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शिमला। जिला शिमला स्थित हसन वैली में शनिवार सुबह दो गाड़ियों में जोरदार टक्कर हो गई। हादसे में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुए हैं। 60 वर्षीय श्याम सिंह वर्मा के सिर व कमर सहित टांगों में चोटें आई है। उन्हें इलाज के लिए आईजीएमसी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। गाड़ियों की टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों गाड़ियां बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई हैं।
श्याम सिंह वर्मा का इलाज आईजीएमसी में चल रहा है। घायल श्याम सिंह ठियोग तहसील के ददास गांव के रहने वाले हैं। पुलिस से प्राप्त सूचना के अनुसार ओवर टेक के चलते यह हादसा हुआ है। हादसे के समय श्याम सिंह शिमला और राजेंद्र कुफरी जा रहे थे। श्याम सिंह को ज्यादा चोट आई है वहीं राजेंद्र सुरक्षित है।
सुबह के समय पेश आए इस हादसे के चलते काफी देर तक लंबा जाम लगा रहा। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और यातायात सुचारू करवाया। ढली पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
शिमला। हिमाचल में 2017 के विधानसभा चुनाव की तुलना में 2022 के विधानसभा चुनाव में आम मतदाताओं की संख्या में 10.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले विधानसभा चुनाव में यह संख्या 49.88 लाख थी, जो इन चुनाव में बढ़कर 55.25 लाख हो गई। इस संख्या में 18 से 19 वर्ष की आयु वर्ग के 1.93 लाख नए मतदाता भी शामिल हैं। यह जानकारी मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने आज यहां दी।
उन्होंने बताया कि 2017 के विधानसभा चुनाव में सेवा अहर्ता मतदाताओं तथा मतदान ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी मतदाताओं के डाक मतपत्रों को छोड़कर, कुल 37.27 लाख लोगों ने अपने मत का प्रयोग किया था, जबकि इन चुनाव में कुल 41.60 लाख लोगों ने मतदान किया, जिसके परिणामस्वरूप मतदान प्रतिशतता में 11.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इन आंकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में कुल मतदाताओं की संख्या में लगभग 5.37 लाख जबकि मताधिकार का प्रयोग करने वाले मतदाताओं की संख्या में 4.33 लाख की वृद्धि हुई है।
इस विश्लेषण के माध्यम से यह अनुमान लगाया जा सकता है कि 2017 के उपरांत 2022 के विधानसभा चुनाव में नए पंजीकृत मतदाताओं की मतदान प्रतिशतता लगभग 80.5 रही।
मनीष गर्ग ने बताया कि चुनाव आयोग के प्रयासों से हिमाचल प्रदेश में मतदाताओं की जागरूकता के लिए उत्सव कार्यक्रम तथा राज्यव्यापी चुनाव जागरूकता अभियान चलाया गया, जिसके परिणामस्वरूप प्रदेश में नए मतदाताओं के नामांकन तथा मत प्रतिशतता में वृद्धि हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि ‘हर वोट मायने रखता है’ तथा ‘कोई भी मतदाता पीछे ना छूटे’ के संकल्प को पूरा करने की दिशा में प्रदेश में विशेषकर युवा मतदाताओं को जागरूक करने के लिए 2524 चुनाव साक्षरता क्लब और 7881 चुनावी पाठशालाओं का भी गठन किया गया।
शिमला। कांग्रेस कमेटी द्वारा संविधान दिवस पर शनिवार को कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में गोष्ठी का आयोजन किया गया। कांग्रेस ने इस दौरान संविधान की रक्षा की शपथ ली। कांग्रेस कमेटी द्वारा संविधान दिवस पर शनिवार को कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में गोष्ठी का आयोजन किया गया। कांग्रेस ने इस दौरान संविधान की रक्षा की शपथ ली।
गौर हो कि 26 नवम्बर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत गणराज्य का संविधान 26 नवंबर, 1949 को बनकर तैयार हुआ था। संविधान सभा के प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ. भीमराव आंबेडकर ने इस दिन संविधान को पूरा कर राष्ट्र को समर्पित किया था।
कांग्रेस कमेटी के महासचिव देवेन्द्र बुशहरी ने कहा कि संविधान को बनने में 2 वर्ष 11 महीने और 18 दिन का समय लगा था और इस संविधान में देश के हर वर्ग और हर व्यक्ति के लिए मौलिक अधिकार दिए गए थे।
इन मौलिक अधिकारों और धर्मनिरपेक्षता के आधार पर ही भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा संविधान है और अपनी एक अलग पहचान लिए हुए है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी द्वारा इस अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं और संविधान के पालन की शपथ ली गई है।
