कांगड़ा। हिमाचल के कांगड़ा पुलिस स्टेशन के तहत दो कार सवार लोगों से हेरोइन बरामद की है। दोनों योल के निवासी हैं और नशे की तस्करी के मामलों में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं।
बता दें कि कांगड़ा पुलिस स्टेशन की टीम गश्त पर थी। पुलिस टीम ने कांगड़ा बाइपास के पास नजदीक हनुमान मंदिर देर रात एक ऑल्टो कार को रोका। कार में दो व्यक्ति बैठे थे। पुलिस टीम को दोनों की गतिविधियां संदिग्ध प्रतीत हुईं।
पुलिस ने स्वतंत्र गवाहों की उपस्थिति में पूरी कार की जांच की। जांच के दौरान कार के डैशबोर्ड से 10 ग्राम हेरोइन बरामद हुई। आरोपियों के खिलाफ पुलिस स्टेशन कांगड़ा में एनडीपीएस अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।
दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। डीएसपी कांगड़ा अंकित शर्मा ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। नशा तस्करों पर कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
ऋषि महाजन/नूरपुर। पठानकोट-जोगिंदरनगर रेल ट्रैक पर दूसरे चरण का ट्रायल शुरू हो गया। आज सुबह नूरपुर रोड से दो डिब्बों के साथ रेल इंजन दौड़ा है। दो डिब्बों के साथ यह रेल इंजन कोपड़लाहड़ तक जाएगा। इसके बाद पूरे डिब्बों के साथ ट्रायल होगा।
ट्रायल सफल रहने के बाद नूरपुर रोड से बैजनाथ पपरोला के लिए ट्रेन शुरू हो जाएगी। वहीं, बैजनाथ पपरोला से भी नूरपुर रोड तक ट्रेन चलेगी। रेलवे विभाग के सूत्रों के अनुसार जल्द ही ट्रेन चल सकती है।
बता दें कि पठानकोट-जोगिंदर नगर रेलवे ट्रैक पर 26 अप्रैल को नूरपुर रोड से कोपड़ लाहड़ तक रेल इंजन दौड़ा था। इंजन गुलेर रेलवे स्टेशन पर भी रुका था।
पठानकोट-जोगिंदर नगर रेल ट्रैक पर जोगिंदर नगर से कोपड़ लाहड़ तक ट्रैक पहले ही क्लेयर है और ट्रेन दौड़ रही है। नूरपुर रोड से कोपड़ लाहड़ तक ट्रेन बंद है।
क्योंकि कोपड़ लाहड़ से गुलेर रेलवे स्टेशन के बीच बरसात में भूस्खलन के चलते ट्रैक बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ है।
ट्रैक की मरम्मत के बाद नूरपुर रोड से पहले चरण के ट्रायल का आयोजन किया गया था। इसमें नूरपुर रोड से कोपड़ लाहड़ तक रेल इंजन चलाया गया।
पहले चरण के ट्रायल के सफल होने के बाद डिब्बों के साथ आज ट्रेन का दूसरा ट्रायल किया गया। ट्रायल सफल रहने पर नूरपुर रोड से जोगिंदर नगर ट्रैक पर ट्रेन दौड़ेगी। पठानकोट से नूरपुर रोड तक ट्रैक चक्की पुल के टूटने से बंद है। पुल का काम जारी है।
पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा
हरिपुर। कांगड़ा जिला के सकरी गांव के दरग्याह में मधुमक्खियों के हमले से एक बुजुर्ग की मौत हो गई है। बुजुर्ग बकरियां चराने जंगल गया था। वहां पर मधुमक्खियों के झुंड ने हमला बोल दिया।
बता दें कि हरिपुर पुलिस थाना के अंतर्गत निकटवर्ती गांव सकरी (दरग्याह) का किकर सिंह (70) रोज की तरह बकरियों को लेकर जंगल की तरफ निकला। बकरियां चराते मधुमक्खियों ने किकर सिंह पर हमला कर दिया। मधुमक्खियों के हमले से बचकर बुजुर्ग ने भागने की कोशिश तो वह दौड़ते हुए गिर गया। मधुमक्खियां बुजुर्ग किकर के ऊपर आकर बैठ गई।
