Categories
Politics Top News Himachal Latest Shimla

हिमाचल को बीबीएमबी निदेशक मंडल में मिले पूर्णकालिक सदस्य का दर्जा

मुख्यमंत्री सुक्खू ने उत्तरी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में लिया भाग

अमृतसर। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि पड़ोसी राज्यों के साथ हिमाचल के हितों से संबंधित विभिन्न मामलों को त्वरित सुलझाया जाए और आपदा से प्रभावित हिमाचल को शीघ्र विशेष राहत पैकेज उपलब्ध करवाया जाए। मुख्यमंत्री मंगलवार को अमृतसर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में उत्तरी क्षेत्रीय परिषद की 31वीं बैठक को संबोधित कर रहे थे।

शिमला : कुफरी में HRTC बस और ट्राले में हुई भिड़ंत, तीन यात्रियों को आई चोटें
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस वर्ष भारी बारिश से राज्य में 12000 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है। इस अकल्पनीय आपदा में 441 से अधिक लोग काल का ग्रास बन गए और लगभग 13000 घर पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेशवासियों के सहयोग से तत्काल राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया।

प्रभावितों के लिए आपदा राहत कोष-2023 स्थापित किया गया। उन्होंने कहा कि ऐसी आपदा के समय देश के प्रत्येक राज्य को राहत राशि प्रदान करने में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि हिमाचल को शीघ्र विशेष राहत पैकेज प्रदान किया जाए, ताकि हिमाचल के पुनर्निर्माण में उचित सहायता प्राप्त हो सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय तथा राज्य स्तर पर आपदा राहत कोष के प्रचलित मानदंड वर्तमान में हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य की पुनर्निर्माण प्रक्रिया को प्रभावित कर रहे हैं, क्योंकि प्रदेश की भौगोलिक परिस्थिति के मद्देनजर राज्य को अधिक सहायता राशि की आवश्यकता है। उन्होंने इन मानदंडों में व्यवहारिक संशोधन की मांग भी की। उन्होंने आपदा राहत कोष में सहायता के लिए हरियाणा एवं राजस्थान सरकार का आभार भी व्यक्त किया।

उन्होंने हिमाचल में स्थापित 100 मेगावाट की शानन जलविद्युत परियोजना को मार्च, 2024 में लीज की अवधि समाप्त होने पर हिमाचल को सौंपने में पंजाब सरकार से सहयोग मांगा। इस विषय में केंद्र सरकार से भी आग्रह किया गया है। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में हिमाचल ने सदैव अपना पूर्ण योगदान दिया है और जल विद्युत परियोजनाओं के निर्माण से राज्य के लोगों को अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है।
उन्होंने कहा कि भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) की परियोजनाओं में हिमाचल की 7.19 प्रतिशत हिस्सेदारी के दृष्टिगत प्रदेश को बीबीएमबी निदेशक मंडल में पूर्णकालिक सदस्य का दर्जा प्रदान किया जाना आवश्यक है।

उन्होंने बीबीएमबी परियोजनाओं में हिमाचल के लिए 12 प्रतिशत निःशुल्क ऊर्जा रॉयल्टी प्रदान करने तथा राष्ट्रीय जल विद्युत निगम, राष्ट्रीय ताप ऊर्जा निगम और सतलुज जल विद्युत निगम जैसे केंद्रीय उपक्रमों की जल विद्युत परियोजनाओं में हिमाचल की वर्तमान 12 प्रतिशत  रॉयल्टी को बढ़ाकर 30 प्रतिशत करने का आग्रह किया। उन्होंने हिमाचल को सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के अनुरूप बीबीएमबी से बकाया लगभग 4000 करोड़ रुपए अविलंब दिलवाने का भी आग्रह किया।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश में स्थापित विभिन्न बांध प्रबंधनों द्वारा जल छोड़ने से पहले उचित पूर्व चेतावनी प्रणाली का उपयोग करने और जलप्लावन मान चित्रण  करवाने की आवश्यकता पर बल दिया। प्रदेश में हाल ही में आपदा के समय पौंग बांध, पंडोह डैम और पार्वती-3 बांध से अचानक भारी मात्रा में पानी छोड़ने से व्यापक स्तर पर तबाही हुई है। उन्होंने कहा कि इस नुकसान की भरपाई करना और पुनर्वास कार्यों में स्वेच्छा से सहभागिता सुनिश्चित बनाना इन बांध प्रबंधनों का नैतिक उत्तरदायित्व है।

ऊना : गले पर तेजधार हथियार से वार कर ले ली महिला की जान

ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बैठक में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के साथ सीमा विवादों को शीघ्र सुलझाने की केंद्रीय गृह मंत्री से मांग की। उन्होंने कहा कि मोहाल ठेका धार पधरी में प्रदेश के जिला चम्बा और जम्मू-कश्मीर तथा सरचू में हिमाचल और लद्दाख के मध्य सीमा विवाद लंबित हैं।

ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि परिषद की पिछली बैठक में लिए गए निर्णयों पर हिमाचल सरकार ने ठोस कार्य किया है। नशा रोकथाम अभियान, पर्यटन विकास, पर्यावरण संरक्षण और नदियों को प्रदूषण मुक्त करने जैसे क्षेत्रों में अनेक महत्वपूर्ण पहल की हैं।

मुख्यमंत्री ने आशा जताई कि परिषद की यह बैठक सदस्य राज्यों के आपसी तालमेल एवं सहयोग को और मजबूत कर आर्थिक एवं सामाजिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देगी।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, केंद्रशासित चंढीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित, दिल्ली के उप-राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना, केंद्रशासित जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रशासित लद्दाख के उप-राज्यपाल बीडी मिश्रा सहित अन्य सदस्य राज्यों के वरिष्ठ मंत्री, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा सहित अन्य राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी इस बैठक में उपस्थित थे।
कांगड़ा : ग्राम पंचायत रजियाणा में खुलेगा राशन डिपो, मांगें आवेदन

Categories
TRENDING NEWS Top News Himachal Latest Kullu State News

मलाणा डैम-2 में खतरा अभी भी बरकरार : आज पहुंचेगी BBMB की टीम

कुल्लू। जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी के मलाणा में बिजली परियोजना चरण-दो के बांध का खतरा अभी भी बरकरार है। कभी भी मलाणा डैम-2 का पानी तबाही मचा सकता है। भाखड़ा ब्यास प्रबंध बोर्ड की टीम आज मलाणा में बिजली परियोजना चरण दो के बांध पहुंचेगी और गेट को खोलने का प्रयास किया जाएगा।

ज्वाली विधानसभा क्षेत्र में तबादलों और नौकरियों के लिए कौन मांग रहा पैसे-पढ़ें खबर

 

एनडीआरएफ की टीम, डैम मैनेजमेंट के कर्मचारी संयुक्त रूप से डैम के गेटों में आई तकनीकी खराबी को बहाल करने में लगे हुए हैं। एनडीआरएफ की टीम द्वारा पर्वतारोहण उपकरण की मदद से डैम के कंट्रोल रूम तक पहुंच बनाने के लिए बेस बनाया गया है।

इसकी मदद से डैम के इंजीनियर एवं मजदूरों को अति कठिन व जोखिम भरी स्थिति में डैम के कंट्रोल रूम तक पहुंचाया जा रहा है। मलाणा डैम-2 के इलाके में लगातार बारिश होने व डैम के बढ़े हुए जलस्तर के कारण डैम की बहाली में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।

कांगड़ा : बनखंडी में जल्द शुरू होगा चिड़ियाघर का कार्य, CZA से मिली मंजूरी

 

पिछले चार दिन से डैम के ऊपर से पानी बह रहा है। अभी तक मैनुअल तरीके से गेट को खोलने का प्रयास किया जा रहा है। लगातार बांध से ओवरफ्लो होकर बांध के गेट के उपर से पानी बह रहा है। खतरे को भांपते हुए जिला प्रशासन ने अब बीबीएमबी की टीम को बुलाया है।

हालांकि, डैम में पहले दिन पानी की मात्रा अब घटकर 30 क्यूसेक रह गई है। बांध के किनारे से पानी बह रहा है। ऐसे में घबराने की बात नहीं है। डैम फटने की संभावना को देखते हुए नीचे के क्षेत्र को अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि कुछ गाद को हटाया गया। जिला कुल्लू प्रशासन सतर्क है।

किन्नौर : सतलुज में डूबे पति-पत्नी सहित तीन लोगों के शव 12 घंटे बाद मिले

 

दो दिन से एनडीआरएफ की टीम भी वहां पर तैनात है, लेकिन बांध में गाद से फंसे गेट को खोलने में वह भी असमर्थ है। 24 जुलाई को बांध के ऊपर से पानी बहने लगा था।

इसके बाद परियोजना प्रबंधन ने बांध के गेट को खोलने का प्रयास किया लेकिन इसमें परियोजना की तकनीकी टीम सफल नहीं हो पाई इसके बाद दूसरे दिन एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया। वह भी बांध में जमा हुई गाद के कारण बांध के गेट को खोलने में असमर्थ रही।

मलाणा डैम-2 पहुंचे NDRF कमांडेंट बलजिन्दर सिंह कमाण, लिया जायजा

 

ऐसे में अब बांध में एकत्र हुआ पानी परियोजना सहित प्रशासन के लिए परेशानी बना हुआ है। हालांकि एहतियात के तौर पर चार दिन पहले से ही अलर्ट जारी कर दिया गया है।

