रिकांग पिओ। किन्नौर जिला के निगुलसरी के पास भूस्खलन के कारण नेशनल हाईवे पांच (NH-05) चार दिन से अवरुद्ध है। ये मार्ग बंद होने के कारण किन्नौर जिला का संपर्क देश-दुनिया से कट गया है जिसका सीधा नुकसान किसानों और बागवानों को हो रहा है।
इस बीच सोमवार को निगुलसरी में सेब और मटर की फसल के परिवहन के लिए रोपवे का परीक्षण सफलतापूर्वक किया गया। जब तक अवरुद्ध NH05 बहाल नहीं हो जाता तब तक वैकल्पिक रूप से रोपवे किसानों को फसलों के परिवहन में निःशुल्क सहायता प्रदान करेगा।
लगभग 600 मीटर लंबे इस रोपवे का उद्घाटन आज राजस्व बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी द्वारा किया गया। इसकी मदद से किसान अपनी फसलें मंडियों के लिए रवाना कर पाएंगे जो कि बड़ी राहत की बात है।
वहीं, नेशनल हाईवे पांच (NH-05) की बहाली का काम लगातार जारी है। 380 मीटर तक अवरुद्ध हुई सड़क में से 280 मीटर सड़क को बहाल कर लिया गया है तथा बची हुई 100 मीटर सड़क की बहाली का कार्य प्रगति पर है जिसे शीघ्र ही पूर्ण कर लिया जाएगा।
रिकांगपिओ। हिमाचल के किन्नौर जिला में किन्नर कैलाश यात्रा पर निकले दिल्ली के एक युवक की मौत हो गई है। युवक की पहचान चंद्र (27) पुत्र विष्णु दत्त निवासी अक्षरधाम दिल्ली के रूप में हुई है।
प्रारंभिक तौर पर सांस लेने में तकलीफ के चलते युवक की जान गई है। युवक 21 लोगों के साथ किन्नर कैलाश यात्रा पर निकला था। हालांकि, अभी किन्नर कैलाश यात्रा पर रोक है। इससे बावजूद यह लोग किन्नर कैलाश यात्रा पर निकले थे।
दिल्ली, बिहार और अन्य राज्यों के लोगों का 21 सदस्यीय एक दल शनिवार को किन्नर कैलाश यात्रा पर निकला था। पार्वती कुंड के पास श्रद्धालु फंस गए। इसमें से अक्षरधाम दिल्ली के चंद्र ने दम तोड़ दिया।
मामले की सूचना प्रशासन को दी गई। सूचना मिलने के बाद एनडीआरएफ, पुलिस और होमगार्ड जवानों को रेस्क्यू के लिए मौके पर रवाना किया। अभी रेस्क्यू चला हुआ है।
बता दें कि किन्नर कैलाश यात्रा का आयोजन अगस्त माह में होता है। इस बार बरसात के चलते अगस्त माह में यात्रा रोकनी पड़ी थी। प्रशासन ने आगामी आदेशों तक किन्नर कैलाश यात्रा पर रोक लगा दी थी। यह लोग बिना किसी अनुमति यात्रा पर निकले थे।
किन्नर कैलाश किन्नौर जिले में तिब्बत सीमा के समीप स्थित है। किन्नर कैलाश 6050 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक पर्वत है। कहा जाता है कि यह यात्रा मानसरोवर और अमरनाथ की यात्रा से भी कठिन होती है।
चौथे दिन भी काम जारी, जल्द मार्ग बहाल होने की उम्मीद
रिकांग पिओ। किन्नौर जिला के निगुलसरी के पास भूस्खलन के कारण नेशनल हाईवे पांच (NH-05) चार दिन से बंद है। सड़क मार्ग बहाली का काम लगातार जारी है। मौके पर मशीनों की मदद से मलबा व चट्टानें हटाकर रास्ता साफ किया जा रहा है।
मार्ग बहाली के लिए उच्च तकनीक की आरओसी (ROC) मशीनों की मदद ली जा रही है। कार्य प्रगति पर है और काफी हद तक मलबा और चट्टानें हटाकर सड़क को तैयार कर दिया गया है। जल्द मार्ग बहाल होने की उम्मीद है।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी भी तत्परता से दिन-रात स्वयं मौके पर उपस्थित होकर बहाली के कार्य का निरीक्षण कर रहे हैं। साथ ही नेगी बहाली कार्य के लिए आवश्यक मशीनरी व अन्य उपकरण की उपलब्धता सुनिश्चित कर रहे हैं।
