धर्मशाला। हिमाचल में पहली कक्षा में अब 6 साल की आयु में ही एडमिशन हो सकेगी। सरकार ने इस बारे आदेश जारी किए हैं।
हिमाचल विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कांगड़ा के विधायक पवन काजल के सवाल के जवाब में जानकारी मुहैया करवाई है कि सरकार ने 24, नवंबर, 2023 को पहली कक्षा में एडमिशन के लिए 6 व उससे ऊपर की आयु सीमा लागू करने के आदेश जारी किए हैं।
इसके अनुसार जिस शैक्षणिक वर्ष में पहली कक्षा में एडमिशन ली जानी है, उस शैक्षणिक वर्ष में 31 मार्च को बच्चे की आयु 6 वर्ष होनी चाहिए। इसमें 01 अप्रैल को जन्मे बच्चे भी सम्मिलित हैं।
पहली अप्रैल के बाद जन्मे बच्चों को अगले शैक्षणिक सत्र में ही एडमिशन दी जा सकती है। वर्तमान में सरकार निर्धारित सीमा को बढ़ाकर सितंबर या अक्टूबर तक करने का कोई विचार नहीं रखती है।
विपिन सिंह परमार ने पूछा था सवाल, नहीं मिला स्पष्ट जवाब
धर्मशाला। हिमाचल विधानसभा शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया। पूर्व विधानसभा स्पीकर विपिन सिंह परमार ने स्टोन क्रशर को लेकर सवाल उठाया था जिस पर सरकार के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सदन के अंदर विधानसभा सदस्य विपिन सिंह परमार ने प्रदेश में स्टोन क्रशर को लेकर सवाल उठाया।
लेकिन, इस पर जो जवाब सरकार की ओर से मुख्यमंत्री ने रखा वह हास्यासपद है। जयराम ठाकुर ने कहा कि पहले प्रदेश सरकार ने हिमाचल में एक नई ही प्रथा शुरू कर दी कि सब बंद कर दो।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने पहले स्टोन क्रशर बंद कर दिए और इसमें गड़बड़ियों की बात कही लेकिन जब इसको लेकर तथ्य मांगे गए तो सरकार के पास कोई जवाब नहीं है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि आने वाले समय में इसमें स्टोन क्रशर मामले में भी बड़ा घोटाला होने की संभावना है। जयराम ठाकुर ने कहा कि इस तरह के प्रश्न पैदा हो गए हैं स्टोन क्रशर चालकों को बार-बार बुलाकर पूछा जा रहा है स्टोन क्रेशर खोलना है तो आओ बात करो।
वहीं, पूर्व उद्योग मंत्री और भाजपा विधायक विक्रम सिंह ठाकुर ने कहा कि उनकी ओर से सदन में को स्टोन क्रशर को लेकर सवाल उठाया गया था लेकिन सरकार किस की ओर से इस विषय पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया।
इसके बाद सदन के अंदर इस प्रश्न पर सप्लीमेंट्री की मांग की गई, लेकिन विपक्ष की मांग के बावजूद अध्यक्ष की ओर से सप्लीमेंट्री पर मंजूरी नहीं दी गई। इसके बाद विपक्ष के पास केवल वॉकआउट का रास्ता ही शेष था और ऐसे में भाजपा के विधायक सदन से बाहर चले आए।
नेता विपक्ष जयराम ठाकुर बोले याद दिलाएंगे सारी गारंटियां
धर्मशाला। हिमाचल विधानसभा शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन भी विपक्ष ने कांग्रेस सरकार को गारंटियों को लेकर घेरा है। विपक्ष के सभी विधायक गोबर के साथ तपोवन विधानसभा परिसर में पहुंचे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
भाजपा विधायक हाथ में गोबर की टोकरी लेकर विधानसभा पहुंचे और सरकार के खिलाफ़ जमकर नारेबाजी की और सरकार को दो रुपए किलो गोबर खरीदने की गारंटी याद दिलाई।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल की कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आने से पहले प्रदेश के किसानों से दो रुपए किलो गोबर खरीदने की बात कही थी, लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी सरकार ने अभी तक इस गारंटी को पूरा नहीं किया है। लोगों का गोबर 1 साल में सूख गया है जिसे लेकर वे आज विधानसभा पहुंचे हैं।
