धर्मशाला। एशियाई खेल 2023 में भारत को स्वर्णिम विजय दिलाने वाली महिला कबड्डी टीम ने पूरे देश को गौरवान्वित किया है। यह उद्गार डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने शुक्रवार को डीसी ऑफिस में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतने वाली महिला कबड्डी टीम की दो खिलाड़ी पुष्पा राणा और ज्योति ठाकुर को सम्मानित करने के दौरान व्यक्त किए। डीसी ने हिमाचल से संबंध रखने वाली भारत की इन दो बेटियों का अभिवादन कर एशियाई खेलों में उनके द्वारा किए गए प्रदर्शन और परिश्रम को सराहा।
उन्होंने कहा कि इन बेटियों ने अनुकरणीय खेल कौशल और अदम्य भावना का प्रदर्शन करते हुए हिमाचल का ही नहीं अपितु पूरे देश का नाम विश्व भर में ऊंचा किया है। उन्होंने कहा कि इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन से राज्य की अन्य बेटियां और युवा इस मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित होंगे। उन्होंने दोनों खिलाड़ियों से उनकी तैयारी से लेकर स्वर्ण पदक जीतने तक की यात्रा के बारे में चर्चा की।
डीसी ने धर्मशाला में खेल से जुड़ी सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए दोनों गोल्ड मेडलिस्ट खिलाड़ियों से सुझाव मांगें। उन्होंने धर्मशाला में खेल व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के लिए दोनों खिलाड़ियों द्वारा दिए गए सुझावों पर गंभीरता से कार्य करने की बात कही, जिससे आने वाले समय में भी यहां से देश के लिए पदक लाने वाले खिलाड़ी तैयार हो सकें।
जिला प्रशासन के सहयोग को किया याद
इस दौरान दोनों खिलाड़ियों पुष्पा राणा और ज्योति ठाकुर ने जिला प्रशासन के सहयोग को याद करते हुए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि कोरोना के समय जब सब प्रकार का प्रशिक्षण रुक गया था तथा खिलाड़ियों को अभ्यास करने में दिक्कत आ रही थी, तब जिला प्रशासन कांगड़ा ने राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र साई धर्मशाला में उनके प्रशिक्षण और अभ्यास के लिए विशेष सहयोग किया था।
उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की आवश्यकताओं को समझते हुए जिला प्रशासन ने उस समय बड़े खुले हृदय से व्यवस्थाओं को उपलब्ध करवाया था, जिसके कारण हमारा अभ्यास कभी रुका नहीं।
बता दें कि एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय कबड्डी टीम में पांच महिला खिलाड़ियों का संबंध हिमाचल से है। इनमें दो बेटियां पुष्पा राणा और ज्योति ठाकुर राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र साई धर्मशाला की प्रशिक्षु हैं। इसके साथ ही ऋतु नेगी और सुषमा शिलाई तथा निधि बिलासपुर से ताल्लुक रखती हैं।
डीसी कांगड़ा ने इस दौरान कबड्डी टीम की सभी खिलाड़ियों को उनकी उपलब्धि पर हार्दिक बधाई प्रेषित की तथा साई धर्मशाला के अन्य प्रशिक्षु से आशा व्यक्त की कि वे भी इन प्रतिभाओं से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ेंगे और देश का नाम रोशन करेंगे।
उत्कृष्टता केंद्र साई धर्मशाला की प्रशिक्षु हैं दो खिलाड़ी
धर्मशाला। हिमाचल की पांच बेटियों ने एशियाई खेलों में धाक जमाई है। भारतीय कबड्डी टीम ने स्वर्ण पदक जीता है। इन बेटियों पर सबको नाज है।
राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र धर्मशाला के प्रभारी राकेश जस्सल ने कहा कि एशियाई खेलों में भारतीय कबड्डी टीम ने भारत को स्वर्ण पदक दिलाया है।
भारतीय कबड्डी टीम में हिमाचल की पांच बेटियों ने अपना योगदान भी दिया है।
उन्होंने कहा कि दो बेटियां पुष्पा राणा और ज्योति ठाकुर राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र साई धर्मशाला की प्रशिक्षु हैं। इसके साथ ही ऋतु नेगी तथा सुषमा शिलाई तथार, निधि बिलासपुर से ताल्लुक रखती हैं।
