धर्मशाला। हिमाचल कांग्रेस ने विधानसभा उप चुनाव को लेकर धर्मशाला से भी प्रत्याशी की घोषणा कर दी है। कांग्रेस ने धर्मशाला से नगर निगम के पूर्व मेयर देवेंद्र सिंह जग्गी को टिकट दी है।
बता दें कि देवेंद्र सिंह जग्गी का राजनीतिक करियर मंत पंचायत के उपप्रधान के रूप में शुरू हुआ था। मंत पंचायत के क्षेत्र अब धर्मशाला नगर निगम में हैं। देवेंद्र जग्गी नगर निगम धर्मशाला के डिप्टी मेयर भी रह चुके हैं।
देवेंद्र सिंह जग्गी कांग्रेस के कर्मठ नेताओं में से एक माने जाते हैं। लोगों में उनकी खासी पैठ है।
धर्मशाला में कांग्रेस का मजबूत करने में देवेंद्र जग्गी की अहम भूमिका रही है। देवेंद्र जग्गी को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के खास लोगों में एक माना जाता है।
ewn24 news Choice Of Himachal से फोन पर बातचीत में धर्मशाला से कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र सिंह जग्गी ने उन पर भरोसा जताने के लिए कांग्रेस हाईकमान सहित प्रदेश नेतृत्व का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि लोगों का भी पूरा आशीर्वाद और प्यार मिलेगा, मुझे इसकी पूरी उम्मीद है।
ऋषि महाजन/नूरपुर। कांगड़ा जिला के जसूर में नूरपुर विधानसभा क्षेत्र की कांग्रेस वर्कर मीटिंग का आयोजन किया गया। इस अवसर में कांगड़ा-चंबा लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी आनंद शर्मा भी मौजूद रहे।
आनंद शर्मा ने कार्यकर्ताओं में जोश भरा और लोकसभा चुनाव के लिए जी जान से जुटने की अपील की। वहीं, नूरपुर के पूर्व विधायक अजय महाजन ने कांगड़ा-चंबा संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी राजीव भारद्वाज को आड़े हाथ लिया।
कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए अजय महाजन ने कहा कि आनंद शर्मा अंतरराष्ट्रीय और जमीनी स्तर से जुड़े नेता हैं। कांगड़ा कंदरोड़ी में औद्योगिक क्षेत्र, निफ्ट, हिमाचल में पासपोर्ट ऑफिस, पालमपुर में चाय का ऑफिस आनंद शर्मा की देन है।
दूसरी तरफ भाजपा प्रत्याशी नूरपुर से हैं। वह बताएं कि उन्होंने नूरपुर में एक भी चीज खोली है।
जसूर बस स्टैंड नहीं बनवा सके। यहां तक की अपनी गृह पंचायत जसूर में शौचालय का निर्माण तक नहीं करवा सके। एक तरफ आनंद शर्मा अंतरराष्ट्रीय और जमीनी स्तर के नेता और दूसरी तरफ वो नेता जो पंचायत में कुछ नहीं कर सका, क्या ऐसा नेता लोगों को चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांगड़ा-चंबा संसदीय क्षेत्र से आनंद शर्मा को प्रत्याशी बनाने के लिए वह और नूरपुर के कांग्रेस कार्यकर्ता आलाकमान का आभार प्रकट करते हैं।
संबोधन में कांग्रेस प्रत्याशी आनंद शर्मा ने कहा कि कांगड़ा जिला में कोई विधानसभा क्षेत्र नहीं है, जहां वह घूमे नहीं हैं। नूरपुर में भी पूर्व मंत्री स्वर्गीय सत महाजन के साथ घूमे हैं। पुराने कार्यकर्ता इस बात को जानते होंगे। चुनाव दो विचारधाराओं का टकराव है, कोई युद्ध नहीं है।
इसमें लोग मत बनाते हैं और सरकार चुनते हैं। विरोधियों को भी कहना चाहता हूं कि छोटी टिप्पणी ठीक नहीं है। वह यहां व्यक्तिगत रूप से आनंद शर्मा के तौर पर नहीं आए हैं। बल्कि राष्ट्रीय कांग्रेस और पुराने कार्यकर्ताओं के आदेश पर आए हैं।
पिछले 10 साल से केंद्र में मोदी सरकार है। वह सत्ता में हैं, लोगों को हिसाब मांगना होगा। आजादी के बाद अब देश में बेरोजगारी और महंगाई बढ़ी है। किसान तकलीफ में हैं।
