Categories
TRENDING NEWS Top News Himachal Latest Shimla State News

स्वास्थ्य मंत्री बोले- हिमाचल फार्मा उद्योग को न करें बदनाम, बोलने से पहले जानें तथ्य

देश में प्रदेश की छवि हो रही खराब

धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री कर्नल (सेवानिवृत्त) धनी राम शांडिल ने हिमाचल में फार्मा कंपनियों द्वारा उत्पादित की जा रही दवाइयों की गुणवत्ता को लेकर लगातार उठ रहे आशंकाओं को दूर करने की पहल की है। शांडिल ने कांगड़ा दौरे के दौरान जारी बयान में कहा कि महज कुछ लोगों की वजह से पूरे प्रदेश के फार्मा उद्योग को बदनाम नहीं किया जाना चाहिए और जो भी लोग इस पर अनापशनाप बयानबाजी करते हैं, वे तकनीकी तथ्यों से अनभिज्ञ हैं। ऐसे लोग तथ्यों की जानकारी के बिना गलत बयानबाजी न करें, क्योंकि इससे देश में हिमाचल की छवि खराब होती है।

सीमेंट मिक्सर ट्रेलर में छिपाकर नूरपुर पहुंचाई जानी थी अवैध शराब की खेप

 

स्वास्थ्य मंत्री कर्नल (सेवानिवृत्त) धनी राम शांडिल ने कहा कि प्रदेश में बन रही दवाइयां गुणवत्ता के सभी मानकों पर खरी उतरती हैं। हर साल प्रदेश की फार्मा कंपनियों से दवाइयों के लाखों बैच बिक्री के लिए निकलते हैं। शांडिल ने कहा कि दवाइयों की गुणवत्ता में कमी आने के कई कारण होते हैं।

हिमाचल : मानसून ने अब तक ली 168 की जान, 5361 करोड़ रुपए का नुकसान

 

इनमें रखरखाव में कमी, उचित तापमान का अभाव , ट्रांसपोर्टेशन के दौरान हुई लापरवाही आदि शामिल हैं। ऐसे में हर दवाइयों की शुद्धता पर सवाल उठाना सही नहीं है। दवाओं की गुणवत्ता पर हायतौबा मचाने वाले पहले तकनीकी जानकारी हासिल करें तो बेहतर होगा।

किन्नौर : सतलुज में गिरी पिकअप, एक महिला घायल, तीन लोग लापता

 

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य ड्रग कंट्रोलर विभाग द्वारा प्रदेश में चल रही फार्मा कंपनियों में उत्पादन का नियमित निरीक्षण किया जाता है। कमी मिलने पर तुरन्त कार्रवाई होती है। कांग्रेस सरकार ने अपने सात माह के कार्यकाल में शिकायतें मिलने पर करीब 30 दवा निर्माताओं के लाइसेंस रद्द किए हैं। इतना ही नहीं, राज्य के दवा निरीक्षकों ने पहली बार अनियमितताएं बरतने वाले कई दवा निर्माताओं पर केस दर्ज करवाकर उन्हें गिरफ्तार भी करवाया है, जिनकी संख्या 11 के आसपास है।

कांगड़ा : दिल्ली पुलिस में ASI रह चुका है अवैध शराब मामले में पकड़ा आरोपी 

 

शांडिल ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर NSQ यानी Not of standard quality दवाओं का प्रतिशत 3% के लगभग है, जबकि उसके आगे हिमाचल का प्रतिशत कुछ भी नहीं है। फिर भी हम सख्त से सख्त कदम उठा रहे हैं और आगे भी उठाएंगे। हिमाचल में अंतरराष्ट्रीय स्तर की दवा कंपनियां काम कर रही हैं और इनकी वजह से हिमाचल का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर है। कुछ काली भेड़ों की वजह से पूरे प्रदेश और यहां के उद्योगों को बदनाम करना सही नहीं है।

धर्मशाला : विद्युत उपभोक्ता रजिस्टर करवाएं अपने मोबाइल नंबर 

शांडिल ने कहा कि वह आने वाले समय में सेहत महकमे को और सशक्त करेंगे। फील्ड में कार्यरत विशेषकर छापेमारी में संलग्न विभागीय अधिकारियों को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान की जाएगी। विभाग में किसी भी स्तर पर यदि कोई भी कमी पाई जाती है तो उसे शीघ्र दूर किया जाएगा।