इन बेटियों ने अनुकरणीय खेल कौशल और अदम्य भावना का प्रदर्शन करते हुए हिमाचल का ही नहीं अपितु पूरे देश का नाम विश्व भर में उंचा किया है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र साई धर्मशाला को अपने खिलाड़ियों एवं एथलीटों के शानदार प्रदर्शन पर गर्व है और केंद्र सरकार के निर्देशानुसार खेलों के ऐसे माहौल को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है जो प्रतिभा को पोषित करता है तथा प्रतिभा को आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करता है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र धर्मशाला की ओर से कबड्डी टीम की सभी खिलाड़ियों को उनकी उपलब्धि पर हार्दिक बधाई भी प्रेषित की है ताकि साई धर्मशाला के अन्य प्रशिक्षु भी इन प्रतिभाओं से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ें और देश का नाम रोशन करें।
भारत ने एशियन गेम्स 2023 में अपना 25वां गोल्ड मेडल जीता
नई दिल्ली। एशियन गेम्स 2023 में भारतीय खिलाड़ी रिकॉर्ड तोड़ते जा रहे हैं। भारत ने 100 का जादुई पार कर लिया है। हालांकि मेडल पाने का सिलसिला अभी थमा नहीं है। चीन के हांगझोऊ में चल रही एशियन गेम्स 2023 में भारत का शानदार प्रदर्शन अभी जारी है।
हिमाचल की बेटी रितु नेगी की कप्तानी में भारतीय महिला कबड्डी टीम ने गोल्ड मेडल पर कब्जा जमा लिया है। इसी के साथ भारत ने अपने 100 मेडल जीतने के वादे को भी निभाया। इस खबर से देशभर के साथ हिमाचल में खुशी की लहर है।
भारतीय महिला कबड्डी टीम ने शनिवार को फाइनल मुकाबले में चीनी ताइपे को केवल एक अंक के अंतर से मात देकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। सांस थाम देने वाले फाइनल में भारत ने चीनी ताइपे को 26-25 के स्कोर से हराया। भारतीय महिला कबड्डी टीम के सहारे देश ने एशियन गेम्स 2023 में अपना 25वां गोल्ड मेडल जीता।
रितु नेगी के गांव शिलाई जिला सिरमौर में जबरदस्त खुशी का माहौल है। रितु के पिता भवान सिंह नेगी ने बताया कि सांसें रोक देने वाले फाइनल मुकाबले को सुबह सात बजे से ही गांव के सभी लोगों ने टीवी पर लाइव देखा।
जीत के बाद मिठाई बांटकर सेलिब्रेशन हो रही है। भवान सिंह नेगी कहा कि चीन ने फाइनल में भारत को कड़ी टक्कर दी। उन्होंने बताया कि सांस रोक देने वाले इस मैच के दौरान दो-तीन बार पानी पीना पड़ा। रितु के पिता रिटायर टीचर और माता हाउस वाइफ हैं।
भारत को कबड्डी में स्वर्ण पदक दिलाने में हिमाचल प्रदेश की एक नहीं बल्कि पांच बेटियों का योगदान है। रितु नेगी के अलावा चार अन्य बेटियां भी भारतीय कबड्डी टीम में शामिल हैं इसलिए यह पूरे प्रदेश के लिए भी गौरव का क्षण है। इनमें तीन बेटियां प्लेइंग-7 का हिस्सा रही। अकेले शिलाई क्षेत्र की तीन बेटियां भारतीय कबड्डी टीम में हैं।
हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर के शिलाई क्षेत्र के शोरंग गांव की बेटी रीतू नेगी की कप्तानी में भारतीय महिला कबड्डी टीम ने देश के लिए स्वर्ण पदक जीतकर देश व प्रदेश को अंतराष्ट्रीय पटल पर गौरवान्वित किया है। इस जीत के साथ भारत ने एशियन गेम्स में 100 पदक जीतकर इतिहास रच दिया है।… pic.twitter.com/Ao6EtINKKn
रितु नेगी ने बतौर कप्तान टीम का नेतृत्व किया, जबकि शिलाई के मिला गांव की पुष्पा राणा (ऑलराउंडर) और सोलन की निधि शर्मा (रेडर) ने भी फाइनल मुकाबले में शानदार प्रदर्शन किया। शिलाई की सुषमा शर्मा और बिलासपुर की ज्योति ठाकुर भी भारतीय कबड्डी टीम का हिस्सा रही।
बता दें कि कबड्डी टीम की कप्तान रितु नेगी अभी भारतीय रेलवे में नौकरी कर रही है। इससे पहले रितु नेगी 2011 में जूनियर महिला एशियन गेम्स में बतौर कप्तान भारत को गोल्ड मेडल दिला चुकी हैं। साल 2018 में जकार्ता में खेले गए एशियन गेम्स में बतौर रेडर खेलते हुए रजत पदक दिलाया।
नेपाल में 2019 में खेली गई एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाली टीम में प्लेइंग-7 में रही। रितु नेगी ने कबड्डी का प्रशिक्षण बिलासपुर स्थित होस्टल से लिया। साल 2014 से वह प्रदेश से बाहर है और रेलवे की ओर से खेलती आ रही है।