शिमला। हिमाचल में लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। हिमाचल कांग्रेस के सह प्रभारी तजेंद्र सिंह बिट्टू ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को त्यागपत्र भेजकर हिमाचल के सह प्रभारी के साथ AICC सेक्रेटरी पद से भी इस्तीफे का ऐलान किया।
चुनावों से पहले इस तरह तजेंद्र सिंह बिट्टू का पद छोड़ना पार्टी को बड़ा नुकसान दे सकता है।
शिमला। हिमाचल प्रदेश में चार लोकसभा और छह उपचुनावों को लेकर भाजपा और कांग्रेस में सियासी वार पलटवार जारी है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने प्रदेश कांग्रेस पर पलटवार किया है। जयराम ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस अस्थिरता के कारण बौखलाहट में है।
उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम आने के बाद प्रदेश में भी कांग्रेस की सरकार नहीं रहेगी। इस दौरान जयराम ठाकुर ने सिलसिलेवार तरीके से मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस नेताओं पर पलटवार किया।
इस दौरान जयराम ने मुख्यमंत्री सुक्खू पर महिलाओं को जून में एकमुश्त 3000 रुपए की राशि देने के बयान को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताया है।
नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री सुक्खू समेत कांग्रेस पर पलटवार किया। नेता प्रतिपक्ष ने निशाना साधते हुए कहा कि बीते घटनाक्रम के बाद हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस बौखलाहट में है।
उन्होंने कहा कि बार-बार भाजपा पर सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया जा रहा है, जबकि सरकार की अस्थिरता का कारण उनके खुद के नेता हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। पार्टी हाई कमान के साथ कांग्रेस नेताओं की भी यही चर्चा हुई है।
मुख्यमंत्री के दाएं और बाएं बैठे हुए नेताओं को भी यही आश्वासन पार्टी हाई कमान की ओर से दिया गया है। जयराम ठाकुर ने कहा कि चुनाव परिणाम आने के बाद यह सरकार प्रदेश में बनी नहीं रहेगी। चारों सीटों पर भाजपा की जीत हो रही है।
वहीं, इस दौरान नेता प्रतिपक्ष ने सिलसिलेवार तरीके से मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री पर निशाना साधा। नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्तमान स्थिति से मुख्यमंत्री विचलित हो गए हैं।
चुनाव के समय में घोषणा कर रहे हैं जो की साफ तौर पर आचार संहिता का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को 1500 देने की घोषणा सरकार ने की लेकिन 15 महीने में यह घोषणा पूरी नहीं हुई।
अब चुनाव के समय में कांग्रेस को उसकी याद आई है, वहीं इस दौरान नेता प्रतिपक्ष ने उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री को भी निशाने पर लिया।
मुकेश अग्निहोत्री पर निशाना चाहते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि बार-बार सरकार को स्थिर बताने की आखिर आवश्यकता क्या है। उन्होंने कहा कि राज्यसभा चुनाव में भी कहा जा रहा था कि परिणाम उनके पक्ष में होगा लेकिन परिणाम सबने देखा।
जयराम ने कहा कि उन पर इल्जाम लगाया जा रहा है कि वह सरकार को अस्थिर करने का काम कर रहे हैं, लेकिन सरकार की स्थिरता के पीछे उनके अपने लोग हैं। इस दौरान जयराम ठाकुर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के पास चुनावी मैदान में उतरने के लिए कोई तैयार नहीं है।
उन्होंने तंज करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि चुनाव से पहले कांग्रेस प्रत्याशी तय कर देगी, वहीं उप मुख्यमंत्री को जवाब देते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वह नींद में भी सपने नहीं देखते दिन की बात तो दूर। मुकेश अग्निहोत्री ने जयराम ठाकुर पर निशाना साधते को कहा था कि नेता प्रतिपक्ष दिन में सपने देख रहे हैं।
इससे अतिरिक्त भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से चर्चा के उपरांत शाश्वत कपूर धर्मशाला जो कि सांसद किशन कपूर के बेटे हैं को भारतीय जनता युवा मोर्चा का प्रदेश उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
यह नियुक्ति भाजपा पूर्व मोर्चा अध्यक्ष तिलक राज द्वारा जारी की गई।
बता दें कि नालागढ़ के पूर्व विधायक लखविंदर राणा ने साल 2022 में कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामा था।
इसके बाद वह विधानसभा चुनाव लड़े और हार गए। साल 2024 में भाजपा के पुराने नेता कृष्ण लाल ठाकुर ने भाजपा में वापसी कर ली है। इसी से लखविंदर राणा नाराज थे।