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने उच्च तकनीक की आरओसी मशीनें पटेल इंजीनियरिंग लुहरी प्रोजेक्ट व भारतीय सेना पूह से सामंजस्य स्थापित कर मंगवाईं हैं। इन आरओसी (ROC) मशीनों की कार्यकुशलता काफी बेहतर है जिससे अवरुद्ध मार्ग को जल्द से जल्द बहाल करने में मदद मिलेगी।
जगत सिंह नेगी ने कहा कि वह हर एक विपरीत स्थिति में जिला के लोगों के साथ प्रतिबद्धता के साथ खड़े हैं तथा हर यथासंभव सहायता प्रदान करने के लिए तत्पर हैं जिसके दृष्टिगत तीन दिन से अवरुद्ध नेशनल हाईवे पांच (NH-05) की बहाली के लिए वह स्वयं मौके पर उपस्थित होकर कार्य का निरीक्षण कर रहे हैं ताकि शीघ्र बहाली का कार्य पूर्ण किया जा सके।
उन्होंने कहा कि इस मार्ग का शीघ्र अति शीघ्र बहाल होना आवश्यक है ताकि जिला के लोगों की नकदी फसलों को मंडी तक पहुंचाया जा सके और जिला को मुख्य धारा से जोड़ा जा सके।
रिकांग पिओ। किन्नौर जिला के निगुलसरी के पास भूस्खलन के कारण नेशनल हाईवे पांच (NH-05) तीन दिन से बंद है। सड़क मार्ग बहाली का काम लगातार जारी है। मौके पर मशीनों की मदद से मलबा व चट्टानें हटाकर रास्ता साफ किया जा रहा है।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी भी 400 मीटर तक अवरुद्ध हुए NH-05 की बहाली के लिए तत्परता से दिन-रात स्वयं मौके पर उपस्थित होकर बहाली के कार्य का निरीक्षण कर रहे हैं।
साथ ही नेगी बहाली कार्य के लिए आवश्यक मशीनरी व अन्य उपकरण की उपलब्धता सुनिश्चित कर रहे हैं। बहाली कार्य के लिए अब आरओसी (ROC) मशीनों की मदद ली जा रही है।
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने गत दिवस पटेल इंजीनियरिंग लुहरी प्रोजेक्ट व भारतीय सेना पूह से सामंजस्य स्थापित कर उच्च तकनीक की आरओसी मशीने मंगवाईं जो गत दिवस से बहाली के कार्य में सुचारू रूप से कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि आरओसी (ROC) मशीनों की कार्यकुशलता काफी बेहतर है जिससे अवरुद्ध मार्ग को जल्द से जल्द बहाल करने में मदद मिलेगी।
जगत सिंह नेगी ने इस अवसर पर कहा कि वह हर एक विपरीत स्थिति में जिला के लोगों के साथ प्रतिबद्धता के साथ खड़े हैं तथा हर यथासंभव सहायता प्रदान करने के लिए तत्पर हैं।
इसके दृष्टिगत तीन दिन से अवरुद्ध राष्ट्रीय उच्च मार्ग 05 की बहाली के लिए वह स्वयं मौके पर उपस्थित होकर कार्य का निरीक्षण कर रहे हैं ताकि शीघ्र बहाली का कार्य पूर्ण किया जा सके।
उन्होंने कहा कि इस मार्ग का शीघ्र अति शीघ्र बहाल होना आवश्यक है ताकि जिला के लोगों की नकदी फसलों को मंडी तक पहुंचाया जा सके और जिला को मुख्य धारा से जोड़ा जा सके।
मंत्री जगत सिंह नेगी लगातार कर रहे बहाली कार्य का निरीक्षण
रिकांग पिओ। किन्नौर जिला के निगुलसरी के पास भूस्खलन के कारण नेशनल हाईवे पांच (NH-05) शनिवार को बहाल नहीं हो पाया। नेशनल हाईवे अभी भी बंद है और मार्ग बहाली का काम जारी है।
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण किन्नौर द्वारा जारी ताजा अपडेट के अनुसार NH-05 निगुलसरी के पास सभी प्रकार के वाहनों के लिए बंद है। यानी रिकांग पिओ से रामपुर, शिमला व शिमला से रिकांग पिओ की ओर छोटे-बड़े वाहनों के लिए आवाजाही पूरी तरह बंद है।
हालांकि NH-505 शिमला से रामपुर सभी प्रकार के वाहनों के लिए सुचारू है। NH-05 और NH-505 किन्नौर से काजा वाया समदु सभी प्रकार के वाहनों के लिए सुचारू है। रुतुरंग ब्रिज से बोनिंग सारिंग लिंक रोड भी सभी प्रकार के वाहनों के लिए बंद है।
