शिमला। पीडब्ल्यूडी (PWD) में कार्यरत मल्टी टास्क वर्कर प्रदेश भर से अपनी मांगों को लेकर आज शिमला में जुटे। बजट सत्र के दूसरे दिन मल्टी टास्क वर्कर ने चौड़ा मैदान में अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद की।
पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भी उनसे मुलाकात की और उनके मसले को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के समक्ष ले जाने की बात कही।
PWD मल्टी टास्क वर्कर का कहना है कि वे पूरे 8 घंटे सेवाएं दे रहे हैं, जिसके बदले सरकार 150 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से मात्र 4500 रुपए मासिक दे रही है, जोकि बहुत कम है।
इस कारण परिवार का पालन-पोषण करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार उन्हें दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी बनाए।
उन्होंने कहा कि शीतकालीन सत्र के दौरान धर्मशाला में मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी बात रखी थी, आज फिर वे अपनी मांग को लेकर यहां आए हैं। सरकार को उनकी पीड़ा समझ कर उनके बारे में सोचना चाहिए।
वहीं, इस दौरान पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि इनकी मांगें काफी हद तक जायज हैं। इन्हें जितना न्यूनतम वेतन दिया जाना चाहिए, उतना नहीं मिल रहा है।
आपदा में भी इन्होंने बेहतरीन काम किया है। वह बात मुख्यमंत्री के समक्ष रखेंगे। आर्थिक बदहाली के बावजूद वेतन को बढ़ाने की दिशा में काम किया जाएगा।
शिमला। राजधानी शिमला स्थित अंबेडकर चौक चौड़ा मैदान में गुरुवार को पीडब्ल्यूडी मल्टी टास्क वर्कर ने रैली निकाली। इस दौरान सभी PWD मल्टी टास्क वर्कर अपनी मांगों को लेकर पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह से मिले।
इस दौरान पीडब्ल्यूडी मंत्री के सामने ही एक PWD मल्टी टास्क वर्कर को अचानक चक्कर आ गया और जमीन पर गिर गया। ये देखकर सभी लोग हक्के-बक्के रह गए। व्यक्ति को तुरंत उठाया गया और अस्पताल पहुंचाया गया।
मंडी। पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि मंडी में बन रहे शिवधाम को पूरा करने का हर संभव प्रयास किया जाएगा। इसके लिए वह सांसद प्रतिभा सिंह के साथ मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से बात करेंगे। उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार प्रदेश पर 80 हजार करोड़ का ऋण छोड़कर गई है। इसके बावजूद रिकॉर्ड समय में विकास कार्यों को पूरा किया जा रहा है। नए भवनों का निर्माण किया जा रहा है।
एक साल में सुखाश्रय योजना शुरू की गई है। ओपीएस को लागू किया गया। आपदा से निपटने के लिए 4500 करोड़ का राहत पैकेज दिया गया। महिलाओं को 1500 रुपये देना जनजातीय क्षेत्र स्पीति से शुरू कर दिया गया है। आने वाले समय में बाकी क्षेत्रों में भी चरणबद्ध तरीके से इसे दिया जाएगा। अगले चार वर्षों में सरकार द्वारा हर वादे को पूरा किया जाएगा। यह बात पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने मंडी सदर विधानसभा के तल्याड में जनसभा को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा बनाए जा रहे हमीरपुर से मंडी वाया कोटली राष्ट्रीय उच्च मार्ग के निर्माण में भर्ती जा रही कोताही के लिए जिला हमीरपुर में बैठक की जाएगी। इसमें संबंधित विधायकों, मोर्थ के अधिकारियों के साथ उपायुक्त मंडी और हमीरपुर को भी बुलाया जाएगा। बैठक में इसके निर्माण से लोगों को आ रही समस्याओं के लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि वर्ड बैंक के माध्यम से बनाई जा रही मंडी से रिवालसर सड़क के निर्माण से किसी का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा।
पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह की उपस्थिति में आज मंडी सदर विधानसभा में लगभग 31 करोड़ रुपये के उद्घाटन और शिलान्यास किए। उन्होंने आज प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना चरण तीन के तहत स्तरोन्नत होने वाली बिंद्राबणी-मझवाड़-कोटमोर्स सड़क और मगवांई से कठलग सड़क का शिलान्यास किया।
