शिमला। छठे शारदीय नवरात्र पर शिमला में दर्दनाक हादसा हुआ है। एक कार के सड़क से लुढ़ककर नदी में गिरने से एक युवक की मौत हो गई है। हादसा शुक्रवार सुबह करीब पौने 9 बजे हुए है।
बता दें कि नवीन शर्मा (27) पुत्र जयलाल शर्मा गांव खादर डाकघर नकौड़ा तहसील चौपाल शिमला ऑल्टो कार में चौपाल से अपने घर खादर जा रहा था। पुलिस थाना चौपाल के तहत धबास और नकौड़ा पुल के बीच बाहल नाला के पास युवक कार से नियंत्रण खो बैठा और अनियंत्रित कार सड़क से लुढ़क कर करीब 100 मीटर नीचे नदीं में जा गिरी।
मामले की सूचना शिमला जिला के चौपाल पुलिस स्टेशन में दी गई। सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी।
जुब्बल-कोटखाई में सड़कों को खोलने के लिए 4 करोड़ जारी
शिमला।सीएम ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंगलवार को शिमला जिले की कोटखाई तहसील की क्यारी पंचायत में बीते दिनों भारी बारिश से हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने वहां भू-स्खलन से क्षतिग्रस्त मकानों और सड़कों का मौके पर जायजा लिया। सड़क के पूरी तरह क्षतिग्रस्त होने के कारण मुख्यमंत्री लगभग एक किलोमीटर तक पैदल चलकर क्यारी बाजार तक पहुंचे।
इस अवसर पर सीएम सुक्खू ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार आपदा से पीड़ित लोगों के साथ है तथा प्रभावित लोगों को सरकार द्वारा हरसंभव सहायता प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा बागवानों का सेब मंडियों तक पहुंचाने के लिए हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने उपायुक्त शिमला को निर्देश दिए कि जिन लोगों के मकानों को नुकसान पहुंचा है और जिनके घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन सभी को एक-एक लाख रुपए फौरी राहत के तौर पर प्रदान किए जाएं। उन्होंने कहा कि जिन प्रभावित परिवार को अभी तक पांच हजार रुपए प्रदान किए गए हैं, उन्हें राज्य सरकार द्वारा 95 हजार रुपए और दिए जाएंगे।
सीएम सुक्खू ने कहा कि बागवानों के उत्पादों को मंडियों तक पहुंचाने के लिए जुब्बल-कोटखाई में युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा जुब्बल-कोटखाई क्षेत्र में सड़कों को खोलने के लिए 4 करोड़ रुपए जारी किए हैं तथा विभिन्न कार्यों की टेंडर प्रक्रिया को सात दिन में पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बागवानों के सेब को सुरक्षित रखने के लिए सेब क्षेत्र में अधिक से अधिक कोल्ड स्टोर बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार दिल्ली के कुंडली में भी कोल्ड स्टोर बनाने जा रही है, जहां बागवान अपने सेब का भंडारण कर सकेंगे।
उन्होंने लोक निर्माण विभाग को क्यारी बाजार तक सड़क मार्ग को नौ दिन में सुचारू करने के निर्देश दिए तथा बागवानों को विश्वास दिलाया कि सरकार उनके उत्पाद को मंडियों तक पहुंचाना सुनिश्चित करेगी, ताकि उन्हें किसी प्रकार का नुक्सान न हो।
सीएम सुक्खू ने कहा कि वह दोषारोपण की राजनीति नहीं करना चाहते, लेकिन बागवान के सेब नालों में फेंकने की खबर दिल्ली तक वायरल की गई। उन्होंने कहा कि आपदा के समय वह इस पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे, लेकिन विधानसभा के मानसून सत्र में विपक्ष को बताया जाएगा कि उनके समय में क्या स्थिति थी।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने क्यारी के साथ अपने संबंधों को साझा करते हुए कहा कि क्यारी के स्थानीय देवता बौंदरा नादौन से ही यहां आए हैं, इसलिए भी यहां लोगों के साथ उनका घर का नाता है। उन्होंने कहा कि वह 1982 में भी कोटखाई के थरोला में आ चुके हैं। उस समय उन्होंने मराथू से थरोला तक पैदल यात्रा की थी। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री का स्वागत किया तथा क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया।
