आईएनएस ‘दर्शक’ और ‘संधायक’ को भी कर चुके हैं कमांड
शिमला। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांगड़ा जिला के शाहपुर क्षेत्र के मूल निवासी वाइस एडमिरल लोचन सिंह पठानिया को भारत सरकार के मुख्य जल सर्वेक्षक (हाइड्रोग्राफर) का कार्यभार संभालने पर बधाई दी है।
भारतीय नौ सेना का जल सर्वेक्षण विभाग, जल सर्वेक्षण एवं नौपरिवहन चार्ट के लिए नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करता है।
लोचन सिंह पठानिया नौ सेना के जल सर्वेक्षण जहाज आईएनएस ‘दर्शक’ और ‘संधायक’ को भी कमांड कर चुके हैं। अपने तीन दशकों से अधिक के सेवा काल में उन्होंने जल सर्वेक्षण से संबंधित कार्यों से अपनी विशेष पहचान बनाई है।
मुख्य जल सर्वेक्षक के रूप में उनके शानदार कार्यकाल की कामना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि समस्त प्रदेशवासियों को उनकी उपलब्धि पर गर्व है और वह भारतीय सशस्त्र बलों में शामिल होने की इच्छुक युवा पीढ़ी के लिए प्रेरक हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल को ‘वीरभूमि’ के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इस पहाड़ी राज्य के वीर सपूत अपनी वीरता और साहस के लिए जाने जाते हैं।
शिमला। हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला के रहने वाले प्रोफसर सोमदत्त बट्टू को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। लोक संगीत और शास्त्रीय गायन में असाधारण योगदान देने वाले 87 वर्षीय प्रोफसर सोमदत्त बट्टू पद्मश्री से नवाजे जाएंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उन्हें यह सम्मान प्रदान करेंगी।
यह प्रोफेसर पट्टू ही नहीं, बल्कि पूरे हिमाचल प्रदेश के लिए गौरव का विषय है। पद्म पुरस्कारों की घोषणा गुरुवार को की गई है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू प्रोफसर सोमदत्त बट्टू को बधाई दी है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लिखा, “गर्व का विषय है कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर हिमाचल के संगीत सितारे प्रोफेसर सोमदत्त बट्टू को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई है।
पद्मश्री से सम्मानित प्रो. सोमदत्त बट्टू को हार्दिक बधाई। पूरे हिमाचल को आप पर गर्व है। शास्त्रीय और लोकगीत के प्रति आपकी सेवाएं सभी संगीत प्रेमियों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है।”
बता दें, प्रोफसर सोमदत्त बट्टू को इससे पहले साल 2019 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार भी मिल चुका है। पटियाला घराने से संबंध रखने वाले बट्टू ने देश के कई राज्यों और कई अन्य देशों में जाकर लोकगीत और शास्त्रीय गायन से धूम मचाई है।
उन्होंने अमेरिका, नाइजीरिया, वेस्ट इंडीज, पाकिस्तान और केन्या सहित अन्य देशों में कार्यक्रम किए हैं। 40 साल तक उन्होंने बतौर संगीत प्रवक्ता अपनी सेवाएं दीं।
प्रोफेसर सोमदत्त बट्टू शिमला के ब्योलिया के रहने वाले हैं। उनका का जन्म 5 जुलाई, 1937 को कांगड़ा के जसूर में हुआ था। यहां उनका ननिहाल है। प्रोफेसर बट्टू के पिता राम लाल बट्टू प्रसिद्ध श्याम चौरसिया घराने से संबंधित थे। उन्होंने संगीत सीखने की शुरुआत अपने घर से ही की थी।