गांव के एक व्यक्ति ने जब देखा तो उसने शोर मचाकर लोगों को इकट्ठा किया। लोगों ने धुआं डालकर मधुमक्खियों को भगाया। मामले की सूचना किकर सिंह के परिजनों को दी। बुजुर्ग व्यक्ति को सीएचसी नगरोटा सूरियां ले जाया गया। अस्पताल में चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मामले की सूचना हरिपुर पुलिस स्टेशन में दी गई। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर शव कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। शव को पोस्टमार्टम के लिए देहरा अस्पताल भेज दिया। हरिपुर पुलिस स्टेशन के एसएचओ मनजीत सिंह मनकोटिया ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि धारा 174 के तहत कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। बुधवार करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
धर्मशाला। कांगड़ा जिला के धर्मशाला में जून माह के अंतिम सप्ताह के मंगलवार को भारतीय थल सेना की अग्निवीर भर्ती रैली आयोजित की जाएगी। यह जानकारी डीसी कांगड़ा हेमराज बैरवा ने यहां अधिकारियों के साथ अग्निवीर भर्ती के आयोजन बारे बैठक में दी।
उन्होंने बताया यह भर्ती जून माह के अंत में साईं सिंथेटिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स धर्मशाला में आयोजित होगी। बैठक में उन्होंने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को अपने-अपने विभाग से संबंधित कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिए।
डीसी कांगड़ा ने कहा कि सेना की इस अग्निवीर भर्ती में लगभग 6 हजार प्रतिभागियों के आने की उम्मीद है। इस अग्निवीर भर्ती के लिए एसडीएम नोडल अधिकारी और तहसीलदार मजिस्ट्रेट अधिकारी नियुक्त रहेंगे।
उन्होंने अभ्यर्थियों के ठहरने के लिए उचित प्रावधान करने के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ठहरने के प्रबंधों बारे विस्तृत प्रचार किया जाए, ताकि अभ्यर्थियों को इसकी जानकारी मिल सके।
उन्होंने किसी भी तरह की अप्रिय घटना से निपटने के लिए फायर टीम को तैयार रहने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने भर्ती के दौरान अभ्यर्थियों की सहूलियत के लिए पानी की उचित व्यवस्था, बसों की सुविधा, वाहन पार्किंग की सुविधा दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
उन्होंने सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरा समय पर दुरुस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने बैठक में बिजली सुविधा, पानी की सुविधा, स्वास्थ्य सुविधा, इन्टरनेट सुविधा, सफाई व्यवस्था के कार्यों को समयबद्ध पूरा करने के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।
भर्ती के प्रचार के कार्य को पूरा करने के लिए उन्होंने जिला लोक संपर्क अधिकारी को निर्देश दिए। भर्ती में अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र की जांच के लिए उन्होंने नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए।
अनुबंध अवधि पूरी होने के बाद भी अभी तक नियमित नहीं
