Categories
Education Top News Himachal Latest KHAS KHABAR Kangra State News

HPCU के दो शोधार्थी नवोदय विद्यालय में पढ़ाएंगे पंजाबी एवं डोगरी

सहायक प्रोफेसर डॉ. हरजिंदर सिंह की देखरेख में कर रहे शोध-कार्य

धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय (HPCU) के पंजाबी एवं डोगरी विभाग के दो शोधार्थियों का बतौर शिक्षक जवाहर नवोदय विद्यालय में चयन हुआ है।

ये दोनों शोधार्थी, हरविंदर सिंह और नसीब सिंह, पंजाबी एवं डोगरी विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. हरजिंदर सिंह की देखरेख में पीएचडी की डिग्री के लिए शोध-कार्य कर रहे हैं।

मंडी : नौकरी चाहिए तो 16 दिसंबर को पहुंचें आईटीआई, होंगे इंटरव्यू

 

मूलत: करनाल हरियाणा निवासी हरविंदर सिंह ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय गुरुजनों के साथ अपने पिता गुरमुख सिंह और माता राजवंत कौर को दिया है। वहीं, मूलत: कैथल हरियाणा निवासी नसीब सिंह ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय गुरुजनों के साथ पिता बखा सिंह और माता पलविंदर कौर को दिया है।

हरविंदर सिंह का शोध विषय “हरियाणे दे लोक नाट-रूप: सर्वेक्षण और विश्लेषण” है और नसीब सिंह का शोध विषय “केवल धालीवाल का नाट्शास्त्र” है।

हिमाचल : महिलाओं को 1500 रुपए भत्ते को लेकर बड़ी अपडेट- सीएम ने की यह घोषणा

 

इस संबंध में हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय (HPCU) के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने कहा कि विभाग के दो शोधार्थियों का एक ही समय में सरकारी शिक्षक के रूप में चयन होना केंद्रीय विश्वविद्यालय और विभाग के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि है।

एचआरटीसी कंडक्टर भर्ती लिखित परीक्षा की उत्तर कुंजी जारी-देखें

 

इन कर्मठ शोधार्थियों का शिक्षक के रूप में चयन होने से विश्वविद्यालय के अन्य शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों को प्रोत्साहन मिलेगा।

इस अवसर पर अधिष्ठाता अकादमिक प्रो. प्रदीप कुमार सहित पंजाबी एवं डोगरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. बृहस्पति मिश्र, संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. योगेंद्र कुमार जी और पंजाबी एवं डोगरी विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. नरेश कुमार और डॉ. हरजिंदर सिंह ने शोधार्थियों को बधाई दी और उनके बेहतर भविष्य की कामना की।

हिमाचल : किसानों से खरीदे जाने वाले दूध में 6 रुपए की बढ़ोतरी- अब मिलेंगे 37 रुपए

 

ऊना : चावल मिल के मालिक ने कामगार को मारी गोली, बॉडी ठिकाने लगाने गया तो पुलिस ने पकड़ा

नूरपुर जिला पुलिस ने चंबा के किहार से धरा चरस मामले का मुख्य आरोपी

नूरपुर रोड से गुलेर और बैजनाथ से कांगड़ा इस दिन से चल सकती है ट्रेन
हमीरपुर में सेल्स ऑफिसर के 30 पदों के लिए होंगे साक्षात्कार, बचे दो दिन

हिमाचल के इन पांच जिलों में  बारिश और बर्फबारी की संभावना

मुख्यमंत्री बोले- लोकसभा चुनाव से पहले भरा जा सकता है मंत्री का खाली एक पद

हिमाचल कैबिनेट विस्तार : राजेश धर्माणी और यादवेंद्र गोमा ने मंत्री पद की ली शपथ

धर्मशाला डाक मंडल के तहत बीमा एजेंट बनने का अवसर, करें आवेदन 
इस जिला में स्टाफ नर्स के भरे जाएंगे 21 पद-जानें डिटेल
Categories
Top News Lifestyle/Fashion

शिक्षक खुश तो देश खुश . . .