कांग्रेस को हिंदुत्व विरोधी बताने का प्रोपेगेंडा यहां नहीं चलेगा
शिमला। मंडी लोकसभा हलके के प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह ने प्रत्याशी बनाए जाने पर पार्टी नेतृत्व का धन्यवाद किया है।
उन्होंने कहा कि मंडी संसदीय क्षेत्र काफी बड़ा है और वह हर एक व्यक्ति तक पहुंचने का प्रयास करेंगे। इसी के साथ विक्रमादित्य सिंह ने एक बार फिर मंडी संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत पर भी जवाबी हमला किया है।
उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस पार्टी को हिंदुत्व विरोधी बताने का प्रोपेगेंडा चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह साफ कर देना चाहते हैं कि हिमाचल प्रदेश में धर्मांतरण विरोधी कानून पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के समय में लाया गया।
नजराना बढ़ाने की बात हो या देव सदन बनाने की पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने हिंदुत्व को आगे बढ़ाने का काम किया। उन्होंने कहा कि हम उनसे बड़े हिंदू है।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि वह कंगना रनौत का सम्मान करते हैं भाजपा ने उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया है अच्छी बात है।
कंगना रनौत को आंकड़ों पर बात करनी चाहिए, मंडी संसदीय क्षेत्र के लिए उनका क्या विजन है इसे बताना चाहिए।
प्रदेश के भाजपा के नेता जिन मुद्दों पर बात नहीं कर रहे हैं कंगना उन पर बोल रही हैं। आने वाले समय में पूरा विजन डॉक्यूमेंट मंडी की जनता के सामने रखेंगे और मुद्दों पर चुनाव लड़ा जाएगा।
शिमला। हिमाचल भाजपा ने लोकसभा चुनाव में समन्वय की दृष्टि से कुछ कार्यकर्ताओं को विशिष्ट कार्यभार सौंपा गया है। किसे क्या कार्यभार सौंपा गया है पढ़ें पूरी लिस्ट … (भाजपा)
मंडी। हिमाचल लोकसभा चुनाव में मंडी से विक्रमादित्य सिंह को उम्मीदवार घोषित करने का ऐलान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कर दिया है। हालांकि, पार्टी की तरफ से आधिकारिक तौर पर उनके नाम का ऐलान होना बाकी है।
मीडिया से सवालों के जवाब देते हुए प्रतिभा सिंह ने कहा, ‘हमने जो दो-तीन नाम शॉर्टलिस्ट किए थे, उन पर चर्चा हुई। यह आलाकमान, मल्लिकार्जुन खरगे पर निर्भर करता है कि वे किन नामों पर मुहर लगाते हैं।’
मंडी सीट को लेकर उन्होंने कहा, ‘हमारे सभी वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि इस बार किसी युवा नेता को मैदान में उतारा जाना चाहिए। इसलिए विक्रमादित्य सिंह के नाम पर सहमति बन गई है।’
अवस्थी बोले- प्रदेश में पूर्ण बहुमत में है कांग्रेस सरकार
शिमला। भारतीय जनता पार्टी की मंडी संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी कंगना रनौत लगातार कांग्रेस पर हमलावर नजर आ रही हैं। कंगना रनौत हिमाचल प्रदेश सरकार में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह पर भी लगातार निशाना साध रही हैं।
कंगना लगातार अपने बयान में कह रही हैं कि उन्हें टिकट देने की वजह से कांग्रेस को मिर्च लग रही है। इस पर हिमाचल कांग्रेस सरकार में सीपीएस एवं कार्यकारी अध्यक्ष संजय अवस्थी ने पलटवार किया है।
ऐसे में उन्हें व्यक्तिगत टिप्पणी की बजाय मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कंगना रनौत को यह बताना चाहिए कि वह सांसद बनने के बाद इलाके की जनता के लिए क्या करेंगी, लेकिन कंगना रनौत का ध्यान सिर्फ और सिर्फ व्यक्तिगत टिप्पणी पर ही है।
संजय अवस्थी ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के कुशल नेतृत्व में सरकार पूरी तरह मजबूत है और चुनाव परिणामों के बाद और भी मजबूती के साथ उभरेगी। अवस्थी ने कहा कि भाजपा का दोहरा चरित्र अब प्रदेश के लोगों के सामने पूरी तरह आ गया है।
उन्होंने कहा कि विधानसभा के अंदर कांग्रेस की गारंटियों को पूरा करने को लेकर शोर करने वाली भाजपा ने महिलाओं को 1500 रुपए की सम्मान निधि की गारंटी जारी करने पर रोक लगाकर उनका महिला विरोधी चेहरा सामने आ गया है।
उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को ओपीएस बहाल कर कांग्रेस सरकार ने अपनी पहली ही कैबिनेट में जो तोहफा कर्मचारियों को दिया है, वह ऐतिहासिक है।
अवस्थी ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार पूर्ण बहुमत में है। उन्होंने कहा कि 4 जून को जब उपचुनाव के परिणाम आएंगे, तब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार और अधिक मजबूत हो जाएगी।