मुख्यमंत्री को गोबर की टोकरियां सौंपी जाएंगी और पूछा जाएगा कि गोबर खरीदने की गारंटी कब पूरी होगी।
कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आने से पहले लोगों को गुमराह किया और झूठी गारंटियां जनता को दीं, लेकिन विपक्ष इन गारंटी को भूलने नहीं देगी और सरकार को बार-बार गारंटी को पूरा करने की याद दिलाई जाएगी।
विपक्ष एक-एक करके सभी गारंटियों को लेकर सरकार से सवाल पूछा जाएगा।
गौर हो कि शीतकालीन सत्र के पहले दिन विपक्ष ने कांग्रेस की गारंटियों का चोला पहनकर तपोवन धर्मशाला में प्रदर्शन किया था। आज शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन है।
विधानसभा के शीतकालीन सत्र में मुहैया करवाई जानकारी
धर्मशाला। पठानकोट-मंडी फोरलेन में रजोल से ठानपुरी के बीच एक 300 मीटर सुरंग बनना भी प्रस्तावित है। यह सुरंग बनोई के पास भरोट गांव में बनना प्रस्तावित है।
यह जानकारी हिमाचल विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान कांगड़ा के विधायक पवन काजल के सवाल के जवाब में पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने मुहैया करवाई है।
जवाब में बताया गया कि पठानकोट-मंडी-चक्की फोरलेन सड़क के अनुभाग रजोल कछियारी अर्थात रजोल किलोमीटर 72.00 से ठानपुरी किलोमीटर 58.135 (कछियारी किमी 81/800 पर स्थित है) को पैकेज-IIB के फोरलेन वैकल्पिक संरेखण (Alignment) को गगल हवाई अड्डे के उत्तरी भाग से अंतिम रूप दिया जा रहा है।
गांव भरोट में एक 300 मीटर लंबी सुरंग भी प्रस्तावित है। यह प्रस्ताव 28 दिसंबर 2022 को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, मुख्यालय नई दिल्ली को अनुमोदन के लिए भेजा गया है।
प्रस्तावित वैकल्पिक संरेखण का अनुमोदन होने के बाद इस परियोजना के कार्य को तदानुसार आगे बढ़ाया जाएगा।
हिमाचल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व नाचन विधायक ने किया था सवाल
धर्मशाला। तपोवन में हिमाचल विधानसभा का पांच दिवसीय शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है। धर्मशाला के तपोवन में चौदहवीं विधानसभा का यह चौथा सत्र है। ये सत्र 19 से 23 दिसंबर तक चलेगा।
स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने सभी सदस्यों से सदन में रचनात्मक सहयोग की अपील की। इसके बाद राष्ट्रगान से सदन की कार्यवाही शुरू हुई।
भाजपा विधायक विनोद कुमार ने नाचन में शैक्षणिक संस्थानों को आपदा हुए नुकसान पर सवाल किया।
वहीं, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि छात्रों को जोखिम वाले भवनों में बैठाया जा रहा है। कितने स्कूल ऐसे हैं, जो पूर्ण रूप से नष्ट हो गए हैं। इनमें बच्चों को बिठाने के लिए क्या किया है।
इन सवालों के जवाब में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि पैसों का प्रावधान किया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश में 1057 स्कूलों को वर्षा से नुकसान हुआ है।
प्राकृतिक आपदा में प्रदेश में 51 स्कूल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं। सरकार की ओर से सबसे पहले इन स्कूलों की मरम्मत करवाई जाएगी। इसके बाद आंशिक क्षतिग्रस्त स्कूलों की मरम्मत होगी। स्कूलों में छात्रों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है।
