-
Himachal Latest
-
Trending News
नगरोटा सूरियां। हिमाचल के जवाली विधानसभा क्षेत्र के तहत ग्राम पंचायत कुठेहड़ पंचायत उपप्रधान वीना शर्मा को निलंबित कर दिया गया है। पंचायत उपप्रधान वीना शर्मा को बिना अनुमति और एनओसी के वन भूमि पर श्मशान घाट निर्माण का दोषी पाते हुए निलंबित किया है। जिला पंचायत अधिकारी नीलम कटोच ने इस बाबत आदेश जारी किए हैं।
क्यों सुर्खियों में रही थी कुठहेड़ पंचायत
बीडीओ ऑफिस नगरोटा सूरियां की कुठहेड़ पंचायत आलीशान पंचायत घर और श्मशान घाट निर्माण को लेकर सुर्खियों में आई थी। सोशल मीडिया पर भी फोटो व वीडियो खूब वायरल हुए थे। लोगों ने पंचायत प्रतिनिधियों की भी काफी प्रशंसा की थी। यहां पर करीब 66 लाख खर्च कर श्मशान घाट का निर्माण हुआ है। पंचायत में जो कार्य हुए हैं, वे दिखते भी हैं।
उपप्रधान वीना शर्मा पहले प्रधान थीं और पति सुशील कनौजिया उपप्रधान थे। अब उनके पति प्रधान हैं। जब वह प्रधान थीं तो कुठहेड़ पंचायत मनरेगा में देश भर में नंबर तीन पर भी रह चुकी है। पंचायत में विकास को देखते हुए लोग वीना शर्मा के परिवार पर ही भरोसा जताते हैं। लोग उनके परिवार को ही सत्ता सौंपते आए हैं।
एक पहलू यह भी है कि पूर्व भाजपा कार्यकाल में पंचायत बेहतरीन विकास को लेकर खासी सुर्खियों में रही थी। इससे राजनीति गलियारों में भी काफी हलचल हुई थी। हालांकि भाजपा सरकार के समय ही कुछ लोग पंचायत में विकास कार्यों को लेकर सवाल उठाते रहे हैं।
सत्ता बदलते ही यह कार्रवाई अमल में लाई गई है। सूत्रों की मानें तो जवाली क्षेत्र के कांग्रेस के एक बड़े नेता और उनके समर्थक पंचायत उपप्रधान से नाराज थे। नाराजगी का कारण राजनीतिक है। कांग्रेस की सरकार सत्ता में आते ही श्मशान घाट में अनियमितताओं की शिकायत पर कार्रवाई शुरू हो गई थी।
क्या है निलंबन आदेशों में
मामले को लेकर शिकायत अब्बास खान और ईश्वर सिंह ने की थी। मामले की प्रारंभिक जांच बीडीओ नगरोटा सूरियां ने की थी। प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर विकास कार्यों के क्रियान्वयन में अनियमितताएं बरतने के लिए उपप्रधान (तत्कालीन प्रधान) वीना शर्मा को बीडीओ नगरोटा सूरियां ने 19 अगस्त 2023 को कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
इस जवाब 14 दिसंबर 2023 को कारण बताओ नोटिस का जवाब प्राप्त हुआ। आदेशों में लिखा गया है कि जवाब का गहनता से अध्ययन और समीक्षा करने पर उत्तर संतोषजनक नहीं पाया गया है। पंचायत उपप्रधान को जवाब के एक माह में ही दोषी करार दिया गया।
आरोप के अनुसार जांच रिपोर्ट में ग्राम पंचायत कुठहेड़ द्वारा श्मशान घाट घमीरतल के लिए वर्ष 2015-16 से वर्ष 2020-21 तक भिन्न-भिन्न सात मदों में कुल 66 लाख 73 हजार 746 रुपए की राशि व्यय की गई है, जबकि श्मशान घाट का निर्माण मौजा अंबल टीका ध्याला के खसरा नंबर 22,22/1 वन भूमि पर बिना विभागीय अनुमति/अनापत्ति प्रमाण के किया गया, जोकि ग्राम पंचायत द्वारा बरती गई लापरवाही का परिचायक है।
इसके अलावा ग्राम पंचायत कुठहेड़ द्वारा कथित श्मशान घाट का निर्माण ग्राम पंचायत नढौली के अधिकार क्षेत्र में स्थित भूमि पर किया गया है, लेकिन इस निर्माण कार्य को न्यायोचित ठहराने के लिए ग्राम पंचायत कुठेहड़ द्वारा न तो संबंधित ग्राम सभाओं का संयुक्त प्रस्ताव पारित किया है और न ही संबंधित ग्राम पंचायतों की संयुक्त निर्माण समिति का गठन किया है, जोकि नियमानुसार अनुचित है।