किसानों को जो सम्मान मिलना चाहिए, वह नही मिला है। बदले में लाठियां आदि मिली हैं। दिल्ली में सड़कें खोद दी गईं। उन्हें राजधारी दिल्ली जाने से रोका गया है।
उन्होंने कहा कि आप सरकार पटेल का नाम लेकर और मूर्ति बनाकर उनके अनुयायी नहीं बन सकते हो। पटेल को सरदार की उपाधि महात्मा गांधी ने दी थी। कांग्रेस 138 साल पुराना दल है। आजादी के संग्राम से लेकर आजादी के बाद भारत निर्माण में कांग्रेस ने अहम भूमिका निभाई है।
सब कुछ 2014 में ही नहीं हो गया है। देश के लोगों ने दूसरी विचाराधारा यानी भाजपा को भी मौका दिया है। स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी भी प्रधानमंत्री रहे हैं। वह अच्छे प्रधानमंत्री थे। कांग्रेस नेताओं के मुंह से उनके लिए कभी कोई गलत टिप्पणी नहीं निकली है।
कांगड़ा में कांग्रेस के 11 विधायक हैं और पुराने कार्यकर्ता हैं। बहुत बड़ा परिवार है, उन्हें किसी बात की चिंता नहीं है। फिर भी वह चुनौती को स्वीकार करते हैं। उन्हें उम्मीद है कि कार्यकर्ता उन्हें आशीर्वाद देंगे।
ट्रक यूनियन जसूर ने टोपी और शाल देकर कांग्रेस प्रत्याशी आनंद शर्मा को सम्मानित किया। इस अवसर पर कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार, फतेहपुर के विधायक भवानी पठानिया, इंदौर के विधायक मलिंदर राजन, विशाल चंबियाल, पूर्व ट्रांसपोर्ट मंत्री केवल पठानिया, कांगड़ा के कांग्रेस अध्यक्ष करण पठानिया आदि उपस्थित थे।
बीते विस चुनाव में थे विजय अग्निहोत्री के कवरिंग कैंडिडेट
नादौन। लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने नादौन भाजपा में बड़ी सेंधमारी की है। बीते विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार विजय अग्निहोत्री के कवरिंग कैंडिडेट रहे प्रभात चौधरी सोमवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। उन्हें मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पटका फूलमाला पहनाकर कांग्रेस में शामिल करवाया।
उनके अलावा भाजपा के बटाहली बूथ के पूर्व अध्यक्ष हंसराज और होशियार सिंह, रमेश चंद भी कांग्रेस में शामिल हुए हैं। पंडित ज्योति कुमार व देशराज ने पुतड़ियाल में कांग्रेस ज्वाइन की। प्रभात चौधरी ने अपने पैतृक गांव बड़ा में मुख्यमंत्री की जनसभा में कांग्रेस का दामन थामा।
वह दो बार नादौन विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके हैं। पहली बार उन्होंने 2003 में निर्दलीय और 2007 में बसपा टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था। दोनों बार उन्होंने 10 हजार वोट लिए थे। इसके बार उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा और भाजपा में शामिल हो गए।
पूर्व शिक्षा मंत्री नारायण चंद पराशर के समय प्रभात कांग्रेस में ही हुआ करते थे। उसके बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ लिया। अब मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह ने उनकी घर वापसी करवाई है।
प्रभात के भाजपा छोड़ने से कांग्रेस को नादौन में और मजबूती मिलेगी। उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने के बाद कहा कि वह पूरी निष्ठा के साथ कार्य करेंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री के कार्यों और नीतियों में आस्था जताते हुए कांग्रेस का दामन थामा है।