इन दोनों सड़कों पर क्रमशः 13.26 करोड़ रुपये और 13.24 करोड़ रुपये की राशि व्यय की जाएगी। उन्होंने 3.99 करोड़ रुपये की लागत से बनी गतरबाग-उपरला थनौट वाया सेहली सड़क का उदघाटन भी किया और इस सड़क पर बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने अधिकारियों के साथ निर्माणाधीन शिवधाम का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने पुरानी मंडी में निर्माणाधीन पुल का भी निरीक्षण किया
सराज। मंडी जिला के सराज विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत जैशला के भहड़ा गांव में पटीकरी प्रोजेक्ट पुल के उद्घाटन से पहले ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया।
इसके चलते पुल के उद्घाटन को स्थगित कर दिया गया है। पुल का उद्घाटन 7 दिसंबर को पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह करने वाले थे। ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन के चलते फिलहाल उद्घाटन स्थगित किया गया है।
दरअसल, जैशला भहड़ा दरूणू शिहिल के निवासियों का कहना है कि सरकार ने पुल तो बना दिया है लेकिन यहां की सड़कों की हालत बेहद खराब है।
लोगों का कहना है कि जब सड़क ही चलने लायक नहीं होगी तो पुल का क्या करेंगे। बरसात के समय में भी सड़क की हालत इतनी खराब हो गई थी कि वाहन तो क्या ये पैदल चलने लायक भी नहीं बची थी।
प्रधान बीर सिंह व अन्य गांव वालों का कहना है कि सरकार पहले यहां की सड़क ठीक करे और एचआरटीसी बस की सुविधा भी प्रदान करे। ग्रामीणों ने कहा है कि पुल का उद्घाटन तभी होने दिया जाएगा जब सड़क ठीक होगी और बस सुविधा मिलेगी। यह जानकारी हमें जीवानंद ने दी है।
फतेहपुर पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में अधिकारियों से की बैठक
ऋषि महाजन/नूरपुर। पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने वीरवार को फतेहपुर स्थित लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर कांगड़ा जोन में लोक निर्माण की विभिन्न प्रस्तावित व चल रही योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की।
इस दौरान विधायक फतेहपुर भवानी सिंह पठानिया विशेष रूप से उपस्थित रहे। विक्रमादित्य सिंह ने कांगड़ा और चंबा जिला सहित जोगिंदर नगर मंडल के अधिकारियों से उनके क्षेत्र में चल रहे कार्यों का ब्यौरा लिया।
विक्रमादित्य सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के पहले और दूसरे चरण में जिन ठेकेदारों ने काम को पूरा नहीं किया है, उन्हें तीसरे चरण में कोई नया काम नहीं दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कामों की देरी को वे बड़ी सख्ती से लेंगे और जिम्मेदार व्यक्तियों के उपर एक्शन लेने से भी परहेज नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में गुणवत्ता और समयबद्धता से कोई समझौता नहीं होगा।
मंत्री ने कहा कि कांगड़ा जोन में चल रही केंद्र और राज्य प्रायोजित योजनाओं के फंड्स का पूर्ण उपयोग तय समय में किया जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के सख्त निर्देश है कि प्रदेश में कैपिटल एक्सपेंडिचर को बढ़ावा दिया जाए और सड़कों-पुलों के निर्माण पर विशेष जोर दिया जाए।
पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कांगड़ा जोन के सभी मंडलों तथा जोगिंदर नगर मंडल के अधीन राज्य विकास कार्यक्रमों के साथ साथ केंद्र प्रायोजित परियोजनाओं की वस्तुस्थिति तथा प्रगति की समीक्षा की।
उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के पहले और दूसरे चरण के कार्यों की समीक्षा के साथ साथ योजना के तीसरे चरण में बनाई डीपीआर और स्वीकृत योजनाओं का ब्योरा लिया।
उन्होंने नाबार्ड, सेंट्रल रोड़ इंफ्रास्ट्रक्चर फंड योजनाओं, डिपोजिट वर्क्स सहित अन्य कार्यों का जायजा भी लिया। मंत्री ने लंबे समय से रुके कार्यों की वजह जानने के साथ साथ उनके समाधान के लिए आवश्यक मार्गदर्शन किया। उन्होंने विभाग की कार्यप्रणाली की भी विस्तार से समीक्षा की।
