाचल में सूखी ठंड का प्रकोप जारी है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की आज की अपडेट के अनुसार 9 जनवरी को हिमाचल में मौसम बिगड़ सकता है। एक-दो स्थानों पर बारिश और बर्फबारी की संभावना है।
शिमला। हिमाचल में 28 दिसंबर तक मौसम साफ रहने का अनुमान है। 29 दिसंबर को फिर मौसम करवट बदल सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की रविवार की अपडेट के अनुसार 28 दिसंबर तक पूरे हिमाचल में मौसम शुष्क रहने का अनुमान है।
29 और 30 दिसंबर को मध्य और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में एक दो स्थानों पर हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना है। हालांकि, मैदानी क्षेत्रों में मौसम साफ बना रह सकता है।
हिमाचल में पिछले 24 घंटे में एक दो स्थानों बारिश और बर्फबारी दर्ज की है। प्रदेश में न्यूनतम तापमान सामान्य रहे हैं। वहीं, औसत अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किए गए हैं।
रविवार को प्रदेश के अधिकतर क्षेत्रों में धूप खिलने से न्यूनतम और अधिकतम तापमान में सुधार हुआ है। शिमला, धर्मशाला, डलहौजी, कुल्लू और मनाली के तापमान में सुधार हुआ।
प्रदेश में एकमात्र समदो क्षेत्र का पारा ही माइनस 1.8 चल रहा है। आगामी पांच दिन तक मौसम साफ रहने से तापमान में और सुधार होगा। बिलासपुर और सटे हमीरपुर क्षेत्र में सुबह-सुबह धुंध पड़ रही है। शुष्क ठंड परेशान कर रही है।
इंदपुर के चेतन ठाकुर पॉलीहाउस लगा कर उगा रहे सब्जियां
ऋषि महाजन/नूरपुर। हिमाचल के अधिकतर किसान-बागवान आज भी परंपरागत खेती कर रहे हैं, जोकि सारा साल मौसम पर निर्भर रहते हैं, लेकिन मौसम की बदलती परिस्थितियों के बाद अब किसानों का रुझान आधुनिक तकनीक से खेती बाड़ी करने की ओर बढ़ा है। ऑफ सीजन सब्जियों की बाजार में बढ़ती मांग और अच्छे दाम मिलने पर अब ग्रीनहाउस और पॉलीहाउस जैसी तकनीक को अपनाकर किसान-बागवान बेमौसमी फल व सब्जियां उगाकर अच्छा उत्पादन व मुनाफा कमा रहे हैं।
हिमाचल सरकार द्वारा संरक्षित खेती को बढ़ावा देने के लिए एकीकृत बागवानी विकास मिशन चलाया जा रहा है, जिसके तहत किसानों-बागवानों को पॉलीहाउस लगाने के लिए 85 फीसदी अनुदान प्रदान किया जा रहा है ।
जिला कांगड़ा के इंदौरा ब्लॉक के इंदपुर से संबंध रखने वाले चेतन ठाकुर एक ऐसे ही बागवान हैं, जिन्होंने इस योजना से लाभ लेकर पॉलीहाउस लगाया, जिससे वह बेमौसमी सब्जियों का अच्छा उत्पादन कर आज लाखों रुपए की कमाई कर रहे हैं।
चेतन ठाकुर ने होटल मैनेजमेंट की डिग्री लेने के बाद बड़े-बड़े होटलों में चार साल तक काम किया, लेकिन वह अपने प्रदेश में ही अपना कारोबार शुरू करने के साथ अन्य लोगों के लिए भी रोजगार उपलब्ध करवाना चाहते थे। उनके पिता कृषि विभाग से सेवानिवृत्त हुए हैं, जिसके कारण शुरू से ही चेतन शर्मा की खेती बाड़ी में गहरी दिलचस्पी थी। अपने पिता से प्रेरणा लेकर उन्होंने खेती बाड़ी में में ही अपना रोजगार शुरू करने का मन बनाया।
कृषि तथा बागवानी विभाग से मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद चेतन ठाकुर ने एकीकृत बागवानी विकास मिशन से लाभ लेकर एक एकड़ जमीन पर पॉलीहाउस लगा कर सब्जियां उगाना शुरू कीं। उन्होंने क्षेत्र के अन्य किसानों को भी इस संरक्षित खेती बाड़ी से जुड़ने के लिए प्रेरित किया, जिसके चलते आज चेतन ठाकुर पांच अन्य किसान साथियों के साथ क्लस्टर बना कर चार एकड़ एरिया में पॉलीहाउस में संरक्षित खेती कर रहे हैं।