इस दौरान भाजपा विधायकों ने गारंटियों का जिक्र करते हुए पोस्टर गले में टांग कर सरकार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज किया।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि यह प्रदर्शन प्रदेश की कांग्रेस सरकार को याद दिलाने के लिए है कि उन्होंने जनता से वादे किए थे और सत्ता में आए, लेकिन एक साल का समय हो गया अभी तक प्रदेश सरकार ने अपनी गारंटी है पूरी नहीं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, कांग्रेस नेता नेता प्रियंका गांधी वाड्रा प्रभारी राजीव शुक्ला सभी कांग्रेस नेता पहली कैबिनेट में गारंटियां पूरे करने का दावा करते रहे, लेकिन अब गारंटियों को 5 साल में पूरा करने का बहाना लगा रहे हैं।
इस दौरान नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने प्रदेश कांग्रेस पर तंज कसा और कि देश भर ने देख लिया है कि गारंटी का क्या हश्र होता है।
इस दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की हर हर के बहाने प्रदेश कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि देश ने देख लिया है कि कांग्रेस की गारंटियों का क्या हश्र होता है।
उन्होंने कहा कि देश में केवल एक ही गारंटी मान्य है गारंटियों को पूरा करने की गारंटी और वह है नरेंद्र मोदी की गारंटी।
चुनावी गारंटियों, आपदा राहत व कर्ज आदि मुद्दों पर घेरेगा विपक्ष
धर्मशाला। कांगड़ा जिला में धर्मशाला के तपोवन में आज से हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज से शुरू होने जा रहा है।
सत्र के एक दिन पहले धर्मशाला में सत्तापक्ष और विपक्ष ने विधायक दल की बैठक कर रणनीति भी तैयार कल ली है। शीतकालीन सत्र के पहले दिन चुनावी गारंटियों, आपदा राहत व प्रदेश पर बढ़ते कर्ज आदि मुद्दों पर हंगामे के आसार हैं।
इन मसलों पर सदन में सरकार और विपक्ष के बीच टकराव हो सकता है। सत्र से एक दिन पहले भाजपा ने धर्मशाला में आक्रोश रैली निकालकर अपने इरादे पहले ही जाहिर कर दिए हैं।
इसके बाद देर शाम कांग्रेस विधायक दल ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू और भाजपा विधायक दल ने नेता विपक्ष जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में बैठक कर शीत सत्र के लिए अपनी-अपनी रणनीति को अंतिम रूप दिया।
हालांकि विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने सर्वदलीय बैठक में सत्ता पक्ष, प्रतिपक्ष तथा निर्दलीय विधायकों से शीतकालीन सत्र के संचालन में रचनात्मक सहयोग देने की अपील की।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश की चौदहवीं विधान सभा का चतुर्थ सत्र 19 दिसंबर, 2023 को सुबह 11 बजे आरंभ होगा।
सत्र के प्रथम दिन पूर्व विधायक बाल कृष्ण चौहान के निधन पर शोकोद्गार होगा तथा मुख्यमंत्री नवनियुक्त मंत्री परिषद के दो सदस्यों का सदन में परिचय करवाएंगे। यह सत्र 23 दिसंबर, 2023 तक चलेगा। इस सत्र में कुल 5 बैठकें होंगी।
21 दिसंबर, 2023 वीरवार का दिन गैर सरकारी सदस्य कार्य दिवस के लिए निर्धारित किया गया है।
23 दिसंबर, 2023 को शनिवार के दिन भी सत्र आयोजित किया जाएगा। हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने कहा कि सदन की कार्यवाही देखने के लिए स्कूली छात्र-छात्राओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
स्थान की उपलब्धता अनुसार अनुमति प्रदान की जाएगी। आज के बच्चे कल का भविष्य है और उन्हें लोकतान्त्रिक प्रणाली का ज्ञान होना भी बहुत जरूरी है।
सदन की दर्शक दीर्घा से सदन की कार्यवाही देखने पर उनके ज्ञान में निश्चित तौर पर वृद्धि होगी तथा लोकतंत्र की मजबूती का मार्ग प्रशस्त होगा।