भूस्खलन के कारण सड़कें अवरुद्ध हुई जिसकी वजह से स्थानीय लोगों के लिए भारी मुसीबत खड़ी हो गई है। इसी बीच शनिवार सुबह 11:03 बजे एक मरीज को आपात स्थिति में रिकांग पिओ से हवाई मार्ग द्वारा इलाज के लिए ले जाया गया।
जानकारी के अनुसार 65 वर्षीय बीमार महिला को वायुसेना के हेलिकाप्टर से आईजीएमसी शिमला उपचार के लिए भेजा गया है। गंगा देवी नेगी, निवासी निचार घर में काम करते समय गिर गईं थी, जिस कारण उनकी रीड़ की हड्डी में काफी चोट आई।
7 सितंबर को क्षेत्रीय अस्पताल रिकांगपिओ में उन्हें दाखिल किया गया था। निगुलसरी में सड़क बंद होने के कारण मरीज को शनिवार सुबह रिकांगपिओ के आईटीबीपी हेलिपैड पहुंचाया गया। करीब 11 बजे वायु सेना के हेलिकॉप्टर से आईजीएमसी शिमला इलाज के लिए भेजा गया।
प्रशासन का कहना है कि स्थानीय अधिकारी रुकावट दूर करने के लिए तत्परता से काम कर रहे हैं। निवासियों से सावधानी बरतने और सड़क की स्थिति के बारे में सूचित रहने का आग्रह किया जाता है।
वहीं, राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज फिर जिला किन्नौर के निगुलसरी में अवरुद्ध राष्ट्रीय उच्च मार्ग-05 पर सड़क बहाली के कार्य का निरीक्षण किया और सड़क बहाली कार्य की प्रगति की समीक्षा की। राजस्व मंत्री ने अवरुद्ध मार्ग के दोनों छोर पर सड़क बहाली के कार्य की प्रगति का जायजा लिया।
राष्ट्रीय उच्च मार्ग प्राधिकरण और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि यह मार्ग जिला किन्नौर की जीवन रेखा है। जिला किन्नौर के मटर और सेब की फसलों को फल मंडियों तक पहुंचाने के लिए सड़क बहाली का कार्य शीघ्र पूर्ण करना आवश्यक है और इसलिए वह स्वयं बहाली के कार्य का निरीक्षण कर रहे हैं।
बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि जिला के लोगों की आय का मुख्य साधन सेब की फसल है तथा बागवानों को उनकी सेब तथा अन्य नकदी फसलों को मंडी तक पहुंचाने में किसी प्रकार की बाधा न हो इसके लिए वह स्वयं गत सायं से अवरुद्ध हुए राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर उपस्थित हैं तथा सड़क बहाली के कार्य का निरीक्षण कर रहे हैं।
उन्होंने जिला के किसानों व बागवानों को आश्वस्त किया की उनकी नकदी फसलों को मंडी तक पहुंचाने के लिए शीघ्र ही सड़क बहाली का कार्य पूर्ण कर दिया जाएगा।
रिकांग पिओ। किन्नौर जिला के निगुलसरी के पास भूस्खलन के कारण नेशनल हाईवे पांच (NH-5) शनिवार सुबह तक भी बहाल नहीं हो पाया है। नेशनल हाईवे अभी भी बंद है और मार्ग बहाली का काम जारी है। भूस्खलन के कारण रिकांग पिओ से रामपुर, शिमला व शिमला से रिकांग पिओ की ओर छोटे-बड़े वाहनों के लिए आवाजाही पूरी तरह बंद है।
गौर हो गुरुवार रात और शुक्रवार सुबह पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा और पत्थर गिरने के कारण नेशनल हाईवे का 200 मीटर का हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ जिसके चलते नेशनल हाईवे पांच (NH-5) अवरुद्ध हो गया। सड़क मार्ग के दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं।
मार्ग बंद होने के कारण जिला के बागवानों के सेब और किसानों के मटर मंडियों तक पहुंचाना मुश्किल हो गया है। सड़क मार्ग जल्द बहाल नहीं हुआ तो और बागवानों-किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। हालांकि एनएच प्राधिकरण द्वारा मार्ग की बहाली के लिए शुक्रवार से ही युद्धस्तर पर कार्य शुरू कर दिया गया है।
