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शिमला। हिमाचल पोस्ट मानसून सीजन में 4 अक्टूबर से 19 नवंबर तक 119 लोगों की जान गई है, साथ ही 212 लोग घायल हुए हैं। शिमला, सिरमौर, सोलन में 17-17, मंडी में 15, ऊना में 13, कुल्लू में 11, बिलासपुर में 7, कांगड़ा और किन्नौर में 6-6, चंबा में 5, लाहौल-स्पीति में 3, हमीरपुर में दो की जान गई है।
3 पक्के और 14 कच्चे मकान पूरी तरह और 5 पक्के और 6 कच्चे मकानों को आंशिक रूप नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा 13 दुकानें, 20 गौशालाओं को नुकसान पहुंचा है। पोस्ट मानसून सीजन में अब तक 1,149.73 लाख की चपत लगी है।
आंकड़ों के अनुसार सबसे अधिक जाने सड़क हादसों में गई हैं। पोस्ट मानसून सीजन में 4 अक्टूबर से 19 नवंबर तक सड़क हादसों में 82 लोगों ने दम तोड़ा है। शिमला में 15, सिरमौर, सोलन में 14-14, ऊना में 13, बिलासपुर में 5, चंबा, किन्नौर, कुल्लू, मंडी में चार-चार, हमीरपुर व लाहौल स्पीति में दो-दो, कांगड़ा में एक की मृत्यु हुई है।
बिजली गिरने से कुल्लू में एक, लैंडस्लाइड से सोलन में तीन, डूबने से कांगड़ा में दो, बिलासपुर, किन्नौर, सिरमौर में एक-एक, आग से कांगड़ा में एक, सांप के काटने से बिलासपुर और मंडी में एक-एक, पेड़ और पहाड़ी से गिरने से मंडी में 9, कुल्लू में 3, सिरमौर में 2, चंबा, किन्नौर, शिमला में एक-एक की जान गई है।
वहीं, 18 नवंबर से 19 नवंबर 6 बजे तक हिमाचल में 94 सड़कें बंद हैं। लाहौल स्पीति में सबसे अधिक 83 रोड बंद हैं। कुल्लू में पांच, चंबा में दो, कांगड़ा में तीन और सिरमौर में एक सड़क बंद है। लाहौल स्पीति में चार पेयजल योजनाएं प्रभावित हैं।
एक पक्का और एक कच्चा घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुआ है। एक गौशाला और चार दुकानों क्षतिग्रस्त हुई हैं। सड़क हादसों में पिछले 24 घंटे में पांच लोगों की जान गई है। शिमला में तीन, बिलासपुर में दो की मृत्यु हुई है। नेशनल हाईवे 707, नेशनल हाईवे 03 और 505 बंद है।
[pdf-embedder url=”https://ewn24.in/wp-content/uploads/2022/11/Daily-and-Cumulative-loss-report-Post-Monsoon-Season-Dated-19.11.2022.pdf” title=”Daily and Cumulative loss report Post Monsoon Season Dated 19.11.2022″]
शिमला। हिमाचल की हसीन वादियों के दीदार और एकांत में समय बिताने के लिए बाहरी राज्यों के पर्यटक हिमाचल का रुख कर रहे हैं। इस साल 31 अक्टूबर तक एक करोड़ 27 लाख पर्यटक हिमाचल में दस्तक दे चुके हैं।
बर्फबारी के चलते अब आगे पर्यटकों की आमद बढ़ने की उम्मीद है। कोरोना से पूर्व जितनी आमद पर्यटकों की होती रही है, उस आंकड़े को हिमाचल इस बार छू सकता है। वहीं, पर्यटक निगम ने भी कारोबार को पंख लगाने के लिए कवायद शुरू कर दी है।