धर्मशाला। हिमाचल में करीब 1164 पटवारियों का नियमितीकरण का इंतजार लंबा हो गया है। लोकसभा चुनाव के चलते आचार संहिता लगने कारण इनका नियमितीकरण रुक गया है।
अगर लोकसभा चुनाव के बाद नियमितीकरण होता है तो इन्हें वित्तीय नुकसान होगा। साथ ही अन्य सुविधाओं से भी वंचित हो जाएंगे।
बता दें कि राजस्व विभाग में 1164 पदों (बैच 2019-20) पर प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात भर्ती हुई थी। इस बैच के सभी अभ्यर्थियों का विभागीय प्रशिक्षण 15 जून, 2020 को आरंभ हुआ।
15 नवंबर, 2021 को अनुबंध कर्मचारी के तौर पर नियुक्ति हुई। 15 नवंबर, 2021 से 31 मार्च, 2024 तक लगभग 2 साल 4 महीने 15 दिन का समय बीत चुका है।
हिमाचल में अनुबंध अवधि दो साल है। ऐसे में पटवारियों को उम्मीद थी कि हर साल की तरह 31 मार्च के बाद सरकार की नोटिफिकेशन के अनुसार नियमित किए जाएंगे। अभी एक माह पूरा होने को आ गया और कहा जा रहा है चुनाव आयोग से मंजूरी नहीं मिल रही है।
ऐसे में पटवारियों के नियमितीकरण उम्मीदें धराशायी होती दिख रही हैं। पटवारी चुनाव आयोग से मांग कर रहे हैं कि उन्हें नियमित करने के लिए मंजूरी प्रदान की जाए। क्योंकि पहले भी आचार संहिता के दौरान अनुबंध कर्मी नियमित होते आए हैं।
इसको लेकर 26 अप्रैल को पटवार कानूनगो महासंघ इकाई नगरोटा बगवां ने एसडीएम मुनीष कुमार शर्मा के माध्यम से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और मुख्य चुनाव अधिकारी हिमाचल प्रदेश मनीष गर्ग को ज्ञापन भेजा था।
वहीं, 27 अप्रैल को कांगड़ा जिला की हरिपुर तहसील के तहत कार्य कर रहे अनुबंध पटवारियों ने तहसीलदार हमीरपुर के माध्यम से ज्ञापन भेजा है।
हरिपुर। अनुबंध अवधि पूरा कर चुके पटवारियों ने नियमित करने को आवाज बुलंद की है। पटवारियों ने कांगड़ा जिला की तहसील हरिपुर के तहसीलदार सुरेश कुमार के माध्यम से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और मुख्य चुनाव आयुक्त मनीष गर्ग को ज्ञापन भेजा है।
तहसील हरिपुर के तहत आते पटवारी भरदूं दीपक कुमार, पटवारी हरिपुर जिन्नी कुमारी, पटवारी धार शिव कुमार, पटवारी बंगोली बबीता रानी और पटवारी सकरी नीलम कुमारी ने बताया कि वर्ष 2019 बैच के पटवारियों को वर्ष 2021-22 में अनुबंध के आधार पर नियुक्त किया गया था।
सरकारी अधिसूचना के अनुसार उनकी सेवाओं को 1 अप्रैल 2024 से नियमित किया जाना था। क्योंकि उन्होंने 31 मार्च 2024 से पहले दो वर्ष की अनुबंध अवधि पूरी कर ली है, लेकिन लोकसभा चुनाव के चलते पटवारियों की नियमित प्रक्रिया पर रोक लगी है।
इसके चलते पटवारियों ने एक पत्र निर्वाचन आयोग को इस संबंध में अनुमति देने के लिए भेजा है। यदि चुनाव प्रक्रिया संपन्न होने के बाद इन कर्मचारियों की सेवाएं नियमित की जाती हैं तो कर्मचारी वित्तीय एवं अन्य सुविधाओं से वंचित हो जाएंगे।
उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की है कि नियमित करने को लेकर मंजूरी प्रदान की जाए, ताकि समय रहते उन्हें नियमित किया जा सके।
