Categories
Top News Himachal Latest KHAS KHABAR Shimla State News

हिमाचल में एफसीए और एफआरए केसों को लेकर बड़ा फैसला, सीएम ने दिए यह निर्देश

जिला स्तर पर समीक्षा बैठकों विधायक भी बुलाए जाएंगे

शिमला। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंगलवार को वार्षिक योजना 2024-25 के लिए विधायक प्राथमिकताओं पर आयोजित बैठक की अध्यक्षता की। दूसरे दिन के पहले सत्र में जिला कांगड़ा, किन्नौर और कुल्लू के विधायकों ने अपनी प्राथमिकताएं प्रस्तुत कीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार आमजन के कल्याण के लिए समर्पित भाव से कार्य कर रही है और समाज के सभी वर्गों के उत्थान के लिए अनेक योजनाएं आरंभ की गई हैं।

सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों का उद्देश्य समाज के उपेक्षित वर्ग को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाना है, ताकि वे सम्मानजनक जीवन-यापन कर सकें।

हिमाचल प्रदेश विधानसभा सचिवालय में नौकरी का मौका : भरे जाएंगे ये 34 पद

उन्होंने कहा कि लोगों के जीवन स्तर को उपर उठाने एवं स्थानीय विकास में इन बैठकों का विशेष महत्व है। वार्षिक योजना 2024-25 में प्रत्येक विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्र से संबंधित पांच प्राथमिकताएं प्रस्तावित कर सकते हैं। इनमें सड़कें एवं पुल, लघु सिंचाई योजनाएं, ग्रामीण पेयजल/मल निकासी की एक-एक योजना अथवा किसी एक मद में तीन अथवा दो प्राथमिकताएं प्रस्तावित की जा सकती हैं।

उन्होंने कहा कि रख-रखाव से संबंधित एक प्राथमिकता तथा परिवहन विभाग के अंतर्गत चार्जिंग स्टेशन सहित इलेक्ट्रिक-बस चलाने के लिए विधायक एक प्राथमिकता शामिल कर सकते हैं।

चंबा में 10वीं पास के लिए नौकरी का मौका, सिक्योरिटी गार्ड के पदों पर होगी भर्ती

ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि नाबार्ड से ग्रामीण अवसंरचना विकास निधि (आरआईडीएफ) के तहत केवल ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के निर्माण योग्य गतिविधियां ही पात्र हैं।

ऐसे में नगर निगमों के अंतर्गत आने वाले शहरी क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के निर्माण, वित्त पोषण के लिए एवं विषम क्षेत्रीय विकास की समस्या का समाधान करने के लिए सरकार द्वारा संबंधित विधायकों से प्राथमिकताएं मांगकर शहरी अवसंरचना विकास निधि (यूआईडीएफ) के तहत वित्त पोषण के लिए भेजी जाएंगी।

हमीरपुर से वृंदावन के लिए HRTC बस सेवा शुरू, जानिए रूट और समय

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि वन स्वीकृतियों के मामलों में तेजी आई है। जिला स्तर पर आयोजित होने वाली एफसीए तथा एफआरए केसों की समीक्षा बैठकों में संबंधित विधायक को भी बुलाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही राज्य सरकार ने विधायक निधि से भूमिगत केबल बिछाने तथा मुख्यमंत्री लोक भवन के निर्माण कार्य के लिए भी धन उपलब्ध करवाने का प्रावधान किया है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 31 मार्च, 2026 तक हिमाचल को हरित ऊर्जा राज्य के रूप में विकसित करने का लक्ष्य रखा है, ताकि आय के साधन बढ़ें और प्रदेश आत्मनिर्भर बने। उन्होंने कहा कि इसके दृष्टिगत परिवहन निगम की बसों को ई-बसों से चरणबद्ध तरीके से बदला जा रहा है तथा राज्यभर में ई-चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं।

कुल्लू : चंडीगढ़-मनाली एनएच पर पहाड़ी से गिरे पत्थर, लैंडस्लाइड से रास्ता बंद

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सीमित संसाधनों से आर्थिकी पर बोझ जरूर बढ़ा है, लेकिन वर्तमान सरकार के प्रयासों से राज्य की अर्थव्यवस्था में 20 प्रतिशत तक सुधार भी आया है। उन्होंने प्रदेश की विकास नीति, वित्तीय संसाधन जुटाने, मितव्ययता, बेहतर प्रशासन, स्वरोजगार व रोजगार सृजन इत्यादि महत्वपूर्ण विषयों पर विधायकों के सुझाव भी आमंत्रित किए। उन्होंने कहा कि हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आने वाले समय में और कड़े फैसले लिए जाएंगे।

जिला कांगड़ा

नूरपुर से विधायक रणबीर सिंह ने अपने विधानसभा क्षेत्र में सड़कों केे विस्तारीकरण का आग्रह किया। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र खुखलेड़ के निर्माण तथा सदवां उप- तहसील के नए भवन के निर्माण, भूमि-कटाव रोकने के लिए चक्की और जबर खड्ड में चैनलाइजेशन का आग्रह किया। उन्होंने नशा माफिया पर लगाम लगाने पर भी सुझाव दिए।