शिमला। हिमाचल में लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस के प्रत्याशियों की घोषणा शनिवार देर शाम घोषणा हो सकती है।
आज शाम चार बजे नई दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होना प्रस्तावित है। बैठक में शामिल होने के लिए शनिवार सुबह मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू रवाना हुए।
सीएम सुक्खू उन्होंने कहा, “निश्चित तौर पर आज हमारी CEC की बैठक है जिसमें लोकसभा और विधानसभा के लिए प्रत्याशियों पर चर्चा होगी। उसके बाद प्रत्याशियों की घोषणा होगी।”
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह शुक्रवार को ही शिमला से चंडीगढ़ पहुंच गई थीं और शनिवार सुबह दिल्ली रवाना हुईं।
लोकसभा चुनाव के लिए मंडी संसदीय सीट से लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, शिमला से विधायक विनोद सुल्तानपुरी, हमीरपुर से पूर्व विधायक सतपाल रायजादा और कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र से विवेक शर्मा को पार्टी प्रत्याशी बनाया जाना लगभग तय है।
कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के अलावा धर्मशाला, गगरेट, सुजानपुर, बड़सर और लाहौल-स्पीति में होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए दो-दो संभावित प्रत्याशियों के नाम पैनल में शामिल हैं।
धर्मशाला विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए देवेंद्र जग्गी और राकेश चौधरी, गगरेट से रमन जस्वाल और राकेश कालिया, सुजानपुर से सुरेंद्र डोगरा और कुलदीप पठानिया, लाहौल-स्पीति से अनुराधा राणा और पूर्व विधायक रघुवीर सिंह व बड़सर से कृष्ण चौधरी और पूर्व विधायक मनजीत डोगरा का नाम पैनल में है।
सुजानपुर और लाहौल-स्पीति से भाजपा के नेताओं को भी टिकट दिया जा सकता है। इसे लेकर शनिवार को होने वाली बैठक में मंथन होगा। सुजानपुर से भाजपा के पूर्व प्रत्याशी कैप्टन रणजीत सिंह और लाहौल-स्पीति से पूर्व मंत्री रामलाल मारकंडा को लेकर कांग्रेस अभी संशय में है।
शिमला। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने आज प्रदेश में होने वाले उपचुनावों को लेकर 9 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव प्रभारी एवं सह प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं। यह जानकारी भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा द्वारा दी गई।
उन्होंने बताया कि लाहौल स्पीति उपचुनाव के चुनाव प्रभारी पूर्व मंत्री महिंद्र ठाकुर होंगे, इसी प्रकार धर्मशाला के चुनाव प्रभारी विधायक पवन काजल और सह प्रभारी प्रदेश सचिव विशाल चौहान और पूर्व विधायक जियालाल होंगे।
देहरा के चुनाव प्रभारी प्रभारी पूर्व मंत्री विधायक बिक्रम ठाकुर, सह प्रभारी पूर्व प्रदेश सचिव वीरेंद्र चौधरी और जिला अध्यक्ष संजीव शर्मा होंगे।
गगरेट के चुनाव प्रभारी प्रदेश सचिव एवं पूर्व विधायक राजेश ठाकुर, पूर्व युवा मोर्चा अध्यक्ष अमित ठाकुर, पूर्व विधायक नवीन धीमान, जिला परिषद सदस्य सुशील कालिया होंगे।
कुटलैहर के चुनाव प्रभारी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक सतपाल सती और सह प्रभारी प्रदेश उपाध्यक्ष सजीव कटवाल होंगे।
सुजानपुर के चुनाव प्रभारी विधायक एवं मुख्य प्रवक्ता राकेश जमवाल, सह प्रभारी प्रदेश सचिव एवं पूर्व युवा मोर्चा अध्यक्ष नरेंद्र अत्री, चुनाव सहयोगी अनिल ठाकुर, महेश सीपहिया, अशोक शर्मा, चमन लाल ठाकुर होंगे।
बड़सर के चुनाव प्रभारी विधायक एवं पूर्व महामंत्री त्रिलोक जमवाल, सह प्रभारी पूर्व विधायक कमलेश कुमारी, चुनाव सहयोगी रसील सिंह मनकोटिया, विजय पाल सराहु, अभ्यवीर लवली, दलवीर सिंह ठाकुर होंगे।
हमीरपुर के चुनाव प्रभारी प्रदेश प्रवक्ता मोहिंद्र धर्माणी, चुनाव सहयोगी प्यारे लाल शर्मा, देवराज शर्मा, रघुवीर सिंह, अनिल सामा होंगे।
नालागढ़ के चुनाव प्रभारी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष पूर्व सांसद सुरेश चंदेल होंगे। उपचुनाव की दृष्टि से भाजपा का फोकस 9 उपचुनावों पर रहेगा, इसका मतलब आने वाले समय में 6 नहीं 9 उपचुनाव होंगे।
भाजपा चुनाव प्रबंधन में कांग्रेस पार्टी से बहुत आगे है और जिस प्रकार से यह नियुक्तियां हुई हैं। इसमें साफ दिखता है कि उपचुनावों की जिम्मेदारी भाजपा के वरिष्ठ पूर्व मंत्री, विधायकों एवं नेताओं को दी गई है।