धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश के मंडी संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत ने सोमवार को धर्मशाला में तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा से भेंट की। इस दौरान उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर भी मौजूद रहे।
दलाई लामा से मिलने के बाद कंगना रनौत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि “यह दिव्य था। यह एक ऐसा अनुभव था जिसे मैं जीवन भर संजोकर रखूंगी।
ऐसे व्यक्ति की उपस्थिति जिसके चारों ओर सरासर दिव्यता है, इसलिए यह मेरे और पूर्व सीएम (जयराम ठाकुर) के लिए बहुत भावनात्मक था। यह कुछ ऐसा है जिसे मैं जीवन भर संजोकर रखूंगी।”
कंगना ने कहा कि दलाई लामा ने कहा कि उन्हें हिमाचल प्रदेश में रहना अच्छा लगता है और वे भारत से बेहद प्यार करते हैं।
वहीं, जयराम ठाकुर ने कहा, ‘धर्मशाला प्रवास के दौरान आज धर्मगुरु दलाई लामा जी से स्नेहशील भेंटवार्ता करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उनका आशीष एवं मार्गदर्शन पाकर अभिभूत हूं।’
धर्मशाला। तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा से न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों ने परिवार सहित मुलाकात की। न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के खिलाड़ी परिवार के साथ एचपीसीए स्टेडियम धर्मशाला में वर्ल्ड कप मैच खेलने पहुंचे हैं।
कांगड़ा। तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा की तबीयत कुछ नसाज़ है। रविवार सुबह दलाई लामा मेडिकल जांच के लिए दिल्ली के लिए रवाना हुए।
तिब्बती धर्मगुरु को भिक्षुओं के साथ उनकी कार में कांगड़ा के गगल हवाई अड्डे पर उतरते देखा गया है। हवाई अड्डे पर उनके अनुयायी धर्मगुरु की एक झलक पाने के लिए कतार में खड़े हुए भी देखे गए।
सूत्रों के अनुसार, दलाई लामा खराब स्वास्थ्य होने के कारण 2-3 अक्टूबर को होने वाले ताइवानी प्रवचन सत्र में शामिल नहीं हुए थे। सूत्रों ने यह भी बताया कि स्वास्थ्य कारणों से उनकी आगामी सिक्किम यात्रा स्थगित की जा सकती है।
दलाई लामा के निजी सचिव छिम रिगज़िन ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है और तिब्बती गुरु अगले कुछ दिनों में वापस आ जाएंगे।
उन्होंने बताया कि आध्यात्मिक नेता आज राष्ट्रीय राजधानी के होटल पहुंचेंगे और स्वास्थ्य जांच के लिए अस्पताल (एम्स) जाएंगे।
इससे पहले, दलाई लामा ने मंगलवार रात सिक्किम में अचानक आई बाढ़ के परिणामस्वरूप हुई जानमाल की हानि और संपत्ति के बड़े पैमाने पर नुकसान पर दुख व्यक्त किया, उनके कार्यालय ने जानकारी दी।
धर्मशाला। चंबा-कांगड़ा लोकसभा सदस्य किशन कपूर ने गत सप्ताह तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा की छवि सोशल मीडिया में धूमिल करने के प्रयास को महामना के विरुद्ध चीन की साजिश करार दिया है।
किशन कपूर ने कहा है महामना के दूसरे घर हिमाचल के लोग इस दुष्प्रचार से अत्यंत आहत हैं और इस संबंध में भारत सरकार से दोषियों के विरुद्ध सख़्त कार्रवाई करने का अनुरोध करते हैं।
सांसद किशन कपूर ने कहा कि महामना दलाई लामा ने तिब्बत से निर्वासन के बाद धर्मशाला के मैक्लोडगंज को अपना दूसरा घर बनाया। तिब्बत की निर्वासित सरकार का मुख्यालय यहां स्थापित किया तथा तिब्बत की आज़ादी के लिए अपना संघर्ष यहां से ही जारी रखा।
महामना दलाई लामा ने विश्व में शांति का संदेश फैलाया और आज उनके अनुयायी विश्व के कोने-कोने से उनके दर्शनार्थ मैक्लोडगंज पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि दलाई लामा के यहां रहने से इस क्षेत्र में पर्यटन को भी बढ़ावा मिला है। उन्होंने कहा कि तिब्बती धर्मगुरु ने सदैव मानवीय मूल्यों के सम्मान की पैरवी की है। उनके विषय में दुष्प्रचार अतार्किक और असंगत है और इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है।