साथ ही पंचायत पदाधिकारी द्वारा उक्त कारण बताओ नोटिस का उत्तर निर्धारित अवधि के भीतर प्रस्तुत नहीं किया है, जबकि कथित पंचायत पदाधिकारी को नोटिस की प्रति पंजीकृत डाक और पंचायत चौकीदार के माध्यम से तामिल के लिए भेजी गई थी। पर उक्त पदाधिकारी ने नोटिस प्राप्त नहीं किया जोकि विभागीय आदेशों की सरासर अवहेलना है।
उपरोक्त के दृष्टिगत जिला पंचायत अधिकारी कांगड़ा स्थित धर्मशाला नीलम कटोच ने हिमाचल प्रदेश पंचायती राज अधिनियम 1994 की धारा 145()1 (ग) पठित हिमाचल प्रदेश पंचायती राज (नियम) 1997 के नियम 142(1) (क) के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तत्काल प्रभाव से उपप्रधान ग्राम पंचायत कुठहेड़ वीना शर्मा को पद से निलंबित कर दिया। साथ ही निर्देश दिए कि ग्राम पंचायत कुठहेड़ की चल/अचल संपत्ति यदि कोई उनके पास हो तो, वह उसे तुरंत ग्राम पंचायत सचिव को सौंपना सुनिश्चित करें।
अगर 8 जनवरी 2024 को जारी निलंबन आदेशों की बात करें तो इसमें कार्रवाई का कारण जनहित में वन भूमि पर बिना अनुमति श्मशान घाट निर्माण और कारण बताओ नोटिस का समय पर जवाब नहीं देना है। इसके अलावा पैसे आदि किसी प्रकार की अनियमितता का जिक्र इसमें नहीं है।
जनहित में किए इस कार्य के लिए पंचायत उपप्रधान सच में दोषी हैं या नहीं हैं, नियम तोड़ने पर प्रधान बनती थी या नहीं, यह समझ पाना मुश्किल है। पर इतना जरूर है कि कहीं न कहीं इसमें राजनीति की बू भी आ रही है।
बीडीओ नगरोटा सूरियां श्याम सिंह का कहना है कि कुठहेड़ पंचायत उपप्रधान को निलंबन करने के आदेश जारी हुए हैं। निलंबन का मुख्य कारण वन भूमि पर बिना अनुमति श्मशान घाट का निर्माण ही है।
शिमला। हिमाचल कांग्रेस विधानसभा चुनाव के दौरान दी 10वीं गारंटी पूरी करने जा रही है। कृषि व पशुपालन मंत्री चौधरी चंद्र कुमार के दावे के अनुसार पहली जनवरी से गोबर की खरीद शुरू की जाएगी। सरकार दो रुपए प्रति किलो के हिसाब के खरीद करेगी। सरकार गोबर कच्चा नहीं बल्कि कंपोस्ट खाद रूप में खरीदेगी। कंपोस्ट खाद किसानों को खुद अपने खेत में तैयार करनी होगी। हालांकि, विधानसभा चुनाव के दौरान दी गारंटी के अनुसार सरकार ने गोबर खरीदने की बात कही थी, न कि गोबर की खाद खरीदने की। कांग्रेस की 10वीं गारंटी में साफ तौर पर लिखा था कि 2 रुपए किलो में गोबर की खरीद होगी।
ऐसे में सरकार का एक साल पूरा होते-होते गोबर जो है खाद में बदल गया है। अब किसान को पहले कंपोस्ट खाद तैयार करनी होगी, फिर सरकार उसे दो रुपए प्रति किलो के हिसाब से खरीदेगी। इससे किसान भी असमंजस में हैं कि गोबर खाद खेतों में डालें या सरकार को बेचें। कांगड़ा के कुछ किसानों का कहना है कि गोबर खाद अपने ही खेतों में डालने के लिए पूरी नहीं होती तो बेचेंगे क्या। वैसे भी गोबर खाद बेचने से कोई विशेष लाभ किसानों को होने वाला नहीं है।
हालांकि, डेयरी वालों को जरूर इसका लाभ हो सकेगा। लेकिन, इसका नुकसान भी कुछ किसानों को होगा। क्योंकि जिन किसानों ने पशु नहीं रखें हैं, वे डेयरी वालों से गोबर की खाद लेते हैं। खाद लेकर खेतों में डालते हैं और सब्जियां आदि उगाते हैं। बाकी गोबर खरीद योजना शुरू होने के बाद पता चल पाएगा कि इसका कितना लाभ किसानों को होता और यह योजना कितनी सफल रहती है।