चेतन ठाकुर का कहना है कि बाकी किसान साथियों के साथ क्लस्टर बना कर काम करने से उन्हें सब्जियों को मंडियों तक पहुंचाने, बीज, खाद, उपकरण आदि सामान लाने तथा ले जाने में पैसों की बचत के अलावा खेती में अपना-अपना अनुभव साझा करने में भी मदद मिलती है।
विभाग से मिली सब्सिडी
चेतन ठाकुर को पॉलीहाउस लगाने में बागवानी विभाग द्वारा 85 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान की गई है। इसके अलावा सोलह हजार वर्ग मीटर क्षेत्र में स्वचलित सिंचाई सुविधा लगाने पर 80 प्रतिशत, पॉवर टिलर पर 50 प्रतिशत, ग्रेडिंग मशीन पर 2 लाख 50 हजार, वाटर स्टोरेज टैंक पर 50 प्रतिशत तथा अन्य कृषि उपकरणों पर अनुदान प्रदान किया गया है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा प्रदान की जा रही सब्सिडी तथा प्रशिक्षण के बिना संरक्षित खेती बाड़ी करना अत्यंत मुश्किल काम है। इसके साथ ही हर पांच साल बाद पॉलीहाउस की शीट बदलने में भी सरकार द्वारा 80 प्रतिशत अनुदान दिया गया।
चेतन ठाकुर पॉलीहाउस में फरवरी से सितंबर माह तक खीरा तथा अगस्त से जून के सीजन में लाल-पीली शिमला मिर्च का उत्पादन करते हैं। वह सीजन में दो एकड़ जमीन से सोलह सौ क्विंटल खीरा तथा 2 एकड़ जमीन से 500-500 क्विंटल लाल व पीली शिमला मिर्च का उत्पादन करते हैं। इसके अलावा सर्दियों के मौसम में पॉलीहाउस के बीच की खाली जगह पर ब्रोकली तथा लैट्यूस (सलाद पत्ती) का उत्पादन करते हैं।
आज चेतन ठाकुर तथा उनका प्रत्येक किसान साथी पॉलीहाउस में सब्जियां उगा कर सालाना कम से कम सात-सात लाख रुपये से अधिक का मुनाफा कमा रहे हैं, जो पारंपरिक खेती की तुलना में कई गुना ज्यादा है। वह स्वावलंबी बनने के साथ बारह और स्थानीय लोगों को रोजगार भी उपलब्ध करवा रहे हैं। चेतन ठाकुर अपने व्यवसाय के क्षेत्र को निकट भविष्य में व्यापक स्तर पर बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं।आज चेतन ठाकुर क्षेत्र के युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन गए हैं।
पॉलीहाउस के अंदर का मौसम जैसे तापमान, नमी और यहां तक कीटों की उपस्थिति आदि किसान के नियंत्रण में रहती है, जिससे कीटनाशकों और उर्वरकों का उपयोग कम होने के साथ इसकी देखभाल करना भी आसान हो जाता है। पॉलीहाउस में उगाए गए फल, सब्जियां और पौधे ताजा रहते हैं, जिससे मार्केट में अच्छे दाम मिलते हैं।
बागवानी विभाग के उपनिदेशक डॉ कमलशील नेगी का कहना है कि इस योजना के तहत राज्य सरकार किसानों को पॉलीहाउस लगाने के लिए 85 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान कर रही है। इसके अलावा सिंचाई सुविधा लगाने, पॉवर टिलर खरीदने, ग्रेडिंग मशीन की खरीद, वाटर स्टोरेज टैंक तथा अन्य कृषि उपकरणों पर 50 से 80 प्रतिशत तक सब्सिडी प्रदान कर रही है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सूक्खू ने बागवानी तथा कृषि विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में नई-नई योजनाओं की शुरुआत की है । मुख्यमंत्री की इन योजनाओं और दूरगामी सोच से किसानों-बागवानों विशेषकर युवाओं को स्वरोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त होने के साथ अच्छी आय भी प्राप्त होगी।
शिमला। हिमाचल प्रदेश में बुधवार को मौसम साफ रहा और अधिकतर स्थानों पर धूप खिली रही। हालांकि, न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है और ठंड भी बढ़ गई है।
