धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU), क्षेत्रीय केंद्र धर्मशाला के निदेशक प्रोफेसर डीपी वर्मा ने बताया कि रीजनल सेंटर द्वारा शिक्षा सत्र 2023-24 के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरु कर दी गई है। उन्होंने बताया कि रीजनल सेंटर में प्रवेश पाने के लिए विद्यार्थी 26 जुलाई, 2023 शाम 5 बजे तक आवेदन कर सकते हैं।
इन विषयों में प्रवेश परीक्षा के आधार पर होगा दाखिला
उन्होंने बताया कि संस्कृत, हिन्दी, अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, राजनीति शास्त्र, इतिहास तथा लोक प्रशासन विषयों में एमए तथा एमकॉम, एमएससी गणित, एमबीए, एमसीए व एलएलबी विषयों में प्रवेश परीक्षा के आधार पर ही दाखिला होगा। उन्होंने बताया कि जिन छात्रों ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला में प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन किया था तथा संबंधित विषय की प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण की है, वे विद्यार्थी उपरोक्त विषयों के लिए आवेदन कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि सत्र 2023-24 में एम.एस.सी भूगर्भ शास्त्र (जियोलॉजी) और पी.जी.डी.सी.ए में प्रवेश मेरिट के आधार पर होगा। उन्होंने बताया कि इन विषयों में प्रवेश परीक्षा नहीं होने के कारण, इनमें पूर्व कक्षाओं में प्राप्त अंक के आधार पर ही मेरिट बनेगी। इन विषयों में प्रवेश के इच्छुक अभ्यर्थी अपना आवेदन 26 जुलाई शाम 5 बजे तक रीजनल सेंटर में जमा करवा सकते हैं।
प्रो. डीपी वर्मा ने बताया कि उपरोक्त सभी विषयों में प्रवेश लेने के इच्छुक अभ्यर्थी हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.hpuniv.ac.in तथा रीजनल सेंटर धर्मशाला की वेबसाइट www.hpuniv.ac.in/university-detail/home.php/regional-center-dharamshala से विवरणिका तथा प्रवेश प्रपत्र (प्रवेश फार्म) डाउनलोड कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि अभ्यर्भी प्रवेश परीक्षा में अर्जित अंक सहित प्रवेश प्रपत्र 26 जुलाई, 2023 शाम 5 बजे तक क्षेत्रीय केंद्र मोहली खनियारा, धर्मशाला के कार्यालय में जमा करवा सकते हैं।
सोलन। हिमाचल में हुई भारी बारिश के कारण चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाईवे-5 पर कई जगह भूस्खलन हुआ है। एनएच परवाणू के पास चक्की मोड़, कुमारहट्टी के पास पट्टा मोड़ आदि में क्षतिग्रस्त है। शिमला-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर आज रात भी मरम्मत का काम किया जाएगा, जिसके चलते आज रात भी कई जगह पर हाईवे बंद रहेगा।
नेशनल हाईवे से जाने वाले लोगों को ट्रैफिक जाम से बचने और अनावश्यक स्टॉपेज प्वाइंट्स पर इंतजार करने से बचने के लिए जिला सोलन द्वारा वैकल्पिक ट्रैफिक प्लान बनाया गया है, जो चार्ट में दिया गया है। इसका पालन करके आप सुगमता से अपने गंतव्य तक पहुंच सकते हैं। जो लोग इस प्लान के बजाय हाईवे से जाने के इच्छुक होंगे। उन्हें हाईवे पर चल रहे काम के बंद होने के बाद ही निकाला जाएगा।
शिमला-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग सुबह 4 बजे तक सभी प्रकार के वाहनों के लिए पूरी तरह से बंद जाएगा। आप सभी से अनुरोध है कि अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें जैसा कि नीचे दिए गए मानचित्र में दिखाया गया है …
शिमला। हिमाचल में भारी बरसात से हुई तबाही के बाद कुल्लू में निरीक्षण करने पहुंचे विक्रमादित्य सिंह के अवैध खनन वाले बयान पर सरकार दोफाड़ नजर आ रही है। जहां प्रदेश में हुई आपदा के लिए पीडब्ल्यूडी मंत्री अवैध खनन को कारण बता रहे हैं तो वहीं उद्योग मंत्री ने पीडब्ल्यूडी मंत्री के इस बयान को बचकाना बयान करार दिया है।
बीते दिनों प्रदेश में हुई तबाही के बाद सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह आपदा प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने कुल्लू पहुंचे। इस दौरान विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रदेश में हुई तबाही के लिए सिर्फ प्राकृतिक आपदा को जिम्मेदार कहना ठीक नहीं है। उन्होंने कुल्लू में भारी मात्रा में अवैध खनन की बात कही और उसके खिलाफ एक्शन लेने की भी बात कही।
वहीं इस पर उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान का कहना है कि प्रदेश में जो नुकसान प्राकृतिक आपदा के कारण हुआ है, इसके लिए खनन को दोषी ठहराना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि खनन की छुटपुट घटनाएं हैं, लेकिन इतने बड़े स्तर पर अवैध खनन नहीं है। उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि वह विक्रमादित्य सिंह के इस बयान से सहमत नहीं हैं। हर्षवर्धन चौहान ने पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह के इस बयान को बचकाना बयान करार दिया। उन्होंने विक्रमादित्य के इस बयान पर सवाल खड़े करते हुए पूछा कि प्रदेश के हर क्षेत्र में भारी बारिश ने नुकसान किया है, वहां पर कहां अवैध खनन किया जा रहा था?