डीसी किन्नौर तोरूल एस रवीश ने कहा कि पैदल जाने के लिए लोगों को वाया तरांडा भेजा जा रहा है साथ ही लोगों की सुरक्षा के लिए होमगार्ड के जवान तैनात किए गए हैं। उन्होंने कहा कि किन्नौर जिले से अधिकांश सेब पिकअप के द्वारा मंडियों में जा रहा है ऐसे में प्राथमिकता यही है कि छोटे वाहनों के लिए जल्द से जल्द मार्ग बहाल हो।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने भी शुक्रवार सुबह अवरुद्ध हुए यातायात का निरीक्षण किया। जनजातीय विकास मंत्री ने इस अवसर पर राष्ट्रीय उच्चमार्ग-05 के अधिकारियों व अन्य संबंधित विभाग के अधिकारियों को अवरुद्ध हुई सड़क को खोलने का कार्य युद्ध स्तर पर करने के निर्देश दिए।
बागवानों के सेब और किसानों की फसल मंडी तक पहुंचाना मुश्किल
रिकांग पिओ। किन्नौर जिला के निगुलसरी के पास भूस्खलन की घटनाएं फिर बढ़ गए हैं। शुक्रवार को भी निगुलसरी के पास भारी भूस्खलन हुआ है। यहां पर पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा और पत्थर गिरने के कारण नेशनल हाईवे का 200 मीटर का हिस्सा पूरी तरह से साफ हो गया है। इसके चलते नेशनल हाईवे पांच (NH-5) अवरुद्ध हो गया है।
भूस्खलन के कारण रिकांग पिओ से रामपुर, शिमला व शिमला से रिकांग पिओ की ओर छोटे व बड़े वाहनों के लिए आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई है। सड़क मार्ग के दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं हैं। मार्ग बंद होने के कारण जिला के बागवानों के सेब और किसानों के मटर मंडियों तक पहुंचाना मुश्किल हो गया है। सड़क मार्ग जल्द बहाल नहीं हुआ तो और बागवानों-किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
हालांकि विभाग ने हाईवे को बहाल करने के लिए मशीनरी लगा दी है। मार्ग के बंद होने की सूचना मिलते ही एनएच प्राधिकरण द्वारा मार्ग की बहाली के लिए युद्धस्तर पर कार्य शुरू कर दिया गया है।
डीसी किन्नौर तोरूल एस रवीश ने कहा कि पैदल जाने के लिए लोगों को वाया तरांडा भेजा जा रहा है साथ ही लोगों की सुरक्षा के लिए होमगार्ड के जवान तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि किन्नौर जिले से अधिकांश सेब पिकअप के द्वारा मंडियों में जा रहा है ऐसे में प्राथमिकता यही है कि छोटे वाहनों के लिए जल्द से जल्द मार्ग बहाल हो।
राजस्व, बागवानी एवम जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने भी आज सुबह अवरुद्ध हुए यातायात का निरीक्षण किया। जनजातीय विकास मंत्री ने इस अवसर पर राष्ट्रीय उच्चमार्ग-05 के अधिकारियों व अन्य संबंधित विभाग के अधिकारियों को अवरूद्ध हुई सड़क को खोलने का कार्य युद्ध स्तर पर करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि शीघ्र अति शीघ्र सड़क बहाली का कार्य पूर्ण किया जाना चाहिए ताकि जिला किन्नौर के लोगों की साल भर की मेहनत उनकी सेब व मटर सहित अन्य फसलों को समय पर मंडी तक पहुचाया जा सके और उन्हें उनकी मेहनत का उचित दाम प्राप्त हो सके।
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने स्वयं मौके पर पहुंचकर राष्ट्रीय उच्चमार्ग-05 के अधिकारियों को शीघ्र मशीनें बुलवाकर अवरूद्ध सड़क को खोलने का कार्य आरंभ करवाया। उन्होंने अवरुद्ध मार्ग की स्थिति का ड्रोन के माध्यम से निरीक्षण किया और लोगों की सुविधा के लिए ट्रांसशिपमेंट की सुविधा उपलब्ध करवाने को कहा।
