शिमला। हिमाचल प्रदेश में दिसंबर माह में मौसम गर्मी वाले तेवर दिखा रहा है। राजधानी शिमला में सर्द मौसम गर्मी का एहसास दिला रहा है। सर्दियों के मौसम में चिलचिलाती धूप पड़ रही है। प्रदेश के अधिकतर क्षेत्रों में अधिकतम तापमान सामान्य से 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक अधिक चल रहा है। पिछले 24 घंटे के दौरान शिमला का तापमान सामान्य से लगभग 6 डिग्री अधिक उछाल के साथ 20 डिग्री पहुंच गया जो 2017 के बाद सर्वाधिक है।
मौसम विभाग की मानें तो 2016 में अधिकतम तापमान 22.3 डिग्री तक गया था, जबकि 2017 में 21.3 डिग्री सेल्सियस रहा था। हालांकि न्यूनतम तापमान सामान्य चल रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के कई भागों में इस सर्दी के मौसम में अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा दर्ज किया जा रहा है। मौसम विभाग ने आगामी 21 दिसंबर तक मौसम साफ रहने की संभावना व्यक्त की है।
मंडी। हिमाचल प्रदेश में चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे करीब 12 घंटे से बंद है। शनिवार सुबह तक भी मार्ग पर आवाजाही बंद है। शुक्रवार देर रात मंडी जिला में 4 मील के पास लैंडस्लाइड हुआ है, जिसकी वजह से पहाड़ी से पत्थर व मलबा गिरने के चलते हाईवे पूरी तरह से बंद हो गया है। रात को हाईवे के दोनों ओर भारी जाम लगा रहा।
जिला प्रशासन ने मंडी से कुल्लू जा रहे वाहन चालकों को वाया शिवाबधार, कटौला, बाजौरा मार्ग इस्तेमाल करने व कुल्लू से मंडी की ओर या फिर चंडीगढ़ की ओर जा रहे वाहन चालकों को पंडोह से वाया गौहर चेल चौक से आने-जाने की हिदायत दी है।
फिलहाल जिला प्रशासन ने नेशनल हाईवे को बहाल करने के लिए मशीनरी तैनात कर दी है। दोपहर तक नेशनल हाईवे वाहनों की आवाजाही के लिए खुलने के आसार हैं। पुलिस अधीक्षक मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने वाहन चालकों से नेशनल हाईवे पर सफर न करने की अपील की है।
बता दें कि पंडोह-मंडी रोड पर फोरलेन निर्माण के लिए पहाड़ों की कटिंग का कार्य चल रहा है, जिस कारण आए दिन पहाड़ी से मलबा गिरने की घटनाएं होती रहती हैं।
शिमला। हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर 8 दिसंबर यानी गुरुवार को मतगणना होनी है। इस दिन प्रदेश के कबायली क्षेत्रों में मौसम खराब रहने वाला है। मौसम विभाग की ओर से 8 से लेकर 10 दिसंबर तक मौसम खराब रहने आशंका जताई गई है।
इस दौरान ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना व्यक्त की है, जबकि धुंध को लेकर मौसम विभाग की ओर से अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि मतदान के दिन मौसम साफ रहा था।
मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि प्रदेश में आगामी 2 दिन तक ऊपरी इलाकों में मौसम खराब रहेगा। इस दौरान प्रदेश के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों किन्नौर, लाहौल-स्पीति चंबा, कुल्लू जिलों में बर्फबारी के आसार हैं।
हालांकि, हिमाचल में इस दौरान तापमान के सामान्य रहने के आसार हैं। हिमाचल के केलांग में न्यूनतम तापमान माइनस 5.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि शिमला में आज का न्यूनतम तापमान 6.7 रहा।
शिमला।हिमाचल में पिछले 24 घंटे में मौसम शुष्क रहा है। न्यूनतम और अधिकतम तापमान में कोई बदलाव नहीं हुआ है औसत न्यूनतम औऱ अधिकतम तापमान सामान्य रहे हैं। आज सबसे कम न्यूनतम तापमान केलांग का -4.8 डिग्री और पिछले कल अधिकतम तापमान ऊना का 26.8 डिग्री सेल्सियस रहा है।
हिमाचल में 8 दिसंबर तक मौसम शुष्क बने रहने का अनुमान है। 8 दिसंबर को उच्च पर्वतीय क्षेत्रों लाहौल स्पीति, किन्नौर, चंबा और कुल्लू व मंडी के ऊपरी क्षेत्रों में एक दो स्थानों पर बारिश और बर्फबारी की संभावना है।
