बतराहन पंचायत के वार्ड नंबर पांच में पूर्व सैनिक के घर चोरी
कांगड़ा। जिला कांगड़ा में पुलिस चौकी रैहन के तहत बतराहन पंचायत के वार्ड नंबर पांच में एक पूर्व सैनिक के घर चोरी हुई है। चोरों ने सोने के आभूषण सहित घर में कार्यक्रम के लिए रखी 18 बोतल अंग्रेजी शराब पर भी हाथ साफ कर लिए हैं।
सेवानिवृत सूबेदार बलवान सिंह मनकोटिया ने इस संबंध में पुलिस चौकी रैहन में शिकायत दर्ज करवा दी है।
दर्ज करवाई गई शिकायत में बलवान सिंह ने बताया कि वे ईसीएच पठानकोट में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। परिवार सहित वे पठानकोट में ही रहते हैं। उनका यहां का मकान बंद रहता है।
उनके घर के साथ ही अन्य मकान में उनकी मां रहती हैं। वही घर की देखभाल करती हैं। बुधवार शाम जब वह अपन परिवार के साथ घर पहुंचे तो अंदर का नजारा देखकर सभी के होश उड़ गए।
दरवाजा खुला था और घर के अंदर सारा सामान बिखरा पड़ा था। चोर सोने के आभूषण और घर में कार्यक्रम के लिए रखी 18 बोतल अंग्रेजी शराब उड़ा ले गए थे। इसके बाद वह पुलिस चौकी रैहन में शिकायत लेकर पहुंचे।
पुलिस चौकी रैहन के एएसआई सुनील कुमार ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और चोरों की तलाश की जा रही है।
छात्र वर्ग में हमीरपुर तथा छात्रा वर्ग में सोलन रहा उपविजेता
धर्मशाला। कांगड़ा जिला के धर्मशाला में आयोजित अंडर-19 राज्य स्तरीय छात्र-छात्रा एथलेटिक्स प्रतियोगिता में कांगड़ा जिला ओवर ऑल चैंपियन रहा। छात्र वर्ग की प्रतियोगिता में कांगड़ा पहले तथा हमीरपुर दूसरे स्थान पर रहा, इसी तरह से छात्रा वर्ग में भी कांगड़ा पहले तथा सोलन दूसरे स्थान पर रहा।
छात्र वर्ग में मंडी के मंजीत राठौर तथा छात्रा वर्ग में सोलन की कनु प्रिया ने सर्वश्रेष्ठ एथलीट का खिताब जीता। शुक्रवार को प्रतियोगिता के समापन अवसर पर कांगड़ा सहकारी प्राइमरी कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक के चेयरमैन राम चंद पठानिया ने बतौर मुख्यातिथि विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर प्रतिभागी खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए राम चंद पठानिया ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश सरकार राज्य में आधारभूत खेल ढांचे को सुदृढ़ करने के लिए प्रयास कर रही है तथा राज्य की खेल नीति में परिवर्तन लाने पर भी विचार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि स्कूलों में भी खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं इसके साथ ही पंचायत स्तर पर भी चरणबद्व तरीके से खेल मैदान निर्मित करने पर विशेष बल दिया जा रहा है ताकि खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का अवसर मिल सके।
उन्होंने कहा कि हिमाचल की बेटियां बेटों की तरह ही हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। उनकी सफलता उभरते खिलाड़ियों के लिए प्रेरक है। उन्होंने विजेता खिलाड़ियों से युवाओं को समाज में व्याप्त बुराइयों के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित करने का आह्वान भी किया।
इससे पहले सहायक निदेशक शारीरिक शिक्षा कमला ठाकुर ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए एथलेटिक प्रतियोगिता के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर प्रिंसिपल ब्वॉयज स्कूल धर्मशाला यशपाल मनकोटिया, प्रिंसिपल ममता ठाकुर, डीएसएसए के उपाध्यक्ष कुलदीप शर्मा, शमसेर शर्मा, प्रिंसिपल करेरी रविंद्र राणा, एडीपीओ अतुल कटोच, महासचिव डीपीई एसोसिएशन बलबिंद्र राणा, सीएंडवी यूनियन के सलाहाकार वीरेंद्र चैहान सहित विभिन्न गणमान्य लोग उपस्थित थे।
धर्मशाला। आपदा के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने के लिए कांगड़ा जिले के फतेहपुर उपमंडल के एसडीएम (SDM) विश्रुत भारती और इंदौरा उपमंडल के एसडीएम डॉ सुरिंद्र ठाकुर को सम्मानित किया गया है।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को शिमला में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा समर्थ – 2023 आपदा प्रबंधन जन जागरूकता अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम में आपदा के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने के लिए कांगड़ा जिले के फतेहपुर तथा इंदौरा उपमंडल प्रशासन को शाबाशी देते हुए एसडीएम विश्रुत भारती तथा डॉ सुरिंद्र ठाकुर को सम्मानित किया।
