नादौन। सुक्खू सरकार द्वारा शुरू किए गए सुखाश्रय कोष में हिमाचल प्रदेश के लोग बढ़-चढ़कर दान कर रहे हैं। नादौन शहर के शिक्षक यशपाल चंदेल ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा शुरू किए गए सुखाश्रय कोष में 51 हजार रुपए दान दिए हैं। इस राशि का चेक उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर को सेरा विश्राम गृह में भेंट किया।
यशपाल चंदेल ने बताया कि अनाथ, असहाय, बेसहारा व समाज से शोषित बच्चों तथा बूढ़ों के लिए सुखाश्रय कोष की स्थापना की गई है। उससे प्रभावित होकर उन्होंने इस कोष में यह राशि दान की है। यशपाल चंदेल गर्वनमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल बदारण में कॉमर्स टीचर हैं। उन्होंने समर्थवान व सज्जन लोगों से आग्रह किया है कि वे भी CM सुक्खू की इस मुहिम का हिस्सा बनें। कमलेश ठाकुर ने भी यशपाल चंदेल द्वारा सुखाश्रय कोष में दी गई इस राशि के लिए उनका धन्यवाद किया।
हमीरपुर। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से गृह विधानसभा क्षेत्र नादौन को कुछ गांवों में डायरिया फैला है। डायरिया को लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीमों को अलर्ट पर रखा गया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी अधिकारियों के साथ संपर्क बनाए हुए हैं।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा बिट्टू ने मंगलवार सुबह प्रशासनिक अधिकारियों, जल शक्ति विभाग और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ नादौन विधानसभा क्षेत्र के डायरिया प्रभावित गांवों का दौरा किया और वस्तुस्थिति का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों का हाल-चाल पूछा और कुनाह खड्ड में पेयजल योजनाओं का निरीक्षण भी किया तथा अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए।
गांव जोल सप्पड़, हार, नियाटी, बन्न और अन्य गांवों में प्रभावित लोगों का कुशलक्षेम जानने के साथ ही सुनील शर्मा बिट्टू ने बताया कि डायरिया के प्रकोप का पता चलते ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जिला प्रशासन और विभागीय अधिकारियों को तुरंत कड़े दिशा-निर्देश जारी कर दिए और उन्हें (सुनील शर्मा बिट्टू) क्षेत्र का दौरा करने को कहा। सुनील शर्मा ने कहा कि खराब मौसम के कारण हवाई उड़ान न होने से मुख्यमंत्री मंगलवार सुबह तक श्रीनगर में ही हैं, लेकिन वह लगातार अधिकारियों के संपर्क में हैं और पल-पल की सूचना ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक दवाईयां, ओआरएस के पैकेट्स और अन्य सामग्री पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करवाई जा रही है। पेयजल की आपूर्ति के लिए टैंकर भी लगाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीमों को 24 घंटे फुल अलर्ट पर रखा गया है। उन्होंने क्षेत्रवासियों से आग्रह किया कि वे किसी भी तरह की समस्या आने पर तुरंत अधिकारियों, स्वास्थ्य कर्मचारियों एवं पंचायत जनप्रतिनिधियों से संपर्क करें। उन्होंने क्षेत्र के पंचायत जनप्रतिनिधियों से भी कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों को जागरुक करें तथा किसी भी तरह की समस्या के बारे में तुरंत अवगत करवाएं।
इससे पहले सुनील शर्मा ने कुनाह खड्ड में क्षेत्र की विभिन्न पेयजल योजनाओं के पंप स्टेशनों एवं पेयजल स्रोतों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को इन योजनाओं के आस-पास सफाई का विशेष ध्यान रखने और प्राकृतिक जल स्रोतों की सफाई भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के पारंपरिक जल स्रोतों की सफाई एवं जीर्णोद्धार के लिए भी विभागीय अधिकारी एक योजना तैयार करें। इसमें स्थानीय पंचायत जनप्रतिनिधियों एवं आम लोगों का भी सहयोग लें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार आम लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए तथा उच्च स्तर की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है। मुख्यमंत्री स्वयं इनके प्रति बहुत संवेदनशील हैं और इन सेवाओं की गुणवत्ता में किसी भी तरह की कमी नहीं रहनी चाहिए।
इस अवसर पर एसडीएम अपराजिता चंदेल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके अग्निहोत्री, जल शक्ति विभाग के अधीक्षण अभियंता नीरज भोगल, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय जगोता, खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. केके शर्मा, अन्य अधिकारी, कांग्रेस के पदाधिकारी और क्षेत्र के पंचायत जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
नादौन। हमीरपुर जिला के नादौन शहर में एक दर्दनाक हादसा पेश आया है। यहां पर बुधवार रात एक टिप्पर और स्कूटी में जोरदार टक्कर हो गई। हादसे में एक युवक की मौत गई वहीं तीन अन्य गंभीर रूप में घायल हुए हैं। स्कूटी पर तीन लोग सवार थे और किसी ने भी हेलमेट नहीं पहना था।
जानकारी के अनुसार बजरी से भरा हुआ टिप्पर (HP-83 A 1268) नादौन शहर में नेशनल हाईवे से गुजर रहा था। पीछे से आ रही एक अप्लाइड फॉर स्कूटी टिप्पर के पिछले टायर से टकरा गई। हादसे में स्कूटी पर सवार अजय कुमार निवासी गांव डोडरू सिल्ह, अश्वनी कुमार निवासी गांव दबकेड़ मझीण और संदीप कुमार बुरी तरह घायल हो गए।
तीनों को उपचार के लिए स्थानीय अस्पताल पहुंचाया गया। यहां उनकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद मेडिकल कॉलेज टांडा रेफर कर दिया। स्कूटी चालक अजय कुमार ने मेडिकल कॉलेज टांडा में दम तोड़ दिया, वहीं अश्वनी कुमार को उसके परिजन होशियारपुर में उपचार के लिए ले गए हैं जहां वह उपचाराधीन है।
पुलिस ने इस आरोप में टिप्पर चालक किशोरी लाल निवासी दाहड़ पालमपुर के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। मामले की पुष्टि करते हुए एसएचओ योगराज चंदेल ने बताया कि शव का पोस्टमॉर्टम करवाया जा रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मौके पर उपस्थित लोगों ने बताया कि स्कूटी चालक ने यदि हेलमेट पहना होता तो शायद उसकी जान बच जाती।