रिकांगपिओ। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिला में आदर्श चुनाव आचार संहिता के बीच शुक्रवार को एक गोलीकांड हुआ है। पूर्वणी गांव में एक भाई ने अपनी दो बहनों और एक भतीजी पर गोलियां दाग दीं।
जानकारी के अनुसार, पूर्वणी गांव के राजचंदर उर्फ बॉम्बे बाबू (62) ने अपनी दो बहनों भारती देवी नेगी (60), कृष्ण लीला (64) और भतीजी स्वीटी (27), निवासी पूर्वणी पर डबल बैरल (दोनाली) बंदूक से करीब सात बार फायरिंग की, जिसमें तीनों गंभीर रूप से घायल हो गईं।
तीनों को गंभीर हालत में रिकांगपिओ अस्पताल पहुंचाया गया है। तीनों का इलाज चल रहा है। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। एसपी किन्नौर सृष्टि पांडेय भी घटनास्थल पर पहुंची।
पुलिस ने मामले में संलिप्त आरोपी राजचंदर और उसकी पत्नी चंद्रभगति नेगी को हिरासत में ले लिया है। आरोपी ने बहनों पर गोली क्यों चलाई इसे लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। घायल की हालत गंभीर बनी हुई है।
नगरोटा बगवां। हिमाचल के नगरोटा बगवां पुलिस स्टेशन के तहत जसौर पंचायत के रोंखर में बड़े भाई और भाभी को गोलियों से भूनने वाला आरोपी दीपक कुमार परिवार से संपर्क न हो पाने के कारण खासे दबाव में था।
यही कारण रहा कि आरोपी ने सरेंडर (Surrender) कर दिया। नहीं तो अभी आरोपी का ऐसा कोई इरादा नहीं था। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी ने चार राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेश गोवा, यूपी, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, चंडीगढ़ में छिपने की कोशिश की।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी दीपक कुमार ने परिवार से संपर्क करने की पूरी कोशिश की। आरोपी ने नोएडा से एक चिट्ठी भी परिवार वालों को लिखी। पर पत्नी और बेटी के न्यायिक हिरासत में होने के चलते चिट्ठी पुलिस के हाथ लगी।
इसके अलावा, आरोपी ने यह भी बताया कि उसने किसी के नंबर से घर बात करने की कोशिश भी की। पर पत्नी का फोन बंद आया। इससे आरोपी घबरा गया और उसे अंदेशा हो गया कि उसका परिवार मुश्किल में है।
उसने सरेंडर करने का फैसला लिया। 26 नवंबर 2023 को आरोपी ने शाम को एसपी ऑफिस धर्मशाला में सरेंडर कर दिया।
बता दें कि 2 नवंबर को दीपक कुमार ने बड़े भाई विपिन कुमार (54) और भाभी रमा देवी (46) की उनके ही घर में गोली मारकर हत्या कर दी। विपिन कुमार जमानाबाद स्कूल में लेक्चरर पद पर कार्यरत थे, जबकि उसकी पत्नी गृहिणी थी।
वारदात के बाद आरोपी अपनी कार में मौके से फरार हो गया। आरोपी का इरादा हिमाचल के बाहर दिल्ली आदि जाने का था। अगर आरोपी सीधे रास्ते से जाता तो शायद पकड़ा जाता। आरोपी दीपक कुमार ने अपनी कार से रानीताल वाया लंज, नूरपुर का रास्ता चुना और 3 नवंबर को दिल्ली पहुंचा।
दिल्ली में एक दिन किसी होटल में रुका। यहां से आरोपी ने गोवा जाने का प्लान बनाया। 4 नवंबर को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अपनी कार पार्क कर गोवा की टिकट कटवाई। यहां से ट्रेन से गोवा चला गया।
