शिमला। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू को सर्टिफिकेट ऑफ एक्सीलेंस’ से सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू को सशक्त राजनीतिक नेतृत्व तथा लोकतांत्रिक मूल्यों को सुदृढ़ कर जनहित और जन कल्याण के लिए यह सम्मान मिला है।
मुख्य संसदीय सचिव राम कुमार चौधरी के साथ वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के अधिकारियों सुमित सिंगला और जसवीर सिंह ने मुख्यमंत्री को यह सम्मान प्रदान किया। इस उपलक्ष्य में वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की केंद्रीय कार्य समिति और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने मुख्यमंत्री के उत्कृष्ट कार्यों की सराहना की है।
धर्मशाला। एशियाई खेल 2023 में भारत को स्वर्णिम विजय दिलाने वाली महिला कबड्डी टीम ने पूरे देश को गौरवान्वित किया है। यह उद्गार डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने शुक्रवार को डीसी ऑफिस में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतने वाली महिला कबड्डी टीम की दो खिलाड़ी पुष्पा राणा और ज्योति ठाकुर को सम्मानित करने के दौरान व्यक्त किए। डीसी ने हिमाचल से संबंध रखने वाली भारत की इन दो बेटियों का अभिवादन कर एशियाई खेलों में उनके द्वारा किए गए प्रदर्शन और परिश्रम को सराहा।
उन्होंने कहा कि इन बेटियों ने अनुकरणीय खेल कौशल और अदम्य भावना का प्रदर्शन करते हुए हिमाचल का ही नहीं अपितु पूरे देश का नाम विश्व भर में ऊंचा किया है। उन्होंने कहा कि इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन से राज्य की अन्य बेटियां और युवा इस मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित होंगे। उन्होंने दोनों खिलाड़ियों से उनकी तैयारी से लेकर स्वर्ण पदक जीतने तक की यात्रा के बारे में चर्चा की।
डीसी ने धर्मशाला में खेल से जुड़ी सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए दोनों गोल्ड मेडलिस्ट खिलाड़ियों से सुझाव मांगें। उन्होंने धर्मशाला में खेल व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के लिए दोनों खिलाड़ियों द्वारा दिए गए सुझावों पर गंभीरता से कार्य करने की बात कही, जिससे आने वाले समय में भी यहां से देश के लिए पदक लाने वाले खिलाड़ी तैयार हो सकें।
जिला प्रशासन के सहयोग को किया याद
इस दौरान दोनों खिलाड़ियों पुष्पा राणा और ज्योति ठाकुर ने जिला प्रशासन के सहयोग को याद करते हुए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि कोरोना के समय जब सब प्रकार का प्रशिक्षण रुक गया था तथा खिलाड़ियों को अभ्यास करने में दिक्कत आ रही थी, तब जिला प्रशासन कांगड़ा ने राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र साई धर्मशाला में उनके प्रशिक्षण और अभ्यास के लिए विशेष सहयोग किया था।
उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की आवश्यकताओं को समझते हुए जिला प्रशासन ने उस समय बड़े खुले हृदय से व्यवस्थाओं को उपलब्ध करवाया था, जिसके कारण हमारा अभ्यास कभी रुका नहीं।
बता दें कि एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय कबड्डी टीम में पांच महिला खिलाड़ियों का संबंध हिमाचल से है। इनमें दो बेटियां पुष्पा राणा और ज्योति ठाकुर राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र साई धर्मशाला की प्रशिक्षु हैं। इसके साथ ही ऋतु नेगी और सुषमा शिलाई तथा निधि बिलासपुर से ताल्लुक रखती हैं।