इसमें पार्वती घाटी सहित लारजी और पंडोह डैम के अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा गया है। बांध के गेट कैसे खोले जाएं इसका लगातार प्रयास किया जा रहा है, लेकिन अभी तक कोई विकल्प सामने नहीं आया है।

डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने कहा कि आज बीबीएमबी की टीम को मलाणा बुलाया गया है। खतरे को देखते हुए एनडीआरएफ की तकनीकी टीम को तैनात किया गया है।

घर बैठे हो सकेंगे हिमाचल के प्रमुख मंदिरों के दर्शन, होगा कुछ ऐसा

 

Categories
Politics Top News Himachal Latest KHAS KHABAR National News State News

सीएम सुक्खू ने BBMB में 12 फीसदी मांगी रॉयल्टी, SJVNL का भी उठाया मुद्दा

शानन परियोजना की लीज खत्म होने के मामले पर भी रखी बात

नई दिल्ली। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को नई दिल्ली में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह से भेंट की। सीएम सुक्खू ने केंद्रीय मंत्री को अवगत करवाया कि शानन परियोजना की 99 वर्ष का लीज एग्रीमेंट मार्च, 2024 में समाप्त हो रहा है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से पंजाब सरकार को लीज अवधि समाप्त होने से पहले हिमाचल प्रदेश को परियोजना सौंपने के लिए जरूरी कदम उठाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करने का आग्रह किया।

हिमाचल की बेटी पर्वतारोही बलजीत कौर को राज्यपाल ने किया सम्मानित

सीएम सुक्खू ने केंद्रीय मंत्री को भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (BBMB) में राज्य की हिस्सेदारी के बारे में भी अवगत करवाया और राज्य के लिए 12 प्रतिशत पानी की रॉयल्टी की मांग की। उन्होंने कहा कि बीबीएमबी द्वारा परियोजनाओं के निर्माण के कारण प्रदेश में कई कस्बों को पुनर्वास की समस्या का सामना करना पड़ा।

परियोजनाओं के कारण बड़ी संख्या में लोग विस्थापित हुए परन्तु बहुत से विस्थापितों को 50 वर्षों के बाद भी अभी तक मुआवजा नहीं दिया गया है और यह परियोजनाएं देनदारियों से मुक्त हैं। उन्होंने राज्य सरकार को बीबीएमबी की सभी कार्यशील परियोजनाओं में निःशुल्क विद्युत रॉयल्टी लगाने की अनुमति प्रदान करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह राज्य सरकार की दीर्घकालीन लंबित मांग है।

हमीरपुर में राशन ढुलाई के लिए ऑनलाइन मांगें टेंडर, ये लास्ट डेट

सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड (एसजेवीएनएल) में राज्य की रॉयल्टी बढ़ाने का मामला भी उठाया। उन्होंने कहा कि 12 वर्षों की ऋण अवधि पूर्ण करने वाली परियोजनाओं से निःशुल्क विद्युत रॉयल्टी हिस्सेदारी प्राप्त की जाती है। इसे मौजूदा 12 प्रतिशत से बढ़ाकर 30 प्रतिशत किया जा सकता है।

हिमाचल : 3 दिन भारी बारिश का अलर्ट, गर्मियों में इतने क्यों बरस रहे मेघ-जानें

सीएम सुक्खू ने केंद्रीय मंत्री को हिमाचल को हरित ऊर्जा राज्य बनाने की सरकार की पहल से भी अवगत कराया और राज्य में हरित ऊर्जा के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए हरित हाइड्रोजन उत्पादन के लिए कर लाभ सहित प्रोत्साहन प्रदान करने का आग्रह किया।

केंद्रीय मंत्री ने राज्य को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। बैठक में हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड के अध्यक्ष राम सुभग सिंह, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा और मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव विवेक भाटिया उपस्थित थे।

प्लेन में मरीज को आया हार्ट अटैक, हिमाचल के डॉक्टर दीपक पुरी ने बचाई जान 

हिमाचल : वाहनों के VIP नंबरों की बोली आज से शुरू, पहले जमा करनी होगी 30% राशि

हिमाचल : डॉक्टरों की पेन डाउन स्ट्राइक शुरू, ओपीडी में मरीज हुए परेशान 

नादौन : पंजाब से आए थे माथा टेकने, ब्यास में नहाने उतरे 3 युवक, एक डूबा

बिलासपुर : नए से पुराने मकान की तरफ गया था बुजुर्ग, गौशाला में मिला मृत

धर्मशाला: मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने 102 वर्षीय संसार चंद और उनकी पत्नी को किया सम्मानित

 

 

हिमाचल और देश दुनिया से जुड़ी हर बड़ी अपडेट के लिए जुड़ें EWN24 NEWS की वेबसाइट https://ewn24.in/ फेसबुक https://www.facebook.com/ewn24 और यूट्यूब https://www.youtube.com/@ewn24news/videos के साथ