ऋषि महाजन/डमटाल। कांगड़ा जिला के डमटाल के सूरजपुर में एक व्यक्ति के कब्जे से 3280 लीटर स्प्रिट व 9 लाख 09 हजार 450 रुपए की नकदी बरामद की है। आरोपी अवैध शराब बनाने में स्प्रिट का प्रयोग करता था।
बता दें कि पुलिस जिला नूरपुर द्वारा नशे के विरुद्ध चलाए गए अभियान के अंतर्गत नशा माफिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई अमल में लाई गई है।
जिला पुलिस नूरपुर द्वारा गुप्त सूचना के आधार पर राकेश्वर सिंह पुत्र योग राज निवासी सूरजपुर तहसील इंदौरा जिला कांगड़ा के रिहायशी मकान में छापामारी करके 82 कैन बरामद किए हैं।
प्रत्येक कैन में 40 लीटर स्प्रिट (Sprit) भरा था। आरोपी के कब्जे से कुल 3280 लीटर स्प्रिट व 9 लाख 09 हजार 450 रुपए की नगदी बरामद करने में सफलता प्राप्त हुई है।
आरोपी के खिलाफ पुलिस थाना डमटाल में मामला दर्ज किया है। मामले में आगामी कार्रवाई जारी है। मामले की पुष्टि एसपी पुलिस जिला नूरपुर अशोक रत्न ने की है।
नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट पहला ऑर्डर मिला
ऋषि महाजन/नूरपुर। हिमाचल के पुलिस जिला नूरपुर के तहत एक चिट्टा तस्कर पर बड़ी कार्रवाई अमल में लाई गई है। नूरपुर पुलिस को नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट के तहत डिटेंशन ऑर्डर प्राप्त हुआ है।
इस एक्ट के तहत हिमाचल प्रदेश में यह पहला ऑर्डर है। नूरपुर पुलिस ने फाइनेंशियल इन्वेस्टिगेशन कर इस एक्ट के तहत नूरपुर तहसील निवासी पुनीत महाजन उर्फ चिंपू का केस दिल्ली भेजा था।
शनिवार को ही नूरपुर पुलिस को सचिव होम से डिटेंशन ऑर्डर मिला है। ऑर्डर मिलने के बाद पुलिस ने उक्त चिट्टा तस्कर की संपत्ति को अटैच करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह जानकारी पुलिस जिला नूरपुर के एसपी अशोक रतन ने मीडिया से बातचीत में दी है।
उन्होंने बताया कि पुनीत महाजन उर्फ चिंपू के खिलाफ ड्रग तस्करी के पांच मामले दर्ज हैं। वर्ष 2023 में ही चिट्टे (हेरोइन) के 3 मामले दर्ज हुए हैं। इसमें दो मामले पुलिस स्टेशन नूरपुर में दर्ज हुए हैं।
नूरपुर में दर्ज दूसरे केस के तहत डिटेंशन ऑर्डर के लिए केस बनाकर दिल्ली भेजा था। न्यायिक हिरासत से बाहर आने पर आरोपी दोबारा चिट्टा तस्करी में संलिप्त पाया गया। इसके बाद पुलिस स्टेशन इंदौरा में चिट्टे के साथ पकड़े जाने पर आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
पाया गया कि पुनीत महाजन उर्फ चिंपू जमानत पर आने के बाद भी इस धंधे में एक्टिव था। चिट्टे के कारोबार में लगातार संलिप्त था। वह आस पड़ोस की पंचायतों में चिट्टा सप्लाई करता था। नूरपुर पुलिस द्वारा भेजे प्रपोजल पर डिटेंशन ऑर्डर मिला है। इसे सचिव होम की तरफ से स्वीकृति मिली है।
एसपी ने बताया कि नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट ऐसा कानून है कि जिसमें बार बार ड्रग्स का धंधा करने वाले करते हैं और जमानत की शर्तों को भी नहीं मानते हैं, उनके खिलाफ प्रपोजल बनाया जाता है। इसे दिल्ली भेजा जाता है।
डिटेंशन अथॉरिटी सचिव होम होते हैं। इसके लिए हिमाचल सरकार ने भी एक एडवाइजरी बोर्ड का गठन किया है। इसमें चेयरमैन और दो सदस्य हैं। यह ऐसा एक्ट है कि जिसमें पावर को जस्टिफाई भी करना है और ड्रग के प्रचलन को भी कम करना है।
उन्होंने बताया कि एनडीपीएस एक्ट में सेक्शन 68 (F) के चेप्टर 5 (A) के तहत फाइनेंशियल इन्वेस्टिगेशन करते हैं। इसमें उन्हीं की संपत्ति अटैच कर सकते हैं, जिसमें 10 साल और 10 साल से अधिक सजा है।
अगर किसी आरोपी के खिलाफ किसी अथॉरिटी ने डिटेंशन ऑर्डर दिया हो तो किसी भी आरोपी की संपत्ति को 68(A) (C) के तहत अटैच कर सकते हैं। एडवाइजरी बोर्ड मान्य मानेंगे तो उसे जब्त किया जा सकेगा।