इंदौरा से विधायक मलेंद्र राजन ने अपने चुनाव क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज खोलने, बसंतपुर स्कूल को स्कूल ऑफ एक्सीलेंस बनाने तथा नए शिक्षण संस्थान खोलने की बजाय पुराने संस्थानों को सुदृढ़ करने का आग्रह किया। उन्होंने आईटीआई गंगथ में नए व्यावसायिक पाठ्यक्रम शुरू करने, बहुतकनीकी कॉलेज खोलने तथा भदरोहा में पुलिस चौकी खोलने की मांग की। उन्होंने नशा तथा खनन माफिया पर नकेल कसने के लिए जन भागीदारी सुनिश्चित करने पर भी बल दिया।

फतेहपुर से विधायक भवानी सिंह पठानिया ने निर्माणाधीन रे कॉलेज तथा संयुक्त कार्यालय भवन फतेहपुर के कार्य को जल्द पूरा करने का आग्रह किया। उन्होंने फतेहपुर में विद्युत बोर्ड का वृत्त कार्यालय खोलने तथा शाह नहर की मरम्मत

के लिए समुचित धनरशि उपलब्ध करवाने का आग्रह भी किया।
देहरा से विधायक होशियार सिंह ने क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा बेहतर वन प्रबंधन से आर्थिक संसाधन बढ़ाने का सुझाव दिया। उन्होंने इमारती लकड़ी पर आधारित उद्योग स्थापित करने तथा प्रदेश के मंदिरों में वीआईपी दर्शन पर्ची के माध्यम से राजस्व बढ़ाने का आग्रह किया। उन्होंने लगभग 7000 पौंग बांध विस्थापितों के मुद्दे को केंद्र सरकार से उठाने का आग्रह भी किया।

जसवां प्रागपुर से विधायक बिक्रम सिंह ने अपने चुनाव क्षेत्र में निर्माणाधीन पॉलीक्लीनिक का कार्य पूरा करने के लिए समुचित धन उपलब्ध करवाने की मांग की। साथ ही राजकीय बहुतकनीकी कॉलेज जंडौर को शुरू करने तथा चुनौर औद्योगिक क्षेत्र को सुदृढ़ करने का आग्रह भी किया।

ज्वालामुखी सेे विधायक संजय रतन ने मां ज्वालामुखी मंदिर का मास्टर प्लान बनाकर श्रद्धालुओं के लिए और अधिक सुविधाएं उपलब्ध करवाने का आग्रह किया। उन्होंने मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना के तहत एकीकृत केंद्र तथा राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार भी व्यक्त किया।

शाहपुर से विधायक केवल सिंह पठानिया ने शाहपुर मल निकासी योजना तथा खंड विकास अधिकारी कार्यालय खोलने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने क्षेत्र में लो-वोल्टेज की समस्या दूर करने तथा चंबी ग्राउंड के सुधार की मांग रखी। उन्होंने रसोई गैस सिलेंडर की आपूर्ति के लिए समुचित कैलेंडर बनाने का भी आग्रह किया।

जिला कुल्लू

मनाली से विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने मनाली बाई-पास सड़क के कार्य में तेजी लाने आग्रह किया। उन्होंने राज्य सरकार से रोहतांग क्षेत्र में व्यवसायिक गतिविधियां शुरू करने, नए रोपवे लगाने तथा पर्यटन ग्राम विकसित करने का आग्रह किया। उन्होंने क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाएं और बेहतर बनाने का भी आग्रह किया।

बंजार से विधायक सुरेंद्र शौरी ने एनएच-305 के सुदृढ़ीकरण की मांग की, ताकि पर्यटकों को तीर्थन घाटी तक आवागमन की बेहतर सुविधा उपलब्ध हो सके। उन्होंने पेयजल तथा बिजली आपूर्ति व्यवस्था को और बेहतर बनाने का भी आग्रह किया। इसके अतिरिक्त निर्माणाधीन दलासनी पुल तथा बंजार बाईपास का कार्य जल्द पूरा करने का आग्रह किया।

आनी से विधायक लोकेंद्र कुमार ने सैंज-आनी सड़क के सुधारीकरण तथा श्रीखंड यात्रा को प्रोत्साहित करने का आग्रह किया। साथ ही नशे पर नकेल कसने के लिए पुलिस व्यवस्था को बेहतर बनाने, आनी में पुलिस का ट्रैफिक विंग तथा सीए स्टोर खोलने की तथा जलोड़ी पास से सरयोलसर झील तक ई-व्हीकल चलाने का भी आग्रह किया।मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।

धर्मशाला : जेबीटी के इन पदों के लिए 8 और 9 फरवरी को होगी काउंसलिंग

नगरोटा बगवां : सिक्योरिटी गार्ड के लिए 58 व होटल प्रबंधन में 86 अभ्यर्थी सिलेक्ट 

शास्त्री पद के लिए आर एंड पी रूल में बदलाव : विरोध में सड़कों पर उतरे बेरोजगार

हिमाचल में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल : 30 BDO का तबादला, किसको कहां भेजा पढ़ें

नगरोटा बगवां : रोजगार मेले के पहले दिन 102 अभ्यर्थी हुए शॉर्टलिस्ट

हिमाचल में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल : 42 एचएएस अधिकारियों का तबादला

HPBOSE : 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं की डेटशीट जारी, यहां पढ़ें

हिमाचल और देश दुनिया से जुड़ी हर बड़ी अपडेट के लिए जुड़ें हमारे फेसबुक पेज से यहां करें क्लिक- https://www.facebook.com/ewn24
Categories
Top News Himachal Latest KHAS KHABAR Kangra State News

धर्मशाला में बोले डीडीएम नाबार्ड : ग्रामीण विकास को बढ़ाने में एनजीओ की भूमिका महत्वपूर्ण

