Categories
Top News Himachal Latest KHAS KHABAR Kangra State News

मुख्यमंत्री सुक्खू के कांगड़ा दौरे का पहला दिन, बैठक कर की चर्चा, क्या बोले-पढ़ें खबर

जिला के विकास के लिए 3000 करोड़ खर्च कर रही सरकार

धर्मशाला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू कांगड़ा दौरे पर पहुंचे हैं। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। धर्मशाला स्थित मिनी सचिवालय पहुंचने पर मुख्यमंत्री ने कांगड़ा जिला की विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं के बारे में अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में विस्तृत चर्चा की। उन्होंने अधिकारियों को विकास परियोजनाओं के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।

हिमाचल में पत्र बम का शोर, विपक्ष ने मांगी जांच, सरकार बोलीं-नहीं सच्चाई

 

उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिले को पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित करने से यहां पर पर्यटन गतिविधियां बढ़ेंगी, जिससे राज्य सरकार के राजस्व में बढ़ोतरी होगी और स्वरोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि राज्य सरकार के सभी प्रयासों के परिणाम आगामी तीन वर्षों के भीतर सामने आएंगे।

बैठक के दौरान ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा राज्य की ऋण सीमा को 5,500 करोड़ रुपये कम करने के बावजूद प्रदेश सरकार ने कांग्रेस पार्टी के प्रतिज्ञा-पत्र को अक्षरशः पूरा करते हुए कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन को बहाल किया है।

2000 रुपए के नोट बदलने की प्रक्रिया शुरू, बैंकों में खोले स्पेशल काउंटर

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपने संसाधनों को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी के अनुरूप जल-उपकर लगाने का निर्णय लिया गया है और राज्य की 87 परियोजनाओं को इस अधिनियम के तहत पंजीकृत किया गया है। उन्होंने कहा कि शराब की दुकानों की नीलामी के निर्णय के परिणामस्वरूप राजस्व में 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

प्रदेश को विकास पथ पर आगे ले जाने के लिए राज्य सरकार के दृढ़ निश्चय पर बल देते हुए मुख्यमंत्री ने समाज के सभी वर्गों से सहयोग की अपील की। उन्होंने हरित ऊर्जा, पर्यटन, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्रों में राज्य सरकार के महत्त्वपूर्ण सुधारों के बारे में भी चर्चा की। राज्य के लोग इन योजनाओं का लाभ उठा सकें, इसके लिए प्रशासनिक सुधार भी किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने दोहराया कि उनका इरादा केवल सत्ता हासिल करना नहीं, बल्कि व्यवस्था परिवर्तन सुनिश्चित करना है।

सराहनीय: बाबा बालक नाथ मंदिर न्यास के गैर सरकारी सदस्य नहीं लेंगे मानदेय

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कांगड़ा जिला में जल, साहसिक, धार्मिक और स्वास्थ्य पर्यटन को बढ़ावा दे रही है और इससे संबंधित आधारभूत ढांचा विकसित करने के लिए लगभग 3000 करोड़ व्यय किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिले को पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित करने के लिए हवाई संपर्क आवश्यक है और इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कांगड़ा हवाई अड्डे का विस्तार और रक्कड़ तथा पालमपुर में हेलीपोर्ट का निर्माण कार्य चल रहा है।

उन्होंने कहा कि सरकार पारंपरिक पर्यटन स्थलों के जीर्णोंद्धार पर दृढ़ता से कार्य कर रही है और साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ट्रैकिंग रूट्स की पहचान करने के भी निर्देश दिए गए हैं।

शिमला : शादी में जा रहे थे युवक, सड़क से लुढ़की कार, तीन की गई जान

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि सकोह में आइस स्केटिंग रिंक और रोलर स्केटिंग रिंक के लिए दो हेक्टेयर भूमि चिन्हित की गई है। परियोजना को व्यवहार्य बनाने के लिए 12 कनाल अतिरिक्त भूमि की पहचान की गई है और एशियाई विकास बैंक द्वारा विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा कि नरघोटा में पर्यटन गांव बनाने का प्रस्ताव है और इसके लिए भूमि चिन्हित कर ली गई है। जिस स्थान पर पर्यटक गांव का निर्माण प्रस्तावित है, वहां हिमुडा के पास 25 हेक्टेयर भूमि है।

मंडी में सेल्स एग्जीक्यूटिव, क्लर्क, वाहन चालक के पदों को होंगे साक्षात्कार

 