आम आदमी भी स्थान की उपलब्धता पर अपना पास बनवाकर सदन की कार्यवाही देख सकेंगे। तपोवन भवन तथा परिसर में प्रवेश केवल उन्हें मिलेगा जिन्हें विधान सभा सचिवालय से अधिकारिक पास जारी होगा। बिना पास कोई भी प्रवेश की कोशिश न करें अन्यथा कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा कि इस सत्र में सदस्यों से कुल 471 प्रश्नों की सूचनाएं प्राप्त हुई है। इसमें 348 प्रश्न तारांकित (Online 286 व Offline 62) तथा 123 प्रश्न अतारांकित (Online 109 व Offline 14) सूचनाएं प्राप्त हुई हैं,जिन्हें नियमानुसार सरकार को आगामी कार्रवाई के लिए प्रेषित किया गया है।
इसके अतिरिक्त नियम 62 के तहत 4 सूचनाएं, नियम 63 के तहत 1 सूचना, नियम 101 के तहत 10 सूचनाएं, नियम 130 के अंतर्गत 12 सूचनाएं जिसमें पिछले सत्र की स्थगित 2 सूचनाएं भी शामिल है तथा नियम 324 के तहत 01 सूचना भी सदस्यों से प्राप्त हुई है, जिन्हें आगामी कार्रवाई के लिए सरकार को प्रेषित कर दिया गया है।
प्रश्नों से संबंधित जो सूचनाएं सदस्यों से प्राप्त हुई है वह मुख्यत: सड़कों की दयनीय स्थिति, स्वीकृत सड़़कों की DPR’s, प्रदेश में स्कूलों, महाविद्यालय, स्वास्थ्य संस्थानों इत्यादि का उन्नयन एवं विभिन्न विभागों में रिक्त पदों की पद्पूर्ति, आऊटसोर्स पर नियुक्ति बारे, पर्यटन, उद्यान, पेयजल की आपर्ति, युवाओं में बढ़ते नशे के प्रयोग की रोकथाम, इन्वेस्टर मिट, पौंग बाध विस्थापितों व सौर ऊर्जा तथा परिवहन व्यवस्था पर आधारित है। सदस्यों ने अपने- अपने निर्वाचन क्षेत्र से संबंधित मुख्य मुद्दों को भी प्रश्नों के माध्यम से उजागर किया है।
धर्मशाला। कांगड़ा जिला में धर्मशाला के तपोवन में 19 दिसंबर यानी कल से हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होने जा रहा है। सत्र के एक दिन पहले धर्मशाला में सत्तापक्ष और विपक्ष ने विधायक दल की बैठक कर रणनीति तैयार की।
भाजपा विधायक दल की बैठक नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में धर्मशाला के एक निजी होटल में आयोजित की गई।
विपक्ष गारंटियों, आउटसोर्स, आपदा में राहत व कानून व्यवस्था आदि के मुद्दे पर सत्ता पक्ष को घेरने की रणनीति तैयार की। सुक्खू सरकार का एक साल का कार्यकाल पूरा हो गया है। ऐसे में विपक्ष हमलावर दिख सकता है।
उधर, कांग्रेस विधायक दल की बैठक मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में हुई। सत्ता पक्ष ने विपक्ष के हमलों का जवाब देने की रणनीति तैयार की। यानी विपक्ष भी तैयार और सत्ता पक्ष भी तैयार।
इससे पहले, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक हुई। सर्वदलीय बैठक में सत्ता पक्ष, प्रतिपक्ष तथा निर्दलीय विधायकों से शीतकालीन सत्र के संचालन में रचनात्मक सहयोग देने की अपील की।
इस बैठक में संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान, मुख्य संसदीय सचिव मोहन लाल ब्राक्टा, माननीय सदस्य सुखराम चौधरी तथा निर्दलीय विधायक होशियार सिंह उपस्थित थे।
कुलदीप सिंह पठानिया ने बैठक के दौरान सभी सदस्यों से आग्रह किया कि हिमाचल प्रदेश विधान सभा की अपनी एक गरिमा है तथा इसका गौरवमयी इतिहास रहा है।
अतः इसके अनुरूप सभी माननीय सदस्य नियमों की परिधि में अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र की समस्याओं को प्रमुखता से उठाएं तथा उस पर सार्थक चर्चा करें और सरकार से उसका उत्तर पाएं।
उन्होंने सता पक्ष से अनुरोध किया कि वे माननीय सदस्यों को उनकी सूचनाओं का तथ्यों सहित शीघ्र जवाब दें। पठानिया ने कहा कि उनका भरसक प्रयास रहेगा कि वे सभी को अपनी-अपनी बात रखने का मौका देंगे ताकि सदन का समय सार्थक तथा व्यवहारिक चर्चा में व्यतीत हो।
पठानिया ने इस अवसर पर कल सदन में लाए जाने वाले विषयों पर जानकारी भी दी और यह आश्वस्त किया कि वे जनहित में उठाए जाने वाले विषयों पर सभी को चर्चा का मौका देने का प्रयास करेंगे।