पूर्व बूथ अध्यक्ष हंसराज ने कहा कि सुखविंदर सिंह सुक्खू जबसे मुख्यमंत्री बने हैं तबसे उन्होंने आम आदमी को मद्देनजर रखकर काम किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस में आए सभी भाजपाइयों को पूरा मान सम्मान मिलेगा।
शिमला। हिमाचल में कांग्रेस ने विधानसभा उप चुनाव के लिए दो और सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। लाहौल-स्पीति से अनुराधा राणा को और बड़सर से सुभाष चंद को मैदान में उतारा गया है।
इससे पहले हिमाचल कांग्रेस ने विधान सभा उपचुनाव की तीन सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए थे। सुजानपुर से कैप्टन रणजीत सिंह राणा, गगरेट से राकेश कालिया और कुटलेहड़ से विवेक शर्मा को टिकट दी गई है।
कक्ष में प्रत्याशी सहित पांच लोग ही रह सकते हैं उपस्थित
धर्मशाला। कांगड़ा संसदीय क्षेत्र की लोकसभा सीट के लिए नामांकन 7 मई से 14 मई तक दाखिल किए जा सकेंगे। 11 और 12 मई को सार्वजनिक अवकाश होने के कारण नामांकन दाखिल नहीं होंगे। परन्तु 10 मई को सार्वजनिक अवकाश होने पर भी नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे।
15 मई को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी, जबकि 17 मई तक नामांकन वापस लेने की तिथि निर्धारित की गई है। इसके साथ ही 01 जून को मतदान होगा, जबकि चार जून को मतगणना की जाएगी।
डीसी कांगड़ा हेमराज बैरवा ने कहा कि नामांकन के लिए उम्मीदवार को केवल तीन गाड़ियों को ही निर्वाचन अधिकारी के प्रवेश द्वार तक लाने की अनुमति रहेगी। वहीं नामांकन दाखिल करते समय उम्मीदवार सहित कुल पांच लोग ही निर्वाचन अधिकारी के कक्ष में उपस्थित हो सकते हैं।
उन्होंने बताया कि नामांकन की प्रत्येक गतिविधि पर सीसीटीवी की नजर रहेगी। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को फूल प्रूफ बनाया जाएगा। उन्होंने लोकसभा चुनाव के इच्छुक उम्मीदवारों से भी आग्रह किया कि वे नामांकन के दौरान चुनाव आयोग द्वारा जारी दिशानिर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित करें।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि निष्पक्ष तथा पारदर्शी तरीके से निर्वाचन प्रक्रिया को पूर्ण करने के लिए तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं तथा अधिकारियों तथा कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है।
राजगढ़। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी में सचिव संजय भंडारी को एक बार फिर लोकसभा चुनाव के लिए पच्छाद विधानसभा का पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।
इससे पहले संजय भंडारी पच्छाद विधानसभा के कांग्रेस प्रभारी भी रह चुके हैं और वह हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के करीबी माने जाते हैं।
उनकी इस नियुक्ति के लिए देवठी मझगांव वार्ड से जिला परिषद सदस्य विनय भगनाल, पच्छाद युवा कांग्रेस के अध्यक्ष मनीष भगनाल और युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष वीरेंद्र जालटा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्षा प्रतिभा सिंह का धन्यवाद किया है।
पच्छाद युवा कांग्रेस अध्यक्ष मनीष भगनाल ने कहा कि संजय भंडारी एनएसयूआई और युवा कांग्रेस में संघर्ष करते हुए आगे आए हैं और वह पच्छाद विधानसभा से भली भांति परिचित हैं।