प्रदेश में 10 दिसंबर तक मौसम साफ बना रहेगा। 11 दिसंबर से फिर बारिश और बर्फबारी के आसार हैं। इस दौरान प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना जताई गई है।
पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में यह बदलाव का पूर्वानुमान है। केलांग, कल्पा और समदो का न्यूनतम तापमान लगातार तीसरी रात माइनस में दर्ज हुआ।
मंगलवार रात केलांग में न्यूनतम तापमान माइनस 5.2, समदो में माइनस 2.7 और कल्पा में माइनस 0.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। न्यूनतम तापमान कम रहने से प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में सुबह और शाम के समय मौसम में ठंडक बढ़ गई है।
लाहौल-स्पीति, अटल टनल और सिस्सू और कोकसर में भारी हिमपात के बाद पर्यटक पहुंच रहे हैं। हालांकि, 4 बाय 4 टूरिस्ट वाहनों को ही अटल टनल आने दिया जा रहा है क्योंकि लेह मनाली हाईवे पर काफी ज्यादा फिसलन है।
बर्फबारी के बाद मनाली में पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है। क्रिसमस और न्यू ईयर पर मनाली में और सैलानी आने की उम्मीद है। इन दिनों मनाली में हर रोज लगभग 600 पर्यटक वाहन पहुंच रहे हैं।
शिमला। हिमाचल में सोमवार को मौसम ने अचानक करवट बदली है। सुबह से बादल छाए हुए हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की सोमवार की अपडेट के अनुसार प्रदेश में आज यानी सोमवार को मौसम खराब बना रहेगा। एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना है। साथ ही एक दो स्थानों पर गरज के साथ बिजली गिरने को लेकर येलो अलर्ट भी जारी किया गया है।
पिछले 24 घंटे में हिमाचल के एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश हुई है। बिलासपुर, काहू, बग्गी व कुफरी आदि में 2-2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। हिमाचल में औसत न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य हैं। सोमवार को सबसे कम न्यूनतम तापमान केलांग का -5.6 और रविवार को सबसे अधिक अधिकतम तापमान पांवटा साहिब का 26.0 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है।
शिमला। हिमाचल में मौसम ने करवट बदल ली है। सोमवार सुबह से ही बादल छाए हुए हैं। शिमला और कांगड़ा सहित प्रदेश के बाकी हिस्सों में मौसम ऐसा ही बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की अपडेट के अनुसार आज यानी सोमवार को पूरे हिमाचल में मौसम बिगड़ा रहने की संभावना है। एक दो स्थानों पर गर्ज न के साथ बिजली गिरने की संभावना जताई है।
28 नवंबर यानी कल मंगलवार सो मैदानी क्षेत्रों में मौसम साफ रहने की संभावना है। 3 दिसंबर तक मौसम साफ बना रह सकता है। वहीं, मध्य पर्वतीय और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में 1 दिसंबर तक एक दो स्थानों पर हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना है। 1 दिसंबर के बाद मध्य और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम साफ रहने का अनुमान है।
हिमाचल में औसत न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया गया है। वहीं अधिकतम तापमान सामान्य रहे हैं। सोमवार को कुकमसेरी का सबसे कम न्यूनतम तापमान 0.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। रविवार को पांवटा साहिब का सबसे अधिक अधिकतम तापमान 26.0 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।