स्कूल-कॉलेज या किसी अन्य संस्थान में किसी भी तरह के अच्छे दिन का जश्न गर्व के दिन के साथ देखा जाता है और खूब मनाया जाता है। उन दिनों में शिक्षकों के सम्मान में मनाया जाने वाला दिन भी शामिल है, क्योंकि वे किसी भी समाज के पहले और सबसे अच्छे औपचारिक संरक्षक होते हैं, हालांकि माता-पिता के बाद।

दरअसल, सीखने की औपचारिक यात्रा उन्हीं से शुरू होती है, इसलिए छात्र जीवन भर उनके ऋणी रहते हैं। चूँकि वे उनके ऋणी हैं, इसलिए, आज के छात्रों और कल के वयस्कों को उस क्षेत्र में अपने प्रदर्शन के आधार पर इस ऋण से मुक्त होने की आवश्यकता है, जिस क्षेत्र में उन्हें पढ़ाया, प्रशिक्षित और सुसंस्कृत किया जाता है।

शिक्षक दिवस जो 5 सितंबर को डॉ. राधाकृष्णन की याद में मनाया जाता है जो तारीख परसों आ रही हैं और मुझे लगता है कि सभी शैक्षणिक संस्थान अतीत और वर्तमान के शिक्षकों को सम्मान देने के उद्देश्य से इसे मनाने के लिए तैयार हैं। क्या आप भी तैयार हैं? चूंकि डॉ. राधाकृष्णन एक दार्शनिक थे इसलिए उनके उद्धरण भी ऐसे ही रहे हैं। वह कहते थे कि किताबें वह साधन हैं जिसके द्वारा हम संस्कृतियों के बीच पुल बनाते हैं।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि “जब हम सोचते हैं कि हम जानते हैं, तो हम सीखना बंद कर देते हैं।” इसके अलावा, उनकी अपेक्षा थी कि “शिक्षकों को देश में सबसे अच्छा दिमाग होना चाहिए।” उनकी इच्छा थी कि “मेरा जन्मदिन मनाने के बजाय, यदि 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए तो यह मेरा गौरवपूर्ण विशेषाधिकार होगा।” अब, उन्होंने जो कहा उसका पालन करना आप पर निर्भर है।

आप सभी को शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। शिक्षक दिवस के रूप में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन मुझे इस दिन प्राथमिक विद्यालय से लेकर विश्वविद्यालय शिक्षा तक अपने शिक्षकों को याद करने की याद दिलाता है और मैं यह कहने के लिए बाध्य हूं कि उन्होंने मेरे भाग्य को आकार दिया। मैं आशा करता हूं कि आप सभी भी अपने शिक्षकों को याद करेंगे और उनकी सेवा के लिए उनका सम्मान करेंगे।

डॉ. रोशन लाल शर्मा, कियारा, चांदपुर, बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश

 

जन्मदिन पर अवनी ने हिमाचल आपदा राहत कोष में भेंट किए 51000 रुपए

मैक्लोडगंज तिब्बती मॉडल केस : पुलिस ने एक्सेस फोर्स का तो नहीं किया इस्तेमाल-होगी जांच

हमीरपुर : सिक्योरिटी गार्ड और सुपरवाइजर की होगी भर्ती, 10वीं पास ले सकेंगे भाग 

हिमाचल में 13 पुलिस अधिकारी बदले, IG जहूर जैदी को मिली तैनाती

गंभरोला खड्ड मामला : फैक्ट फाइंडिंग कमेटी गठित, 7 दिन में प्रस्तुत करेगी रिपोर्ट

 

हिमाचल डीजीपी डिस्क अवॉर्ड : 304 पुलिस अधिकारी और कर्मचारी होंगे सम्मानित-पढ़ें लिस्ट 

 

हिमाचल हाईकोर्ट में भरे जाएंगे 40 पद, क्लर्क के 15 पदों पर होगी भर्ती
हिमाचल और देश दुनिया से जुड़ी हर बड़ी अपडेट के लिए जुड़ें EWN24 NEWS की वेबसाइट https://ewn24.in/ फेसबुक https://www.facebook.com/ewn24 और यूट्यूब https://www.youtube.com/@ewn24news/videos के साथ