वहीं, तीन दिन चार में येलो अलर्ट जारी हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 4, 5 और 6 दिसंबर के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। सुबह से समय बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा. मंडी जिलों के एक दो स्थानों पर मध्यम से घना कोहरा रहने की संभावना जताई है। इसलिए वाहन चालक सुबह के समय सावधानी से आवाजाही करें।
हिमाचल में दिसंबर माह अब तक सूखा ही गुजरा है। बिल्कुल भी बारिश नहीं हुई है। सभी जिलों में सामान्य बारिश की बात करें तो जिलों में सामान्य बारिश से 100 फीसदी कम बारिश हुई है। वहीं, एक अक्टूबर 2022 से 4 दिसंबर तक बारिश की बात करें तो सामान्य से 24 फीसदी अधिक बारिश हुई है। बिलासपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, सिरमौर, शिमला और सोलन में अच्छी बारिश हुई है। हमीरपुर, किन्नौर, लाहौल स्पीति और ऊना में सामान्य से कम फीसदी बारिश हुई है।
शिमला।हिमाचल में नवंबर माह में हुई बर्फबारी पर्यटन कारोबार के लिए संजीवनी दिख रही है। दिसंबर के पहले हफ्ते में होटलों में ऑक्यूपेंसी 70 फीसदी से अधिक है। अब क्रिसमस और न्यू ईयर पर नजरें हैं। क्रिसमस और न्यू ईयर के लिए होटलों में अभी से बुकिंग शुरू हो गई है। अब तक 25 फीसदी बुकिंग क्रिसमस और न्यू ईयर पर हुई है। वहीं, आज वीकेंड पर शिमला में पर्यटकों की काफी भीड़ देखी गई। इससे ट्रैफिक जाम की समस्या से भी दो चार होना पड़ा।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में पर्यटक कारोबार पटरी पर लौट आया है। नवंबर माह में पहाड़ों पर हुई बर्फ़बारी के बाद से ही पर्यटकों की आमद बढ़ गई है। दिसंबर माह के पहले वीकेंड पर पहाड़ों की रानी शिमला में पर्यटकों से गुलजार हो गई है। पड़ोसी राज्य चंडीगढ़, दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से काफी तादाद में पर्यटक शिमला पहुंचे हैं, जिसके चलते शिमला में होटलों में ऑक्यूपेंसी भी 70 फीसदी से ज्यादा हो गई है।
राजधानी शिमला के रिज और मालरोड पर पर्यटकों की आमद बढ़ने से पर्यटन कारोबारी भी काफी खुश हैं और उन्हें इस बार अच्छा पर्यटन कारोबार होने की उम्मीद है। कोरोना के चलते दो साल कारोबारियों को काफी नुकसान झेलना पड़ा था, लेकिन इस साल नवंबर माह तक एक करोड़ 40 लाख पर्यटक हिमाचल पहुंच चुके हैं और दिसंबर माह काफी पर्यटकों के आने की उम्मीद है। खासकर क्रिसमस और नए साल के जश्न के लिए काफी तादात में आ सकते हैं। अभी से ही पर्यटक क्रिसमस को लेकर एडवांस बुकिंग करवा रहे हैं।
निजी होटल और पर्यटन निगम के होटल भी तैयारियो में जुटे हैं। पर्यटन निगम के निदेशक अमित कश्यप ने कहा कि इस साल काफी तादाद में पर्यटक हिमाचल आ रहे हैं और नवंबर माह तक एक करोड़ 40 लाख पर्यटक हिमाचल आ चुके हैं। दिसंबर माह में भी बर्फबारी देखने के लिए काफी संख्या में पर्यटक आ सकते हैं। एक करोड़ 70 लाख का आंकड़ा पहुंच सकता है। उन्होंने कहा कि क्रिसमस और नए साल को लेकर लेटर निगम के होटलों में तैयारियां की जा रही हैं और पर्यटको के मनोरंजन की व्यवस्था की जा रही है।
वहीं, पर्यटकों की आमद बढ़ने से पर्यटन कारोबारी भी काफी खुश नजर आ रहे हैं। टूरिज्म इंडस्ट्री स्टेक होल्डर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष महेंद्र सेठ का कहना है कि इस साल पर्यटक काफी तादाद में आ रही हैं और यदि क्रिसमस नए साल पर बर्फबारी होती है तो पर्यटन कारोबारियों को काफी राहत मिलेगी। बर्फबारी देखने के लिए बाहरी राज्यों से काफी तादाद में लोग शिमला सहित प्रदेश के पर्यटन स्थलों पर पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि क्रिसमस और नए साल को लेकर अभी 25 फीसदी ही बुकिंग हुई है।