इस उपलक्ष पर यशपाल ठाकुर, कमल रपटा, अरुण ठाकुर, विक्रम ठाकुर, प्रेम सागर,अनुज ठाकुर, पवन वर्मा, जितेंद्र चौहान, विकास कंवर, विकास ठाकुर , राहुल कंवर, चंद्र मोहन शर्मा, कृष ठाकुर, अजय ठाकुर, सतीश भाजटा, अनूप पवन, सतीश हाबी, सुभाष बोहरा, प्रमोद ठाकुर, दिनेश तोमर, अतर सिंह, ओम प्रकाश, विक्की कश्यप, प्रदीप ठाकुर, भीम सिंह , अभिषेक, निहित, अभिनीत इत्यादि सभी युवाओं ने संजय भंडारी की नियुक्ति पर प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, प्रदेश कांग्रेस पार्टी की अध्यक्षा प्रतिभा सिंह और प्रदेश के तमाम शीर्ष नेताओं का धन्यवाद किया है।
बंजार। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खू ने शुक्रवार को बंजार में कांग्रेस उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह के लिए वोट मांगते हुए भाजपा को आड़े हाथों लिया।
उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर हार सामने देखकर लोकसभा चुनाव लड़ने से पीछे हट गए। उन्हें मालूम था कि पांच साल मुख्यमंत्री रहते मंडी संसदीय क्षेत्र में काम नहीं किया है, वह सिर्फ सराज तक ही सीमित रहे।
ठाकुर सुखविंदर सिंह ने कहा कि हाईकमान के बोलने पर पहले जयराम ने चुनाव लड़ने की हामी भर दी थी, लेकिन जैसे ही उन्होंने पता चला कांग्रेस युवा व स्मार्ट चेहरे विक्रमादित्य सिंह को चुनाव मैदान में उतारने वाली है, वह पीछे हट गए।
उन्होंने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को कहा कि मंडी से कोई सेलिब्रिटी ही जीत सकती है, इसलिए कंगना रनौत को टिकट दिला दी। कंगना को फेल करने में जयराम ठाकुर का पूरा सहयोग रहेगा। कंगना रनौत एक महीने की शूटिंग के लिए हिमाचल प्रदेश आई हैं।
नेता प्रतिपक्ष जितनी मर्जी लोकेशन सेट कर लें, जितनी लोकेशन बदल लें, फिल्म का फ्लॉप होना तय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे यहां टॉप का हीरो (विक्रमादित्य सिंह) है। टॉप का हीरो वह होता है, जो दिन-रात जनता की सेवा में लगा रहता है।
विक्रमादित्य सिंह ने आपदा में मंडी संसदीय क्षेत्र की जनता का भरपूर साथ दिया है। वह लोगों के दुख में साथ खड़े हुए। जेसीबी में बैठकर सड़कों को खुलवाया व वैली ब्रिज बनवाए।
विक्रमादित्य ने बंजार में अनेक कार्य किए हैं, सांसद बनकर वह यहां विकास की गंगा बहाएंगे। लोकसभा चुनाव के बाद वह विक्रमादित्य सिंह के साथ फिर बंजार आएंगे और लोगों की मांगों को पूरा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने भ्रष्टाचार के चोर दरवाजे खोल रखे थे। नौकरियां बेची जाती थीं और जयराम ठाकुर पूरे 5 साल मूकदर्शक बने रहे। भाजपा हिमाचल व महिला विरोधी है।
पहले आपदा में साथ नहीं दिया, फिर महिलाओं के 1500 रुपये रुकवाने के लिए चुनाव आयोग पहुंच गए। भाजपा सिर्फ राजनीतिक रोटियां सेंकने का काम करती है। कांग्रेस काम करने में विश्वास रखती है, भाजपा की तरह चुनाव देखकर धन आवंटन नहीं करती।
पूर्व कर्मचारियों ने थामा भाजपा का दामन
बंजार में पूर्व कर्मचारियों ने कांग्रेस का दामन थामा है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सूक्खू व लोकसभा उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह ने सेवानिवृत्त असिस्टेंट प्रोफेसर जोगिंदर ठाकुर, सेवानिवृत्त मुख्य शिक्षक सबजा चंद, सेवानिवृत्त पुलिस कर्मी विक्रम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार व मुख्यमंत्री की नीतियों व कार्यों में आस्था जताते हुए कांग्रेस ज्वाइन की है।
शिमला। कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार आनंद शर्मा प्रचार में जाने से पहले शिमला के कालीबाड़ी मंदिर पहुंचे। यहां पर पूजा-अर्चना करने के बाद वह कांगड़ा के लिए निकल गए।