हिमुडा की भूमि के समीप निजी भूमि का भी अधिग्रहण प्रस्तावित है, जिसकी पहचान भी कर ली गई है। पालमपुर शहर के सौंदर्यीकरण के तहत 58 करोड़ रुपये की कुल लागत से एचआरटीसी बस स्टैंड के पास एक बहुस्तरीय पार्किंग का निर्माण, पुरानी सब्जी मंडी के पास एक पार्किंग, भंडारण एवं वर्षा जल संचयन सुविधाएं, एक पर्यटक स्वागत केंद्र, सड़कों और गलियों का सौंदर्यीकरण व उन्नयन, न्यूगल कैफे का जीर्णोद्धार, तथा लैंडस्केप संवर्धन कार्य शामिल हैं। उन्होंने कहा कि नगरोटा बगवां सौंदर्यीकरण परियोजना के तहत पुराने बस स्टैंड, गांधी मैदान, नारदा शारदा मंदिर, मटौर गार्डन और बरोह का सौंदर्यीकरण कार्य शामिल हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पौंग बांध में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने की योजना पर भी कार्य चल रहा है। अपेक्षाकृत उथले पानी के लिए जाना जाने वाला नंगल चौक क्षेत्र को पर्यटन केंद्र के विकास के दृष्टिगत वन्यजीव अभयारण्य से बाहर रखा जाएगा। इस हब में गर्म हवा के गुब्बारे, जेटी, एंगलिंग केन्द्र, एंगलर हट्स, पैडल बोट और पेंटबॉल और रॉक क्लाइंबिंग जैसी गतिविधियों के साथ एक मनोरंजन पार्क जैसी विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध होंगी। डाडासीबा में नंगल चौक क्षेत्र पंजाब की ओर से सुलभ है। यह पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य क्षेत्र है।

धमेटा क्षेत्र से सटे मथियाल और कठरा खास, जल साहसिक खेलों और प्रशिक्षण सुविधाओं के लिए उपयुक्त स्थान हैं। इन क्षेत्रों को मोटरबोट की सवारी, क्रूज़, नौका अनुभव और रोमांचकारी राइड के लिए विकसित किया जा सकता हैं। उन्होंने एक बारहमासी नाले के साथ-साथ 1.2 किलोमीटर तक फैली एक कृत्रिम झील बनाने के लिए एक उपयुक्त स्थान की पहचान करने की आवश्यकता पर बल दिया।

HPPSC: असिस्टेंट प्रोफेसर कॉमर्स की अस्थाई Answer Key जारी

मुख्यमंत्री ने देहरा विधानसभा क्षेत्र के बनखंडी क्षेत्र में प्राणी उद्यान की योजना पर भी चर्चा की। 195 हेक्टेयर भूमि पर बनने वाले इस पार्क का उद्देश्य आगंतुकों को बेहतरीन अनुभव प्रदान करना है। यह उम्मीद है कि मोनोरेल से जंगली प्राणी दिखाई देंगे और उन्हें खुले बाड़ों में रखा जाएगा। पार्क के लिए केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (सीजेडए) से जून माह तक अनुमति प्राप्त होने की उम्मीद है। इसके प्रथम चरण के विकास में लगभग 260 करोड़ रुपये व्यय होंगे।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के तहत संस्थागत देखभाल की आवश्यकता वाले लोगों के लिए एकीकृत केंद्र का निर्माण भी प्रस्तावित है। यह ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र की लूथन पंचायत में लगभग 120 कनाल भूमि पर बनाया जाएगा। इसको स्थापित करने की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए मुख्यमंत्री ने सलाहकार नियुक्त करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूलों के निर्माण की भी समीक्षा की। कैबिनेट ने कांगड़ा जिले के जयसिंहपुर, पालमपुर, शाहपुर, नगरोटा बगवां, जवाली और जसवां परागपुर विधानसभा क्षेत्र में इन स्कूलों के निर्माण को मंजूरी दी है।

UPSC का फाइनल रिजल्ट घोषित, इशिता किशोर बनी इंडिया टॉपर

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज कांगड़ा जिले में तीन ग्रीन कॉरिडोर के विकास के दृष्टिगत आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। प्रस्तावित गलियारों में परवाणु-नालागढ़-ऊना-हमीरपुर-संसारपुर टैरेस, बिलासपुर-हमीरपुर-कांगड़ा और मंडी-धर्मशाला-कांगड़ा शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने इन कॉरिडोरों पर इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) के लिए चार्जिंग सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए उपयुक्त स्थानों की पहचान करने और विद्युत चालित वाहनों के लिए चार्जिंग संबंधी बुनियादी ढांचे तक सुविधाजनक पहुंच सुनिश्चित करने पर बल दिया।

 

उन्होंने ईवी उपयोग को सुविधाजनक बनाने के लिए शहरों के भीतर चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के महत्त्व पर भी बल दिया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने परियोजनाओं की समीक्षा के साथ लोगों की समस्याएं भी सुनीं।

मंडी: बारिश, तेज हवाएं और बिजली चमकने की चेतावनी जारी-प्रशासन अलर्ट 

UGC NET December-2022 को लेकर बड़ी अपडेट-जानिए पूरी डिटेल

शिमला को निकले राहुल गांधी ने अंबाला से चंडीगढ़ तक ट्रक में किया सफर

मंडी : नशे में धुत्त चालक ने कार से तीन बच्चों को मारी टक्कर, एक की गई जान

हिमाचल और देश दुनिया से जुड़ी हर बड़ी अपडेट के लिए जुड़ें EWN24 NEWS की वेबसाइट https://ewn24.in/ फेसबुक https://www.facebook.com/ewn24 और यूट्यूब https://www.youtube.com/@ewn24news/videos के साथ

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *