नई दिल्ली। हिमाचल के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने गुरुवार को नई दिल्ली में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की। इस दौरान विक्रमादित्य सिंह ने प्रदेश की सड़कों से संबंधित विभिन्न मामलों पर केंद्रीय मंत्री से चर्चा की।
हिमाचल के लोक निर्माण मंत्री ने इसकी जानकारी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर दी है।
विक्रमादित्य ने कहा कि विभिन्न एनएच के साथ लगती सड़कों की उन्नयन और मरम्मत के लिए गुरुवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 150 करोड़ रुपए हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण विभाग को स्वीकृत किए हैं।
इसके लिए वह केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं। विक्रमादित्य ने लिखा कि हिमाचल के विकास में हम कोई कमी नहीं आने देंगे। सर्वत्र हिमाचल का संपूर्ण विकास।
उत्तरकाशी। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों तक 8वें दिन दाल, रोटी, सब्जी और चावल पहुंचाने की व्यवस्था की गई है। पहले ड्राई फ्रूट ही मजदूरों तक पहुंच पा रहा था। सुरंग में फंसे मजदूरों को खाने-पीने की चीजों और दवाइयां पहुंचाने के लिए एक सिस्टम तैयार किया गया था। पाइप के जरिए सामान मजदूरों तक पहुंचाया जा रहा था।
इस सिस्टम के समानांतर ही दूसरा सिस्टम तैयार किया गया है। 80 मिमी व्यास वाले पानी निकासी के पाइप से खाद्य सामग्री पहुंचाई जा रही थी। अब सुरंग में 125 मिमी व्यास का एक पाइप और भी डाला गया है। ऐसे में अब रोटी, सब्जी, चावल व दाल आदि मजदूरों तक पहुंचाई जा सकती है।
मौके पर सिविल सर्जन भी पहुंचे और सुरंग में फंसे मजदूरों तक सिरदर्द, पेट दर्द आदि की मेडिसीन पहुंचाई। मजदूरों को निकालने का कार्य जारी है। अमेरिका की ऑगर मशीन से ड्रिलिंग की जा रही है। उत्तरकाशी के सिल्क्यारा में पहाड़ी जिग जैग की तरह है। जहां पहाड़ी डाउन है वहां पर ड्रिलिंग की जा रही है। ड्रिलिंग कर बड़ी पाइप डाली जाएगी, इसके माध्यम से मजदूरों को बाहर निकाला जाएगा। अगले करीब दो दिन में मजदूरों तक पहुंचने की उम्मीद है।
उत्तरकाशी की सिल्क्यारा सुरंग में चल रहे राहत और बचाव कार्य का स्थलीय निरीक्षण करने पहुंचे केंद्रीय सड़क परिवहन व राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सरकार की प्राथमिकता मजदूरों को सुरक्षित निकालने की है। ऑगर मशीन से ड्रिलिंग जारी है। जहां पहाड़ी पर मजदूरों तक जल्दी पहुंचा सा सके वहां से ड्रिलिंग की जा रही है।
विशेषज्ञों की टीमें भी इस कार्य में जुटी हैं। अमेरिका में ऑगर मशीन से एक्सपर्ट से भी सलाह ली जा रही है। उन्होंने कहा कि जहां मजदूर फंसे हैं, वहां पर लाइट भी है। वहां पर खाली जगह है और लोग घूम रहे हैं। मजदूरों के साथ संपर्क हुआ है। पानी, ऑक्सीजन आदि कि व्यवस्था की है।
केंद्रीय सड़क परिवहन व राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि हादसे के कारणों की विस्तृत जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि ऑगर मशीन ठीक से चल गई तो 2 से अढ़ाई दिन में पहुंच सकेंगे।
क्या है मामला
यमुनोत्री हाईवे पर सिलक्यारा से पोल गांव के लिए सुरंग का निर्माण किया जा रहा है। 12 नवंबर को दिवाली वाले दिन सुरंग में भारी भूस्खलन हुआ था। इसके चलते मुहाने के पास सुरंग बंद होने से 41 मजदूर अंदर फंस गए।
पहले जेसीबी से मलबा हटाने की कोशिश की गई। पर सफलता हाथ न लगी। इसके बाद 14 नवंबर को दिल्ली से अमेरिकी ऑगर मशीन मंगवाई गई। इसके बाद ऑगर मशीन से ड्रिलिंग की गई।
हिमाचल के मंडी का विशाल भी फंसा
उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल में हिमाचल के मंडी जिला की बल्ह घाटी के सिध्याणी पंचायत के बंगोट गांव का विशाल भी फंसा है। विशाल की मां का रो रो कर बुरा हाल है। हर दिन भारी गुजर रहा है। मां का कहना है कि उसके बच्चे को सुरक्षित घर भेज दो, बाकी उसे कुछ नहीं चाहिए।
विशाल का बड़ा भाई योगेश और पिता धर्म सिंह घटनास्थल पर मौजूद हैं। विशाल दिवाली से पहले घर आया था और छुट्टी काट लौटा था।
पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने दी जानकारी
शिमला।हिमाचल प्रदेश सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हाल ही में केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर प्रदेश में आई आपदा के बारे में जानकारी दी। उन्होंने केंद्रीय मंत्री को बताया कि प्रदेश की सड़कों को काफी नुकसान पहुंचा है। उनसे आग्रह किया कि हिमाचल प्रदेश के नेशनल हाईवे और सड़कों का एक बार निरीक्षण करें।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी पहली अगस्त को बाढ़ प्रभावित इलाके का विस्तृत दौरा करेंगे। इसके लिए 31 जुलाई को मुख्यमंत्री कार्यालय में रिव्यू बैठक बुलाई गई है।
बैठक में एनएचएआई, पीडब्ल्यूडी के अधिकारी ब्रीफ करेंगे। मुख्यमंत्री भी परिवहन मंत्री के दौरे के दौरान साथ जाएंगे। विक्रमादित्य सिंह ने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा दलगत राजनीति से उठकर कार्य किया है और उनसे हिमाचल के लिए आर्थिक मदद की उम्मीद करते हैं।
पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि विपक्ष इस आपदा के दौरान अपनी भूमिका निभाने में असफल रहा। विपक्ष ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाए हैं, जितना सरकार का दायित्व बनता है, उतना ही इस आपदा के दौरान विपक्ष का भी था। उन्हें साथ चल कर सरकार के साथ खड़े होकर मदद करनी चाहिए थी। आपदा के दौरान से अब तक भाजपा के बड़े नेताओं किसी का सुझाव नहीं आया है, सिर्फ सरकार की निंदा करने का कार्य किया है।
नेता प्रतिपक्ष द्वारा ऑपरेशन लोटस पर दिए जा रहे बयान पर पलटवार करते हुए कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश इस दौरान आपदा से जूझ रहा है और इस तरह की बयानबाजी नेता प्रतिपक्ष को शोभा नहीं देती है। ऑपरेशन लोटस हिमाचल में चलने की कोई संभावना नहीं है। नेता प्रतिपक्ष को अपनी हार स्वीकार लेनी चाहिए। जयराम ठाकुर को लोटस के सपने देखना बंद कर देना चाहिए।
नई दिल्ली। भारत में आने वाले समय में ट्रक के केबिन में AC की सुविधा होगी। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ट्रक के केबिन में AC की अनिवार्यता को लेकर फाइल साइन कर दी है। इस बात की जानकारी उन्होंने खुद दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में दी।
उन्होंने संबोधन में कहा कि हमारी लॉजिस्टिक कॉस्ट दुनिया की तुलना में अधिक है। अगर हमें एक्सपोर्ट बढ़ाना है तो लॉजिस्टिक कॉस्ट को कम करना होगा। इसके लिए अच्छे रोड के साथ ट्रक और अच्छे ड्राइवर की जरूरत है। भारत में ड्राइवर्स की कमी है। कोई 14 तो कोई 16 घंटे काम करता है। बाहरी देशों में बस व ट्रक चलाने का टाइम निर्धारित है।
वहीं, यह भी देखने में आया है कि भारत में ट्रक ड्राइवर 42, 44 और 47 डिग्री तापमान में ट्रक चलाते हैं। इससे चालक की हालत खराब हो जाती है। इसके लिए उनकी प्राथमिकता AC केबिन रही है।
शुरू में कई लोगों ने यह बोलकर विरोध किया कि इससे कॉस्ट बढ़ जाएगी। पर मैं बताना चाहता हूं कि कार्यक्रम में आने से पहले ट्रक के केबिन में एसी की अनिवार्यता को लेकर फाइल पर साइन करके आया हूं। 2025 से सभी ट्रकों में चालक दल के सदस्यों के लिए एसी कंपार्टमेंट होने की जरूरत है। गडकरी ने कहा कि हमें यह ध्यान रखना होगा कि ट्रक चलाने वाले लोगों को अच्छी सुविधाएं दी जाएं।