डीसी कांगड़ा ने इस दौरान कबड्डी टीम की सभी खिलाड़ियों को उनकी उपलब्धि पर हार्दिक बधाई प्रेषित की तथा साई धर्मशाला के अन्य प्रशिक्षु से आशा व्यक्त की कि वे भी इन प्रतिभाओं से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ेंगे और देश का नाम रोशन करेंगे।
मुख्यमंत्री 13 अक्टूबर को शिमला में करेंगे सम्मानित
मंडी। आपदा प्रबंधन में उत्कृष्ट कार्य के लिए डीसी मंडी समेत जिले के 5 अधिकारी राज्य स्तर पर सम्मानित होंगे। इसके साथ ही सामाजिक संस्था श्रेणी में राधा स्वामी सत्संग ब्यास मंडी के क्षेत्रीय सचिव को भी पुरस्कृत किया जाएगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू 13 अक्टूबर को शिमला में आपदा प्रबंधन-समर्थ अभियान के तहत होने वाले कार्यक्रम में इन सभी को सम्मानित करेंगे। डीसी अरिंदम चौधरी को आपदा के समय में मंडी जिले में उम्दा टीम लीडर के रूप में शानदार कार्य के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा।
सम्मान पाने वालों में डीसी मंडी के अलावा जिले के बालीचौकी उपमंडल के एसडीएम मोहन शर्मा, तहसीलदार नितेश ठाकुर तथा बीडीओ सुरेंद्र ठाकुर, जिला रेडक्रॉस सोसाइटी के सचिव ओपी भाटिया तथा राधा स्वामी सत्संग ब्यास मंडी के क्षेत्रीय सचिव चेत राम कौंडल शामिल हैं।
मंडी अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी डॉ. मदन कुमार ने बताया कि मानसून में भारी बारिश से उत्पन्न आपदा के समय में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देशारूप डीसी अरिंदम चौधरी की अगुवाई में जिले के अधिकारियों-कर्मचारियों ने लोगों की सुरक्षा और उन्हें राहत देने के लिए बहुत हिम्मत और जज्बे से काम किया है।
सामाजिक संस्थाओं ने भी इसमें बहुत सहयोग किया। अपने कर्तव्य का उत्कृष्टता से पालन करने और आपदा प्रबंधन में बेहतर कार्य के लिए प्रदेश सरकार ऐसे अधिकारियों एवं संस्थाओं को सम्मानित करने जा रही है। इससे जनसुरक्षा के लिए जी-जान से काम करने वालों को और प्रोत्साहन मिलेगा।
बता दें कि भारी बारिश और बाढ़ से बालीचौकी उपमंडल में बहुत विकट परिस्थिति बन गई थी। अनेक जगह रास्ते ध्वस्त हो गए थे, जिससे लोगों तक पहुंचना कठिन हो गया था। ऐसी ही एक घटना में बालीचौकी के खोलानाल में बादल फटने के कारण उस इलाके का बाहरी दुनिया से संपर्क कट गया था । ऐसे समय में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देशों के अनुरूप प्रशासन ने लोगों की सुरक्षा तय बनाने को तत्परता से कार्य किया।
सड़क संपर्क न होने की वजह से वहां पहुंचना बेहद कठिन था, लेकिन एसडीएम मोहन शर्मा, तहसीलदार नितेश ठाकुर तथा बीडीओ सुरेंद्र ठाकुर ने एनडीआरएफ की टीम के साथ 25 किलोमीटर कठिन पैदल यात्रा कर खोलानाल पहुंच कर 50 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकालने तथा उन्हें राहत शिविरों में पहुंचाने के ऑपरेशन को हिम्मत के साथ पूरी सटीकता और सफलता से अंजाम दिया था।
वहीं, जिला रेडक्रॉस सोसाइटी मंडी ने आपदा के समय में राहत शिविरों में भोजन तथा स्वास्थ्य व्यवस्था के प्रबंध के साथ साथ जिले में प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री वितरित कर बड़े पैमाने पर लोगों की मदद की। इसमें सचिव ओपी भाटिया का बड़ा महत्वपूर्ण रोल रहा।
आपदा की घड़ी में राधा स्वामी सत्संग ब्यास संस्था ने जिला प्रशासन को पूरा सहयोग प्रदान किया । संस्था द्वारा जहां प्रभावित लोगों के लिए नगवांई में अपने भवन में ठहरने व खाने की सुविधा उपलब्ध करवाई गई, वहीं अनेक राहत शिविरों में खाना भी उपलब्ध करवाया गया।