बता दें कि कांगड़ा जिला के जवाली विधानसभा क्षेत्र के नगरोटा सूरियां में दो दिन पहले एक कार्यक्रम के दौरान कृषि व पशुपालन मंत्री चौधरी चंद्र कुमार ने ऐलान किया था कि सरकार पहली जनवरी से गोबर खाद खरीदना शुरू कर देगी। गोबर दो रुपए प्रति किलो के हिसाब से खरीदा जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए बोरी का सैंपल बना लिया है और जल्द ही बोरी मार्केट में आएगी।
गोबर से आर्गेनिक खाद तैयार की जाएगी, जिसे सरकारी उपक्रम हिमफेड के माध्यम से किसानों को उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में आर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए इस खाद का उपयोग कृषि व बागवानी विभाग के फार्मों में भी किया जाएगा। इसके अतिरिक्त बागवानी व सेब बाहुल्य क्षेत्रों में भी इस खाद की बिक्री कृषि व बागवानी विभाग के माध्यम से सुनिश्चित की जाएगी, ताकि लोगों को आर्गेनिक खेती के लिए प्रेरित किया जा सके। प्रदेश सरकार द्वारा आर्गेनिक खाद से फसल तैयार करने वाले किसानों को चिन्हित करने के साथ उनसे ऊंची कीमतों पर फसलों को खरीदा जाएगा।
ऋषि महाजन/नगरोटा सूरियां। कृषि व पशुपालन मंत्री चौधरी चंद्र कुमार ने बताया है कि प्रदेश सरकार अपनी चुनावी गारंटी के तहत अब पशुपालकों से पहली जनवरी से दो रुपए प्रति किलो की दर से गोबर की खरीद शुरू करेगी। गोबर खाद के रूप में लिया जाएगा, कच्चा नहीं लिया जाएगा। यह जानकारी उन्होंने वीरवार को ज्वाली विधानसभा क्षेत्र के नगरोटा सूरियां में जनसभा को संबोधित करते हुए दी।
कृषि मंत्री ने बताया कि गोबर से आर्गेनिक खाद तैयार की जाएगी, जिसे सरकारी उपक्रम हिमफेड के माध्यम से किसानों को उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में आर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए इस खाद का उपयोग कृषि व बागवानी विभाग के फार्मों में भी किया जाएगा। इसके अतिरिक्त बागवानी व सेब बाहुल्य क्षेत्रों में भी इस खाद की बिक्री कृषि व बागवानी विभाग के माध्यम से सुनिश्चित की जाएगी, ताकि लोगों को आर्गेनिक खेती के लिए प्रेरित किया जा सके।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा आर्गेनिक खाद से फसल तैयार करने वाले किसानों को चिन्हित करने के साथ उनसे ऊंची कीमतों पर फसलों को खरीदा जाएगा।
कृषि मंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने के वायदे पर कार्य कर रही है, जिसके तहत सभी विभागों में भर्ती प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र की सड़कों के सुधार एवं बेहतर रखरखाव के लिए करोड़ों रुपए के बजट का प्रावधान करवाया गया है। उन्होंने बताया कि नगरोटा सूरियां में गज खड्ड पुल तथा सुखाहार नहर परियोजना के निर्माण के लिए भी जल्द राशि उपलब्ध करवाई जाएगी।
चौधरी चंद्र कुमार ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा समाज के हर वर्ग के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं और विभागीय अधिकारी इन योजनाओं का लाभ हर वर्ग तक पहुंचना सुनिश्चित करें।
कृषि मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के कुशल नेतृत्व में प्रदेश सरकार 11 दिसंबर को अपना एक वर्ष का सफल कार्यकाल पूरा करने जा रही है। इस वर्ष प्रदेश में घटित भयंकर आपदा के बावजूद प्रदेश सरकार ने अनेक जनहितैषी योजनाएं धरातल पर लागू करने के साथ प्रदेश हित में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सत्ता संभालने पर लोगों से पारदर्शी प्रशासन देने का जो वादा किया था उस पर प्रदेश सरकार खरा उतरी है।