इसके लिए निगम ने सर्वे करवाया है कि किस राज्य के पर्यटक ज्यादा हिमाचल का रुख करते हैं, उन राज्यों में वहां की भाषा में प्रचार प्रसार किया गया है। इसका उद्देश्य पर्यटकों को हिमाचल के बारे आसानी से जानकारी मिल सके और पर्यटक आसानी से हिमाचल आ सकें।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति, कुल्लू, मनाली और शिमला के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हुई है। इससे कोरोना की मार के बाद इस बार विंटर सीजन में पर्यटन को नए पंख लग गए हैं।
पर्यटन निगम के प्रबंध निदेशक अमित कश्यप ने बताया कि हिमाचल प्रदेश की जीडीपी में पर्यटन कारोबार का 7.3 फीसदी हिस्सा है। हर साल करोड़ों की संख्या में पर्यटक वादियों का दीदार करने पहुंचते हैं।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में हर साल करीब 1 करोड़ 70 लाख तक पर्यटक घूमने पहुंचते हैं। साल 2019 में जहां 1 करोड़ 70 लाख पर्यटक हिमाचल पहुंचे थे। वहीं, कोरोना के दौरान लगे लॉकडाउन की वजह से साल 2020 में केवल 32 लाख पर्यटक हिमाचल पहुंचे थे,
जबकि 2021 में 56 से 57 लाख पर्यटक हिमाचल पहुंचे थे। इस वर्ष कोरोना कम होने से लोग बाहर निकले हैं और 31 अक्टूबर तक 1 करोड़ 27 लाख पर्यटक हिमाचल की वादियों में आ चुके हैं। कश्यप ने बताया कि कोरोना के बाद विदेशी पर्यटक कम संख्या में हिमाचल आ रहे हैं। आगामी वर्ष में कोरोना कम होने से यह संख्या बढ़ेगी।
शिमला। हिमाचल के शिमला जिला में सैलानियों की संख्या बढ़ने से पर्यटन कारोबार ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। होटलों में एडवांस बुकिंग शुरू हो गई है। जिला के ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी होने से दिल्ली, पंजाब और हरियाणा के सैलानी काफी संख्या में एडवांस बुकिंग कर चुके हैं।
आगामी दिनों में प्रदेश में पर्यटकों की संख्या में ओर बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। जहां होटलों के कमरों की बुकिंग में तेजी आई है, वहीं साइट सीन के लिए टैक्सियों की बुकिंग से टैक्सी कारोबार ने भी रफ्तार पकड़ ली है।
घुड़सवारी और फोटोग्राफी से अपनी रोजी चलाने वाले कारोबारियों के चेहरे भी बर्फबारी से खिल गए हैं। पूरे साल में विंटर सीजन से अगले 6 महीने का गुज़र बसर करते हैं और इस वर्ष नवंबर महीने में ही बर्फबारी हो रही है,
जिससे उनके कारोबार में भी बढ़ोतरी होने वाली है। स्थानीय व्यवसायियों का कहना है कि पूरे साल विंटर सीजन का इंतज़ार रहता है। इससे ना केवल होटल कारोबारी बल्कि छोटे छोटे कारोबारी घुड़सवारी व फोटोग्राफर के काम में भी इज़ाफ़ा होता है।
2 साल से कोरोना की वजह से जितना नुकसान हुआ था, उसकी भरपाई की उम्मीद सभी कारोबारी लगाए बैठे हैं।
शिमला होटल एंड रेस्टोरेंट्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रिंस कुकरेजा ने बताया कि वीकेंड पर सैलानियों की संख्या बढ़ी है। जल्दी बर्फबारी होने से सुबह से ही सैलानी एडवांस बुकिंग कर होटल चैक कर रहे हैं। होटल में 30 से 40 फीसदी डिस्काउंट भी चला है,
जिससे ज्यादा संख्या में लोगों की क्वेरी आनी शुरू हुई है। आगामी दिनों में इसमें इजाफा होने की पूरी संभावना है। शिमला में पर्यटन कारोबार तेजी से रफ्तार पकड़ने वाला है।
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