शिमला। हिमाचल के बिलासपुर जिले की युवा उद्यमी कीर्ति चंदेल को यूनाइटेड नेशन वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन से पुरस्कार मिला है।
यह पुरस्कार विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर पर्यटन क्षेत्र में कृत्रिम मेधा (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) को बढ़ावा देने के लिए दिया गया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने युवा उद्यमी कीर्ति चंदेल को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि यह राज्य के लिए गर्व की बात है कि लड़कियां सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ रही हैं।
उनकी इस उपलब्धि से अन्य लड़कियों को अपने सपनों को पूरा करने और प्रदेश का नाम रोशन करने की प्रेरणा मिलेगी। बता दें कि कीर्ति चंदेल ने विश्व स्तर पर पर्यटन और गूगल एल्सका की तरह “वू-हू” तकनीक को इजाद किया है।
डीसी ने सिद्वपुर की 101 वर्षीय तिलको को दिया प्रशस्ति पत्र
धर्मशाला/हमीरपुर। अंतरराष्ट्रीय वृद्वजन दिवस पर चुनाव आयोग के दिशा निर्देशों पर जिला प्रशासन ने कांगड़ा जिला में 468 शतकवीर मतदाताओं को सम्मानित किया गया। डीसी डॉ निपुण जिंदल ने धर्मशाला के वार्ड नंबर 16 सिद्वपुर में 101 वर्षीय तिलको देवी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इसके साथ ही जिला के विभिन्न उपमंडलों में उपमंडलाधिकारियों, तहसीलदारों तथा बूथ लेवल अधिकारियों ने सौ वर्ष की आयु (शतकवीर) पूर्ण कर चुके मतदाताओं को उनके घर जाकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डीसी डॉ निपुण जिंदल ने कहा कि चुनाव आयोग की ओर से वृद्वजनों के लिए घर पर ही वोट डालने की सुविधा भी प्रदान की गई है, ताकि सभी वृद्वजन लोकतंत्र के सुदृढ़ीकरण में अपना रचनात्मक सहयोग सुनिश्चित कर सकें।
डीसी डॉ निपुण जिंदल ने कहा कि सरकार की ओर भी वृद्वजनों के कल्याण के लिए अनेक कार्यक्रम तथा योजनाएं आरंभ की गई हैं तथा इन योजनाओं का सुचारू कार्यान्वयन भी सुनिश्चित किया जा रहा है, ताकि वृद्वजनों को किसी भी तरह की दिक्कत पेश नहीं आए।
जिला कांगड़ा में ‘सेहत सेवा अभियान’ के अंतर्गत बुजुर्गों और वरिष्ठ नागरिकों के 6 सप्ताह के लिए एक विशेष अभियान चलाया गया। डीसी ने बताया कि ‘सेहत सेवा अभियान’ के अंतर्गत बुजुर्गों की देखभाल, चिकित्सा जांच, संवाद, मनोरंजन और उनके सम्मान से जुड़े पहलुओं पर विशेष तौर पर फोक्स किया गया था।
हमीरपुर जिला में निर्वाचन विभाग के अधिकरियों और कर्मचारियों ने 100 वर्ष से अधिक आयु के वयोवृद्ध मतदाताओं के घर जाकर सम्मानित किया। डीसी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी हेमराज बैरवा ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के मतदाता जागरुकता कार्यक्रम ‘स्वीप’ के तहत एक विशेष पहल के माध्यम से जिले के पांचों उपमंडलों में शतकवीर मतदाताओं को सम्मानित किया गया।
उन्होंने कहा कि ये मतदाता हम सबके लिए प्रेरणास्रोत हैं। इस दौरान निर्वाचन विभाग के तहसीलदार उपेंद्रनाथ शुक्ला, नायब तहसीलदार दीपक महाजन और अन्य कर्मचारी वयोवृद्ध मतदाताओं के घर पहुंचे और इन वयोवृद्ध मतदाताओं को सम्मानित किया।