सोमदत्त शिमला के राजीव गांधी डिग्री कॉलेज से संगीत के प्राध्यापक के तौर पर सेवानिवृत हुए। साल 2016 में हिमाचल प्रदेश सरकार ने इन्हें हिमाचल गौरव से सम्मानित किया था। साल 2015 में प्रोफेसर बट्टू को पंजाबी संगीत रत्न अवार्ड भी दिया गया था।प्रोफेसर बट्टू का योगदान संगीत के क्षेत्र में असाधारण है।
जिला और राज्य स्तर स्पर्धा में मनावाया प्रतिभा का लोहा
हमीरपुर। हिमाचल के हमीरपुर जिला की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पौहंज में 9वीं कक्षा की छात्रा सेजल ने दिव्यांग एथलेटिक्स प्रतियोगिता में जिला और राज्य स्तर पर पदक जीतकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। सेजल ने जिला स्तर पर हमीरपुर में हुई दिव्यांग एथलेटिक्स मीट में लंबी कूद में स्वर्ण पदक और सौ मीटर की दौड़ में कांस्य पदक प्राप्त किया।
इसके बाद उसने ऊना में आयोजित की गई राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भी लंबी कूद में तीसरा स्थान प्राप्त किया। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने के बाद स्कूल पहुंचने पर प्रधानाचार्य रविंद्र सिंह सपहिया, अन्य शिक्षकों और विद्यार्थियों ने सेजल का स्वागत किया तथा इस उपलब्धि पर उसे बधाई दी।
इस अवसर पर सेजल को शुभकामनाएं देते हुए प्रधानाचार्य रविंद्र सिंह सपहिया ने कहा कि इस प्रतिभाशाली एथलीट के बेहतर प्रशिक्षण के लिए स्कूल में विशेष व्यवस्था की जाएगी और उसे विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होंने स्कूल के अन्य विद्यार्थियों से इस प्रतिभाशाली एथलीट से प्रेरणा लेने तथा पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद और स्कूल की ओर से आयोजित की जाने वाली अन्य गतिविधियों में भी बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की।
हमीरपुर।सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू हमीरपुर जिला के दौरे पर हैं। मंगलवार को वह नादौन से बड़सर विधानसभा क्षेत्र में प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंचे।
रास्ते में स्कूली छात्राओं ने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू पोस्ट कार्ड भेंट कर शिक्षक दिवस की बधाई दी। मुख्यमंत्री बच्चों के साथ आत्मीयता से मिले और उनसे बातचीत की।
शिमला। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने आज सिविल सर्विस एग्जाम का फाइनल रिजल्ट घोषित किया है। हिमाचल प्रदेश के शुभम धीमान ने UPSC की परीक्षा उत्तीर्ण कर प्रदेश का मान बढ़ाया है। जिला बिलासपुर के घुमारवीं के रहने वाले शुभम धीमान ने पांचवें प्रयास में ये परीक्षा पास की है।
शुभम राज्यकर एवं आबकारी विभाग नाहन में ईटीओ (एसीएसटीई) के पद पर तैनात हैं। इससे पहले भी शुभम प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके हैं। पहली बार वह मेन्स और इंटरव्यू तक पहुंचे और वह 800वें रैंक पर रहे।
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुभम धीमान को UPSC की परीक्षा उत्तीर्ण करने पर बधाई दी है। बता दें कि घुमारवीं के रहने वाले शुभम धीमान 27 मई, 2019 से राज्यकर एवं आबकारी विभाग में सेवाएं दे रहे हैं।
इससे पहले वह एसबीआई में पीओ के पद पर भी सेवाएं दे चुके हैं। शुभम के पिता रतनलाल धीमान सेवानिवृत्त अधिकारी हैं जबकि मां उर्मिला धीमान गृहिणी हैं। उनकी एक बहन क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में एनेस्थीसिया विशेषज्ञ हैं।