आरोपी गोवा में दो दिन तक रुका। दो दिन बाद फिर दिल्ली लौट आया। लेकिन, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अपनी कार को गायब पाया। उसने आसपास के लोगों से पूछताछ की तो लोगों ने बताया कि कार को पुलिस ले गई है। लोगों ने बताया कि मर्डर केस में पुलिस उसे ढूंढ रही है। इसके बाद आरोपी डरकर मथुरा भाग गया।
इस दौरान आरोपी जयपुर, अंबाला, नोएडा और चंडीगढ़ भी रहा। इस दौरान आरोपी होटल में ही रुका था। पर परिवार वालों से संपर्क न होने पर आरोपी प्रेशर में आ गया। आरोपी ने चंडीगढ़ से जम्मू रूट वाली बस ली और मुकेरियां उतरा। मुकेरियां से टैक्सी लेकर धर्मशाला पहुंचा और एसपी ऑफिस धर्मशाला में सरेंडर किया।
नगरोटा बगवां। हिमाचल के कांगड़ा जिला के नगरोटा बगवां डबल मर्डर केस के आरोपी ने वारदात के 24 दिन बाद एसपी ऑफिस कांगड़ा एट धर्मशाला में सरेंडर कर दिया। पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि बड़े भाई और भाभी की गोली मारकर हत्या करने के बाद आरोपी दीपक कुमार दो नवंबर को अपनी गाड़ी में रानीताल वाया लंज नूरपुर होते दिल्ली के लिए फरार हुआ था। 3 नवंबर को दिल्ली पहुंचा और किसी होटल में रुका।
4 नवंबर को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर गाड़ी पार्क कर टिकट लेकर गोवा चला गया। दो दिन गोवा में रुकने के बाद फिर दिल्ली वापस आ गया। इसी बीच मामले की जांच को डीएसपी कांगड़ा अंकित शर्मा और एसएचओ कांगड़ा की अगुवाई में गठित एसआईटी ने आरोपी की गाड़ी को ट्रैक कर उसे रेलवे स्टेशन से जब्त कर लिया था।
आरोपी जब नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचा तो वहां गाड़ी नहीं थी। उसने लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि गाड़ी को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। जैसे ही उसे पुलिस द्वारा गाड़ी कब्जे में लेने की बात पता चली तो वह इसके बाद मथुरा भाग गया।
इस दौरान वह जयपुर, अंबाला, नोएडा और चंडीगढ़ भी रहा।आरोपी को पुलिस का इतना डर हो गया था कि कहीं भी पुलिस को देखता था तो भाग जाता था। इस दौरान आरोपी ने अपने परिवार से संपर्क करने की कोशिश भी की।
उसने नोएडा से चिट्ठी भी भेजी, जोकि पुलिस के हाथ लगी। साथ ही घरवालों के फोन नंबर पर भी संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन फोन बंद आए। इससे आरोपी डर गया कि उसका परिवार मुसीबत में है।
परिवार से संपर्क नहीं हो पाने से प्रेशर में आकर आरोपी ने परिवार की खातिर सरेंडर कर दिया। आरोपी ने चंडीगढ़ से जम्मू रूट वाली बस ली और मुकेरियां उतरा। मुकेरियां से टैक्सी लेकर धर्मशाला पहुंचा और एसपी ऑफिस में सरेंडर किया। एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने आरोपी के सरेंडर करने की पुष्टि की है।
बता दें कि नगरोटा बगवां पुलिस स्टेशन के तहत जसौर भेड़ू टीका में छोटे भाई दीपक कुमार (45) ने अपने बड़े भाई विपिन कुमार (54) और भाभी रमा देवी (46) की गोली मारकर हत्या कर दी। विपिन कुमार जमानाबाद स्कूल में लेक्चरर पद पर कार्यरत थे, जबकि उसकी पत्नी गृहिणी थी।
