सात दिन से बंद है मार्ग, मंत्री जगत सिंह नेगी भी लगातार कर रहे निरीक्षण
रिकांगपिओ। किन्नौर जिला के निगुलसरी में नेशनल हाईवे 05 सात दिन से सभी प्रकार के वाहनों के लिए बंद है। चट्टानों को काट कर मार्ग की बहाली का कार्य किया जा रहा है।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी भी तत्परता से दिन-रात स्वयं मौके पर उपस्थित होकर बहाली के कार्य का निरीक्षण कर रहे हैं।
नेशनल हाईवे 05 बंद है, लेकिन नेशनल हाईवे 505 शिमला से रामपुर सभी प्रकार के वाहनों के लिए खुला है। किन्नौर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की
14 सितंबर सुबह 9 बजे की अपडेट के अनुसार नेशनल हाईवे 05 और नेशनल हाईवे 505 से काजा वाया समदु भी सभी प्रकार के वाहनों के लिए ओपन है। वहीं, रूतुरंग ब्रिज से बोइंग सारिंग लिंक रोड भी बंद है। सड़क को बहाल करने का कार्य जारी है। आगामी कुछ दिन में मार्ग बहाल हो सकता है।
बता दें कि निगुलसरी में नेशनल हाईवे 5 को बहाल करने के लिए कार्य तेजी से चला हुआ है। हाईटेक मशीनों से बड़ी बड़ी चट्टानों को हटाकर मार्ग को बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द मार्ग बहाल होने की संभावना है।
चांगो में स्थापित किया गया नियंत्रण कक्ष-सह-बैरियर
डीसी किन्नौर तोरूल रवीश ने बताया कि जिला के पूह उपमण्डल स्थित चांगो पंचायत में स्थाई नियंत्रण कक्ष-सह-बैरियर की स्थापना की गई है।
उन्होंने बताया कि यह निर्णय जिला के निगुलसरी में पहाड़ के दरकने से बाधित हुए राष्ट्रीय उच्च मार्ग-05 तथा सेब सीजन के दृष्टिगत यातायात को सुचारू ढंग से बनाए रखने के लिए लिया गया है।
तोरूल रवीश ने बताया कि यह नियंत्रण कक्ष निगुलसरी में यातायात बहाल होने तक 24 घंटे कार्यरत रहेगा तथा तहसीलदार पूह व नायब तहसीलदार यंगथंग को नियंत्रण कक्ष का मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है।
इसके अतिरिक्त नियंत्रण कक्ष में उचित मात्रा में पुलिस के जवानों की तैनाती भी की गई है जिन्हें बागवानी विभाग के कर्मचारियों द्वारा भी सहयोग प्रदान किया जाएगा।
रिकांग पिओ। किन्नौर जिला के निगुलसरी के पास भूस्खलन के कारण नेशनल हाईवे पांच (NH-05) पांच दिन से बंद है। मंगलवार को भी नेशनल हाईवे यातायात के लिए बहाल नहीं हो पाया। सड़क मार्ग बहाली का काम अभी भी जारी है। मौके पर मशीनों की मदद से मलबा व चट्टानें हटाकर रास्ता साफ किया जा रहा है।
मार्ग बहाली के लिए उच्च तकनीक की आरओसी (ROC) मशीनों की मदद ली जा रही है। कार्य प्रगति पर है और काफी हद तक मलबा और चट्टानें हटाकर सड़क को तैयार कर दिया गया है।
मार्ग बहाली का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें बड़ी चट्टान को मशीन की मदद से गिराया जा रहा है। अभी भी रास्ते पर इतनी चट्टानें गिरी हुई है कि सड़क मार्ग का नामोनिशान नहीं दिख रहा है। वीडियो में रिकांग पिओ और रामपुर दोनों तरफ से मार्ग बहाली के कार्य को रिकॉर्ड किया गया है।
380 मीटर तक अवरुद्ध हुई सड़क में से 280 मीटर सड़क को बहाल कर लिया गया है तथा बची हुई 100 मीटर सड़क की बहाली का कार्य प्रगति पर है जिसे शीघ्र ही पूर्ण कर लिया जाएगा।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी भी तत्परता से दिन-रात स्वयं मौके पर उपस्थित होकर बहाली के कार्य का निरीक्षण कर रहे हैं। साथ ही नेगी बहाली कार्य के लिए आवश्यक मशीनरी व अन्य उपकरण की उपलब्धता सुनिश्चित कर रहे हैं।