गैर सरकारी संगठनों के लिए कार्यशाला आयोजित

 

धर्मशाला। कांगड़ा जिला के धर्मशाला में शुक्रवार को नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक (डीडीएम) हिमांशु साहू द्वारा एक अत्यधिक जानकारीपूर्ण कार्यशाला आयोजित की गई। यह कार्यशाला द पुलिस कैफे, धर्मशाला में आयोजित हुई। कार्यशाला में कांगड़ा जिले के विभिन्न गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया, जिससे विचारों और अनुभवों के ज्ञानवर्धक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिला।

कार्यशाला सभी प्रतिभागियों के परिचय के के साथ शुरू हुई, जिसमें ज्वालाजी से सवेरा (SWERA), धर्मशाला से CORD, पालमपुर से NOYRD, धर्मशाला से स्वाभिमान फाउंडेशन, नगरोटा बगवां से आसरा फाउंडेशन, इंदौरा से गृहिणी स्वयम स्वरोजगार संघ और अन्य शामिल गैर सरकारी संगठनों ने अपना परिचय दिया।

हिमाचल : विभिन्न पोस्ट कोड के रिजल्ट को लेकर मुख्यमंत्री सुक्खू ने कही यह बात- पढ़ें खबर

डीडीएम नाबार्ड ने अपने संबोधन में बैठक के एजेंडे पर प्रकाश डाला और ग्रामीण विकास को बढ़ाने में एनजीओ की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) और संयुक्त देयता समूह (जेएलजी) परियोजनाओं की सफलता जैसे उल्लेखनीय उदाहरण, नाबार्ड, बैंकों और समर्पित गैर सरकारी संगठनों के बीच सहजीवी संबंध को रेखांकित करते हैं।

डीडीएम नाबार्ड ने नाबार्ड द्वारा जिले में चालू कार्यक्रमों, जैसे माइक्रो एंटरप्राइज डेवलपमेंट प्रोग्राम (एमईडीपी), आजीविका और एंटरप्राइज डेवलपमेंट प्रोग्राम (एलईडीपी) और जेएलजी के गठन पर भी प्रकाश डाला। उपस्थित एजेंसियों को हजारों से लेकर करोड़ों रुपये तक की अनुदान सहायता के साथ ग्रामीण विकास में अंतराल की पहचान करने और समाधान प्रस्तावित करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।

हिमाचल भाजपा ने मोर्चा प्रभारियों की सूची की जारी-इन्हें सौंपा दायित्व

 

चर्चा के दौरान गुणवत्तापूर्ण प्रस्तावों और सूक्ष्म दस्तावेजीकरण का महत्व एक केंद्र बिंदु के रूप में उभरा। डीडीएम नाबार्ड ने गैर सरकारी संगठनों से पारदर्शी और जवाबदेह परियोजना निष्पादन सुनिश्चित करते हुए निर्धारित प्रारूपों का पालन करने का आग्रह किया। अपने ग्राहक को जानें (केवाईसी) प्रक्रियाओं और लाभार्थियों के सावधानीपूर्वक चयन जैसे प्रमुख पहलुओं को सफल परियोजना कार्यान्वयन के अभिन्न घटकों के रूप में रेखांकित किया गया था।

कांगड़ा जिले में विभिन्न स्थानों का प्रतिनिधित्व करने वाले गैर सरकारी संगठनों ने ग्रामीण विकास को प्रबहवित करने वाली कमियों के समाधान सुझाने में सक्रिय रूप से भाग लिया। उन्होंने नाबार्ड द्वारा समर्थित परियोजनाओं को लागू करने, समुदाय की जरूरतों के अनुरूप संभावित नई परियोजनाओं के लिए सहयोगात्मक भावना को बढ़ावा देने में अपने मूल्यवान अनुभव साझा किए।

भटोली फकोरियां पौंग डैम में विदेशी पक्षी शिकार मामला, मौके पर पहुंचे अधिकारी

जिला कांगड़ा के विभिन्न गैर सरकारी संगठनों से करीब 35 प्रतिभागियों की उल्लेखनीय उपस्थिति के साथ, कार्यशाला आशावाद की भावना और सतत ग्रामीण विकास के प्रति साझा प्रतिबद्धता के साथ संपन्न हुई। डीडीएम नाबार्ड ने सभी भाग लेने वाले गैर सरकारी संगठनों को उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए आभार व्यक्त किया और एक उज्जवल ग्रामीण भविष्य के लिए निरंतर सहयोग की आशा की।

नगरोटा सूरियां से लंज सड़क : संजय गुलेरिया के वीडियो पर विक्रमादित्य सिंह का जवाब-10 करोड़ मंजूर

अंत में सभी गैर सरकारी संगठनों के प्रतिभागियों ने डीडीएम नाबार्ड का इस अभूतपूर्व कार्यशाला के लिए धन्यवाद किया और कहा कि ऐसी कार्यशालाएं समय-समय पर आयोजित होती रहनी चाहिए, क्योंकि यह ज्ञान वर्धक होने के साथ-साथ आपसी सहयोग को बढ़ाने में भी प्रभावी साबित होती हैं।

 

हिमाचल में बेरोजगार युवक दें ध्यान, 70 बस रूटों के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू

कांगड़ा: 21 क्विंटल मक्खन से हुआ मां बज्रेश्वरी की पावन पिंडी का श्रृंगार, घृत मंडल शुरू