बता दें कि कि हाल ही में सोशल मीडिया पर तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो उस समय का है, जब तिब्बती धर्मगुरु चंडीगढ़ में एक बौद्ध कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए थे। वीडियो में तिब्बती धर्मगुरु एक बच्चे को लिप किस करते दिख रहे हैं।
वीडियो में तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा बच्चे के साथ और मजाकिया लहजे में और भी कुछ कहते नजर आए। दलाई लामा के इस वीडियो पर सोशल मीडिया यूजर्स तीखे कमेंट किए थे।
इसके बाद तिब्बती धर्मगुरु के आधिकारिक कार्यालय ने एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया है कि आध्यात्मिक नेता का मकसद किसी को चोट पहुंचाना नहीं था। उन्हें बेहद दुख है कि उनकी बात से लोगों को दुख पहुंचा है। इसके लिए वे माफी मांगते हैं।
बता दें कि तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा पहले भी विवादों में रह चुके हैं। 2019 में महिलाओं पर टिप्पणी करके उन्होंने विवाद खड़ा कर दिया था। दलाई लामा ने कहा था कि अगर उनकी उत्तराधिकारी एक महिला होती है तो वह आकर्षक होनी चाहिए। उनकी इस टिप्पणी की दुनियाभर में आलोचना हुई थी। यह टिप्पणी उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान की थी, लेकिन विवाद बढ़ने पर उन्हें इसके लिए माफी मांगनी पड़ी।
क्रांति संस्था के संस्थापक धीरज महाजन ने जताया था नीलामी का विरोध
मैक्लोडगंज। डूका वो लैब्राडोर डॉग है जिसने पिछले 12 वर्ष अपनी सेवाएं तिब्बतियों के अध्यात्मिक धर्मगुरु दलाई लामा की सिक्योरिटी में दीं। सेवाएं देकर जब वह बूढ़ा हो गया तो उसकी नीलामी तय कर दी गई। सूंघने की जबरदस्त क्षमता के लिए मशहूर डूका विस्फोटकों को ट्रेस करने में माहिर है। 12 साल की सेवाओं के बाद डूका को रिटायर करने का फैसला लिया गया।
पुलिस विभाग ने आज केंद्र सरकार की अनुमति से मैक्लोडगंज पुलिस लाइन में शिव मंदिर के समीप इसकी नीलामी की। इस नीलामी में 5 लोगों ने भाग लिया और धर्मशाला के अजय ने डूका को 1,550 रुपए में खरीद लिया। इतने साल सेवा देने के बाद अपने घर और उन सब लोगों से दूर जाना डूका के लिए कितना मुश्किल होगा ये कोई नहीं समझ पाया। ये बेजुबान तो अपनी बात रखने में असमर्थ था लेकिन इसके लिए आवाज उठाई क्रांति संस्था के संस्थापक धीरज महाजन ने।
डूका की नीलामी का पता जब क्रांति संस्था के संस्थापक धीरज महाजन को चला तो उन्होंने मौके पर जाकर इसका विरोध जताया और कहा कि इस बेजुबान की भी भावनाएं हैं और अन्य किसी और जगह पर जाकर य़ह अपने पुराने मालिक और माहौल को याद करेगा। उनकी इस बात को डीएसपी नितिन चौहान ने सराहा और नीलामी के बाद डूका को उसके पुराने हैंडलर राजीव को ही सौंप दिया। यानी कि अब डूका दलाई लामा सिक्योरिटी डीएसपी कार्यालय में ही रहेगा।
इस बात से प्रदेशभर के पशु प्रेमी काफी खुश हैं। क्रांति संस्था ने पुलिस विभाग का भी आभार जताया जिन्होंने उनकी बात सुनी। धीरज महाजन ने कहा कि हम सभी मिलकर अगर प्रयास करते रहे तो कभी भी इन बेजुबानों पर अत्याचार नहीं होगा।
दलाई लामा की सुरक्षा में तैनात DSP नितिन चौहान ने बताया कि डूका की सबसे बड़ी खूबी विस्फोटकों से पुलिस को आगाह करना है। वह दलाई लामा के सार्वजनिक कार्यक्रमों से पहले आयोजन स्थल पर रेकी करता था, उसके बाद ही कार्यक्रम सेफ समझे जाते थे। साल 2010 में डूका को आर्मी ट्रेनिंग सेंटर से एक लाख 23 हजार रुपए देकर लाया गया था। उस समय यह सात माह का था। उसकी कुछ ट्रेनिंग यहां हुई। उसके बाद वह लगातार एक सोल्जर की तरह अपनी सेवाएं दे रहा था।