पहाड़ों की रानी शिमला में वीकेंड पर बाहरी राज्यों से काफी तादाद में पर्यटक शिमला पहुंचे हैं। रविवार को भी सुबह से ही पर्यटकों की आमद शुरू हो गई और शहर में जाम जैसी समस्या से भी लोगों को जूझना पड़ा। शिमला के विक्ट्री टनल से टूटीकंडी तक जाम लगा रहा और वाहन रेंगते हुए नजर आए। इससे 20 मिनट के सफर में एक घंटा का समय लगा।
शिमला। हिमाचल पोस्ट मानसून सीजन में 4 अक्टूबर से 19 नवंबर तक 119 लोगों की जान गई है, साथ ही 212 लोग घायल हुए हैं। शिमला, सिरमौर, सोलन में 17-17, मंडी में 15, ऊना में 13, कुल्लू में 11, बिलासपुर में 7, कांगड़ा और किन्नौर में 6-6, चंबा में 5, लाहौल-स्पीति में 3, हमीरपुर में दो की जान गई है।
3 पक्के और 14 कच्चे मकान पूरी तरह और 5 पक्के और 6 कच्चे मकानों को आंशिक रूप नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा 13 दुकानें, 20 गौशालाओं को नुकसान पहुंचा है। पोस्ट मानसून सीजन में अब तक 1,149.73 लाख की चपत लगी है।
आंकड़ों के अनुसार सबसे अधिक जाने सड़क हादसों में गई हैं। पोस्ट मानसून सीजन में 4 अक्टूबर से 19 नवंबर तक सड़क हादसों में 82 लोगों ने दम तोड़ा है। शिमला में 15, सिरमौर, सोलन में 14-14, ऊना में 13, बिलासपुर में 5, चंबा, किन्नौर, कुल्लू, मंडी में चार-चार, हमीरपुर व लाहौल स्पीति में दो-दो, कांगड़ा में एक की मृत्यु हुई है।
बिजली गिरने से कुल्लू में एक, लैंडस्लाइड से सोलन में तीन, डूबने से कांगड़ा में दो, बिलासपुर, किन्नौर, सिरमौर में एक-एक, आग से कांगड़ा में एक, सांप के काटने से बिलासपुर और मंडी में एक-एक, पेड़ और पहाड़ी से गिरने से मंडी में 9, कुल्लू में 3, सिरमौर में 2, चंबा, किन्नौर, शिमला में एक-एक की जान गई है।
वहीं, 18 नवंबर से 19 नवंबर 6 बजे तक हिमाचल में 94 सड़कें बंद हैं। लाहौल स्पीति में सबसे अधिक 83 रोड बंद हैं। कुल्लू में पांच, चंबा में दो, कांगड़ा में तीन और सिरमौर में एक सड़क बंद है। लाहौल स्पीति में चार पेयजल योजनाएं प्रभावित हैं।
एक पक्का और एक कच्चा घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुआ है। एक गौशाला और चार दुकानों क्षतिग्रस्त हुई हैं। सड़क हादसों में पिछले 24 घंटे में पांच लोगों की जान गई है। शिमला में तीन, बिलासपुर में दो की मृत्यु हुई है। नेशनल हाईवे 707, नेशनल हाईवे 03 और 505 बंद है।
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शिमला। हिमाचल में नवंबर माह ही बर्फबारी के चलते अधिकतम तापमान सामान्य से काफी कम चल रहा है। साथ ही न्यूनतम तापमान सामान्य है। बुधवार को ऊना जिला का सबसे अधिक अधिकतम तापमान 27.6 डिग्री रहा और न्यूनतम तापमान सबसे कम कुकुमसेरी का -6.8 डिग्री सेल्सियस रहा। पिछले 24 घंटे में हिमाचल में मौसम शुष्क रहा है।
हिमाचल में 21 नवंबर तक मौसम शुष्क रहेगा। 19 नवंबर को उच्च पर्वतीय क्षेत्रों लाहौल स्पीति, किन्नौर, चंबा, कुल्लू और मंडी जिलों के ऊपरी क्षेत्रों में एक दो स्थानों पर हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना है। बाकी जगह पर मौसम साफ रहने का अनुमान है।
हिमाचल में इस माह अब तक चंबा, कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लू, लाहौल स्पीति, शिमला में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है। चंबा में 152, कांगड़ा में 75, किन्नौर में 73, कुल्लू में 134, लाहौल स्पीति में 163, शिमला में 9 फीसदी अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। बिलासपुर, हमीरपुर, मंडी, सिरमौर, सोलन और ऊना में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है। बिलासपुर में 80, हमीरपुर में 70, मंडी में 15, सिरमौर में 96, सोलन में 86 और ऊना में 99 फीसदी कम बारिश हुई है।’