हिमाचल : मिड डे मील वर्कर को बड़ी राहत, सरकार ने लिया यह फैसला

Himachal में ATS सुविधा होगी शुरू, फिटनेस में दो बार फेल तो कबाड़ में जाएगी गाड़ी

हिमाचल जेल वार्डर भर्ती : शिमला, मंडी और धर्मशाला में फिटनेस टेस्ट, 17 जनवरी से शुरू

हिमाचल  : एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट को लेकर बड़ा फैसला
Categories
Top News Himachal Latest KHAS KHABAR Kangra State News

लंज में स्वयं सहायता समूहों की महिला लीडरों को ट्रेनिंग कैंप में बांटी जानकारी

नाबार्ड जिला विकास प्रबंधक हिमांशु साहू द्वारा किया आयोजित

 

लंज। विभिन्न स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की महिला लीडरों को सशक्त बनाने के लिए 18 जनवरी 2024 को एक प्रशिक्षण कार्यक्रम लंज कांगड़ा में आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम नाबार्ड के कांगड़ा जिले के जिला विकास प्रबंधक हिमांशु साहू द्वारा आयोजित किया गया था। कोर्डिनेटर सवेरा संस्था सुभाष चौहान  द्वारा सुनिश्चित किया गया था। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में लगभग 30 महिला लीडरों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।

इस प्रशिक्षण सत्र का उद्देश्य एसएचजी सदस्यों को सुगमता, उद्यमिता, और सरकारी योजनाओं में नवीनतम विकासों से समर्थित करना था। हिमाचल प्रदेश ग्रामीण बैंक के उप प्रबंधक अनिल कुमार ने एसएचजी के लिए बचत और क्रेडिट लिंकेज के बारे में मूल्यवान जानकारी प्रदान की।

घाटे में चल रही HRTC ने डेड माइलेज कम कर बचाए पैसे, कैसे- पढ़ें खबर 

कार्यक्रम डीडीएम नाबार्ड की पूर्व प्रस्तावना से शुरू हुआ, जिसमें बताया गया कि नाबार्ड द्वारा यह कार्यक्रम क्यों आयोजित किया जा रहा है और इसका क्या महत्व है।  उपस्थित लोगों को एसएचजी आंदोलन, इसकी उत्पत्ति, नाबार्ड के एसएचजी-बीएलपी कार्यक्रम और एसएचजी ग्रामीण अर्थव्यवस्था के चालक बनने की भूमिका पर जोर दिया गया

बैंक सखियों और समूह सखियों से अनुरोध किया गया कि वे एसएचजी की सभी बुक्स / रजिस्टर को अपडेट करें और बैंक पासबुक में साप्ताहिक / मासिक लेन-देन को अपडेट करें। किसी भी देरी के मामले में, वे एनआरएलएम के बीएमएम्स और डीएमएम्स की मदद ले सकती हैं।

HPBose ने SOS परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन प्रवेश पत्र भरने की तिथि बढ़ाई

प्रशिक्षण सत्र की मुख्य बातें

  • पंचसूत्र प्रिंसिपल: एसएचजी सदस्यों को सूचित किया गया कि पंचसूत्र प्रिंसिपल का पालन करना क्यों महत्वपूर्ण है, इसमें सही रिकॉर्ड-कीपिंग, खाता रखरखाव, और नियमों का पालन शामिल है।
  • नाबार्ड योजनाएं: विभिन्न नाबार्ड योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई, जैसे कि एआईएफ, एफपीओ, ओएफपीओ, रूरल मार्ट, हाट, एमईडीपी, एलईडीपी, एसडीपी, एसीएबीसी आदि। डीडीएम नाबार्ड ने समझाया कि नाबार्ड भारत भर में विभिन्न प्रदर्शनियों और मेलों में अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए एसएचजी सदस्यों को वित्तीय सहायता प्रदान करता है। सहायता में निःशुल्क स्टॉल, यात्रा मेला प्रतिपूर्ति, दैनिक भत्ता और होटल शुल्क शामिल हैं।
  • आजीविका के अवसर: एसएचजी सदस्यों को विभिन्न आजीविका के अवसरों से परिचित किया गया, जैसे कि डेयरी फार्मिंग, पोल्ट्री, मधुमक्खी पालन, मशरूम उत्पादन, हस्तशिल्प, बागवानी, और इन उत्पादों के लिए विपणी के रास्ते।
  • रिकॉर्ड रखना: सही रिकॉर्ड बनाए रखने, पंजीकरण में लंबितता, और मासिक लेखायों में देरी जैसी मुद्दों पर जोर दिया गया।
  • सफल महिला उद्यमियों की कहानियां : सत्र में सफल महिला उद्यमियों की कहानियों का विवेचन किया गया, जैसे कि लिज्जत पापड़ और अमूल।
  • सरकारी कार्यक्रमों के बारे में जागरूकता: एसएचजी को राज्य सरकार / केंद्र सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में संवेदनशील किया गया, जैसे कि स्कूल ड्रेसेस सिलाई, राशन वितरण, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ समन्वय, आरएसईटीआई द्वारा बैंक सखी प्रशिक्षण आदि।
  • बैंक सखियों और समूह सखियों से अनुरोध किया गया कि वे एसएचजी की सभी बुक्स / रजिस्टर को अपडेट करें और बैंक पासबुक में साप्ताहिक / मासिक लेन-देन को अपडेट करें। किसी भी देरी के मामले में, वे एनआरएलएम के बीएमएम्स और डीएमएम्स की मदद ले सकती हैं ।