धर्मशाला। हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा की हिमाचल प्रदेश की चौदहवीं विधान सभा का चतुर्थ सत्र 19 दिसंबर, 2023 को सुबह 11 बजे आरंभ होगा।
सत्र के प्रथम दिन पूर्व विधायक बाल कृष्ण चौहान के निधन पर शोकोद्गार होगा तथा मुख्यमंत्री नवनियुक्त मंत्री परिषद के दो सदस्यों का सदन में परिचय करवाएंगे। यह सत्र 23 दिसंबर, 2023 तक चलेगा। इस सत्र में कुल 5 बैठकें होंगी।
21 दिसंबर, 2023 वीरवार का दिन गैर सरकारी सदस्य कार्य दिवस के लिए निर्धारित किया गया है। 23 दिसंबर, 2023 को शनिवार के दिन भी सत्र आयोजित किया जाएगा। यह जानकारी हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने तपोवन धर्मशाला में प्रेस वार्ता में दी।
पठानिया ने कहा कि विधान सभा सचिवालय तपोवन शीतकालीन सत्र के आयोजन के लिए पूरी तरह सजग है तथा तैयारियां पूर्ण हो चुकी हैं।
मानसून सत्र के दृष्टिगत विधान सभा की सुरक्षा को चाक-चौबंद करने के लिए 4 दिसंबर, 2023 को जिला कांगड़ा के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक का आयोजन किया गया था जिसमें अधिकारियों को जरूरी निर्देश जारी कर दिए गए थे। परिवहन, सुरक्षा तथा पार्किंग व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे।
पठानिया ने कहा कि सदन की कार्यवाही देखने के लिए स्कूली छात्र-छात्राओं को प्राथमिकता दी जाएगी। स्थान की उपलब्धता अनुसार अनुमति प्रदान की जाएगी। आज के बच्चे कल का भविष्य है और उन्हें लोकतान्त्रिक प्रणाली का ज्ञान होना भी बहुत जरूरी है। सदन की दर्शक दीर्घा से सदन की कार्यवाही देखने पर उनके ज्ञान में निश्चित तौर पर वृद्धि होगी तथा लोकतंत्र की मजबूती का मार्ग प्रशस्त होगा।
आम आदमी भी स्थान की उपलब्धता पर अपना पास बनवाकर सदन की कार्यवाही देख सकेंगे। तपोवन भवन तथा परिसर में प्रवेश केवल उन्हें मिलेगा जिन्हें विधान सभा सचिवालय से अधिकारिक पास जारी होगा। बिना पास कोई भी प्रवेश की कोशिश न करें अन्यथा कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा कि इस सत्र में सदस्यों से कुल 471 प्रश्नों की सूचनाएं प्राप्त हुई है। इसमें 348 प्रश्न तारांकित (Online 286 व Offline 62) तथा 123 प्रश्न अतारांकित (Online 109 व Offline 14) सूचनाएं प्राप्त हुई हैं,जिन्हें नियमानुसार सरकार को आगामी कार्रवाई के लिए प्रेषित किया गया है।
इसके अतिरिक्त नियम 62 के तहत 4 सूचनाएं, नियम 63 के तहत 1 सूचना, नियम 101 के तहत 10 सूचनाएं, नियम 130 के अंतर्गत 12 सूचनाएं जिसमें पिछले सत्र की स्थगित 2 सूचनाएं भी शामिल है तथा नियम 324 के तहत 01 सूचना भी सदस्यों से प्राप्त हुई है, जिन्हें आगामी कार्रवाई के लिए सरकार को प्रेषित कर दिया गया है।
पठानिया ने कहा कि प्रश्नों से संबंधित जो सूचनाएं सदस्यों से प्राप्त हुई है वह मुख्यत: सड़कों की दयनीय स्थिति, स्वीकृत सड़़कों की DPR’s, प्रदेश में स्कूलों, महाविद्यालय, स्वास्थ्य संस्थानों इत्यादि का उन्नयन एवं विभिन्न विभागों में रिक्त पदों की पद्पूर्ति, आऊटसोर्स पर नियुक्ति बारे, पर्यटन, उद्यान, पेयजल की आपर्ति, युवाओं में बढ़ते नशे के प्रयोग की रोकथाम, इन्वेस्टर मिट, पौंग बाध विस्थापितों व सौर ऊर्जा तथा परिवहन व्यवस्था पर आधारित है। सदस्यों ने अपने- अपने निर्वाचन क्षेत्र से संबंधित मुख्य मुद्दों को भी प्रश्नों के माध्यम से उजागर किया है।