बैठक के उपरांत उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत प्रदेश भर में तीन हजार करोड़ की लागत से लगभग 2600 किमी ग्रामीण सड़कों का स्तरौन्यन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि पीएमजेएसवाई के पहले और दूसरे चरण में कांगड़ा जोन में 1772 करोड़ रुपये की लागत से लगभग 5061 किलोमीटर लंबी 1139 सड़कों का निर्माण तथा सुधार किया गया है।
वहीं, पीएमजेएसवाई के तीसरे चरण में जोन में 863 करोड़ रुपये की लागत से 757 किलोमीटर लंबी 72 सड़कों की डीपीआर तैयार की गई है। वहीं जोन में योजना के तीसरे चरण में 58.44 करोड़ रुपये की करीब 66 किलोमीटर लंबी ग्रामीण सड़कों के सुधार का कार्य चल रहा है।
उन्होंने बताया कि नाबार्ड के तहत साल 2022-23 में 88 करोड़ रुपये के कार्य किए गए हैं। वहीं 2023-24 के लिए कांगड़ा जोन में 79 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
विक्रमादित्य सिंह ने बताया कि सेंट्रल रोड़ इंफ्रास्ट्रक्चर फंड के तहत जिले में साल 2022-23 में 44 करोड़ रुपये के कार्य किए गए हैं। वहीं 2023-24 के लिए करीब 22 करोड़ का बजट प्रावधान है।
इसके उपरांत पीडब्ल्यूडी मंत्री ने फतेहपुर और मंड क्षेत्र में आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त हुई सड़कों और पुलों का निरीक्षण कर वस्तुस्थिति का जायजा लिया। उन्होंने छाबड़ा और रियाली खड्ड पर बने पुलों और बरसात से उसके आस-पास के क्षेत्र में हुए नुकसान का जायजा लिया।
इसके बाद उन्होंने अनाज मंडी रियाली में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पोंग के साथ लगते क्षेत्रों में बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू स्वयं इस क्षेत्र का दौरा कर चुके हैं और आज वे लोक निर्माण मंत्री होने के नाते वस्तुस्थिति का जायजा लेने यहां आए हैं।
इस दौरान स्थानीय विधायक भवानी सिंह पठानिया ने कहा कि इस क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ करने के साथ प्रभावित लोगों के राहत और पुनर्वास के लिए सरकार प्रयासरत है।
पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने दिया आश्वासन
राजगढ़। मेले हमारी प्राचीन परंपराओं तथा रीति-रिवाज के संरक्षण व संवर्धन में अहम भूमिका निभाते हैं। मेलों और त्योहारों की पारम्परिकता व भव्यता कायम रखना हम सब की जिम्मेदारी है।
यह बात पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने सिरमौर जिला की पच्छाद विधानसभा के अंतर्गत ग्राम पंचायत जदोल-टपरोली में पझौता क्षेत्र स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति में आयोजित किए जाने वाले दो दिवसीय मेले के समापन समारोह के अवसर पर जनसमूह को संबोधित करते हुए कही।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि मेलों में जहां लोगों को एक दूसरे से मिलने का मौका मिलता है, वहीं समाज में समरसता सद्भाव और एकता की भावना को भी बल मिलता है। उन्होंने लोगों से मेलों में बढ़ चढ़कर भाग लेने का आह्वान किया।
पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि विकास कार्यों को गति देने के उद्देश्य से वह इस वीरभूमि में आए हैं। उन्होंने क्षेत्र के स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान का स्मरण करते हुए कहा कि पझौता आंदोलन का इतिहास विशेष है और सभी को इसे जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए सभी को एकजुट होकर कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मेले को ब्लॉक लेवल मेला घोषित करने के लिए मुख्यमंत्री से बात की जाएगी।
उन्होंने कहा कि सरकार बनी तभी 75000 करोड़ रुपये का कर्ज पूर्व सरकार ने छोड़ा, ऊपर से आपदा ने 10 हजार करोड़ का नुकसान हिमाचल को किया। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावित प्रदेश के सभी क्षेत्रों का दौरा करके प्रदेश के लोगों को राहत पहुंचाने का कार्य लगातार किया गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश के संसाधनों से 4500 करोड रुपये आपदा प्रभावितों के लिए दिए हैं।
पीडब्ल्यूडी मंत्री ने कहा कि प्रधामंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत प्रदेश को 2600 करोड़ रुपये मिले हैं, जबकि जिला में 95 करोड़ रुपये के कार्य इस योजना के तहत चल रहे हैं।