26 अप्रैल को पटवार कानूनगो महासंघ इकाई नगरोटा बगवां ने भी एसडीएम मुनीष कुमार शर्मा के माध्यम से मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू तथा मुख्य चुनाव अधिकारी हिमाचल प्रदेश मनीष गर्ग को ज्ञापन भेजा था। ज्ञापन में लिखा गया था कि राजस्व विभाग में 1164 पदों पर बैच 2019-20 में प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात भर्ती हुई थी।
इस बैच के सभी अभ्यर्थियों का विभागीय प्रशिक्षण 15 जून 2020 को आरंभ हुआ। 15 नवंबर 2021 को अनुबंध कर्मचारी के तौर पर नियुक्ति हुई। 15 नवंबर 2021 से 31 मार्च 2024 तक लगभग 2 साल 4 महीने 15 दिन का समय बीत चुका है।
हिमाचल में अनुबंध अवधि दो साल है। ऐसे में पटवारियों को उम्मीद थी कि हर साल की तरह 31 मार्च के बाद सरकार की नोटिफिकेशन के अनुसार नियमित किए जाएंगे। अभी एक माह पूरा होने को आ गया और कहा जा रहा है चुनाव आयोग से मंजूरी नहीं मिल रही है।
उन्होंने कहा कि पहले भी आचार संहिता के दौरान नियमित होते आए हैं। चुनाव आयोग से आदर्श आचार संहिता के दौरान नियमितकरण मंजूरी प्रदान करवाने की मांग की है।
एक परिवार के चार लोग घायल, दूसरे पक्ष को भी आईं चोटें
पालमपुर। कहा जाता है कि अक्सर झगड़े की जड़ जर, जोरू और जमीन होती है। हिमाचल के कांगड़ा जिला पालमपुर में भी जमीन के लिए खून बहा है। इस दौरान डंडे और दराट चले। दो पक्षों में हुई मारपीट में एक पक्ष के चार लोग घायल हुए हैं। इनमें दो मेडिकल कॉलेज टांडा रेफर किए गए हैं।
दो को पालमपुर अस्पताल में उपचार दिया है। साथ ही दूसरे पक्ष के लोगों को भी सिर पर चोटें आई हैं। एक पक्ष की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर दूसरे पक्ष से बाप और बेटे को हिरासत में लिया है। दूसरे पक्ष ने भी पुलिस में शिकायत सौंपी है।
बता दें कि दोनों पक्षों में काफी पुराना जमीनी विवाद चल रहा था। मामला कोर्ट में भी पहुंचा था। कोर्ट ने एक पक्ष के हक में फैसला सुनाया था। फैसले से दूसरा पक्ष संतुष्ट नहीं था और दूसरे पक्ष को शिकायत थी। इसी के चलते एक पक्ष रत्न चंद, उनका बेटा मदन लाल भाटिया, बहू संतोष कुमारी और पोते केशव और दूसरे पक्ष हरबंस, उनके बेटे के बीच कहासुनी हो गई।
कहासुनी खूनी संघर्ष में बदल गई। रत्न चंद, उनका बेटा मदन लाल भाटिया, बहू संतोष कुमारी और पोते केशव को घायल अवस्था में पालमपुर अस्पताल लाना पड़ा। दो लोग मेडिकल कॉलेज टांडा रेफर किए गए हैं।
मदन लाल भाटिया द्वारा पुलिस में दी शिकायत में बताया है कि हरबंस और उनके बेटे ने उन पर डंडे और दराट से हमला किया, जिससे वह, उनके पिता, पत्नी और बेटा घायल हो गए। दूसरे पक्ष से हरबंस और उनके बेटे को भी चोट लगी है। उन्होंने भी पुलिस थाना पालमपुर में शिकायत दी है।
लोगों को एक बात तो समझनी होगी कि जमीन सहित अन्य कोई भी विवाद है, उनको या तो बातचीत करके हल किया जा सकता है या फिर कोर्ट या पुलिस थाना के माध्यम से हल किया जा सकता है।
मारपीट, हमला, लड़ाई झगड़ा इसका हल नहीं है। कई बार व्यक्ति गुस्से में ऐसा कर जाता है कि उसे बाद में पछताना पड़ता है। इसके बाद भी कोई हल नहीं निकलता है। समस्या ज्यों की त्यों ही बनी रहती है। उल्टा व्यक्ति नई परेशानियां मोल ले लेता है। जमीन का टुकड़ा किसी की भी जिंदगी से कीमती नहीं हो सकता है। लोगों को संयम बरतना बहुत जरूरी है।