उन्होंने विद्युत विभाग को बिजली बहाली और जल शक्ति विभाग को पानी सुचारू करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने जिला किन्नौर के लोगों की सेब व मटर की फसलों को समय पर मंडी तक पहुंचाने के लिए तरांडा निगुलसरी मार्ग में स्पेन को तुरंत प्रभाव से आरंभ करने के निर्देश दिए।
उन्होंने लोगों की सुरक्षा के लिए सोल्डिंग में आवाजाही रोकने को कहा और पैदल यात्रियों के लिए खाने का उचित प्रबंध करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय उच्च मार्ग के अवरुद्ध स्थान पर पैदल यात्रियों के लिए चिकित्सीय सहायता भी उपलब्ध करवाई जा रही है।
उपमंडलाधिकारी निचार बिमला वर्मा, उप पुलिस अधीक्षक नरेश शर्मा, अधिशाषी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग प्रमोद, अधिशाषी अभियंता विद्युत टाशी नेगी, स्वास्थ्य चिकित्सक, जल शक्ति विभाग, वन, एनएचएआई व हिमाचल पथ परिवहन निगम के अधिकारियों सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
रिकांगपिओ। किन्नौर जिला के पूह उपमंडल के अंतर्गत ठंगी-पिब्बर मार्ग पर एक सड़क हादसा हुआ है। शुक्रवार देर शाम यहां पर एक पिकअप खड्ड में जा गिरी। हादसे में दो लोगों की मौत हो गई है। मृतकों की पहचान अनित राज (चालक) निवासी गांव ठंगी तहसील मूरंग जिला किन्नौर तथा रमेश निवासी नेपाल के रूप में हुई है।
जानकारी के अनुसार चालक अनित राज शुक्रवार देर शाम पिकअप (नंबर एच.पी. 27 बी 2043) में नेपाली मूल के व्यक्ति रमेश के साथ कुन्नू चारंग से ठंगी की तरफ जा रहा था। ठंगी स्पैन के पास चालक का अचानक बैलेंस बिगड़ा और पिकअप सड़क से लगभग 500 फीट नीचे शुतिंग खड्ड में जा गिरी। हादसे में चालक अनित और रमेश की मौके पर ही मौत हो गई।
हादसे की सूचना ठंगी गांव के ग्रामीणों ने पुलिस थाना मूरंग में दी। सूचना मिलने के बाद पुलिस थाना मूरंग से कार्यवाहक थाना प्रभारी राजेश कुमार, आरक्षी जतिन और अभय मौके पर पहुंचे।
आईटीबीपी जवानों और स्थानीय लोगों की मदद से शवों को खड्ड से बाहर निकाला गया। इसके बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए पीएचसी स्कीबा भेजा गया। डीएसपी किन्नौर नवीन जालटा ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि इस हादसे में दो लोगों की मौत हुई है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए हैं।
रिकांग पिओ। जिला किन्नौर के प्रारंभिक शिक्षा विभाग में हिंदी अध्यापक का एक पद भरा जाना है। उप-निदेशक प्रारंभिक शिक्षा कुलदीप नेगी ने यह जानकारी दी है।
कुलदीप नेगी ने बताया कि इस पद के लिए साक्षात्कार दो सितंबर, 2023 को प्रातः 11 बजे कार्यालय उप-निदेशक प्रारंभिक शिक्षा रिकांग पिओ में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह पद अनुसूचित जाति (आईआरडीपी) वर्ग के लिए आरक्षित है जो बैच वाइज आधार पर भरा जाना है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2013 तक के सभी पात्र अभ्यर्थी जिनका नाम हिमाचल प्रदेश के किसी भी रोजगार कार्यालय में दर्ज है वह 02 सितंबर, 2023 प्रातः 11 बजे कार्यालय उप-निदेशक प्रारंभिक शिक्षा रिकांग पिओ में सभी आवश्यक दस्तावेजों व एक पासपोर्ट साइज फोटो सहित पहुंचना सुनिश्चित बनाएं।