आरोपी भी स्कूल चलाता है। मामला दो नवंबर (वीरवार) दोपहर दो बजे के बाद का है। इस वक्त दोनों पति-पत्नी (विपन और रमा) दिन में घर पर थे। आरोपी दीपक बंदूक लेकर उनके घर पहुंचा। घर के पिछली तरफ के आंगन में उसने दोनों पर गोली दाग दी।
एक गोली बड़े भाई विपन के सिर पर लगी और दूसरी भाभी के गले में लगी। गोली लगने से दोनों आंगन में गिर गए और दोनों ने दम तोड़ दिया। घटना के समय विपिन की गोद ली दोनों बेटियां घर पर थीं।
वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। मामले की सूचना मिलने के बाद नगरोटा बगवां पुलिस स्टेशन से टीम मौके पर पहुंची। शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी।
आरोपी की पत्नी और बेटी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। डबल मर्डर केस में फरार आरोपी दीपक कुमार की पत्नी मान्या कुमारी व बेटी कविता कुमारी को गिरफ्तार कर कांगड़ा में न्यायाधीश शिवांगी जोशी की अदालत में पेश किया गया था।
पूछताछ के दौरान कई खुलासे भी हुए थे जैसे कि हत्याकांड से पहले हुई बहस और झगड़े की पल-पल की जानकारी आरोपी की बेटी अपने पिता को दे रही थी।
वारदात को अंजाम देने से पहले दोनों ही परिवारों में बहस हुई थी, वहीं हत्या को अंजाम देने के बाद आरोपी पत्नी, बेटी और अपने पिता को कार में बैठाकर 53 मील में छोड़कर फरार हुआ था।
पुलिस पूछताछ में मां-बेटी ने बताया है कि हत्याकांड से पहले दोनों ही परिवारों में बहस हुई थी। दोनों ही परिवारों में पार्किंग के लिए बनाए गए शेड को लेकर विवाद चल रहा था। इस दौरान छोटा भाई, उसकी पत्नी और बेटी एक साथ घर पर पहुंचे थे। छोटा भाई पत्नी और बेटी को वहां छोड़ कर खुद कहीं और चला गया था।
बहस की पूरी जानकारी उसकी बेटी उसे मोबाइल फोन पर दे रही थी। वारदात वाले घर में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए थे, लेकिन घटना से कुछ देर पहले उन्हें भी बंद कर दिया गया था।
आरोपी छोटा भाई अपने घर से बंदूक निकाल कर लाया था और उसने उससे करीब पांच फायर किए थे, जिनमें से दो भाई और तीन भाभी को लगे थे, जबकि एक गोली बंदूक में ही थी।
आरोपी दीपक की पत्नी मान्या कुमारी की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त 12 बोर की बंदूक आरोपी के जसौर स्थित पुश्तैनी घर से बरामद की गई है बंदूक के अंदर जो खोल मिला वह भी उसी कंपनी का पाया गया जो खोल पुलिस ने वारदात वाले दिन घटनास्थल से कब्जे में लिया था। इससे ये स्पष्ट हो गया है कि इसी बंदूक से आरोपी ने गोली चलाई थी। (नगरोटा बगवां)
नगरोटा बगवां। कांगड़ा जिला के नगरोटा बगवां डबल मर्डर केस में ताजा अपडेट के मुताबिक आरोपी भाई दीपक पुलिस हिरासत में है। बताया जा रहा है कि आरोपी दीपक ने 24 दिन बाद आखिरकार सरेंडर कर दिया है।
डीएसपी अंकित शर्मा ने डबल मर्डर केस के आरोपी के पुलिस हिरासत में होने की पुष्टि की है। फिलहाल पुलिस आगामी कार्रवाई में जुटी हुई है।
बता दें कि नगरोटा बगवां पुलिस स्टेशन के तहत जसौर भेड़ू टीका में छोटे भाई दीपक कुमार (45) ने अपने बड़े भाई विपिन कुमार (54) और भाभी रमा देवी (46) की गोली मारकर हत्या कर दी। विपिन कुमार जमानाबाद स्कूल में लेक्चरर पद पर कार्यरत थे, जबकि उसकी पत्नी गृहिणी थी।