इसी के साथ सवेरा संस्थान द्वारा गठित किए गए स्वयं सहायता समूहों के अवलोकन हेतु पीएमआईसी की बैठक भी की गई व नाबार्ड के सहयोग से 15 दिवसीय जूट से विभिन्न प्रकार की वस्तुएँ बनाने का स्वयं सहायता समूहों की 30 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया था। उन्हें सर्टिफिकेट भी दिए गए।
इस घड़ी का समापन सभी उपस्थित लोगों के बीच उत्साह और प्रेरणा के साथ हुआ, जिन्हें ज्ञान और उपकरणों से समृद्ध करने का समर्थन मिला।

हिमाचल बिजली बोर्ड कर्मियों को पुरानी पेंशन, MD को हटाने की मांग पर बड़ी अपडेट 

हिमाचल : रोड शो पर निकले थे महिंद्रा शोरूम में काम करने वाले 5 युवक, गवां बैठे जान

हिमाचल : एकल नारी व विधवाओं को आर्थिक सहायता, वार्षिक आय 3 लाख हो सकती तय 

हिमाचल में बेरोजगार युवक दें ध्यान, 70 बस रूटों के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू

कांगड़ा: 21 क्विंटल मक्खन से हुआ मां बज्रेश्वरी की पावन पिंडी का श्रृंगार, घृत मंडल शुरू

हिमाचल : मिड डे मील वर्कर को बड़ी राहत, सरकार ने लिया यह फैसला

Himachal में ATS सुविधा होगी शुरू, फिटनेस में दो बार फेल तो कबाड़ में जाएगी गाड़ी

हिमाचल जेल वार्डर भर्ती : शिमला, मंडी और धर्मशाला में फिटनेस टेस्ट, 17 जनवरी से शुरू

हिमाचल  : एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट को लेकर बड़ा फैसला
Categories
Himachal Latest Kangra

ज्वालाजी : पीएमआईसी की बैठक में नाबार्ड की योजनाओं पर जगाई अलख

डीडीएम हिमांशु साहू ने दी जानकारी
ज्वालाजी। सोशल वर्क एंड एनवायरनमेंट इन रूरल एरिया (सवेरा) संस्थान रैन्खा ज्वालाजी द्वारा गठित स्वयं सहायता समूहों के अवलोकन के लिए पीएमआईसी की बैठक ज्वालाजी में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड धर्मशाला हिमांशु साहू ने की।
कांगड़ा : समेला के पास हुआ कुछ ऐसा, लग गया लंबा जाम-मौके पर पुलिस
इस अवसर पर विभिन्न बैंकों के अधिकारी भी उपस्थित रहे। संस्थान के निदेशक सुभाष चौहान ने उपस्थित अधिकारियों का इस बैठक में आने पर स्वागत व धन्यवाद किया। साथ ही संस्थान द्वारा अब तक किए गए कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड धर्मशाला हिमांशु साहू ने बताया कि सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2023 के तहत ‘निवारक सतर्कता के लिए’ तीन महीने का अभियान 16 अगस्त 2023 से 15 नवंबर 2023 तक केंद्रीय सतर्कता आयोग द्वारा चलाया जा रहा है। इस अवसर पर डीडीएम नाबार्ड हिमांशु साहू ने  PIDPI 2004 के बारे में विस्तार से चर्चा की व नाबार्ड द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी दी।
बैठक में कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक अधवाणी के शाखा प्रबंधक रविंद्र राणा, कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक ज्वालाजी के उप प्रबंधक देवेंद्र कुमार, केनरा बैंक ज्वालाजी के शाखा प्रबंधक अंकेश कुमार व उप प्रबंधक रक्षपाल सिंह ने भी बैंकों की योजनाओं संबंधित जानकारी सांझी की व स्वयं सहायता समूहों व संयुक्त देयता समूहों को सहयोग देने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर समूहों के सदस्य भी उपस्थित रहे है।

शिमला : नवरात्र पर भी फीका रहा पर्यटन कारोबार, 30 फीसदी से कम रही ऑक्यूपेंसी 

 

हिमाचल वन मित्र योजना : किस आधार पर होगा चयन, किसके कितने मिलेंगे अंक-जानें

हमीरपुर : सिक्योरिटी गार्ड और सुपरवाइजर के पदों पर भर्ती, इंटरव्यू 25 से

हिमाचल से मुंह मोड़ रहे पर्यटक, कश्मीर आदि राज्यों का कर रहे रुख 

कुल्लू दशहरा-2023 : पार्किंग के लिए 17 स्थान चिन्हित, 7 Paid Parking 
चिंतपूर्णी से श्री खाटू श्याम जी HRTC बस सेवा शुरू, जानें टाइमिंग और रूट

हिमाचल : चार दिन मौसम साफ रहने के बाद फिर बिगड़ने की संभावना

हमीरपुर : बुनकर, मशीन ऑपरेटर सहित इन 150 पदों पर होगी भर्ती
हमीरपुर : अब आसानी से होंगे बाबा बालक नाथ जी के दर्शन

ITI पास युवाओं को मौका : बद्दी की कंपनी दे रही रोजगार, मंडी में होंगे साक्षात्कार
देहरा : यहां भरे जाएंगे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के दो तथा सहायिका के 10 पद

बिना परमिट हिमाचल के बाहर ले जा सकेंगे ये लकड़ी, रोक हटी 
हिमाचल के सभी डीसी को निर्देश, अनाथ बच्चों को 7 नवंबर से पहले जारी करें प्रमाणपत्र 
Categories
Top News Himachal Latest Kangra State News