उन्होनें कहा कि प्रदेश सरकार व्यवस्था परिवर्तन के ध्येय के साथ काम कर रही है जिसके फलस्वरूप कई जनहितैषी फैसले लेकर व्यवस्था में बदलाव किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बदलाव का यह दौर इसी तरह जनसेवा में आगे भी जारी रहेगा।
कृषि मंत्री ने इस अवसर पर जनसमस्याएं भी सुनीं तथा संबंधित अधिकारियों को समस्याओं के शीघ्र समाधान के निर्देश दिए ताकि लोगों को सभी मूलभूत सुविधाएं घर-द्वार के नजदीक उपलब्ध हो सकें।
देहरा। मुबारिकपुर से देहरा की तरफ ढलियारा के पास मोड़ पर एक सड़क हादसा पेश आया है। यहां दो ट्रक के बीच जोरदार टक्कर हो गई। ये दोनों ट्रक एक दूसरे के आगे-पीछे चल रहे थे।
मोड़ पर अचानक से पीछे चल रहे ट्रक की स्पीड बढ़ गई और वह आगे चल रहे ट्रक से टकरा गया, जिस कारण आगे वाला ट्रक बीच सड़क में ही पलट गया जबकि दूसरा क्रैश बैरियर से टकराकर रुक गया।
जानकारी के अनुसार दोनों ट्रकों में पाइपें लोड थीं और ये ट्रक हिसार से नगरोटा सूरियां जा रहे थे। पीछे वाले ट्रक के ड्राइवर का कहना है कि गाड़ी के ब्रेक फेल होने के कारण ये हादसा हुआ है।
हादसे वाली जगह के पास बिजली विभाग के करीब 6 आउटसोर्स कर्मी बुश कटिंग का कार्य कर रहे थे। इनमें से दो कर्मी विजय और संजीव ट्रक की चपेट में आकर घायल हो गए, जिन्हें प्राथमिक उपचार के लिए देहरा भेजा गया है। ट्रैफिक पुलिस इंचार्ज ने बताया कि पुलिस घटना की जांच कर रही है।
देहरा। नगरोटा सूरियां से बद्दी एचआरटीसी (HRTC) बस सर्विस शुक्रवार से शुरू हो गई है। देहरा डिपो की बस पहले नगरोटा सूरियां से देहरा चलती थी। अब इसका रूट नगरोटा सूरियां से बद्दी कर दिया गया है। बस वाया सकरी, हरिपुर, देहरा, नैहरनपुखर, ढलियारा, भरवाईं, मुबारकपुर, अंब, ऊना, नालागढ़ चलेगी।
बस की टाइमिंग की बात करें तो बस नगरोटा सूरियां से सुबह 5 बजकर 45 मिनट पर बद्दी के लिए निकलेगी। सकरी से 6 बजकर 5 मिनट, गुलेर से 6 बजकर 30 मिनट, हरिपुर से 6 बजकर 40 मिनट, देहरा से 7 बजकर 5 मिनट, नैहरनपुखर से 7 बजकर 20 मिनट, ढलियारा से 7 बजकर 25 मिनट, भरवाईं से 7 बजकर 50 मिनट, मुबारकपुर से 8 बजकर 15 मिनट, अंब से 8 बजकर 20 मिनट पर चलकर 9 बजकर 10 मिनट पर ऊना पहुंचेगी। ऊना से 9 बजकर 25 मिनट पर रवाना होगी। नालागढ़ 11 बजकर 25 और बद्दी 11 बजकर 55 मिनट के करीब पहुंचेगी।
बद्दी से बस दोपहर 12 बजकर 45 मिनट पर नगरोटा सूरियां के लिए रवाना होगी। नालागढ़ से 1 बजे, ऊना से 3 बजकर 5 मिनट, अंब से 3 बजकर 45 मिनट, मुबारकपुर से 3 बजकर 50 मिनट, भरवाईं से 4 बजकर 15 मिनट, ढलियारा से 4 बजकर 40 मिनट, नैहरनपुखर से 4 बजकर 45 मिनट, देहरा 5 बजे पहुंचेगी। देहरा से 5 बजकर 35 मिनट पर निकलेगी। हरिपुर से 6 बजकर 10 मिनट, गुलेर 6 बजकर 20, सकरी से 6 बजकर 45 मिनट पर निकल कर शाम सात बजे नगरोटा सूरियां पहुंचेगी। किराए की बात करें तो नगरोटा सूरियां से बद्दी 307, गुलेर से बद्दी 285, हरिपुर से बद्दी 280 और देहरा से बद्दी 241 रुपए लगेंगे। आरएम देहरा कुशल कुमार ने बताया कि नगरोटा सूरियां से बद्दी बस रूट शुक्रवार से शुरू कर दिया गया है। पहले यह बस नगरोटा सूरियां से देहरा तक चलती थी। इसी रूट को एक्सटेंड किया गया है।
बता दें कि बस शुरू होने से नगरोटा, हरिपुर से आसपास के क्षेत्रों से बद्दी आदि में नौकरी करने वाले लोगों को काफी सुविधा मिलेगी।
https://youtu.be/SLOjG7XEzQU https://youtu.be/WpZLrk3xUfI