शिमला। राजधानी शिमला स्थित हनुमान मंदिर जाखू में लगे एस्केलेटर अष्टमी, नवमी और हनुमान जयंती पर केवल एक दिशा में ऊपर की ओर ही चलाए जाएंगे। इस संबंध में उपमंडल दंडाधिकारी शिमला शहरी भानु गुप्ता ने लिखित आदेश जारी किए हैं।
आदेशानुसार 17 अप्रैल नवमी और 23 अप्रैल हनुमान जयंती के अवसर पर मंदिर परिसर में भक्तों की भारी भीड़ होने की आशंका रहती है। इसके चलते मंदिर परिसर में लगे एस्कलेटर इन दिनों केवल ऊपर की ओर ही चलाए जाएंगे। ऊपर से नीचे की ओर आने के लिए भक्तों को पैदल मार्ग का उपयोग करना होगा।
शिमला। विश्व प्रसिद्ध हनुमान मंदिर जाखू शिमला में बना एस्केलेटर फिर बंद हो गया। गुड फ्राइडे की छुट्टी के दिन श्रद्धालु जाखू मंदिर तो पहुंचे लेकिन उन्हें पैदल ही मंदिर तक जाना पड़ा। 17 मार्च रविवार को छुट्टी वाले दिन भी एस्केलेटर बंद हो गया था।
वहीं, कंपनी ने तर्क दिया था कि मेंटेनेंस और क्वालिटी चेक के चलते इसे बंद रखा गया है, लेकिन सवाल यह है कि अभी एस्केलेटर को शुरू हुए 15 दिन ही हुए हैं और दो बार बंद हो चुका है।
पहली बार तो शुरू होने के दो दिन बाद ही बंद हो गया था। बता दें कि जाखू मंदिर में एस्केलेटर का शुभारंभ मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 14 मार्च, 2024 को किया था। शुभारंभ वाले दिन भी एस्केलेटर हांफ गया था।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू व डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री को पैदल ही एस्केलेटर की सीढ़ियों को चढ़ना पड़ा था। दो चरणों मे बने इस एस्केलेटर में जैसे ही मुख्यमंत्री व डिप्टी सीएम दूसरे एस्केलेटर पर पहुंचे वह भी कुछ दूरी तक चला और बंद पड़ गया।
बाबा बालक नाथ मंदिर से दो चरणों में बना यह एस्केलेटर कुल 46.46 मीटर लंबा है और अंतिम छोर हनुमान जी की प्रतिमा के पास पहुंचता है। एस्केलेटर के चलते बुजुर्ग लोगों को मंदिर के लिए लगभग 106 सीढ़ियां चढ़कर नहीं जाना पड़ेगा।
साढ़े आठ करोड़ की लागत से इसका निर्माण किया गया है। लेकिन बार-बार हांफने के चलते लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। लोगों ने मांग की है कि इसका कोई स्थाई हल निकाला जाए।
शिमला। विश्व प्रसिद्ध हनुमान मंदिर जाखू शिमला में बना एस्केलेटर शुरू होने के दो दिन बाद ही बंद हो गया। रविवार को मंदिर में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें देखने को मिली, लेकिन एस्केलेटर बंद होने की वजह से पैदल ही मंदिर तक जाना पड़ा।
वहीं, कंपनी के कर्मचारी ने बताया कि पिछले कल तक एस्केलेटर चला था, लेकिन आज यानी रविवार को मेंटेनेंस और क्वालिटी चेक के चलते इसे बंद रखा गया है।
वहीं, नगर निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने बताया कि कंपनी प्रबंधन ने उन्हें सूचित किया था कि मेंटेनेंस के चलते व वीकली ट्रायल के चलते आज एस्केलेटर को बंद रखा जाएगा। कल से दोबारा एस्केलेटर चल पड़ेगा।
बता दें कि स्मार्ट सिटी मिशन के तहत बने एस्केलेटर पर लगभग साढ़े आठ करोड़ की लागत आई है। बाबा बालक नाथ मंदिर से दो चरणों में बना यह एस्केलेटर कुल 46.46 मीटर लंबा है और अंतिम छोर हनुमान जी की प्रतिमा के पास पहुंचता है।
वीरवार को सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एस्केलेटर का शुभारंभ किया था। शुभारंभ के समय भी एस्केलेटर हांफ गया था। दो दिन बाद रविवार को भी एस्केलेटर बंद हो गया। हालांकि, बंद करने के पीछे तर्क मेंटेनेंस और क्वालिटी चेक का दिया जा रहा है।