शिमला। हिमाचल की हसीन वादियों के दीदार और एकांत में समय बिताने के लिए बाहरी राज्यों के पर्यटक हिमाचल का रुख कर रहे हैं। इस साल 31 अक्टूबर तक एक करोड़ 27 लाख पर्यटक हिमाचल में दस्तक दे चुके हैं।
बर्फबारी के चलते अब आगे पर्यटकों की आमद बढ़ने की उम्मीद है। कोरोना से पूर्व जितनी आमद पर्यटकों की होती रही है, उस आंकड़े को हिमाचल इस बार छू सकता है। वहीं, पर्यटक निगम ने भी कारोबार को पंख लगाने के लिए कवायद शुरू कर दी है।
इसके लिए निगम ने सर्वे करवाया है कि किस राज्य के पर्यटक ज्यादा हिमाचल का रुख करते हैं, उन राज्यों में वहां की भाषा में प्रचार प्रसार किया गया है। इसका उद्देश्य पर्यटकों को हिमाचल के बारे आसानी से जानकारी मिल सके और पर्यटक आसानी से हिमाचल आ सकें।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति, कुल्लू, मनाली और शिमला के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हुई है। इससे कोरोना की मार के बाद इस बार विंटर सीजन में पर्यटन को नए पंख लग गए हैं।
पर्यटन निगम के प्रबंध निदेशक अमित कश्यप ने बताया कि हिमाचल प्रदेश की जीडीपी में पर्यटन कारोबार का 7.3 फीसदी हिस्सा है। हर साल करोड़ों की संख्या में पर्यटक वादियों का दीदार करने पहुंचते हैं।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में हर साल करीब 1 करोड़ 70 लाख तक पर्यटक घूमने पहुंचते हैं। साल 2019 में जहां 1 करोड़ 70 लाख पर्यटक हिमाचल पहुंचे थे। वहीं, कोरोना के दौरान लगे लॉकडाउन की वजह से साल 2020 में केवल 32 लाख पर्यटक हिमाचल पहुंचे थे,
जबकि 2021 में 56 से 57 लाख पर्यटक हिमाचल पहुंचे थे। इस वर्ष कोरोना कम होने से लोग बाहर निकले हैं और 31 अक्टूबर तक 1 करोड़ 27 लाख पर्यटक हिमाचल की वादियों में आ चुके हैं। कश्यप ने बताया कि कोरोना के बाद विदेशी पर्यटक कम संख्या में हिमाचल आ रहे हैं। आगामी वर्ष में कोरोना कम होने से यह संख्या बढ़ेगी।
शिमला। हिमाचल के शिमला जिला में सैलानियों की संख्या बढ़ने से पर्यटन कारोबार ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। होटलों में एडवांस बुकिंग शुरू हो गई है। जिला के ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी होने से दिल्ली, पंजाब और हरियाणा के सैलानी काफी संख्या में एडवांस बुकिंग कर चुके हैं।
आगामी दिनों में प्रदेश में पर्यटकों की संख्या में ओर बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। जहां होटलों के कमरों की बुकिंग में तेजी आई है, वहीं साइट सीन के लिए टैक्सियों की बुकिंग से टैक्सी कारोबार ने भी रफ्तार पकड़ ली है।
घुड़सवारी और फोटोग्राफी से अपनी रोजी चलाने वाले कारोबारियों के चेहरे भी बर्फबारी से खिल गए हैं। पूरे साल में विंटर सीजन से अगले 6 महीने का गुज़र बसर करते हैं और इस वर्ष नवंबर महीने में ही बर्फबारी हो रही है,
जिससे उनके कारोबार में भी बढ़ोतरी होने वाली है। स्थानीय व्यवसायियों का कहना है कि पूरे साल विंटर सीजन का इंतज़ार रहता है। इससे ना केवल होटल कारोबारी बल्कि छोटे छोटे कारोबारी घुड़सवारी व फोटोग्राफर के काम में भी इज़ाफ़ा होता है।
2 साल से कोरोना की वजह से जितना नुकसान हुआ था, उसकी भरपाई की उम्मीद सभी कारोबारी लगाए बैठे हैं।
शिमला होटल एंड रेस्टोरेंट्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रिंस कुकरेजा ने बताया कि वीकेंड पर सैलानियों की संख्या बढ़ी है। जल्दी बर्फबारी होने से सुबह से ही सैलानी एडवांस बुकिंग कर होटल चैक कर रहे हैं। होटल में 30 से 40 फीसदी डिस्काउंट भी चला है,
जिससे ज्यादा संख्या में लोगों की क्वेरी आनी शुरू हुई है। आगामी दिनों में इसमें इजाफा होने की पूरी संभावना है। शिमला में पर्यटन कारोबार तेजी से रफ्तार पकड़ने वाला है।