नई दिल्ली। हिमाचल कांग्रेस के सभी विधायकों ने गुरुवार को दिल्ली में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू व प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह की अगुवाई में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की और चुनाव का फीडबैक दिया।
इस दौरान दिल्ली में लंच के बाद कांग्रेस के सभी विधायक स्पेशल बस में राजस्थान के लिए रवाना हो गए हैं। देर तक इनके राजस्थान के अलवर पहुंचने की उम्मीद है। कल सभी विधायक राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में पैदल चलेंगे। परसों सभी वापस दिल्ली लौटेंगे।
शिमला। हिमाचल प्रदेश में दिसंबर माह में मौसम गर्मी वाले तेवर दिखा रहा है। राजधानी शिमला में सर्द मौसम गर्मी का एहसास दिला रहा है। सर्दियों के मौसम में चिलचिलाती धूप पड़ रही है। प्रदेश के अधिकतर क्षेत्रों में अधिकतम तापमान सामान्य से 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक अधिक चल रहा है। पिछले 24 घंटे के दौरान शिमला का तापमान सामान्य से लगभग 6 डिग्री अधिक उछाल के साथ 20 डिग्री पहुंच गया जो 2017 के बाद सर्वाधिक है।
मौसम विभाग की मानें तो 2016 में अधिकतम तापमान 22.3 डिग्री तक गया था, जबकि 2017 में 21.3 डिग्री सेल्सियस रहा था। हालांकि न्यूनतम तापमान सामान्य चल रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के कई भागों में इस सर्दी के मौसम में अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा दर्ज किया जा रहा है। मौसम विभाग ने आगामी 21 दिसंबर तक मौसम साफ रहने की संभावना व्यक्त की है।
मुख्य सचिव ने डीसी को दिए मध्यस्थता करने के निर्देश
शिमला। हिमाचल सरकार ने सोलन और बिलासपुर के जिलाधिशों को आदेश दिए हैं कि सीमेंट कंपनियों और ट्रक ऑपरेटर्स के बीच के विवाद को सुलझा कर जल्द सकारात्मक रास्ता निकालें। दरअसल, बरमाणा की ACC और दाड़लाघाट के अंबुजा सीमेंट कंपनियों के बीच ढुलाई भाड़ा को लेकर विवाद उपजा है।
ट्रक ऑपरेटर यूनियन बढ़ती मंहगाई में ढुलाई भाड़े को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं जबकि कंपनियों में सीमेंट के दाम को न बढ़ाने की सूरत में घाटा खा कर इसे अमल में लाने से इंकार किया जा रहा है।
मुख्य सचिव आरडी धीमान ने बिलासपुर और सोलन जिले के उपायुक्त को कहा है कि ट्रक ऑपरेटर और सीमेंट कंपनियों से साझा मीटिंग कर मामले को सुलझाए। सरकार ने ये भी साफ किया है की सीमेंट कंपनियों को बंद करने के सूरते हाल न पैदा होने दें क्योंकि इससे कई लोगों के रोजगार पर असर पड़ेगा। उधर, सोलन और बिलासपुर में उपयुक्त ने दोनो पक्षों को बुलाकर साझा मीटिंग की है। अभी इस मामले में क्या निर्णय हुआ है ये साफ नहीं है।
शिमला। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही राजनीतिक गलियारों में एक खबर से हलचल मच गई है। एक तरफ जहां लोग मंत्रिमंडल के ऐलान का इंतजार कर रहे हैं उसी बीच मंत्री पद के प्रबल दावेदार पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के बेटे शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह से जुड़ी एक खबर सामने आई है।
विक्रमादित्य सिंह की पत्नी सुदर्शना चंडावत ने पति और ससुराल वालों पर उदयपुर (राजस्थान) कोर्ट में घरेलू हिंसा की शिकायत दर्ज कराई है। यह शिकायत 17 अक्तूबर, 2022 को की गई है। 17 नवंबर, 2022 को पहली सुनवाई में अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी उदयपुर की अदालत ने सुदर्शना के पति विक्रमादित्य सिंह, सास प्रतिभा सिंह, ननद अपराजिता, ननदोई अंगद सिंह और चंडीगढ़ निवासी अमरीन के खिलाफ वारंट जारी किया है।