 

Categories
Top News Himachal Latest KHAS KHABAR Shimla State News

बजट सत्र: हिमाचल में बिना शिक्षक के 455 स्कूल, क्या बोले- मंत्री, पढ़ें खबर

3,148  पाठशालाओं में सिंगल टीचर

शिमला। हिमाचल में करीब 455 स्कूल बिना शिक्षक हैं। साथ ही 3,148 स्कूलों में एक टीचर है। यह जानकारी शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र के दौरान प्रश्नकाल में दी। चौपाल के विधायक बलबीर सिंह वर्मा ने इस बारे सवाल पूछा था। शिक्षा मंत्री ने कहा कि चौपाल विधानसभा क्षेत्र में आठ स्कूल ऐसे हैं जहां कोई भी शिक्षक नहीं है। हिमाचल में ऐसे 455 स्कूल हैं। भारत सरकार शिक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार हिमाचल में 2020-21 में सिंगल टीचर स्कूल 1993 थे। वो संख्या 21 -22 में बढ़कर 2,922 हो गई है।  2022-23 में 3,148 हो गई है।

JEE Main 2023: फर्जी सूचनाओं को लेकर NTA का अलर्ट-बहकावे में न आएं

शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि खाली पदों को भरना सरकार की प्राथमिकता है। अभी को नियुक्तियां हो रहीं हैं, उन्हें बिना शिक्षक और सिंगल टीचर स्कूलों में तैनाती दी जाएगी। शिक्षा मंत्री ने विधायक को आश्वासन दिया कि चौपाल विधानसभा क्षेत्र में डेपुटेशन को भी रद्द किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि डेपुटेशन पिछली सरकार के समय के हैं। उनकी सरकार ने डेपुटेशन पर शिक्षक तैनात नहीं किए हैं।

चौपाल के विधायक बलबीर सिंह वर्मा के सवाल के जवाब में बताया गया कि चौपाल विधानसभा क्षेत्र में वर्तमान में 28 प्राथमिक और माध्यमिक पाठशालाओं में एक भी स्थाई स्टाफ नहीं है। 10 शिक्षकों को प्रतिनियुक्ति पर तैनाती प्रदान की है।

चंडीगढ़ में पंजाब से सीएम मान से मिले मुख्यमंत्री सुक्खू, शानन परियोजना पर चर्चा

आज की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज़, लाइव न्यूज अपडेट पढ़ें https://ewn24.in/ पर,  ताजा अपडेट के लिए हमारा Facebook Page Like करें 
Categories
Himachal Latest PHOTO GALLERY

नादौन के शिक्षक ने सुखाश्रय कोष में दान किए 51 हजार रुपए

मुख्यमंत्री की पत्नी कमलेश ठाकुर को भेंट किया चेक

नादौन। सुक्खू सरकार द्वारा शुरू किए गए सुखाश्रय कोष में हिमाचल प्रदेश के लोग बढ़-चढ़कर दान कर रहे हैं। नादौन शहर के शिक्षक यशपाल चंदेल ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा शुरू किए गए सुखाश्रय कोष में 51 हजार रुपए दान दिए हैं। इस राशि का चेक उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर को सेरा विश्राम गृह में भेंट किया।

बिलासपुर: घुमारवीं शहर में अब ट्रैफिक नियम तोड़े तो कटेगा ऑनलाइन चालान

यशपाल चंदेल ने बताया कि अनाथ, असहाय, बेसहारा व समाज से शोषित बच्चों तथा बूढ़ों के लिए सुखाश्रय कोष की स्थापना की गई है। उससे प्रभावित होकर उन्होंने इस कोष में यह राशि दान की है। यशपाल चंदेल गर्वनमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल बदारण में कॉमर्स टीचर हैं। उन्होंने समर्थवान व सज्जन लोगों से आग्रह किया है कि वे भी CM सुक्खू की इस मुहिम का हिस्सा बनें। कमलेश ठाकुर ने भी यशपाल चंदेल द्वारा सुखाश्रय कोष में दी गई इस राशि के लिए उनका धन्यवाद किया।