लंज की महिलाओं ने दो दिन में कमाए साढ़े चार हजार रुपए

नाबार्ड द्वारा दिए गए प्रशिक्षण में बनाई थी जूट की वस्तुएं

लंज। सवेरा संस्थान रैंखा ज्वाला जी द्वारा नाबार्ड हिमाचल के सहयोग से कांगड़ा विकास खंड के लंज में स्वयं सहायता समूहों की 30 महिलाओं को जूट से वस्तुएं बनाने का प्रशिक्षण 28 फरवरी से 14 मार्च, 2023 तक दिया गया। इसमें महिलाओं ने जूट से विभिन्न प्रकार की वस्तुएं बनानी सिखी।

Breaking : हिमाचल के स्कूलों में छुट्टियों का शेड्यूल जारी-पढ़ें खबर

महिलाओं ने लंज में मेले के दौरान तीन व चार अप्रैल को लगभग 200 आइटम जैसे जूट के छोटे व बड़े बैग, हैंगिंग वॉल, टेबल क्लॉथ इत्यादि की बिक्री के लिए छोटी दुकान सजा दी। खुशी स्वयं सहायता समूह की सदस्य रन्जना मेहरा ने बताया कि यह अनुभव उनके लिए बहुत ही अच्छा रहा।

बजट सत्र : OBC छात्रों को मुफ्त वर्दी को लेकर क्या बोली सरकार-पढ़ें खबर

मेले के दौरान दोनों दिन बारिश के बावजूद महिलाओं की लगभग 76 आइटम बिक्री हो गई जिससे उनको 4,560 रुपए का शुद्ध लाभ हुआ। रंजना ने बताया कि बैसाखी को समीप के गांव में तीन दिन का मेला लगता है। वहां पर भी हम अपनी दुकान सजाएंगे। उनके साथ रजनी मेहरा व रज्जू देवी ने बहुत सहयोग दिया। सवेरा संस्थान के निदेशक सुभाष चौहान ने महिलाओं की प्रशंसा करते हुए बताया कि संस्थान की ओर से भी बिक्री व्यवस्था के लिए पूरा सहयोग दिया जाएगा।

आज की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज़, लाइव न्यूज अपडेट पढ़ें https://ewn24.in/ पर,  ताजा अपडेट के लिए हमारा Facebook Page Like करें 

https://youtu.be/3VHWyUJVLL0

Categories
Top News Himachal Latest Kangra State News

लंज में महिलाओं ने बनाना सीखे जूट के बैग, फुट मैट व टेबल क्लॉथ

नाबार्ड का 15 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर संपन्न

लंज। जिला कांगड़ा के पंचायत लंज में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के सहयोग से सवेरा संस्थान रैंखा द्वारा 15 दिवसीय (28 फरवरी से 14 मार्च 2023 तक) स्वयं सहायता समूहों व संयुक्त देयता समूहों की 30 महिलाओं के लिए आयोजित प्रशिक्षण शिविर आज संपन्न हो गया है। शिविर का समापन जिला विकास प्रबन्धक नाबार्ड धर्मशाला अरूण खन्ना द्वारा किया गया।

इस प्रशिक्षण शिविर के अंतर्गत महिलाओं ने जूट के विभिन्न किस्म व साइज के छोटे-बड़े बैग, फुट मेट, हैंगिंग वॉल, ऑफिस बैग, फैन्सी बैग, टेबल क्लॉथ व शॉपिंग बैग इत्यादि बहुत ही सुन्दर उत्पाद बनाएं हैं। इस कार्य की डीडीएम नाबार्ड ने सवेरा संस्थान, इस प्रशिक्षण के प्रशिक्षक व प्रतिभागी महिलाओं की प्रशंसा की।

कांगड़ा में शुरू हुई जियो 5जी सर्विस, मिलेगा हाई-स्पीड डाटा

डीडीएम नाबार्ड ने कहा कि वह इनके काम से संतुष्ट हैं और अब उनको अपनी आर्थिकी को सुदृढ़ करने हेतु इस कार्य को मिलकर करना है। नाबार्ड आपकी सहायता करने के लिए हमेशा तैयार है। महिलाओं को कम से कम लागत में अच्छे व बढ़िया उत्पाद बनाने हैं ताकि बिक्री में आसानी हो। उन्होंने सबको बहुत-बहुत शुभकामनाएं दीं।

ग्राम पंचायत लन्ज की प्रधान आशा धीमान ने भी इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की सराहना करते हुए बताया कि अप्रैल में हमारी पंचायत में तीन दिवसीय मेले का आयोजन किया जा रहा है जिसमें हम इन महिलाओं द्वारा बनने वाले उत्पाद की बिक्री हेतु इन्हें निशुल्क जगह देंगे ताकि ये अपने उत्पाद बिक्री कर सकें।

हिमाचल में फिर बदलेगा मौसम, 16 से 18 तक बारिश-बर्फबारी की संभावना

संस्थान के निदेशक सुभाष चौहान ने भी यथा संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया व नाबार्ड का धन्यवाद किया व इस प्रशिक्षण के प्रशिक्षक हरबंस लाल का सराहनीय कार्य करने हेतु धन्यवाद किया। हरबंस लाल ने भी महिलाओं को आगे भी सहयोग उत्पाद बनाने व बिक्री करने का भरोसा दिया।