सभी प्रतिवादियों को उदयपुर कोर्ट में बुधवार को पेश होने के आदेश दिए गए हैं। सुदर्शना चंडावत ने घरेलू हिंसा से महिला संरक्षण अधिनियम की धारा 20 के तहत उदयपुर कोर्ट में शिकायत दर्ज की है। सुदर्शना का आरोप है कि शादी के कुछ समय के बाद शिकायतकर्ता से घरेलू हिंसा की गई।
शिकायतकर्ता ने अदालत से गुहार लगाई है कि उनके ससुराल वालों को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक हिंसा न करने के लिए पाबंद कर उन्हें अलग से रहने के लिए मकान की व्यवस्था करने के आदेश पारित किए जाएं।
उधर, शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह का कहना है कि यह एक सोची-समझी साजिश है। सभी आरोप झूठे हैं, जिसका अदालत के समक्ष जवाब दायर किया जाएगा। राजनीतिक नुकसान पहुंचाने के लिए इसे चुनाव के दौरान ही उजागर किया गया है, जबकि यह एक पारिवारिक मामला है, जो अभी अदालत में लंबित है। गैर जमानती वारंट जारी होने को नकारते हुए उन्होंने कहा कि यह एक कानूनी प्रक्रिया है।
बता दें कि विक्रमादित्य सिंह की शादी मार्च 2019 में मेवात राजवंश की राजकुमारी सुदर्शना चुंडावत से हुई थी। दोनों में कुछ समय बाद अनबन हो गई। दोनों लंबे समय से अलग-अलग रह रहे हैं। विक्रमादित्य सिंह हिमाचल के 6 बार के CM रहे वीरभद्र सिंह के बेटे हैं और दूसरी बार शिमला ग्रामीण से विधायक चुनकर आए हैं। उनकी मां प्रतिभा सिंह इस वक्त हिमाचल कांग्रेस की अध्यक्ष व मंडी लोकसभा सीट से सांसद हैं।
हिमाचल के पहाड़ों पर बर्फबारी का सिलसिला शुरू चुका है और ये नजारा देखने के लिए तो हर कोई उत्सुक रहता है। हिमाचल के बाहरी राज्यों से पर्यटकों का आना शुरू हो गया है। अगर आप भी नए साल की शुरुआत में हिमाचल की शुद्ध-साफ हवा और बर्फीली वादियों में छुट्टियां बिताने की प्लानिंग कर रहे हैं तो आपके लिए खुशखबरी है।
IRCTC आपके लिए लाया है एक बेहतरीन पैकेज। इस पैकेज में IRCTC आपको चंडीगढ़, शिमला और मनाली की वादियों में घूमने का बेहतरीन मौका दे रहा है। क्या है पैकेज की कीमत और इसमें क्या-क्या शामिल है हम आपको बताते हैं विस्तार से ….
पैकेज की शुरुआत राजस्थान के अजमेर से होगी। पैकेज के तहत आपको थर्ड एसी में सफर करना होगा। रविवार को अजमेर से ट्रेन पकड़ेंगे। इसके बाद सोमवार को आप चंडीगढ़ पहुंचेंगे। चंडीगढ़ पहुंचते ही आप होटल में चेक इन करेंगे।
इसके बाद होटल में थोड़ा आराम करने के बाद आपको रॉक गार्डन, रोज़ गार्डन, सुखना झील घूमने का मौका मिलेगा। अगर आप नाव की सवारी करते हैं तो इसका किराया आपको खुद भरना होगा। इसके बाद आपको सोमवार की रात चंडीगढ़ में बितानी होगी। अगले दिन ब्रेकफास्ट के बाद आपको कार द्वारा शिमला ले जाया जाएगा।
शिमला पहुंचते ही आप होटल में चेक इन करेंगे। इसके बाद थोड़ा आराम करने के बाद आपको शिमला में अलग-अलग टूरिस्ट स्थान घूमने का मौका मिलेगा।रात को आप शिमला में ही रुकेंगे। अगले दिन ब्रेकफास्ट के बाद आप मनाली के लिए निकलेंगे। शनिवार की सुबह मनाली में नाश्ता करके आपको वापस चंडीगढ़ लाया जाएगा। चंडीगढ़ स्टेशन से आपको वापस अजमेर छोड़ा जाएगा।
पैकेज में गरीब रथ थर्ड एसी का टिकट, चंडीगढ़, शिमला में एक-एक रात का होटल स्टे, मनाली में तीन रात का होटल स्टे और ब्रेकफास्ट। लंच और डिनर के लिए आपको अलग से भुगतान करना होगा। शिमला, मनाली, चंडीगढ़ में टूरिस्ट प्लेस पर घूमने के लिए गाड़ी का किराया भी IRCTC के पैकेज में शामिल होगा।
पैकेज की शुरुआत 8 जनवरी, 2023 से होगी। 7 रातों और 8 दिन के इस पैकेज के तहत आपको चंडीगढ़, शिमला और मनाली के अलग-अलग टूरिस्ट स्थानों पर घूमने का मौका मिलेगा। कीमत की बात करें तो इसकी शुरुआत 50,585 रुपये प्रति व्यक्ति से है। हालांकि, अलग-अलग कार की बुकिंग पर अलग-अलग कीमत आपको देनी होंगी। कीमत के लिए नीचे दिया गया चार्ट देखें