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने उच्च तकनीक की आरओसी मशीनें पटेल इंजीनियरिंग लुहरी प्रोजेक्ट व भारतीय सेना पूह से सामंजस्य स्थापित कर मंगवाईं हैं। इन आरओसी (ROC) मशीनों की कार्यकुशलता काफी बेहतर है जिससे अवरुद्ध मार्ग को जल्द से जल्द बहाल करने में मदद मिलेगी।
वहीं, निगुलसरी में सेब और मटर की फसल के परिवहन के लिए रोपवे भी शुरू कर दिया गया है। इसकी मदद से किसान अपनी फसलें मंडियों के लिए रवाना कर की जा रही है जो कि बड़ी राहत की बात है। जब तक अवरुद्ध NH05 बहाल नहीं हो जाता तब तक वैकल्पिक रूप से रोपवे किसानों को फसलों के परिवहन में निःशुल्क सहायता प्रदान करेगा।
रिकांग पिओ। किन्नौर जिला के निगुलसरी के पास भूस्खलन के कारण नेशनल हाईवे पांच (NH-05) चार दिन से अवरुद्ध है। ये मार्ग बंद होने के कारण किन्नौर जिला का संपर्क देश-दुनिया से कट गया है जिसका सीधा नुकसान किसानों और बागवानों को हो रहा है।
इस बीच सोमवार को निगुलसरी में सेब और मटर की फसल के परिवहन के लिए रोपवे का परीक्षण सफलतापूर्वक किया गया। जब तक अवरुद्ध NH05 बहाल नहीं हो जाता तब तक वैकल्पिक रूप से रोपवे किसानों को फसलों के परिवहन में निःशुल्क सहायता प्रदान करेगा।
लगभग 600 मीटर लंबे इस रोपवे का उद्घाटन आज राजस्व बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी द्वारा किया गया। इसकी मदद से किसान अपनी फसलें मंडियों के लिए रवाना कर पाएंगे जो कि बड़ी राहत की बात है।
वहीं, नेशनल हाईवे पांच (NH-05) की बहाली का काम लगातार जारी है। 380 मीटर तक अवरुद्ध हुई सड़क में से 280 मीटर सड़क को बहाल कर लिया गया है तथा बची हुई 100 मीटर सड़क की बहाली का कार्य प्रगति पर है जिसे शीघ्र ही पूर्ण कर लिया जाएगा।
चौथे दिन भी काम जारी, जल्द मार्ग बहाल होने की उम्मीद
रिकांग पिओ। किन्नौर जिला के निगुलसरी के पास भूस्खलन के कारण नेशनल हाईवे पांच (NH-05) चार दिन से बंद है। सड़क मार्ग बहाली का काम लगातार जारी है। मौके पर मशीनों की मदद से मलबा व चट्टानें हटाकर रास्ता साफ किया जा रहा है।
मार्ग बहाली के लिए उच्च तकनीक की आरओसी (ROC) मशीनों की मदद ली जा रही है। कार्य प्रगति पर है और काफी हद तक मलबा और चट्टानें हटाकर सड़क को तैयार कर दिया गया है। जल्द मार्ग बहाल होने की उम्मीद है।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी भी तत्परता से दिन-रात स्वयं मौके पर उपस्थित होकर बहाली के कार्य का निरीक्षण कर रहे हैं। साथ ही नेगी बहाली कार्य के लिए आवश्यक मशीनरी व अन्य उपकरण की उपलब्धता सुनिश्चित कर रहे हैं।
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने उच्च तकनीक की आरओसी मशीनें पटेल इंजीनियरिंग लुहरी प्रोजेक्ट व भारतीय सेना पूह से सामंजस्य स्थापित कर मंगवाईं हैं। इन आरओसी (ROC) मशीनों की कार्यकुशलता काफी बेहतर है जिससे अवरुद्ध मार्ग को जल्द से जल्द बहाल करने में मदद मिलेगी।
जगत सिंह नेगी ने कहा कि वह हर एक विपरीत स्थिति में जिला के लोगों के साथ प्रतिबद्धता के साथ खड़े हैं तथा हर यथासंभव सहायता प्रदान करने के लिए तत्पर हैं जिसके दृष्टिगत तीन दिन से अवरुद्ध नेशनल हाईवे पांच (NH-05) की बहाली के लिए वह स्वयं मौके पर उपस्थित होकर कार्य का निरीक्षण कर रहे हैं ताकि शीघ्र बहाली का कार्य पूर्ण किया जा सके।