बता दें कि कांगड़ा जिले के उपमंडल इंदौरा तथा फतेहपुर के मंड क्षेत्र में बरसात के दौरान पौंग बांध से एकाएक अत्यधिक पानी छोड़ने से इन क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए थे, जिस कारण इन क्षेत्रों के कई गांव पानी में डूब गए थे।
ऐसे में इंदौरा व फतेहपुर प्रशासन ने राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन की मदद से तुरंत राहत व बचाव कार्य शुरू किया। बचाव कार्य में भारतीय सेना, एयरफोर्स, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवानों ने अपनी जान की बाजी लगाकर बड़ी संख्या में लोगों की जान को बचाया।
इस दौरान 2200 से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल कर उन्हें राहत शिविरों में पहुंचाया था। चार दिन तक चले इस रेस्क्यू ऑपरेशन में इंदौरा उपमंडल के 1778 जबकि फतेहपुर से 422 लोगों को प्रदेश सरकार ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से बाहर निकाल कर लोगों की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का परिचय दिया था।
इस दौरान प्रभावित परिवारों के लिए प्रशासन द्वारा जन सहयोग से राहत शिविरों में भोजन तथा स्वास्थ्य जांच व्यवस्था उपलब्ध करवाने के समुचित प्रबंध किए गए थे।
इसके अतिरिक्त सभी विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों तथा स्थानीय जनता के बेहतर तालमेल तथा सहयोग से प्रशासन जनजीवन को सामान्य बनाने में सफल हुआ था।
एसडीएम डॉ सुरेंद्र ठाकुर तथा विश्रुत भारती ने कहा कि इस सम्मान का श्रेय स्थानीय लोगों, उपमंडल प्रशासन तथा आपदा कार्य से जुड़े सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को जाता है, जिन्होंने एक टीम के रूप में बेहतर तालमेल से कठिन समय में दिन-रात कार्य किया।
इन अधिकारियों ने सम्मान प्रदान करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सहित प्रदेश मंत्रिमंडल तथा राज्य सरकार के उच्च अधिकारिओं का आभार व्यक्त किया है।
कांगड़ा जिला में फिर से शुरू होंगी साहसिक गतिविधियां
धर्मशाला। इस बार मानसून ने हिमाचल को जो जख्म दिए उनके भरने का समय आ गया है। अब एक बार फिर हिमाचल में पर्यटकों की चहल कदमी शुरू हो गई है जिसके कारोबारियों के चेहरे फिर से खिल उठे हैं। एक और अच्छी खबर ये है कि कांगड़ा जिला में फिर से साहसिक गतिविधियां शुरू होने जा रही हैं। आसमान में फिर मानव परिंदे उड़ते नजर आएंगे।
विभाग पर्यटन उद्योग से जुड़ी सभी गतिविधियों को एक साथ खोलने जा रहा है। 16 सितंबर से पर्यटक पैराग्लाइडिंग का लुत्फ उठा पाएंगे। इसी के साथ सभी ट्रैकिंग रूटों को भी पर्यटकों के लिए खोला जाएगा यानी पर्यटक पहाड़ों की सैर भी कर सकेंगे।
कांगड़ा के जिला पर्यटन विकास अधिकारी विनय धीमान ने बताया कि पैराग्लाइडिंग साइटों और धौलाधार के सभी ट्रैकिंग रूटों को 16 सितंबर से खोल दिया जाएगा। अब मौसम भी खुल गया है और इन गतिविधियों के शुरू होने से पर्यटन कारोबार बढ़ेगा और लोगों को रोजगार भी घर-द्वार पर मिलेगा।
पर्यटकों की सुरक्षा के लिहाज से अभी तक ये सभी गतिविधियां बरसात के साथ ही बंद कर दी गई थीं ताकि किसी भी तरह की अनहोनी न हो। इन गतिविधियों के शुरू होने से पहाड़ पर पर्यटन कारोबार फिर से तेजी पकड़ेगा जिसका लाभ प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों को मिलेगा।
गौर हो कि बरसात के चलते पैराग्लाइडिंग समेत ट्रैकिंग से जुड़ी गतिविधियों को पर्यटन विभाग ने जिला प्रशासन के माध्यम से बंद करवा दिया था। हालांकि, भारी बरसात में भूस्खलन और मार्गों के क्षतिग्रस्त होने के बाद पर्यटकों ने भी पहाड़ पर घूमने से किनारा कर लिया था। अब मौसम खुलने के साथ पर्यटकों ने भी पहाड़ का रुख करना शुरू कर दिया है।