शिमला। केंद्र सरकार द्वारा किसानों के साथ किए गए वादों से पीछे हटने के विरोध में और न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी, किसानों की संपूर्ण कर्ज़ मुक्ति के समर्थन में संयुक्त किसान मोर्चा ने राजभवन मार्च किया और राज्यपाल के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा। संविधान दिवस के अवसर पर देश भर के किसानों ने अपने-अपने राज्यों के राज्यपालों के माध्यम से केंद्र सरकार द्वारा किसानों से किए गए वादे याद दिलाए।
राष्ट्रीय स्तर पर किसानों के आंदोलन के बाद केन्द्र सरकार ने तीन कृषि कानूनों को वापस लिया था। किसानों ने आंदोलन खत्म करने के लिए अपनी मांगें रखी थीं जिन्हें पूरा करने के लिए केन्द्र सरकार ने अपनी सहमति जताई थी परन्तु आंदोलन समाप्त होने के लगभग एक साल बाद भी केन्द्र सरकार ने उस पर कोई कार्यवाही नहीं की।
किसान स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के आधार पर सभी फसलों के लिए सी2+50 फीसदी के फार्मूला से एमएसपी की गारंटी, किसानों की कर्ज माफ़ी, बिजली संशोधन विधेयक, 2022 को वापस लेने, लखीमपुर खीरी जिला के तिकोनिया में चार किसानों और एक पत्रकार की हत्या के मुख्य साजिशकर्ता केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने सहित आठ मुख्य मांग कर रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि सरकार अपने वादों को पुरा नहीं करती है तो किसानों के पास आंदोलन को तेज करने के सिवाय और कोई रास्ता नहीं बचेगा।
शिमला। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने प्रदेश भर के अलग-अलग कॉलेजों में पढ़ने वाले अंडर ग्रेजुएट छात्रों का रिजल्ट घोषित कर दिया है। विश्वविद्यालय की ओर से घोषित किए गए पहले और दूसरे साल के रिजल्ट में करीब 80 फीसदी छात्र परीक्षा पास नहीं कर सके हैं। छात्रों का आरोप है कि ऑनलाइन सिस्टम की वजह से रिजल्ट खराब आए हैं। पहले ही विश्वविद्यालय ने सात महीने के लंबे अंतराल के बाद रिजल्ट घोषित किए और इसमें भी कई खामियां हैं।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कई छात्रों के रिजल्ट पूरे नहीं हैं, वहीं कई छात्रों को सब्जेक्ट में केवल एक, दो और शून्य नंबर दिए गए हैं। इस बीच शुक्रवार को एसएफआई ने विश्वविद्यालय में एकत्रित होकर प्रदर्शन किया। विश्वविद्यालय चौक से वाइस चांसलर कार्यालय तक रोष प्रदर्शन किया गया।
इसके अलावा छात्रों ने विश्वविद्यालय वाइस चांसलर के कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी भी की। इस दौरान मौके पर भारी पुलिस बल भी तैनात नजर आया। छात्रों में रिजल्ट के खिलाफ रोष है और विश्वविद्यालय प्रशासन से रिजल्ट को रिव्यू करने की मांग की जा रही है। इससे पहले गुरुवार को ABVP कार्यकर्ताओं ने भी प्रदर्शन कर रोष जताया था।
शिमला। सामाजिक क्षेत्र में जनता की भलाई के लिए काम कर रहे सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट की ओर से एक बार फिर कपड़ा बैंक की शुरुआत की जा रही है। कपड़ा बैंक चार दिसंबर से शुरू किया जाएगा। सर्दियों के मौसम में हिमाचल प्रदेश में ठंड की वजह से खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
यह परेशानी गरीब तबके के लोगों के लिए और भी ज्यादा होती है क्योंकि उनके पास पहनने के लिए कपड़े नहीं होते। ऐसे में सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट की ओर से इन लोगों को कपड़े बांटे जाएंगे। ट्रस्ट इसके लिए यूनिवर्सिटी-कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के साथ प्रदेश भर के लोगों का सहयोग लेता है।
सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट के सचिव प्रो. सुरेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट लंबे समय से गरीब तबके के लोगों के उत्थान के लिए काम कर रहा है। कपड़ा बैंक भी गरीब तबके के समाज के लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए एक बड़ी मुहिम है। उन्होंने कहा कि संपन्न समाज के लोग कपड़े दान कर बड़ा उपकार का काम कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट शिक्षा और सामाजिक क्षेत्र में सुधार के लिए भी काम कर रहा है। गरीब तबके से जुड़े लोगों को पढ़ाई में भी समर्थन दिया जाता है, वहीं उन्होंने बताया कि 6 दिसम्बर को समरसता दिवस पर एक संगोष्टी का आयोजन किया जाएगा जिसमें स्टार्टअप बनाकर लोगों को रोजगार देने वाले उत्कृष्ट व्यक्तियों को सम्मानित किया जाएगा।