सिरमौर : रोनहाट में भारी भूस्खलन, शिलाई-शिमला मार्ग अवरुद्ध

 

 

हमीरपुर : अग्निवीर भर्ती रैली के लिए एडमिट कार्ड जारी, वेबसाइट पर किए अपलोड 

 

 

हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा दिलाने वाला बिल राज्यसभा में पारित

 

कांगड़ा : मल्टी एक्सल ट्रेलर में छिपाकर लाई जा रही थी शराब, 1000 पेटी बरामद

 

हिमाचल में 22 बीडीओ इधर-उधर : किसे कहां लगाया, जानने के लिए पढ़ें खबर

 

पौंग डैम से 3 दिन छोड़ा जाएगा पानी, हाई अलर्ट पर कांगड़ा के लो लाइन क्षेत्र

 

 

हिमाचल और देश दुनिया से जुड़ी हर बड़ी अपडेट के लिए जुड़ें EWN24 NEWS की वेबसाइट https://ewn24.in/ फेसबुक https://www.facebook.com/ewn24 और यूट्यूब https://www.youtube.com/@ewn24news/videos के साथ
Categories
Top News Himachal Latest KHAS KHABAR Shimla

HPSSC मामला: शिक्षा सचिव ने सौंपी रिपोर्ट, सुक्खू बोले-जल्द बहाल होंगी भर्तियां

मार्च-अप्रैल में सरकार मंजूर करने जा रही है पद

शिमला। हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से भर्तियों को अब ज्यादा इंतजार नहीं करना होगा। मार्च अप्रैल से भर्तियां बहाल की जा सकती हैं। यह जानकारी खुद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दी है। एचपीएसएससी को लेकर शिक्षा सचिव ने रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। अब पुलिस की रिपोर्ट का इंतजार है। शिक्षा सचिव की रिपोर्ट में बड़े खुलासे हुए हैं।

हिमाचल में बंद स्कूलों को लेकर शिक्षा मंत्री ने कही बड़ी बात, मांगी रिपोर्ट

करीब सप्ताह भर हिमाचल से बाहर रहने के बाद शिमला पहुंचे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस मामले में बड़ा बयान दिया है। हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग के निलंबन पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कल ही शिक्षा सचिव ने रिपोर्ट सौंपी है।

रिपोर्ट में सामने आया है कि जो परीक्षाएं आयोग द्वारा ली गई हैं और जिनके परिणाम आने वाले हैं उनके पेपर भी लीक हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब पुलिस की रिपोर्ट का इंतजार है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार मार्च-अप्रैल में कुछ पद मंजूर करने जा रही है। ऐसे में मार्च अप्रैल माह में भर्तियों को बहाल कर दिया जाएगा और नई भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

UGC NET 2022: इन 57 विषयों का डेट वाइज शेड्यूल जारी

आपको बता दें, कि हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग में पैसे लेकर पेपर बेचने का मामला सामने आया था। दिसंबर माह में विजिलेंस की टीम ने आयोग की गोपनीय शाखा में तैनात वरिष्ठ अधीक्षक, उनके बेटे और अन्य को 2 लाख 50 हजार रुपए लेकर जूनियर ऑफिस असिस्टेंट आईटी (JOA IT) पोस्ट कोड 965 के हल प्रश्न पत्र बेचते रंगे हाथ पकड़ा था।

शिमला : RBI ने लोगों को दी वित्तीय शिक्षा, ऑनलाइन फ्रॉड से भी किया सतर्क

साथ ही अन्य दो पेपरों के प्रश्न पत्र भी लीक होने की बात सामने आई थी। आयोग में मामला आने के बाद सुक्खू सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए HPSSC के कामकाज को निलंबित कर दिया था, साथ ही आयोग के सचिव और डिप्टी सेक्रेटरी को पद से हटा दिया था। मामले की जांच जारी थी।
.

 

आज की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज़, लाइव न्यूज अपडेट पढ़ें https://ewn24.in/ पर,  ताजा अपडेट के लिए हमारा Facebook Page Like करें