उन्होंने कहा कि पिछले मानसून सत्र में सदन की कार्रवाई 36 घंटे 38 मिनट चली तथा कुल 739 सूचनाएं माननीय सदस्यों से प्रश्नों के माध्यम से प्राप्त हुई थीं। उस सत्र की उत्पादकता 106 प्रतिशत रही थी । उन्होंने कहा कि वह इस सत्र में उससे भी ज्यादा की अपेक्षा कर रहे हैं।
पठानिया ने कहा कि उनका सत्ता पक्ष तथा विपक्ष के सदस्यों से अनुरोध रहेगा कि वे जनहित से जुड़े मुद्दों को ही सदन में उठाएं तथा हिमाचल प्रदेश विधान सभा की परंपराओं तथा गरिमा का सम्मान करते हुए नियमों की परिधि में रहकर जनहित से संबंधित विषयों पर सदन में सार्थक चर्चा करें तथा सत्र संचालन में अपना रचनात्मक सहयोग दें।
धर्मशाला। हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि तपोवन में शीतकालीन सत्र के दौरान सुरक्षा में किसी भी तरह की कोताही नहीं बरती जाएगी तथा सीसीटीवी व ड्रोन कैमरों से निगरानी सुनिश्चित की जाएगी। सत्र के दौरान तपोवन विधान सभा भवन तथा परिसर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
सुरक्षा पूर्व की भांति चाक चौबंद रहेगी। हिमाचल प्रदेश सरकार तथा विधान सभा सचिवालय के अधिकारियों तथा कर्मचारियों को जारी किए गए शासकीय पास प्रमुखता से प्रदर्शित करने होंगे, ताकि सुरक्षा कर्मियों को फ्रिस्किंग की कम से कम आवश्यकता रहे।
सोमवार को तपोवन विधानसभा भवन में प्रेस वार्ता में विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की चौदहवीं विधान सभा का चतुर्थ सत्र 19 दिसंबर, 2023 से 23 दिसंबर, 2023 तक आयोजित किया जाएगा। 19 दिसंबर को मंगलवार के दिन प्रातः 11 बजे सत्र का शुभारंभ होगा।
हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस सत्र में कुल 5 बैठकें होंगी तथा 23 दिसंबर को शनिवार के दिन भी बैठक आयोजित की जाएगी। 21 दिसंबर, 2023 का दिन गैर सरकारी सदस्य कार्य दिवस के लिए निर्धारित किया गया है। सत्र की अधिसूचना 29 नवंबर, 2023 को पहले ही जारी की जा चुकी है। सत्र की अधिसूचना जारी होने के साथ ही माननीय सदस्यों से प्रश्नों से संबंधित सूचनाएं विधानसभा सचिवालय को आनी शुरू हो गई है।
उन्होंने कहा कि शीतकालीन सत्र की तैयारियों के लिए जिला प्रशासन जिलाधीश कांगड़ा की अध्यक्षता में पहले भी बैठकें कर चुका है, लेकिन सत्र के दृष्टिगत आज उनकी अध्यक्षता में पहली बैठक का आयोजन किया गया है, जिसमें जिला प्रशासन के हर विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। तपोवन भवन में मुरम्मत तथा साफ-सफाई का कार्य समय रहते पूर्ण किया जाएगा।
सत्र में भाग लेने आ रहे पक्ष तथा प्रतिपक्ष के माननीय सदस्यों की ठहरने की समुचित व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से एंबुलेस तथा एक डॉक्टर व पैरा मेडिकल स्टॉफ के कर्मचारी भी तपोवन परिसर में ड्यूटी पर तैनात रहेंगे।
विधानसभा भवन के अंदर मोबाइल, लैपटॉप तथा इलेक्ट्रॉनिक वस्तु के ले जाने पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा। तपोवन विधानसभा भवन तथा परिसर को कृत्रिम दुधिया रोशनी से सुसज्जित किया जाएगा।
डीसी कांगड़ा, पुलिस अधीक्षक कांगड़ा, उप-निदेशक पर्यटन, महाप्रबंधक दूर संचार धर्मशाला, मुख्य चिकित्सक अधिकारी धर्मशाला, आयुक्त नगर निगम धर्मशाला, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग, अधिशाषी अभियंता जल शक्ति विभाग, अधिशाषी अभियंता विद्युत, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण (विद्युत), उप निदेशक जन संपर्क विभाग धर्मशाला तथा क्षेत्रिय प्रबंधक पथ परिवहन निगम धर्मशाला को सत्र से संबंधित कार्य समय रहते पूर्ण करने के निर्देश दिए गए है, ताकि सत्र का कार्य बिना व्यवधान के अविलम्ब चलता रहे।