कुल्लू।हिमाचल की कुल्लू पुलिस के 11 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को डीजीपी डिस्क से सम्मानित किया गया है। कानून-व्यवस्था एवं सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने में किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए हिमाचल के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल द्वारा शिमला में आयोजित समारोह में उक्त पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को डीजीपी (DGP) डिस्क से सम्मानित किया।
डीजीपी डिस्क से सम्मानित होने वाले पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों में एसपी कुल्लू साक्षी वर्मा कार्तिकेयन, एएसपी आशीष शर्मा, डीएसपी राजेश कुमार, इंस्पेक्टर कुलवंत सिंह, एसआई धीरज सेन, एसआई भूप सिंह, एएसआई (ASI) नवनीत कुमार, मुख्य आरक्षी जगदीश कुमार, मुख्य आरक्षी अनुपम कुमार, आरक्षी प्रेम नाथ व आरक्षी सतीश कुमार शामिल हैं।
कुल्लू पुलिस ने डीजीपी डिस्क से सम्मानित होने वाले सभी पुलिस अधिकारियों तथा कर्मचारियों को शुभकामनाएं दी हैं। बता दें कि शिमला के गेयटी थियेटर में आयोजित समारोह में हिमाचल पुलिस के 304 अधिकारियों और कर्मचारियों को डीजीपी डिस्क देकर सम्मानित किया है। इनमें 11 कुल्लू जिला से हैं।
शिमला।हिमाचल प्रदेश पुलिस 3 सितंबर 2023 को प्रतिष्ठित डीजीपी डिस्क सम्मान समारोह का आयोजन कर रही है। समारोह मल्टीपर्पज हॉल गेयटी थिएटर रिज शिमला में होगा। सम्मान समारोह में राज्यपाल हिमाचल प्रदेश शिव प्रताप शुक्ल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे।
डीजीपी डिस्क अभिनंदन समारोह का उद्देश्य कानून और व्यवस्था बनाए रखने, जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने और कानून के शासन को बनाए रखने में पुलिस अधिकारियों द्वारा किए गए उत्कृष्ट योगदान को पहचानना और जश्न मनाना है। कार्यक्रम के दौरान पुलिस विभाग के लगभग सभी रैंकों के कुल 304 (वर्ष 2018 से 2021) पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा।
प्रथम श्रेणी प्रशांसा पत्र और नकद पुरस्कार की मंजूरी
केलांग। हिमाचल की अटल टनल रोहतांग में तैनात 42 पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया गया है। यह सम्मान सार्वजनिक कर्तव्यों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और समर्पण के लिए दिया गया है। डीजीपी हिमाचल संजय कुंडू ने जिला लाहौल स्पीति पुलिस कर्मियों और अटल टनल रोहतांग नॉर्थ पोर्टल यूनिट को प्रथम श्रेणी प्रशांसा पत्र और प्रत्येक कर्मचारी को 500 रुपए के नकद पुरस्कार को मंजूरी दी है।
जिला लाहौल एवं स्पीति पुलिस के कुल 17 कर्मियों और अटल टनल रोहतांग नॉर्थ पोर्टल के कुल 25 कर्मियों को लोक कल्याण के प्रति उनके समर्पण और प्रतिबद्धता के लिए सम्मानित किया गया है।
बता दें कि टनल पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है। काफी संख्या में पर्यटक यहां आते हैं। इस बार बर्फबारी के दीदार को काफी संख्या में पर्यटक टनल रोहतांग पहुंचे। पर्यटकों की इच्छा भी पूरी है और 29 और 30 दिसंबर को बर्फबारी हुई है। बर्फबारी में पर्यटकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना सबसे बड़ी चुनौती होती है। अटल टनल रोहतांग में तैनात कर्मियों ने इस दायित्व को बसूबी निभाया है।
लाहौल स्पीति पुलिस ने सुनिश्चित किया कि अटल टनल रोहतांग के माध्यम से काफी संख्या में जिले में आने वाले पर्यटकों को सुखद, सुरक्षित और यादगार अनुभव मिले। विभिन्न बचाव अभियान भी चलाए हैं, जिससे शून्य से नीचे के तापमान में जिले में आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।