उधर, हिमाचल को पानी रोकने की सलाह देने वाले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के बयान पर पलटवार करते हुए हर्षवर्धन चौहान ने इसे गैर जिम्मेदाराना और बचकाना बयान करार दिया है। बता दें कि भारी बरसात के बाद पंजाब में भी बाढ़ के हालात हैं। ऐसे में भगवंत मान ने प्रदेश सरकार पर तंज कसते हुए कहा था कि पानी पर सेस लगाने और 7 फीसदी रॉयल्टी मांगने वाला हिमाचल अपना पानी रोक कर बताए।
इस पर पलटवार करते हुए उद्योग मंत्री ने कहा कि पानी तो नीचे की ओर ही बहेगा।ऐसे संकट के समय में जब भारी बरसात से बड़ा नुकसान हुआ है। ऐसी मुश्किल समय में मुख्यमंत्री पद पर बैठे व्यक्ति को इस तरह की बयानबाजी नहीं करनी चाहिए। हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का यह बयान गैर जिम्मेदाराना और पूरी तरह बचकाना है।
शिमला। तीन दिन आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु शुक्रवार को शिमला पहुंचे और उन्होंने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में तीन दिन तक लगातार हुई बारिश ने भारी तबाही मचाई है। सरकार ने इस आपदा में पहले फंसे हुए लोगों को रेस्क्यू किया। 75 हजार में से 67 हजार पर्यटकों को सुरक्षित निकाल दिया गया है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने बताया कि कसोल में कुछ पर्यटक फंसे हैं उनके पास खाने-पीने का सामान पहुंचाया जा रहा है। अभी तक इस आपदा में 103 लोगों की मौत हो गई है जबकि 16 लोग गुम है हालांकि किसी भी पर्यटक की मौत नहीं हुई है।
उन्होंने बताया कि चार हजार करोड़ का अनुमानित नुकसान बढ़कर आठ से नौ हजार करोड़ हो गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात हुई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दो हजार करोड़ की राहत की मांग की गई है। उन्होंने बताया कि 188 करोड़ की राहत 12 जिलों को प्रदेश सरकार ने दी है। वहीं, प्रदेश सरकार ने 315 करोड़ जो आपदा का केंद्र के पास पिछला बकाया है उसकी मांग की गई है।
मुख्यमंत्री ने चंद्रताल में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा प्रदेश के लिए बेहद मुश्किल वक़्त था चारो तरफ प्राकृतिक आपदा से हो रही आपदा के बीच लोगों का जीवन बचाना मुश्किल काम था, लेकिन सरकार ने पूरी तैयारी के साथ स्थिति को संभाला और सब जगह एक साथ “ऑपरेशन जीवन” चलाकर लोगों के जीवन बचाने में सफलता हासिल की।
ऐसे हालातों में स्थानीय लोगों के साथ ऐसे सैलानी जिनका कोई पता नहीं था उन तक पहुंचना और उनको सुरक्षित बचाना हमारी सरकार की सबसे बड़ी सफलता है। मुख्यमंत्री ने कहा आज किन्नौर से आते हुए 9 लोगों को अपने साथ लेके आया हूं और 119 और लोगों को सांगला से सफल रेस्क्यू किया गया।
उन्होंने कैबिनेट मंत्री जगत नेगी और मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी की सराहना करते हुए कहा कि 62 साल की उम्र में कम ऑक्सीजन वाले क्षेत्र में जाने का साहस दिखाया और रेस्क्यु ऑपरेशन में लगे लोगों का मनोबल बढ़ाया जिसके चलते ये असम्भव सा काम थोड़े ही समय में सफल हो गया।