बता दें कि कांगड़ा जिला में तीन पैराग्लाइडिंग साइट्स हैं। इनमें बैजनाथ स्थित बीड़-बिलिंग अंतरराष्ट्रीय स्तर की साइट है जबकि धर्मशाला में इंद्रुनाग और नरवाणा दो अन्य साइट हैं जहां पैराग्लाइडिंग से संबंधित गतिविधियां संचालित की जाती हैं। अब मौजूदा समय में 17 पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन हो चुकी हैं, जोकि पर्यटन विभाग के पास पंजीकृत हैं।
शाहपुर के धारकंडी से लेकर बैजनाथ के बड़ा भंगाल तक धौलाधार की पहाड़ियों में 17 ट्रैकिंग स्थल हैं, जोकि बाकायदा पर्यटन विभाग की ओर से चिंहित किए गए हैं। इनमें सरल, कुछ जोखिम और जोखिम भरे ट्रैकिंग स्थल भी हैं।
10 मई को फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का होगा अंतिम प्रकाशन
धर्मशाला। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार कांगड़ा जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों में फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का 1 अप्रैल, 2023 की अर्हता तिथि के आधार पर विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण किया जा रहा है।
इसके तहत फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का प्रारूप प्रकाशन जिले के प्रत्येक मतदान केंद्र पर तथा संबंधित निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (एसडीएम) तथा सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (तहसीलदार-नायब तहसीलदार) के कार्यालयों में उपलब्ध है।
यह जानकारी देते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि प्रारूप मतदाता सूचियां उपरोक्त कार्यालयों में 20 अप्रैल तक आम नागरिकों के निःशुल्क निरीक्षण के लिए उपलब्ध रहेंगी।
टोल फ्री नंबर 01892-1950 पर करें कॉल
डीसी ने बताया कि मतदाता सूचियों को लेकर 20 अप्रैल तक दावे व आक्षेप दाखिल किए जा सकते हैं। दावे व आक्षेपों के निपटारे के उपरांत 10 मई को फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कोई भी पात्र नागरिक फोटोयुक्त मतदाता सूची में नाम दर्ज करवाने के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए जिला निर्वाचन कार्यालय धर्मशाला के कॉल सेंटर में निःशुल्क टेलीफोन सेवा 01892-1950 पर कार्यालय समयावधि में संपर्क कर सकता है।
डीसी ने कहा कि 1 अप्रैल, 2023 को अठारह वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले या इससे अधिक आयु के पात्र नागरिक 20 अप्रैल तक पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज करवा सकते हैं। इसके अलावा मतदाता सूची में किसी प्रविष्टि को शुद्ध करवाने, अपात्र या मृत व्यक्तियों के नाम हटवाने या निर्वाचन क्षेत्र के एक मतदान केंद्र से दूसरे मतदान केंद्र पर नाम स्थानांतरित करवाने हेतु भी निर्धारित प्रपत्र पर दावे-आक्षेप संबंधित अभिहित अधिकारियों अथवा बूथ लेवल अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत किए जा सकते हैं।
निर्वाचक नामावली में नाम दर्ज कराने को अग्रिम आवेदन
उन्होंने कहा कि कोई भी पात्र नागरिक, जो वर्ष 2023 में 1 जुलाई एवं 1 अक्टूबर की अर्हता तिथि को 18 वर्ष या इससे अधिक की आयु पूर्ण कर रहा हो, उन्हें अब मतदाता सूची में पंजीकरण के लिए साल भर प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ेगी। वे निर्वाचक नामावली में अपना नाम दर्ज कराने के लिए प्रारूप-6 में अग्रिम आवेदन कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि वर्तमान फोटोयुक्त मतदाता सूचियों में कोई भी व्यक्ति अपना नाम दर्ज होने की पुष्टि विभागीय वेबसाईट सीईओ हिमाचल डॉट एनआईसी डॉट आईएन पर कर सकते हैं। वोटर हेल्पलाईन मोबाईल ऐप वीएचए व राष्ट्रीय मतदाता सेवा पोर्टल एनवीएसपी में ई-रजिस्ट्रेशन की सुविधा भी उपलब्ध है जिसमें ऑनलाइन फॉर्म भरे जा सकते हैं।
डीसी ने जिला के समस्त नागरिकों, स्थानीय राजनीतिक दलों, गैर सरकारी स्वयंसेवी संगठनों, महिला मंडलों, युवा मंडलों से आह्वान किया है कि वे प्रकाशित फोटोयुक्त मतदाता सूचियों के प्रारूप का निरीक्षण अवश्य करें तथा पात्र व्यक्तियों के नाम दर्ज करने तथा अपात्र व्यक्तियों के नाम मतदाता सूची से हटाने में अपना पूरा सहयोग करें।