शिमला। हिमाचल में 17 फरवरी, 2024 से मौसम बिगड़ सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की अपडेट के अनुसार 18 से 21 फरवरी तक एक दो स्थानों पर ओले पड़ने और भारी बारिश व बर्फबारी की संभावना है। इसको लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
पिछले 24 घंटे में हिमाचल में मौसम शुष्क रहा है। निचली पहाड़ियों और मैदानी क्षेत्रों के लिए औसत न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे था और मध्य व ऊंची पहाड़ियों के लिए औसत न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे रहा है।
हिमाचल में औसत अधिकतम तापमान सामान्य से काफी ऊपर था। वीरवार को कुकुमसेरी का सबसे कम न्यूनतम तापमान -09.3 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है। बुधवार को ऊना का सबसे अधिक उच्चतम तापमान 26.2 डिग्री था।
236 दुकानें 1668 गौशालाएं और 101 लेबर शेड व पुल ध्वस्त
शिमला। हिमाचल में इस बार मानसून कहर बनकर बरस रहा है। इससे जान व माल का रिकॉर्ड नुकसान हो चुका है। चिंता इस बात की है कि अगले कुछ दिन तक बारिश से राहत के आसार नहीं है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 28 जुलाई तक के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
मौसम केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल के अनुसार बीते 24 घंटे में प्रदेश के कई इलाकों बारिश हुई है। प्रदेश में अब तक भारी बारिश से जान और माल दोनों को रिकॉर्ड नुकसान हुआ है। 24 जून से अब तक फ्लैश फ्लड व लैंडस्लाइड की चपेट में आने से 168 लोगों की जान जा चुकी है।
प्रदेश में 5361 करोड़ रुपए की निजी व सरकारी संपत्ति बारिश की भेंट चढ़ चुकी है। प्रदेश में 669 घर पूरी तरह जमींदोज हो गए हैं, जबकि 5491 घरों को आंशिक क्षति पहुंची है। 236 दुकानें 1668 गौशालाएं और 101 लेबर शेड व पुल ध्वस्त हुए हैं। इससे हजारों लोग बेघर हुए हैं।
भारी बारिश के कारण आई आपदा की वजह से 566 सड़कें बंद पड़ी हैं। इससे प्रदेशवासियों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई है। चिंता इस बात की है कि प्रदेश में आगे भी मौसम साफ होने की संभावना नहीं है। बार-बार हो रही बारिश सड़कों की बहाली के काम में बाधा उत्पन्न कर रही है।
ताजा अपडेट के अनुसार हिमाचल प्रदेश में अगले 48 घंटे के दौरान चंबा, कांगड़ा, शिमला, कुल्लू, मंडी, बिलासपुर, सोलन व सिरमौर जिले में भारी बारिश हो सकती है। इसके लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान कुछेक स्थानों पर बादल फटने जैसी घटनाएं भी हो सकती है।
इसे देखते हुए जनता को सावधानी बरतने, लैंडस्लाइड संभावित क्षेत्रों व उफनते नदी-नालों के आसपास नहीं जाने की एडवाइजरी जारी की गई है। हालांकि, 29 जुलाई से प्रदेश में मानसून की बारिश में कुछ कमी देखने को मिल सकती है।