इस अवसर पर लंज पंचायत के भूतपूर्व प्रधान सुमन कुमार मेहरा भी उपस्थित रहे व इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की कोऑर्डिनेटर रंजना मेहरा ने सभी महिलाओं की ओर से आश्वासन दिया कि हम सब महिलाएं इस काम को करेंगी व इससे अपनी आय अर्जित करेंगी। इस अवसर पर महिलाओं ने पहाड़ी कल्चर प्रोग्राम के साथ शिविर का समापन किया।

आज की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज़, लाइव न्यूज अपडेट पढ़ें https://ewn24.in/ पर,  ताजा अपडेट के लिए हमारा Facebook Page Like करें 

 

Categories
Top News Himachal Latest KHAS KHABAR Kangra State News

ढींगरी मशरूम-कम लागत और ज्यादा फायदेमंद, लंबे समय तक नहीं होता खराब

सूखाकर इसका पाउडर भी बना सकते हैं

 

देहरा। ढींगरी मशरूम की खेती बहुत ही आसानी से बहुत कम लागत के साथ शुरू की जा सकती है। इसके लिए किसी भी टेंपरेचर की आवश्यकता नहीं होती। ये मशरूम दूसरे मशरूम से ज्यादा पौष्टिक होता है, जो बहुत सारे रोगों के लिए फायदेमंद होता है। ये ढींगरी मशरूम ज्यादा समय तक रहने के बाद भी खराब नहीं होता है। इसको सूखाकर इसका पाउडर भी बना सकते हैं, जो किसी भी सब्जी में डाल कर उपयोग में लाया जा सकता है। यह जानकारी हिमाचल के कांगड़ा जिला के विकास खंड देहरा के अंतर्गत पंचायत अधवाणी के जीजल गांव में शुरू हुए प्रशिक्षण शिविर में दी गई।

खाई में गिरी लेंटल डाल लौट रहे युवकों की कार, लगी आग-दो की मौत

बता दें कि हिमाचल के कांगड़ा जिला के विकास खंड देहरा के अंतर्गत पंचायत अधवाणी के जीजल गांव में स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के लिए ढिंगरी मशरूम की खेती करने का 15 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर शुरू हुआ। शिविर सवेरा संस्थान रैन्खा ज्वालाजी द्वारा राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) हिमाचल के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। शिविर का शुभारंभ जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड धर्मशाला अरुण खन्ना ने किया। प्रशिक्षण शिविर 02 मार्च से 16 मार्च 2023 तक चलेगा।

इस प्रशिक्षण शिविर में स्वयं सहायता समूहों  की लगभग 35 महिलाएं भाग ले रही हैं।डीडीएम नाबार्ड ने प्रशिक्षण में भाग ले रही महिलाओं को नाबार्ड द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी दी व प्रतिभागियों को इस प्रशिक्षण  में दिलचस्पी दिखाने के लिए प्रोत्साहित किया, ताकि वे अपना स्वरोजगार सुनिश्चित कर सकें। उन्होंने बताया कि नाबार्ड द्वारा समय-समय पर समूहों के उत्पादों की बिक्री हेतु हिमाचल व बाहरी राज्यों में प्रदर्शनी मेले आयोजित किए जाते हैं, जिसमें समूह अपना उत्पाद बिक्री कर सकते हैं।

कांगड़ा जिला प्रशासन की पहल, कागज पन्ने के दोनों साइड होगी लिखाई-छपाई-जानिए डिटेल

कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक अधवाणी के शाखा प्रबंधक रविन्द्र राणा व बैंक अधिकारी राकेश कुमार ने बैंक की योजनाओं, अटल पेंशन व बैंक द्वारा किए जा रहे जीवन बीमा के बारे में विस्तृत जानकारी दी। समूहों को बैंक की ओर से हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। ग्राम पंचायत अधवाणी प्रधान अनिता कुमारी ने ग्रामीण महिलाओं के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने के लिए नाबार्ड व सवेरा संस्थान का धन्यवाद किया है।

उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर बल देते हुए महिलाओं को मन लगाकर मशरूम की खेती का प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया व आश्वासन दिया कि इनके द्वारा तैयार किए जाने वाले मशरूम की बिक्री हेतु हरसंभव सहयोग किया जाएगा। सवेरा संस्थान के निदेशक सुभाष चौहान ने डीडीएम नाबार्ड, बैंक अधिकारियों, पंचायत प्रधान,  पंचायत सदस्यों व प्रतिभागियों का स्वागत व धन्यवाद किया, साथ ही 15 दिवसीय प्रशिक्षण के बारे में जानकारी दी। इस प्रशिक्षण के प्रशिक्षक प्रवीण शर्मा ने  उपस्थित प्रतिभागियों से अपील की है कि यदि आप सभी मन लगा कर प्रशिक्षण प्राप्त करें तो उन्हें सिखाने में आसानी होगी व प्रशिक्षण के बाद भी वह आपकी मदद करते रहेंगे। आपके द्वारा तैयार किए मशरूम की बिक्री करने में मदद भी करेंगे।

HP Cabinet Meeting: हिमाचल लोक सेवा आयोग को लेकर बड़ा फैसला

आज की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज़, लाइव न्यूज अपडेट पढ़ें https://ewn24.in/ पर,  ताजा अपडेट के लिए हमारा Facebook Page Like करें 
Categories
TRENDING NEWS Top News Himachal Latest Shimla State News

