रिकांगपिओ। किन्नौर जिला में नेशनल हाईवे 05 पर निगुलसरी सिंकिंग प्वाइंट में सफर जोखिम भरा हो गया है। यहां पहाड़ी से लगातार बड़े बड़े पत्थर गिर रहे हैं। ऐसे में मार्ग पर लोगों और वाहनों के लिए सफर खतरनाक हो गया है।
डीसी किन्नौर डॉ. अमित कुमार शर्मा के आदेशानुसार निगुलसरी सिंकिंग प्वाइंट में लगातार पत्थर गिरने के कारण उक्त जगह पर नेशनल हाईवे 05 पर शाम 7 बजे से सुबह 5 बजे तक यातायात सभी प्रकार के वाहनों के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगा। आगामी आदेशों तक यह आदेश जारी रहेंगे।
रिकांगपिओ। किन्नौर जिला में निगुलसरी के बाद अब चौरा टनल के पास लैंडस्लाइड हुआ है। शनिवार सुबह भारी भरकम पत्थरों के गिरने से नेशनल हाईवे पांच (NH-05) फिर से पूरी तरह बंद हो गया था।
हालांकि, तुरंत प्रशासन मशीनरी के साथ मौके पर पहुंचा और मार्ग बहाली का काम शुरू किया। फिलहाल पत्थरों के किनारे कर नेशनल हाईवे पांच (NH-05) हल्के वाहनों के लिए अस्थायी रूप से बहाल कर दिया गया है। मार्ग से पत्थर हटाने का काम अभी भी जारी है।
जानकारी के अनुसार आज सुबह आठ बजे अचानक भारी भूस्खलन और पत्थरों के गिरने से नेशनल हाईवे बंद हो गया। नेशनल हाईवे पांच बंद होने से किन्नौर का संपर्क शिमला जिले से पूरी तरह से कट गया।
वहीं, नेशनल हाईवे (NH-05) बंद होने से दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। किन्नौर जिला में बार-बार नेशनल हाईवे पांच बंद होने से इस बार सेब सीजन में बागवानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
रिकांगपिओ। किन्नौर जिला के निगुलसरी में दस दिन से बंद नेशनल हाईवे-05 (NH-05) आखिरकार आज बहाल कर दिया गया है। निगुलसरी में 7 सितंबर, 2023 की रात को नेशनल हाईवे-05 लगभग 400 मीटर तक बाधित हुआ था।
कड़ी मशक्कत के बाद रविवार दोपहर को मार्ग सभी तरह के वाहनों के लिए बहाल कर दिया गया है। इस मार्ग का बहाल होना किन्नौर जिला के किसानों और बागवानों के लिए बड़ी राहत की बात है।
सड़क बहाली का कार्य युद्ध स्तर पर चलाया गया था। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी इस दौरान स्वयं मौके पर उपस्थित रहे तथा उनके नेतृत्व में नेशनल हाईवे-05 की बहाली में एनएचएआई के कर्मचारी व अन्य ठेकदारों के मजदूरों सहित भारतीय सेना व पटेल कम्पनी द्वारा बहाली के कार्य में सहयोग प्रदान किया गया।
नेशनल हाईवे-05 की बहाली के लिए 40 श्रमिकों की तैनाती की गई जिसमें 35 निजी ठेकेदार के तथा पांच नेशनल हाईवे-05 के श्रमिक शामिल रहे। इसके अलावा 01 कनिष्ठ अभियंता, 01 डोज़र, 02 आरओसी मशीनें तथा 03 वायु संपीड़न मशीनों की तैनाती कर सड़क बहाली का कार्य किया गया।
मार्ग बंद होने से जिला के किसानों-बागवानों की फसलों को नुकसान न हो इसके लिए रोड ठीक न होने तक निगुलसरी में रज्जू-मार्ग (रोपवे) का निर्माण किया गया तथा किसानों व बागवानों के सेब व मटर की फसलों को स्पेन के माध्यम से मंडियों तक पहुंचाया गया।
अब तक बागवानों के सेब के 2250 हाफ बक्से, 150 फूल तथा 800 करेटों को रज्जू-मार्ग से मंडियो तक पहुंचाया गया। इसके अलावा 1800 बैग मटर की फसल को भी मंडी तक पहुंचाया गया।
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने बताया कि निगलुसरी में पहाड़ के दरकने से लगभग 400 मीटर तक सड़क पूर्णतः क्षतिग्रस्त हो गई थी तथा चट्टान के कारण सड़क बहाली में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, परंतु दृढ़ निश्चय व संकल्प से सड़क की बहाली का कार्य पूर्ण कर लिया गया।