कुल्लू, मनाली, किन्नौर, लाहौल स्पीति, चंबा, सिरमौर जो सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र है वहां से अधिकांश लोगों को सफलतापूर्वक रेस्क्यु कर उनको उनके गंत्वय की और भेज दिया गया है। अकेले कुल्लू मनाली में लगभग 70 हज़ार के करीब सैलानी फंसे थे जिनमें से 60 हज़ार लोगों को घर भेज दिया गया है। 10 हज़ार लोग अपनी गाड़ियां छोड़ कर नहीं जाना चाह रहे हैं इसलिए वहां रुके हैं।
सुक्खू ने कहा कि हिमाचल में आपदा राहत कोष 2023 बनाया गया है। लोगों से इसमें सहयोग की अपील की गई है। इसमें कांग्रेस विधायक व मंत्रियों ने एक महीने का वेतन, आईएएस HAS एसोसिएशन ने एक दिन की सैलरी आपदा राहत कोष में देने का फैसला लिया है। इसके अलावा 1100 करोड़ राज्य ने इस आपदा के लिए जारी किया है जिसमें 610 करोड़ पीडब्ल्यूडी और 218 करोड़ आईपीएच के लिए जारी किया है।
नई दिल्ली। भारत के लिए आज बड़ा दिन है। चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग के 3 साल 11 महीने और 23 दिन बाद भारत ने आज चंद्रयान-3 मिशन लॉन्च किया। दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर आंध्र प्रदेश में श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से बाहुबली रॉकेट LVM3-M4 से इसे स्पेस में भेजा गया है।
16 मिनट बाद चंद्रयान को रॉकेट ने ऑर्बिट में प्लेस किया। इसरो चीफ एस सोमनाथ ने इस सक्सेसफुल लॉन्च के बाद कहा कि चंद्रयान 3 ने चंद्रमा की ओर अपनी यात्रा शुरू कर दी है।
चंद्रयान-3 स्पेसक्राफ्ट के तीन लैंडर/रोवर और प्रोपल्शन मॉड्यूल हैं। करीब 40 दिन बाद, यानी 23 या 24 अगस्त को लैंडर और रोवर चांद के साउथ पोल पर उतरेंगे। ये दोनों 14 दिन तक चांद पर एक्सपेरिमेंट करेंगे।
प्रोपल्शन मॉड्यूल चंद्रमा के ऑर्बिट में रहकर धरती से आने वाले रेडिएशन्स की स्टडी करेगा। मिशन के जरिए इसरो पता लगाएगा कि लूनर सरफेस कितनी सिस्मिक है, सॉइल और डस्ट की स्टडी की जाएगी।
अगर मिशन सक्सेसफुल रहा तो अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत ऐसा करने वाला चौथा देश बन जाएगा। अमेरिका और रूस दोनों के चंद्रमा पर सक्सेसफुली उतरने से पहले कई स्पेस क्राफ्ट क्रैश हुए थे। चीन 2013 में चांग’ई-3 मिशन के साथ अपने पहले प्रयास में सफल होने वाला एकमात्र देश है।
चंद्रयान-3 का बजट लगभग 615 करोड़ रुपए है। इससे 4 साल पहले भेजे गए चंद्रयान 2 की लागत भी 603 करोड़ रुपए थी। हालांकि, इसकी लॉन्चिंग पर भी 375 करोड़ रुपए खर्च हुए थे।
चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग से पहले पीएम मोदी ने मिशन के लिए शुभकामनाएं दीं। भारत के स्पेस सेक्टर में 14 जुलाई 2023 की तारीख हमेशा सुनहरे अक्षरों में अंकित रहेगी। हमारा तीसरा चंद्र मिशन चंद्रयान-3 अपनी यात्रा पर निकलेगा। यह मिशन हमारे राष्ट्र की आशाओं और सपनों को आगे बढ़ाएगा। चंद्रयान-3 मिशन के लिए शुभकामनाएं!