शिमला : रिज पर सजे स्वयं सहायता समूहों के उत्पाद, नाबार्ड का 5 दिवसीय मेला शुरू

प्रदेश के 30 स्वयं सहायता समूह व किसान संगठन ले रहे हिस्सा

शिमला। कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड), हिमाचल प्रदेश क्षेत्रीय कार्यालय-शिमला द्वारा स्वयं सहायता समूह एवं कृषक उत्पादक संघ के उत्पादों की पांच दिवसीय प्रदर्शनी का आगाज आज से शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर हो गया है। ये मेला आज से 3 मार्च तक चलेगा।

मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी का शिमला में विरोध, सड़कों पर उतरे ‘आप’ कार्यकर्ता 

मेले में नाबार्ड द्वारा समर्पित स्वयं सहायता समूहों के ग्रामीण महिलाओं और किसान उत्पादक संगठनों के किसानों द्वारा तैयार किए जा रहे उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई है, जिसमे शॉल, पट्टू, टोपी, सदरी, अचार, शहद जैसे अन्य ग्रामीण निर्मित उत्पाद शामिल हैं।

नाबार्ड के क्षेत्रीय महाप्रबंधक डॉक्टर सुधांशु मिश्रा ने बताया कि मेले में पूरे हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों के लगभग 30 स्वयं सहायता समूह तथा किसान उत्पादक संगठन हिस्सा ले रहे हैं। शिमला में इस तरह के मेले नाबार्ड द्वारा कई वर्षों से लगाए जा रहे हैं। जिसमें स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं एवं कृषक उत्पादक संगठनों के उत्पादों को बेचने तथा खरीदने का अवसर दिया गया है।

पालमपुर होली महोत्सवः कलाकारों के ऑडिशन की तिथि तय-पढ़ें खबर

सुधांशु मिश्रा ने कहा कि दिवाली उत्सव मेला अक्तूबर में किया गया था जिसमें करीब 35 लाख की बिक्री हुई थी। इन मेलों के माध्यम से ग्रामीण स्वयं सहायता समूह की महिलाओं में उद्यमिता विकसित करना, इनके आत्मसम्मान को बढ़ाना, बाजार की पसंद के अनुसार अपने उत्पादों एवं उत्पाद की पैकेजिंग एवं ग्रेडिंग को बढ़ावा देना है।

आज की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज़, लाइव न्यूज अपडेट पढ़ें https://ewn24.in/ पर,  ताजा अपडेट के लिए हमारा Facebook Page Like करें 
Categories
Himachal Latest Kangra

धर्मशाला: नाबार्ड की समीक्षा कार्यशाला, किसानों की आय बढ़ाने पर चर्चा

ऊना, चंबा, कांगड़ा के किसान उत्पादक संगठनों की समीक्षा

धर्मशाला। राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक, शिमला (नाबार्ड) द्वारा सोमवार को धर्मशाला के एक निजी होटल में कृषक उत्पादक आनंचालिक समीक्षा कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें मुख्यातिथि के रूप में नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक डॉक्टर सुधांशु केके मिश्रा व विशेष रूप से पालमपुर विश्वविद्यालय के डॉक्टर एसपी दीक्षित ने शिरकत की। इस कार्यशाला में ऊना, चंबा, कांगड़ा के किसान उत्पादक संगठनों द्वारा की जा रही गतिविधियों व समीक्षा पर विधिवत रूप से चर्चा की गई।

 

हिमाचल में 22 नायब तहसीलदार बदले- कौन कहां भेजा, पढ़ें खबर

 

कार्यक्रम में मुख्यातिथि नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक डॉक्टर सुधांशु केके मिश्रा ने अपने संबोधन में कृषक उत्पादक संगठनों की आंचलिक समीक्षा की। कार्यशाला में नर्सरी को बढ़ावा देने, सीड बेक पर काम करने, पशुशाला पर काम करने, घासनी को बढ़ाने की जरूरत, शहद का उत्पादन, मधुमक्खी पालन, लोकल उत्पादों पर ध्यान देने, किसानों की आय को बढ़ावा देने पर चर्चा की गई।

 

केंद्रीय विश्वविद्यालय ‘ऑर्किड’ पर करेगा शोध-3 साल में 50 लाख होंगे खर्च 

 

इसके उपरांत कांगड़ा में उद्यान विभाग मधुमक्खी पालन कार्यालय में नाबार्ड द्वारा कृषि विश्वविद्यालय मधुमक्खी पालकों के लिए तीन साल की परियोजना स्वीकृत की गई। मधुमक्खी स्वयं सहायता समूह के करीब 110 पशुपालकों को किसान क्रेडिट लोन के तहत करीब 1 करोड़ 24 लाख के पत्र बांटे गए। इस अवसर पर निदेशक कृषि विश्वविद्यालय एसपी दीक्षित, डॉक्टर सरिता, एलडीएम कुलदीप कौशल, डीजीएम नाबार्ड राकेश अग्रवाल, डीडीएम नाबार्ड अरुण खन्ना, डॉक्टर सुरिंद्र, डॉक्टर राजेश शर्मा, नाबार्ड ऊना अरुण कुमार, जेएल, मधुमक्खी पालक, किसानों सहित गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

नूरपुर पहुंचे सीएम सुक्खू-कांगड़ा से मंत्री बनाने को लेकर कही बड़ी बात 

आज की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज़, लाइव न्यूज अपडेट पढ़ें https://ewn24.in/ पर,  ताजा अपडेट के लिए हमारा Facebook Page Like करें