शिमला। राजधानी में बिना अनुमति लग रहे पोस्टर, बैनर और होर्डिंग्स पर नगर निगम अब सख्त कार्रवाई करेगा। निगम ने इस पर जुर्माना लगाने का फैसला लिया है। प्रदेश हाईकोर्ट के आदेशों के बाद नगर निगम ने यह अहम फैसला लिया है। हाईकोर्ट ने शहर में बिना अनुमति लग रहे पोस्टर, बैनर और होर्डिंग्स पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
होर्डिंग व पोस्टर से न केवल शहर के लोग परेशान हैं बल्कि इससे शहर की खूबसूरती दागदार हो रही है, गंदगी भी फैल रही है। नगर निगम आयुक्त आशीष कोहली ने बताया कि सार्वजनिक संपत्ति पर पोस्टर, बैनर और होर्डिंग्स लगाने वालों पर जुर्माना किया जाएगा। इसमें 10 हजार रुपये का प्रावधान हैं जिसके बाद 500 रुपये प्रतिदिन रहेगा।
यह वार्ड के कनिष्ठ अभियंता की जिम्मेदारी रहेगी कि कहीं उनके वार्ड में बिना अनुमति पोस्टर और बैनर तो नहीं लग रहे। हर वार्ड में इसकी निगरानी के लिए अभियंता की अगुवाई में कमेटियां बनाने का भी फैसला लिया है। आशीष कोहली ने कहा कि शहर में बिना अनुमति लगे सभी पोस्टर, बैनर और होर्डिंग्स हटाए जाएंगे।
शहर में सार्वजनिक संपत्तियों पर लगने वाले पोस्टर, बैनर और होर्डिंग्स की शिकायत करने के लिए नगर निगम ने टोल फ्री नंबर 1916 भी जारी कर दिया है। इस पर लोग शिकायत कर सकते हैं।
शिमला। शिमला शहर में लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन बंदरों व कुत्तों के आतंक से लोग ज्यादा ही परेशान हैं। जनवादी नौजवान सभा ने इसे लेकर निगम प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन के माध्यम से जनवादी नौजवान सभा ने शिमला शहर में लगातार बढ़ रही कुत्तों में बंदरों की समस्या से निपटने के उचित प्रबंध करने, शहर में प्रवासी मजदूरों के लिए रेन बसेरा व शेल्टर बनाने, सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने, शहर के युवाओं के लिए शहरी रोजगार गारंटी योजना को सही तरीके से लागू करने, शहर में जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर को साफ करवाने, बर्फबारी के दौरान हर वार्ड में बर्फ से निपटने के लिए उचित प्रबंध करने आदि मांगों को नगर निगम प्रशासन के समक्ष रखा।
नौजवान सभा शिमला शहरी के सचिव अमित कुमार ने कहा कि शिमला शहर में लगातार लोगों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है एक और जहां शहर में लगातार कुत्तों और बंदरों का आतंक बढ़ता जा रहा है, वहीं सफाई व्यवस्था भी चरमराई हुई है शिमला शहर में सुबह 10:00 बजे तक जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे रहते हैं जो कि नगर निगम की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े करते हैं।
इसके ही साथ शहर के युवाओं के लिए शहरी रोजगार गारंटी योजना के तहत किसी भी तरह का रोजगार युवाओं को नहीं मिल पा रहा है तथा नगर निगम प्रशासन को इस पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। आगामी समय में शहर में बर्फबारी से निपटने के लिए उचित प्रबंध करने की मांग को भी नगर निगम प्रशासन से रखा गया।
शिमला। राजधानी शिमला में एक युवक पर तेंदुए के हमले की खबर से हड़कंप मचा हुआ है। तेंदुए ने इस युवक पर हमला कर उसे लहूलुहान कर दिया है। तेंदुए ने युवक पर हमला फाइव बेंच के पास किया। युवक को IGMC में भर्ती करवाया गया और उसके हाथ और बाजू पर गहरे जख्म हैं। फिलहाल युवक की हालत स्थिर बनी हुई है।
शिमला के निजी होटल में शैफ का काम करने वाले विजय ने बताया कि वह बुधवार रात करीब 11 बजे काम से घर लौट रहा था। उसका घर जाखू एरिया में है। जब वह जाखू को जाने वाले फाइव बेंच के रास्ते पर जा रहा था तभी पीछे से तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया।
तेंदुए ने उसकी पीठ और बाजू पर पंजा मारा जिसकी वजह से वह जमीन पर गिर पड़ा। उसके हाथ में चोट आई और बाजू और पीठ पर तेंदुए के पंजे की वजह से जख्म हो गए हैं।
विजय ने बताया कि तेंदुए के हमले के बाद नीचे गिरते ही उसने शोर मचा दिया। उसके चिल्लाने की आवाजें सुनकर आसपास से कुछ लोग दौड़कर फाइव बैंच की ओर आए। अगर मदद के लिए लोग नहीं पहुंचते तो तेंदुआ उसे मारकर जंगल में ले जाता।
रास्ते में स्ट्रीट लाइट्स न होने के कारण उसे अचानक आता तेंदुआ नजर नहीं आया। लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि यहां लाइट की व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए और तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरे भी लगाए जाएं।