एसपी ने बताया कि पुलिस जिला नूरपुर के तहत जो व्यक्ति बार-बार ऐसी गतिविधियों में संलिप्त हैं और जिन्होंने अधिक से अधिक संपत्ति बनाई, उनके खिलाफ इस एक्ट के तहत कानून रूप से कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
उन्होंने लोगों से आह्वान किया है कि ड्रग्स तस्करों की सूचना पुलिस को दें। उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 में नूरपुर पुलिस जिला के तहत ड्रग्स तस्करों की पौने चार करोड़ की संपत्ति अटैच की है। अब तक साढ़े 10 करोड़ की संपत्ति अटैच कर चुके हैं।
ऋषि महाजन/नूरपुर। हिमाचल के पुलिस जिला नूरपुर के तहत डमटाल में देह व्यापार के धंधे का पर्दाफाश हुआ है। मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। साथ ही एक महिला को छुड़ाया है।
बता दें कि पुलिस स्टेशन डमटाल की टीम को एके ढाबा एंड गेस्ट हाउस में देह व्यापार की गुप्त सूचना मिली थी। गुप्त सूचना पर पुलिस टीम ने होटल पर रेड की।
होटल के संचालक अश्वनी कुमार पुत्र प्रथमन साहु और पिंटु के कब्जे से एक महिला को छुड़ाया। पुलिस स्टेशन डमटाल में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामले की पुष्टि पुलिस जिला नूरपुर के एसपी अशोक रत्न ने की है।
ऋषि महाजन/नूरपूर। हिमाचल के पुलिस जिला नूरपुर के तहत नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। पुलिस थाना नूरपुर की टीम ने चरस के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। एक आरोपी पर पहले भी चरस आदि के सात मामले दर्ज हैं।
बता दें कि पुलिस थाना नूरपुर की टीम ने गारन में रविन्द्र कुमार पुत्र ज्ञान चंद निवासी गांव पट्टा तहसील फतेहपुर जिला कांगड़ा की गाड़ी से 631 ग्राम चरस बरामद की। आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी से कड़ी पूछताछ की गई।
पूछताछ के आधार पर दूसरे आरोपी अजीत कुमार पुत्र पुन्नू राम निवासी गांव गुवाड़ तहसील भरमौर जिला चंबा को नियाजपुर से गिरफ्तार किया गया और उसके कब्जे से 61 हजार रुपए बरामद किए।
आरोपी रविन्द्र कुमार शातिर व अभ्यस्थ अपराधी है। आरोपी पर ज्वाली और मंडी के जोगिंदर नगर में मामले दर्ज हैं। इसमें 6 मामले ज्वाली पुलिस में दर्ज हैं।
नाकाबंदी के दौरान गाड़ी नंबर PB06-BB-3676 स्विफ्ट कार की चेकिंग में राहुल पुत्र नरेंद्र पाल, दीपक मल्होत्रा पुत्र प्रेम नाथ और सुलभ अभिनंदन पुत्र कालीचरण सभी निवासी पठानकोट के कब्जे से 187.70 ग्राम अफीम बरामद की गई है।
आरोपियों की तलाशी लेने पर आरोपी राहुल के कब्जे के एक देसी कट्टा, एक रौंद, दीपक से एक पिस्टल,एक रौंद और सुलभ अभिनंदन के कब्जे देसी कट्टे के दो रौंद बरामद हुए हैं।
पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीसी और आर्म्स एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। मामले में आगामी कार्रवाई जारी है।
ऋषि महाजन/नूरपुर। पुलिस जिला नूरपुर की पुलिस ने वन माफिया पर बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस थाना नूरपुर के अंतर्गत गंगथ में एक ट्रक से 478 टीन बिरोजा बरामद किया है। मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
बता दें कि पुलिस टीम गंगथ में नाकाबंदी पर थी। इस दौरान एक ट्रक को जांच के लिए रोका गया। जांच करने पर ट्रक में अवैध रूप से ले जाए जा रहे बिरोजा के 478 टीन बरामद किए हैं। बिरोजा होशियारपुर पंजाब ले जाया जा रहा था।