कांगड़ा जाने से पहले आनंद शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा निशाना साधा और कहा कि देश में लोकतंत्र बचाने के लिए कांग्रेस पार्टी चुनाव लड़ रही है उन्हें भी कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने का सौभाग्य मिला है जिसे पूरी तत्परता से लड़ा जाएगा।
भाजपा ने लोकसभा चुनाव का परिणाम आने से पहले ही नतीजे बताने शुरू कर दिए हैं जो प्रजातंत्र के लिए ठीक नहीं है। राहुल गांधी भी रायबरेली से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि अमेठी से भी उम्मीदवार दे दिया गया है।
कांग्रेस चुनाव लड़ने से नहीं डर रही है। कांगड़ा और हिमाचल के लिए पिछले दशकों में कई संस्थान खोले गए हैं जिसको लेकर जनता अवगत है।
हिमाचल प्रदेश की जनता, सरकार व संगठन उनके साथ है। आनंद शर्मा ने कहा कि शिमला मेरी जन्म भूमि है, जबकि देश, प्रदेश मेरी कर्म भूमि है। अपने राजनीतिक जीवन में हर चुनौती का सामना किया है, अब नई चुनौती का भी सामना करेंगे।
उन्होंने ये भी कहा कि शांता कुमार पूर्व मुख्यमंत्री है उन्हें 1500 रुपए कहां से देने हैं इसकी चिंता नहीं करनी चाहिए यह काम वर्तमान सीएम और कैबिनेट का है।
अनुबंध अवधि पूरी होने के बाद भी अभी तक नियमित नहीं
धर्मशाला। हिमाचल में करीब 1164 पटवारियों का नियमितीकरण का इंतजार लंबा हो गया है। लोकसभा चुनाव के चलते आचार संहिता लगने कारण इनका नियमितीकरण रुक गया है।
अगर लोकसभा चुनाव के बाद नियमितीकरण होता है तो इन्हें वित्तीय नुकसान होगा। साथ ही अन्य सुविधाओं से भी वंचित हो जाएंगे।
बता दें कि राजस्व विभाग में 1164 पदों (बैच 2019-20) पर प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात भर्ती हुई थी। इस बैच के सभी अभ्यर्थियों का विभागीय प्रशिक्षण 15 जून, 2020 को आरंभ हुआ।
15 नवंबर, 2021 को अनुबंध कर्मचारी के तौर पर नियुक्ति हुई। 15 नवंबर, 2021 से 31 मार्च, 2024 तक लगभग 2 साल 4 महीने 15 दिन का समय बीत चुका है।
हिमाचल में अनुबंध अवधि दो साल है। ऐसे में पटवारियों को उम्मीद थी कि हर साल की तरह 31 मार्च के बाद सरकार की नोटिफिकेशन के अनुसार नियमित किए जाएंगे। अभी एक माह पूरा होने को आ गया और कहा जा रहा है चुनाव आयोग से मंजूरी नहीं मिल रही है।
ऐसे में पटवारियों के नियमितीकरण उम्मीदें धराशायी होती दिख रही हैं। पटवारी चुनाव आयोग से मांग कर रहे हैं कि उन्हें नियमित करने के लिए मंजूरी प्रदान की जाए। क्योंकि पहले भी आचार संहिता के दौरान अनुबंध कर्मी नियमित होते आए हैं।
इसको लेकर 26 अप्रैल को पटवार कानूनगो महासंघ इकाई नगरोटा बगवां ने एसडीएम मुनीष कुमार शर्मा के माध्यम से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और मुख्य चुनाव अधिकारी हिमाचल प्रदेश मनीष गर्ग को ज्ञापन भेजा था।
वहीं, 27 अप्रैल को कांगड़ा जिला की हरिपुर तहसील के तहत कार्य कर रहे अनुबंध पटवारियों ने तहसीलदार हमीरपुर के माध्यम से ज्ञापन भेजा है।
सूची में सुजानपुर से कैप्टन रणजीत सिंह राणा, गगरेट से राकेश कालिया और कुटलेहड़ से विवेक शर्मा को टिकट दी गई है।
बता दें कि हिमाचल में 6 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। इसमें धर्मशाला, सुजानपुर, बड़सर, गगरेट, कुठलैहड़ और लाहौल स्पीति शामिल हैं। इसमें तीन सीटों पर टिकट फाइनल हो गए हैं।