उन्होंने कहा कि इस मार्ग का शीघ्र अति शीघ्र बहाल होना आवश्यक है ताकि जिला के लोगों की नकदी फसलों को मंडी तक पहुंचाया जा सके और जिला को मुख्य धारा से जोड़ा जा सके।
लोसर से छोटा धड़ा तक रोजाना दो या तीन बार होगी पेट्रोलिंग
काजा। किन्नौर जिला में एनएच 05 पर निगुलसरी के पास जमीन धंसने के कारण मार्ग तीन दिन से बंद है जिसके चलते इलाके के किसानों-बागवानों की फसल खराब न हो इसके लिए स्थानीय प्रशासन ने दूसरा तरीका निकाल लिया है।
काजा से ग्राम्फू मार्ग पर यातायात सुचारू रूप से जारी रहेगा। स्थानीय प्रशासन ने सीमा सड़क संगठन को आदेश दिए हैं कि काजा वाया लोसर ग्राम्फू मार्ग पर मशीनरी की तैनाती करें जो यातायात को निरंतर सुचारू रखे।
सेब, मटर की गाड़ियां उक्त मार्ग से आराम से जा सकती हैं। किन्नौर और लाहौल-स्पीति में आपूर्ति निरंतर जारी रहे जिससे किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
उप मंडलाधिकारी हर्ष नेगी ने जानकारी देते हुए कहा कि 94 आरसीसी और 108 आरसीसी के आफिसर कमांडिग को इस बारे में निर्देश दिए जा चुके हैं। इसके साथ ही एसएचओ काजा को आदेश दिए गए हैं कि लोसर से छोटा धड़ा तक रोजाना दो या तीन बार पेट्रोलिंग करके यातायात पर निगरानी रखे।
इसके अलावा इसकी सूचना नियंत्रण कक्ष काजा में देनी होगी। इस बारे में दो मोबाईल नंबर भी जारी किए गए है जोकि 94599 00399, 89880 98072 है।
वहीं, डीएसपी केलांग को निर्देश दिए गए हैं कि ग्राम्फू से छोटा धड़ा तक निरंतर ट्रेफिक बहाली के लिए निगरानी करते रहे। उक्त मार्ग पर सेटेलाइट के माध्यम से सूचना नियंत्रण काजा में देनी होगी।
रिकांग पिओ। किन्नौर जिला के निगुलसरी के पास भूस्खलन के कारण नेशनल हाईवे पांच (NH-05) तीन दिन से बंद है। सड़क मार्ग बहाली का काम लगातार जारी है। मौके पर मशीनों की मदद से मलबा व चट्टानें हटाकर रास्ता साफ किया जा रहा है।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी भी 400 मीटर तक अवरुद्ध हुए NH-05 की बहाली के लिए तत्परता से दिन-रात स्वयं मौके पर उपस्थित होकर बहाली के कार्य का निरीक्षण कर रहे हैं।
साथ ही नेगी बहाली कार्य के लिए आवश्यक मशीनरी व अन्य उपकरण की उपलब्धता सुनिश्चित कर रहे हैं। बहाली कार्य के लिए अब आरओसी (ROC) मशीनों की मदद ली जा रही है।
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने गत दिवस पटेल इंजीनियरिंग लुहरी प्रोजेक्ट व भारतीय सेना पूह से सामंजस्य स्थापित कर उच्च तकनीक की आरओसी मशीने मंगवाईं जो गत दिवस से बहाली के कार्य में सुचारू रूप से कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि आरओसी (ROC) मशीनों की कार्यकुशलता काफी बेहतर है जिससे अवरुद्ध मार्ग को जल्द से जल्द बहाल करने में मदद मिलेगी।
जगत सिंह नेगी ने इस अवसर पर कहा कि वह हर एक विपरीत स्थिति में जिला के लोगों के साथ प्रतिबद्धता के साथ खड़े हैं तथा हर यथासंभव सहायता प्रदान करने के लिए तत्पर हैं।
इसके दृष्टिगत तीन दिन से अवरुद्ध राष्ट्रीय उच्च मार्ग 05 की बहाली के लिए वह स्वयं मौके पर उपस्थित होकर कार्य का निरीक्षण कर रहे हैं ताकि शीघ्र बहाली का कार्य पूर्ण किया जा सके।