आरोपी भी स्कूल चलाता है। मामला दो नवंबर (वीरवार) दोपहर दो बजे के बाद का है। इस वक्त दोनों पति-पत्नी (विपन और रमा) दिन में घर पर थे। आरोपी दीपक बंदूक लेकर उनके घर पहुंचा। घर के पिछली तरफ के आंगन में उसने दोनों पर गोली दाग दी।
एक गोली बड़े भाई विपन के सिर पर लगी और दूसरी भाभी के गले में लगी। गोली लगने से दोनों आंगन में गिर गए और दोनों ने दम तोड़ दिया। घटना के समय विपिन की गोद ली दोनों बेटियां घर पर थीं।
वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। मामले की सूचना मिलने के बाद नगरोटा बगवां पुलिस स्टेशन से टीम मौके पर पहुंची। शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी।
आरोपी की पत्नी और बेटी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। डबल मर्डर केस में फरार आरोपी दीपक कुमार की पत्नी मान्या कुमारी व बेटी कविता कुमारी को गिरफ्तार कर कांगड़ा में न्यायाधीश शिवांगी जोशी की अदालत में पेश किया गया था।
पूछताछ के दौरान कई खुलासे भी हुए थे जैसे कि हत्याकांड से पहले हुई बहस और झगड़े की पल-पल की जानकारी आरोपी की बेटी अपने पिता को दे रही थी। वारदात को अंजाम देने से पहले दोनों ही परिवारों में बहस हुई थी, वहीं हत्या को अंजाम देने के बाद आरोपी पत्नी, बेटी और अपने पिता को कार में बैठाकर 53 मील में छोड़कर फरार हुआ था।
पुलिस पूछताछ में मां-बेटी ने बताया है कि हत्याकांड से पहले दोनों ही परिवारों में बहस हुई थी। दोनों ही परिवारों में पार्किंग के लिए बनाए गए शेड को लेकर विवाद चल रहा था। इस दौरान छोटा भाई, उसकी पत्नी और बेटी एक साथ घर पर पहुंचे थे। छोटा भाई पत्नी और बेटी को वहां छोड़ कर खुद कहीं और चला गया था।
बहस की पूरी जानकारी उसकी बेटी उसे मोबाइल फोन पर दे रही थी। वारदात वाले घर में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए थे, लेकिन घटना से कुछ देर पहले उन्हें भी बंद कर दिया गया था। आरोपी छोटा भाई अपने घर से बंदूक निकाल कर लाया था और उसने उससे करीब पांच फायर किए थे, जिनमें से दो भाई और तीन भाभी को लगे थे, जबकि एक गोली बंदूक में ही थी।
आरोपी दीपक की पत्नी मान्या कुमारी की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त 12 बोर की बंदूक आरोपी के जसौर स्थित पुश्तैनी घर से बरामद की गई है। बंदूक के अंदर जो खोल मिला वह भी उसी कंपनी का पाया गया जो खोल पुलिस ने वारदात वाले दिन घटनास्थल से कब्जे में लिया था। इससे ये स्पष्ट हो गया है कि इसी बंदूक से आरोपी ने गोली चलाई थी।
नगरोटा बगवां। हिमाचल के नगरोटा बगवां डबल मर्डर केस से हर कोई सकते में हैं। पिता की विरासत से, विरासत के लिए एक वारिस ने दूसरे वारिस की जान ले ली।
यानी आरोपी ने अपने पिता से मिली बंदूक से जमीन के टुकड़े के लिए अपने ही भाई का कत्ल कर दिया। आरोपी ने भाभी को भी मौत की नींद सुला दिया और मौके से फरार हो गया।
बड़े भाई और भाभी की गोली मारकर फरार आरोपी छोटा भाई अभी पुलिस की पकड़ से दूर है। आरोपी का अभी तक सुराग नहीं लग पाया है और मोबाइल बंद आ रहा है।