शिमला।मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला जिला के दो दिवसीय प्रवास के दौरान मंगलवार को चौपाल विधानसभा क्षेत्र में भारी बारिश से हुए नुकसान का विस्तृत जायजा लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने जिला प्रशासन को प्रभावित लोगों को शीघ्र सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को किसानों के उत्पादों को समयबद्ध बाजार तक पहुंचाने के लिए सड़कों की बहाली के कार्यों में तेजी लाने के दृष्टिगत तुरंत अल्पकालिक निविदा जारी करने को कहा। उन्होंने कहा कि दाग वाले सेब के दाम बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है, जिससे सेब उत्पादक लाभान्वित होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छैला-यशवंत नगर सड़क के सुदृढ़ीकरण पर 70 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे और यह सड़क शिमला के ऊपरी क्षेत्र के लोगों के लिए चंडीगढ़ तक यात्रा के लिए जीवन रेखा के रूप में कार्य करेगी। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार सेब उत्पादक क्षेत्रों में सड़कों को बहाल करने के लिए दक्षतापूर्वक कार्य कर रही है, ताकि सड़क सम्पर्क के अभाव में बागवानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
हिमाचल सरकार ने प्रदेश के सेब उत्पादक क्षेत्रों में संपर्क सड़कों को बहाल करने के लिए 110 करोड़ रुपये जारी किए हैं और पर्याप्त मशीनरी भी तैनात की गई है।
उन्होंने कहा कि कुछ क्षेत्रों में प्राकृतिक आपदा के कारण संपर्क सड़कों का काफी हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है और उन्हें बहाल करने में काफी समय लगेगा, इसलिए उन्होंने स्थानीय लोगों से सेब सीजन के लिए अस्थायी सड़कें बनाने में राज्य सरकार का सहयोग करने का आग्रह किया। इससे किसानों के उत्पाद समय पर बाजार तक पहुंच सकेंगे और राज्य सरकार उन्हें उचित मुआवजा देगी।
उन्होंने भारी बारिश के कारण प्रभावित चौपाल विधानसभा क्षेत्र के कुड़ी गांव को स्थानांतरित करने और लोगों के पुनर्वास के लिए उपयुक्त भूमि चिन्हित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके अलावा राज्य सरकार उनके घरों के पुनर्निर्माण के लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान और शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर निरंतर शिमला जिला के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं और वह स्वयं भी स्थिति का जायजा ले रहे हैं ताकि राहत और पुनर्वास कार्यों में तेजी लाई जा सके।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि उन्होंने स्वयं प्रदेश के कई प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया है और वह शिमला के ऊपरी क्षेत्रों के दो दिवसीय दौरे के दौरान बहाली कार्यों का जायजा लेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि चौपाल क्षेत्र के 300 घर आंशिक या पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं।
उन्होंने प्रशासन को आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त मकानों के लिए प्रत्येक को एक लाख रुपये की राहत राशि प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने उपायुक्त को बलसन क्षेत्र की 15 पंचायतों के संपर्क मार्गों की बहाली के लिए 3-3 लाख रुपये उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि नुकसान का आकलन करने के लिए केंद्रीय टीम ने हाल ही में हिमाचल का दौरा किया है और यह आशा है कि केंद्र सरकार द्वारा अंतरिम राहत की पहली किस्त शीघ्र ही जारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि कुछ ऑडिट आपत्तियों के कारण पिछले कुछ वर्षों से एनडीआरएफ के तहत 315 करोड़ रुपये लंबित हैं।
उन्होंने इस मामले को अपने दिल्ली दौरे के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ उठाया है। उन्होंने कहा कि यह मामला केंद्र सरकार से उठाने के उपरांत 315 करोड़ रुपये में से 189 करोड़ रुपये जारी करने के बारे में अवगत करवाया गया है और सरकार ने लंबित राशि भी शीघ्र जारी करने का आग्रह किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल सरकार ने भारी बारिश से हुई क्षति को देखते हुए मुआवजा राशि 10 गुना तक बढ़ा दी है। आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त मकानों के लिए मुआवजा राशि बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दी गई है, जबकि पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त मकानों के लिए अधिक मुआवजा देने का प्रस्ताव राज्य सरकार के विचाराधीन है।
इससे पहले, मुख्यमंत्री ने चौपाल में अधिकारियों के साथ बैठक भी की और बहाली कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रभावित परिवारों को तत्काल एक लाख मुआवजा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने चौपाल मंडल में सड़क संपर्क बहाल करने के लिए 2 करोड़ रुपये और ठियोग के सैंज उप-मंडल के लिए 50 लाख रुपये जारी करने के निर्देश दिए, जबकि 1.50 करोड़ रुपये पहले ही आवंटित किये जा चुके हैं।