उन्होंने कहा कि इस मार्ग का शीघ्र अति शीघ्र बहाल होना आवश्यक है ताकि जिला के लोगों की नकदी फसलों को मंडी तक पहुंचाया जा सके और जिला को मुख्य धारा से जोड़ा जा सके।
मंत्री जगत सिंह नेगी लगातार कर रहे बहाली कार्य का निरीक्षण
रिकांग पिओ। किन्नौर जिला के निगुलसरी के पास भूस्खलन के कारण नेशनल हाईवे पांच (NH-05) शनिवार को बहाल नहीं हो पाया। नेशनल हाईवे अभी भी बंद है और मार्ग बहाली का काम जारी है।
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण किन्नौर द्वारा जारी ताजा अपडेट के अनुसार NH-05 निगुलसरी के पास सभी प्रकार के वाहनों के लिए बंद है। यानी रिकांग पिओ से रामपुर, शिमला व शिमला से रिकांग पिओ की ओर छोटे-बड़े वाहनों के लिए आवाजाही पूरी तरह बंद है।
हालांकि NH-505 शिमला से रामपुर सभी प्रकार के वाहनों के लिए सुचारू है। NH-05 और NH-505 किन्नौर से काजा वाया समदु सभी प्रकार के वाहनों के लिए सुचारू है। रुतुरंग ब्रिज से बोनिंग सारिंग लिंक रोड भी सभी प्रकार के वाहनों के लिए बंद है।
भूस्खलन के कारण सड़कें अवरुद्ध हुई जिसकी वजह से स्थानीय लोगों के लिए भारी मुसीबत खड़ी हो गई है। इसी बीच शनिवार सुबह 11:03 बजे एक मरीज को आपात स्थिति में रिकांग पिओ से हवाई मार्ग द्वारा इलाज के लिए ले जाया गया।
जानकारी के अनुसार 65 वर्षीय बीमार महिला को वायुसेना के हेलिकाप्टर से आईजीएमसी शिमला उपचार के लिए भेजा गया है। गंगा देवी नेगी, निवासी निचार घर में काम करते समय गिर गईं थी, जिस कारण उनकी रीड़ की हड्डी में काफी चोट आई।
7 सितंबर को क्षेत्रीय अस्पताल रिकांगपिओ में उन्हें दाखिल किया गया था। निगुलसरी में सड़क बंद होने के कारण मरीज को शनिवार सुबह रिकांगपिओ के आईटीबीपी हेलिपैड पहुंचाया गया। करीब 11 बजे वायु सेना के हेलिकॉप्टर से आईजीएमसी शिमला इलाज के लिए भेजा गया।
प्रशासन का कहना है कि स्थानीय अधिकारी रुकावट दूर करने के लिए तत्परता से काम कर रहे हैं। निवासियों से सावधानी बरतने और सड़क की स्थिति के बारे में सूचित रहने का आग्रह किया जाता है।
वहीं, राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज फिर जिला किन्नौर के निगुलसरी में अवरुद्ध राष्ट्रीय उच्च मार्ग-05 पर सड़क बहाली के कार्य का निरीक्षण किया और सड़क बहाली कार्य की प्रगति की समीक्षा की। राजस्व मंत्री ने अवरुद्ध मार्ग के दोनों छोर पर सड़क बहाली के कार्य की प्रगति का जायजा लिया।
राष्ट्रीय उच्च मार्ग प्राधिकरण और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि यह मार्ग जिला किन्नौर की जीवन रेखा है। जिला किन्नौर के मटर और सेब की फसलों को फल मंडियों तक पहुंचाने के लिए सड़क बहाली का कार्य शीघ्र पूर्ण करना आवश्यक है और इसलिए वह स्वयं बहाली के कार्य का निरीक्षण कर रहे हैं।
बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि जिला के लोगों की आय का मुख्य साधन सेब की फसल है तथा बागवानों को उनकी सेब तथा अन्य नकदी फसलों को मंडी तक पहुंचाने में किसी प्रकार की बाधा न हो इसके लिए वह स्वयं गत सायं से अवरुद्ध हुए राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर उपस्थित हैं तथा सड़क बहाली के कार्य का निरीक्षण कर रहे हैं।
उन्होंने जिला के किसानों व बागवानों को आश्वस्त किया की उनकी नकदी फसलों को मंडी तक पहुंचाने के लिए शीघ्र ही सड़क बहाली का कार्य पूर्ण कर दिया जाएगा।