इसके चलते उसकी लोकेशन का पता नहीं चल पा रहा है। पुलिस टीम आरोपी की तलाश में जुटी है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि वारदात अचानक हुई वारदात नहीं है, बल्कि आरोपी पहले से ही भाई और भाभी की गोली मारकर हत्या करने के इरादे से उनके घर पहुंचा था।
आरोपी ने जिस बंदूक से भाई और भाभी की जान ली, वह उसके पिता की बंदूक थी और बाद में आरोपी के नाम की गई थी।
वारदात की वजह बनी जमीन के लिए अक्सर आरोपी की पत्नी और भाभी (मृतका) में झगड़ा होता रहता था। पर शायद यह किसी ने न सोचा हो कि यह झगड़ा ऐसा रूप भी ले सकता है कि भाई ही भाई की गोली मारकर जान ले लेगा।
बता दें कि नगरोटा बगवां पुलिस स्टेशन के तहत जसौर भेड़ू टीका में छोटे भाई दीपक कुमार (45) ने अपने बड़े भाई विपिन कुमार (54) और भाभी रमा देवी (46) की गोली मारकर हत्या कर दी। विपिन कुमार जमानाबाद स्कूल में लेक्चरर पद पर कार्यरत थे, जबकि उसकी पत्नी गृहिणी थी।
आरोपी भी स्कूल चलाता है। मामला वीरवार दोपहर दो बजे के बाद का है। इस वक्त दोनों पति-पत्नी (विपन और रमा) दिन में घर पर थे। आरोपी दीपक बंदूक लेकर उनके घर पहुंचा। घर के पिछली तरफ के आंगन में उसने दोनों पर गोली दाग दी।
एक गोली बड़े भाई विपन के सिर पर लगी और दूसरी भाभी के गले में लगी। गोली लगने से दोनों आंगन में गिर गए और दोनों ने दम तोड़ दिया। घटना के समय विपिन की गोद ली दोनों बेटियां घर पर थीं।
वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। मामले की सूचना मिलने के बाद नगरोटा बगवां पुलिस स्टेशन से टीम मौके पर पहुंची। शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी।
नगरोटा बगवां। हिमाचल के कांगड़ा जिला के नगरोटा बगवां पुलिस स्टेशन के तहत सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां छोटे भाई ने अपने बड़े भाई और भाभी की गोली मारकर हत्या कर दी और मौके से फरार हो गया। मामले के पीछे जमीनी विवाद कारण बताया जा रहा है।
आरोपी का नाम दीपक कुमार (45) है। मरने वालों की पहचान विपिन कुमार (54) निवासी जसौर भेड़ू टीका और रमा देवी (46) के रूप में हुई है। विपिन कुमार जमानाबाद स्कूल में लेक्चरर पद पर कार्यरत थे, जबकि उसकी पत्नी गृहिणी थी।
बता दें कि मामला दोपहर दो बजे के बाद का है। इस वक्त दोनों पति-पत्नी दिन में घर पर थे। आरोपी दीपक अपनी लाइसेंसी बंदूक लेकर उनके घर पहुंचा। घर के पिछली तरफ के आंगन में उसने दोनों पर गोली चला दी।
एक गोली बड़े भाई के सिर पर लगी और दूसरी भाभी के गले में लगी। गोली लगने से दोनों आंगन में गिर गए और दोनों ने दम तोड़ दिया। घटना के समय विपिन की गोद ली दोनों बेटियां घर पर थीं।
मामले की सूचना मिलने के बाद नगरोटा बगवां पुलिस स्टेशन से टीम मौके पर पहुंची। शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी।
एसपी शालिनी अग्निहोत्री भी मौके पर पहुंची। धर्मशाला से फॉरेंसिक टीम ने भी मौके पर साक्ष्य जुटाए। शवों को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज टांडा भेजा गया। आरोपी की तलाश को पुलिस जुट गई है।