उन्होंने सनौरा से कोटला बागी सड़क को पीडब्ल्यूडी के अधीन करने के लिए औपचारिकता पूर्ण करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि जोल-बांदली शील-सरांहा एंबुलेंस योग्य सड़क का जो निर्माण का कार्य चल रहा है, उसके लिए जितने भी बजट की आवश्यकता होगी उसे दिया जाएगा।
उन्होंने पैड बस स्टैंड से कालाबाग कुफटु सड़क का प्राक्कलन लेकर औपचारिकताएं पूर्ण कर लोक निर्माण विभाग के अधीन करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह की मांग को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री के ध्यान में मामला लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी चुने हुए प्रतिनिधियों की मांगों को पूरा किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पझौता स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति में आयोजित किए जाने वाला इस दो दिवसीय जदोल टपरोली मेले में खेलों का एक विशेष स्थान रहता है। कबड्डी तथा वॉलीबॉल में जिला के अलावा प्रदेश के विभिन्न जिलों तथा पंजाब की टीम सहित कल 35 टीमों के 300 से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि ग्रामीण स्तर तक खेलों को प्रोत्साहन प्रदान करना हमारी सरकार की हमेशा से प्राथमिकता रही है। उन्होंने कहा कि खेल प्रत्येक व्यक्ति के जीवन का हिस्सा होनी चाहिए। खेलों से जीवन में जहां अनुशासन की भावना मजबूत होती है वही व्यक्ति शारीरिक और मानसिक तौर पर मजबूत होने से अनेक प्रकार की व्याधियों से दूर रहता है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियों में विशेष आरक्षण प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा की प्रदेश के अनेक खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति अर्जित कर देश और प्रदेश के लिए नाम कमाया है।
इससे पूर्व लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह को मेला कमेटी की ओर से शॉल, टोपी और तलवार भेंट कर सम्मानित किया गया। कबड्डी का फाइनल मैच विक्की ब्रदर्स टपरोली तथा यशवंत स्टार पड़िया के बीच खेला गया, जिसमें यशवंत स्टार पड़िया की टीम विजय रही।
शिमला। हिमाचल में इस बार बरसात ने खूब तबाही मचाई है। 10 हजार करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है और 350 से ज्यादा लोगों की जान गई है। पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने हिमाचल में हुए जानमाल के नुकसान के लिए हिमाचल के लोगों से माफी मांगी है।
विक्रमादित्य सिंह ने फेसबुक पर वीडियो सहित पोस्ट डालकर लिखा कि आज मुझे प्रदेश के सभी लोगों से हुए भारी जीवन और जान माल के नुकसान के लिए माफी मांगनी है। इसलिए नहीं कि हमने कुछ गलती की है। मगर पूर्व सरकारों का पश्चाताप हमें मिलकर करना है।
आत्मचिंतन करना है और भविष्य के लिए एक नई नींव का निर्माण करना है, जिसमें हम पूर्व की गलतियों को ना दोहराएं और एक सशक्त और मजबूत प्रदेश का निर्माण करें, जिसमें सबसे ज्यादा प्राथमिकता हमारे पर्यावरण को दी जाए।
यह कोई राजनीति की बात नहीं है। कमियां हम सब में हैं। समय आ गया है कि हम सब मिलकर आत्मचिंतन करें और हिमाचल को वापस पटरी पर लाने में अपना सहयोग और समर्थन दें।
इस दौरान सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक राजेंद्र राणा, पूर्व मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी, आशा कुमारी, नूरपुर के पूर्व विधायक अजय महाजन और सुरेंद्र मनकोटिया आदि उपस्थित रहे। डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री और उनकी पत्नी ने मंदिर परिसर में भजन मंडली के साथ बैठकर मां ज्वालाजी का गुणगान किया।
बता दें कि पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह चंबा जिला के दौरे पर थे। दौरे से लौटते पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह मां ज्वालाजी के दर पहुंचे। वहीं, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री भी पत्नी सहित मंदिर में पहुंचे थे।