गौर हो कि UPSC ने सिविल सर्विस एग्जाम का फाइनल रिजल्ट घोषित कर दिया है। इशिता किशोर ने सिविल सर्विस एग्जाम 2022 की टॉपर बनी हैं। दूसरे स्थान पर गरिमा लोहिया और तीसरे स्थान पर उमा हरति एन रहे। उम्मीदवार UPSC की आधिकारिक वेबसाइट www.upsc.gov.in पर फाइनल रिजल्ट चेक कर सकते हैं।
फाइनल रिजल्ट में कुल 933 अभ्यर्थी नियुक्ति के लिए चयनित हुए हैं। इनमें से 345 अभ्यर्थी अनारक्षित, 99 ईडब्ल्यूएस (EWS), 263 ओबीसी (OBC), 154 एससी (SC) तथा 72 एसटी (ST) कैटेगरी से हैं। 178 कैंडिडेट्स की रिजर्व लिस्ट भी तैयार की गई है।
आईएएस (IAS) के पदों की बात करें तो IAS में 180 अभ्यर्थी शॉर्टलिस्ट हुए हैं। IFS में 38, IPS में 200, सेंट्रल सर्विस ग्रुप A में 473 और ग्रुप B में 131 अभ्यर्थी शॉर्टलिस्ट हुए हैं। सिविल सर्विस एग्जाम में इशिता किशोर, गरिमा लोहिया, उमा हरति एन, स्मृति मिश्रा, मयूर हजारिका, गहना नव्या जेम्स, वसीम अहमद भट्ट, अनिरुद्ध यादव, कनिका गोयल व राहुल श्रीवास्तव पहले 10 स्थानों पर आई है।
सिविल सर्विस एग्जाम की टॉपर इशिता किशोर ने तीसरे अटेंप्ट में सिविल सर्विस एग्जाम क्लेयर किया है। इशिता ने बचपन में ही ठान लिया था कि वह IAS ऑफिसर बनेंगी। इशिता की पढ़ाई एयर फोर्स बाल भारती स्कूल और श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स दिल्ली से की है।
इशिता के पिता एयरफोर्स में ऑफिसर हैं। इशिता के अनुसार उन्होंने अपने पिता को हमेशा देश सेवा में तत्पर देखा है। इसके चलते ही बचपन में ही उन्होंने पिता को देखकर ठान लिया था कि बड़ी होकर देश हित में ही कोई जॉब करेंगी, जिससे पापा की तरह देश की सेवा कर सकें।
राजगढ़/कांगड़ा। सिरमौर जिला के राजगढ़ क्षेत्र की किसान की बेटी कविता चौहान और हिमाचल केंद्रीय विश्वविद्यालय की दो छात्राएं साक्षी मेहता और आदिका असिस्टेंट प्रोफेसर बनी हैं। सिरमौर जिला के राजगढ़ विकास खंड के पझौता क्षेत्र की पंचायत नेहरटी भगोट के गांव तीर गनोह की कविता चौहान का असिस्टेंट प्रोफेसर (कैमिस्ट्री) के लिए चयन हुआ है।
कविता चौहान वर्तमान में एचपीयू से केमिस्ट्री में ही पीएचडी कर रही हैं। कविता चौहान के पिता जबर सिंह खेती-बाड़ी करते हैं व माता पुष्पा देवी गृहिणी हैं। पूरी नेहरटी भगोट पंचायत में जश्न का माहौल है क्योंकि पंचायत में कविता पहली लड़की है जो असिस्टेंट प्रोफेसर बनी है।
वहीं, हिमाचल केंद्रीय विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग की दो छात्राओं का असिस्टेंट प्रोफेसर इतिहास के पद के लिए चयन हुआ है। इसमें आदिका पुत्री अजय मोहन शर्मा और साक्षी मेहता पुत्री नरेदर सिंह का शामिल हैं। आदिका और साक्षी वर्तमान में हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय से इतिहास विषय में पीएचडी की पढ़ाई कर रही हैं।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग ने 29 अप्रैल 2022 को कॉलेज कैडर असिस्टेंट प्रोफेसर (इतिहास) और केमिस्ट्री के 37-37 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की थी। 3 मई को हिमाचल लोक सेवा आयोग ने दोनों पोस्टों के पर्सनैलिटी टेस्ट का रिजल्ट घोषित किया है।
EWN24 NEWS Choice of Himachal कविता चौहान, साक्षी मेहता और आदिका को इस उपलब्धि के लिए बधाई देता है।