अगर आप इस पैकेज के तहत बुकिंग कराना चाहते हैं तो आप IRCTC की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर कर सकते हैं। इसके अलावा आप जयपुर स्थित IRCTC के रीजनल ऑफिस में जाकर बुकिंग करा सकते हैं।
सुखविंदर सिंह सुक्खू होंगे हिमाचल के अगले मुख्यमंत्री
शिमला। हिमाचल मुख्यमंत्री का पद फिर हमीरपुर जिला के हिस्से में आया है। फर्क इतना है कि पहले प्रेम कुमार धूमल भाजपा पार्टी से मुख्यमंत्री बने थे और अब सुखविंदर सिंह सुक्खू कांग्रेस से मुख्यमंत्री बने हैं।
हिमाचल की राजनीति के इतिहास में पहली बार निचले हिमाचल से मुख्यमंत्री बना है। इससे पहले डॉ. वाईएस परमार, रामलाल ठाकुर और वीरभद्र सिंह मुख्यमंत्री रहे हैं, जोकि हिमाचल के ऊपरी क्षेत्र से आते थे। 1983 के बाद अब कांग्रेस में मुख्यमंत्री का नया चेहरा आया है।
बता दें कि स्वर्गीय वीरभद्र सिंह पहली बार 1983 में मुख्यमंत्री बने थे। इसके बाद वह ही 1985, 1993, 2003 और 2012 में मुख्यमंत्री रहे। 1998 में कुछ दिन के लिए मुख्यमंत्री बने थे।
वीरभद्र सिंह के निधन के बाद अब कांग्रेस में मुख्यमंत्री का नया चेहरा होना था। जोकि सुखविंदर सिंह सुक्खू के रूप में मिला है। एचआरटीसी ड्राइवर का बेटा हिमाचल की बागड़ौर संभालेगा।
सुखविंदर सिंह सुक्खू हमीरपुर जिला के विधानसभा क्षेत्र नादौन से विधायक चुनकर आए हैं। वह हिमाचल कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष भी रह चुके हैं। सुखविंदर सिंह सुक्खू प्रियंका गांधी के भी काफी करीबी माने जाते हैं। बताया जा रहा है कि सुखविंदर सिंह सुक्खू कल 11 दिसंबर को सुबह 2 बजे शपथ लेंगे।
बता दें कि मुख्यमंत्री के नाम को लेकर शिमला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। बैठक में सुखविंदर सिंह सुक्खू के नाम पर मुहर लगी। इससे पहले शिमला में मुकेश अग्निहोत्री और सुखविंदर सिंह सुक्खू के समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की। विधानसभा के बाहर माहौल तनावपूर्ण हो गया।
शिमला में स्थिति तनावपूर्ण, समर्थकों की नारेबाजी जारी
शिमला। हिमाचल में कांग्रेस ने सत्ता में वापसी की है। हिमाचल विधानसभा चुनाव में स्पष्ट बहुमत हासिल करते हुए 40 सीटों पर जीत हासिल की है। भाजपा ने 25 सीटें जीती हैं और तीन पर आजाद जीतकर आए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के बिना कांग्रेस का यह पहला चुनाव था। 2017 का चुनाव वीरभद्र सिंह की अगुवाई में लड़ा गया था। पर वह यह कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए।
वीरभद्र सिंह के बाद अब कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद का नया चेहरा होना है। इसको लेकर घमासान मचा हुआ है। शिमला में स्थिति तनावपूर्ण हालतों में पहुंच गई है। विधानसभा के बाहर प्रतिभा सिंह, सुखविंदर सिंह सुक्खू और मुकेश अग्निहोत्री के समर्थकों का जमावड़ा लगा है।
एक-दूसरे के खिलाफ जमकर नारेबाजी हो रही है। कहीं न कहीं कांग्रेस की जीत का जश्न तनावपूर्ण हालतों में फीका पड़ता नजर आ रहा है। यह घटनाक्रम आखिर क्या संदेश छोड़ रहा है, सबसे बड़ा सवाल है। सत्ता संभालने से पहले मुख्यमंत्री के पद को लेकर घमासान मचा हुआ है।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री पद के लिए सुखविंदर सिंह सुक्खू का नाम तय हो गया। अभी औपचारिक घोषणा बाकी है। वहीं, मुकेश अग्निहोत्री को डिप्टी सीएम बनाने का निर्णय हुआ है। पर अभी तक विधानसभा के बाहर स्थिति तनावपूर्ण है। ऐसे में किसी अप्रिय घटना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