मामले में पुलिस ने मेहर सिंह पुत्र नंद लाल निवासी नागिन बरली तहसील पधर मंडी, भूपिंद्र सिंह पुत्र ज्ञान चंद और कुलतार सिंह पुत्र ज्ञान चंद निवासी पंजाब को गिरफ्तार करके उनके खिलाफ भारतीय वन अधिनियम की धारा 41, 42 और आईपीसी की धारा 379, 34 के तहत मामला दर्ज किया है। मामले में आगामी कार्रवाई जारी है।
गौरतलब है कि पुलिस जिला नूरपुर द्वारा वन माफिया के खिलाफ कार्रवाई करते हुए वर्ष 2023 में 1 अक्टूबर 2023 तक वन अधिनियम के अधीन कुल 6 अभियोग दर्ज किए गए हैं।
ब्राहमणा दा नाला झिकली खन्नी में अवैध खनन करते पकड़े
ऋषि महाजन/नूरपुर। हिमाचल के पुलिस जिला नूरपुर में अवैध खनन के खिलाफ शिकंजा जारी है। अब गुप्त सूचना के आधार पर खनन माफिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। रात के अंधेरे में अवैध खनन करतीं 8 जेसीबी और 8 टिप्पर को पकड़ा है।
पुलिस को ब्राहमणा दा नाला झिकली खन्नी में अवैध खनन को लेकर गुप्त सूचना मिली थी। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस थाना नूरपुर की टीम ने कार्रवाई करते हुए रात को अवैध खनन को अंजाम दे रहीं 8 जेसीबी और 8 टिप्पर को मौके पर पकड़ा। जेसीबी और टिप्पर को जब्त कर मामला दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी है। बता दें कि पुलिस जिला नूरपुर ने गठन के करीब 11 माह में अवैध खनन के करीब 800 चालान किए हैं। साथ ही 94 लाख 26 हजार के करीब जुर्माना वसूला है।
ऋषि महाजन/नूरपुर।हिमाचल के डीजीपी संजय कुंडू शनिवार को नूरपुर पहुंचे। उन्होंने यहां पुलिस जिला नूरपुर एसपी ऑफिस और पुलिस लाइन के लिए जमीन देखी। नूरपुर में मीडिया से बातचीत में डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि जसूर एग्रो इंडस्ट्रीज में एसपी ऑफिस के लिए जमीन देखी है। एग्रो इंडस्ट्रीज को भी इसमें कोई आपत्ति नहीं है। जल्द ही जमीन विभाग के नाम ट्रांसफर हो जाएगी।
पुलिस लाइन के लिए रैहन और राजा का तालाब में जमीन देखी। पर यह जमीन एसपी ऑफिस से काफी दूर है। कर्मचारी को आने-जाने में दिक्कत हो जाएगी। हमारी प्राथमिकता है कि पुलिस लाइन की जमीन एसपी ऑफिस से पांच किलोमीटर दायरे में हो। इसके लिए नागनी में जमीन देखी गई है। इसका जल्द ही एफसीए केस बनाकर भेजा जाएगा।
डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि बॉर्डर क्षेत्र होने के चलते नूरपुर को पुलिस जिला का दर्जा दिया गया है। पुलिस जिला नूरपुर 26 अगस्त 2022 को बना था। 11 माह में पुलिस जिला नूरपुर ने अच्छा काम किया है। उन्होंने बताया कि करीब 11 माह में एनडीपीएस के 115 मामले दर्ज हुए हैं और करीब चार किलो चिट्टा बरामद किया है। साथ ही 1 करोड़ 21 लाख 12 हजार 420 का कैश सीज किया है।
जब नूरपुर कांगड़ा एसपी ऑफिस के अधीन था तो 82 केस और 454 ग्राम चिट्टा पकड़ा था। पैसों की जब्ती 4 करोड़ 57 लाख थी। संजय कुंडू ने कहा कि सीमावर्ती जिला है। पंजाब बॉर्डर के साथ लगता है। पहले भी आतंकी वारदात हुई हैं। आतंकी हिमाचल में न घुस सकें और चिट्टे की तस्करी पर अंकुश लगे इसके चलते नूरपुर पुलिस जिला बनाया गया था।
नूरपुर पुलिस जिला बनने पर अवैध खनन पर भी शिकंजा कसा है। करीब 11 माह की अवधि में 797 चालान किए हैं और 94 लाख 26 हजार जुर्माना वसूला गया है। कांगड़ा के अधीन होते 426 चालान और 17 लाख फाइन था। नूरपुर पुलिस जिला से पांच एनडीपीएस के केस 9.87 करोड़ संपत्ति सीज के लिए वित्त मंत्रालय भेजे गए हैं।
इनमें से 3 करोड़ रुपए की पुष्टि हो गई है और उन्हें पक्के तौर पर सीज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान सबसे अधिक कैश सीज नूरपुर पुलिस जिला में हुआ है। करीब दो करोड़ की राशि जब्त की है, जोकि ट्रेजरी में जमा है। जिसे लेने के लिए भी कोई नहीं आया है।