एएसपी कांगड़ा हितेश लखनपाल ने लोगों से आह्वान किया है कि कानून विवाद को कोर्ट के माध्यम से सुलझाएं या पुलिस से पास आएं। अपने स्तर पर कुछ ऐसा न करें, जिससे बाद में परेशानी उठानी पड़े। उन्होंने कहा कि गुस्से में लोग ऐसा कर तो देते हैं पर बाद में पछताना पड़ता है।
धर्मशाला। पंजाब बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान धर्मशाला जिला कांगड़ा द्वारा बेरोजगार युवतियों के लिए 6 मई 2024 से ब्यूटी पार्लर का निशुल्क प्रशिक्षण शुरू करवाने जा रहा है।
आरसेटी की निदेशक गरिमा ने बताया कि 30 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में ग्रामीण क्षेत्र की युवतियां भाग ले सकती हैं, जिन्हें स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इसके बाद उन्हें बैंक से ऋण भी प्रदान करवाया जाएगा। निदेशक ने बताया कि जिला कांगड़ा में 18 से 45 वर्ष की उम्र के बीच के युवाओं को स्वरोजगार स्थापित करने के लिए निशुल्क प्रशिक्षण प्रदान करवाता है, जिसमें प्रशिक्षणार्थी के रहने, खाने पीने, यूनिफॉर्म, ट्रेनिंग मटेरियल आदि सस्थांन के द्व्रारा ही प्रदान किया जाएगा।
प्रशिक्षण प्राप्त करने के इच्छुक युवक एवं युवतियां नजदीक गर्वमेंन्ट कॉलेज ओडिटोरियम सिविल लाइन धर्मशाला, पीएनबी ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान कांगड़ा में संपर्क कर सकते हैं।
अधिक जानकारी के लिए संस्थान के निदेशक गरिमा से उनके दूरभाष नंबर 9459900660 एवं ऑफिस नंबर 01892227122 पर संपर्क कर सकते हैं।
प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे, जिसके माघ्यम से प्रशिक्षणार्थी स्वंय रोजगार स्थापित करने के लिए हमारे माध्यम से जिला कांगड़ा के किसी भी बैंक से ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं।
हरिपुर। कांगड़ा जिला के हरिपुर, गुलेर, नंदपुर और आसपास के क्षेत्र के लोगों को लंबे अरसे के बाद ट्रेन इंजन का हॉर्न सुनाई दिया। पठानकोट-जोगिंदर नगर रेलवे ट्रैक पर आज नूरपुर रोड से कोपड़ लाहड़ तक रेल इंजन दौड़ा। इंजन गुलेर रेलवे स्टेशन पर भी रुका।
बता दें कि पठानकोट-जोगिंदर नगर रेल ट्रैक पर जोगिंदर नगर से कोपड़ लाहड़ तक ट्रैक पहले ही क्लेयर है और ट्रेन दौड़ रही है। नूरपुर रोड से कोपड़ लाहड़ तक ट्रेन बंद है। क्योंकि कोपड़ लाहड़ के पास बरसात में भारी भूस्खलन के चलते ट्रैक बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ है।
वहीं, गुलेर से ज्वालामुखी के बीच भी ट्रैक क्षतिग्रस्त हुआ था। ट्रैक की मरम्मत के बाद नूरपुर रोड से पहले चरण के ट्रायल का आयोजन किया। इसमें नूरपुर रोड से कोपड़ लाहड़ तक रेल इंजन चलाया गया।
पहले चरण के ट्रायल के सफल होने के बाद डिब्बों के साथ ट्रेन का दूसरा ट्रायल किया जाएगा। यह ट्रायल भी सफल रहता है तो नूरपुर रोड से जोगिंदर नगर ट्रैक पर ट्रेन दौड़ेगी। पठानकोट से नूरपुर रोड तक ट्रक चक्की पुल से टूटने से बंद है। पुल का काम जारी है। अगले 6 माह बाद पुल का निर्माण कार्य पूरा हो सकता है।