मंडी। हिमाचल प्रदेश में चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे करीब 12 घंटे से बंद है। शनिवार सुबह तक भी मार्ग पर आवाजाही बंद है। शुक्रवार देर रात मंडी जिला में 4 मील के पास लैंडस्लाइड हुआ है, जिसकी वजह से पहाड़ी से पत्थर व मलबा गिरने के चलते हाईवे पूरी तरह से बंद हो गया है। रात को हाईवे के दोनों ओर भारी जाम लगा रहा।
जिला प्रशासन ने मंडी से कुल्लू जा रहे वाहन चालकों को वाया शिवाबधार, कटौला, बाजौरा मार्ग इस्तेमाल करने व कुल्लू से मंडी की ओर या फिर चंडीगढ़ की ओर जा रहे वाहन चालकों को पंडोह से वाया गौहर चेल चौक से आने-जाने की हिदायत दी है।
फिलहाल जिला प्रशासन ने नेशनल हाईवे को बहाल करने के लिए मशीनरी तैनात कर दी है। दोपहर तक नेशनल हाईवे वाहनों की आवाजाही के लिए खुलने के आसार हैं। पुलिस अधीक्षक मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने वाहन चालकों से नेशनल हाईवे पर सफर न करने की अपील की है।
बता दें कि पंडोह-मंडी रोड पर फोरलेन निर्माण के लिए पहाड़ों की कटिंग का कार्य चल रहा है, जिस कारण आए दिन पहाड़ी से मलबा गिरने की घटनाएं होती रहती हैं।
शिमला। हिमाचल में मुख्यमंत्री पद को लेकर कदमताल जारी है। शुक्रवार को हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री चुनने के लिए हाईकमान को अधिकृत किया है। पर्यवेक्षक हाईकमान को अपनी रिपोर्ट सौंपेगे।
रिपोर्ट सौंपने से पहले आज चौड़ा मैदान स्थित एक होटल में विधायक पर्यवेक्षक छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, भूपेंद्र हुड्डा से मिल रहे हैं। आज दिल्ली लौटकर पर्यवेक्षक हाईकमान को रिपोर्ट देंगे। सह प्रभारी गुरकीरत सिंह कोटली भी इस मौके पर मौजूद रहे।
वहीं, हिमाचल में सीएम के चयन को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी पूरी तरह से सक्रिय हैं। उन्होंने सभी दावेदारों का बायोडाटा पहले ही मांग रखा था। अंतिम फैसला प्रियंका गांधी ही लेंगी।
विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने वाली कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू सीएम पद के सबसे बड़े दावेदार माने जा रहे हैं।
बता दें कि शिमला में शुक्रवार देर रात तल चली कांग्रेस विधायक दल की बैठक में कोई नतीजा नहीं निकल पाया। इसमें प्रतिभा सिंह, मुकेश अग्निहोत्री और सुखविंदर सिंह सुक्खू के नाम का प्रस्ताव रखा गया था, मगर सहमति नहीं बनी। इसके बाद सभी विधायकों ने सिंगल लाइन प्रस्ताव पास किया। इसमें पार्टी हाईकमान को सीएम चुनने और सभी निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया।
शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद मुख्यमंत्री चेहरे के चयन को लेकर मचे घमासान के बीच कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन शिमला में शुक्रवार देर शाम को नव निर्वाचित कांग्रेस विधायकों की बैठक आयोजित की गई।
इस बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस चुनाव पर्यवेक्षक भूपेश बघेल, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेश मामलों के प्रभारी सांसद राजीव शुक्ला, सह प्रभारी गुरकीरत सिंह कोटली, संजय दत्त, तजेंद्र पाल बिट्टू, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सांसद प्रतिभा सिंह मौजूद रहीं।
बैठक में किसी भी चेहरे पर सहमति नहीं बन पाई है, जिसके बाद सिंगल लाइन एजेंडा हाईकमान को भेजने का निर्णय लिया। अब हाईकमान तय करेगा कि हिमाचल में कांग्रेस सरकार का मुख्यमंत्री कौन होगा?
बैठक के बाद हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला ने कहा कि बैठक में 40 विधायक शामिल हुए। सभी ने पार्टी हाईकमान को अधिकृत किया सीएम को चुनने के लिए। यह प्रस्ताव मुकेश अग्निहोत्री लेकर आए और इसका समर्थन सुखविंदर सिंह सुक्खू ने किया। ऑब्जरवर अपनी रिपोर्ट हाई कमान के सामने कल रखेंगे, जिसके बाद विधायक दल के नेता चुन लिया जाएगा।