मंडी। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, भाजपा हिमाचल अध्यक्ष डा राजीव बिंदल आदि प्राकृतिक आपदा से देवभूमि हिमाचल में हुई क्षति व राहत व बचाव कार्यों का अवलोकन व निरीक्षण करने के लिए मंडी पहुंचे। मंडी स्थित पंचवक्त्र महादेव मंदिर व आस-पास की जगहों पर जाकर निरीक्षण किया।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने फेसबुक पर पोस्ट डालकर लिखा कि केंद्र सरकार हर परिस्थिति में हिमाचल के साथ खड़ी है। राहत-बचाव व पुर्नवास में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
किसानों को 8.28 करोड़ व बागवानों को 90 लाख का नुकसान
सोलन। भारी वर्षा के कारण अभी तक सोलन जिला में 141 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान होने की संभावना है और यह आंकड़ा बढ़ रहा है। यह जानकारी स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. कर्नल धनीराम शांडिल ने दी है। डॉ. शांडिल वर्षा से हुए नुकसान के बारे में उपायुक्त कार्यालय सोलन के सभागार में अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि सोलन जिला में गत कई दिनों से हो रही भारी वर्षा के कारण अभी तक सड़कों एवं पुलों के क्षतिग्रस्त होने, जल शक्ति विभाग की विभिन्न पेयजल एवं सिंचाई योजनाओं को हुए नुकसान, प्रदेश विद्युत बोर्ड की विद्युत लाइनें एवं विद्युत केन्द्रों तथा उप केन्द्रों के क्षतिग्रस्त होने, कृषि योग्य भूमि को नुकसान पहुंचने तथा अन्य कारणों से लगभग 141 करोड़ रुपए से अधिक के नुकसान की जानकारी प्राप्त हुई है।
राजस्व विभाग द्वारा अन्य नुकसान का आकलन किया जा रहा है। ज़िला में भारी वर्षा के कारण हुए भूस्खलन से तीन व्यक्तियों की मृत्यु भी हुई है। डॉ. शांडिल ने कहा कि भारी वर्षा के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 05 शिमला-परवाणू पर भूस्खलन के कारण अनेक स्थानों पर यातायात बार-बार बाधित हो रहा है।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को निर्देश दिए गए हैं कि इस महत्वपूर्ण राजमार्ग पर वाहनों की निर्बाध आवाजाही के लिए सभी एहतियाती उपाय अपनाए जाएं। सोलन ज़िला में 111 मार्ग अवरूद्ध हुए हैं और 40 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है। ज़िला में अवरुद्ध 78 मार्ग खोल दिए गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ज़िला में अभी तक जल शक्ति विभाग की 113 सिंचाई एवं पेयजल योजनाओं को पुनः आरम्भ कर दिया गया है। जिला में अन्य सिंचाई योजनाओं को शीघ्र आरम्भ करने का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। उन्होंने कहा कि सोलन शहर की पेयजल आपूर्ति योजना को आरम्भ कर दिया गया है।
डॉ. शांडिल ने कहा कि पूरे जिला में विद्युत बोर्ड द्वारा हर सम्भव प्रयास कर विद्युत आपूर्ति सुचारू करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। विद्युत बोर्ड को अभी तक लगभग 6 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। जिला सोलन में अभी तक किसानों को लगभग 8.28 करोड़ रुपए का तथा बागवानों को 90 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। राजस्व विभाग द्वारा अन्य नुकसान का आकलन किया जा रहा है।
डॉ. शांडिल ने कहा कि वर्षा के कारण हुई क्षति एवं आमजन को राहत पहुंचाने के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू स्वयं दूर दराज कि इलाके में जाकर जायजा ले रहे हैं।
विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी स्थिति से निपटने और क्षतिग्रस्त मार्गों, पुलों तथा योजनाओं को सुचारू बनाने के लिए निरंतर कार्यरत हैं और शीघ्र ही आवश्यक आपूर्ति श्रृंखला को सुचारू कर दिया जाएगा। सोलन के शामती में 25 भवन क्षतिग्रस्त होने से लगभग 70 परिवार प्रभावित हुए हैं ।
उन्होंने कहा कि यह एक प्राकृतिक आपदा है। उन्होंने केन्द्र सरकार से इसे राष्ट्रीय आपदा के रूप में घोषित करने तथा भारी वर्षा से हुए नुकसान के लिए भरपूर सहायता उपलब्ध करवाने की मांग की। गांव की सड़कें किसानों की भाग्य रेखाएं हैं। उन्होंने गांव के अवरुद्ध मार्ग मनरेगा के तहत ठीक करवाने के निर्देश दिए। अतिरिक्त उपायुक्त सोलन अजय यादव ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया।
इस अवसर पर जोगिन्द्रा सहकारी बैंक के अध्यक्ष मुकेश शर्मा, नगर निगम सोलन के पार्षद सरदार सिंह ठाकुर, नगर निगम सोलन के मनोनीत पार्षद रजत थापा, खण्ड कांग्रेस सोलन के अध्यक्ष संजीव ठाकुर, शहरी कांग्रेस सोलन के अध्यक्ष अंकुश सूद, उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा, पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह, नगर निगम सोलन के आयुक्त ज़फ़र इकबाल, उपमण्डलाधिकारी सोलन कविता ठाकुर, उपमण्डलाधिकारी कण्डाघाट सिद्धार्थ आचार्य, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोलन डॉ. राजन उप्पल, तहसीलदार सोलन मुल्तान सिंह बनियाल, जल शक्ति विभाग के अधीक्षण अभियंता मुकेश हीरा, सहायक आयुक्त डॉ. स्वाति गुप्ता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
सुंदरनगर। मंडी जिला के सुंदरनगर में बीएसएल पुलिस थाना के तहत एक दर्दनाक सड़क हादसा पेश आया है। देव कमरूनाग के दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं से भरी गाड़ी गहरी खाई जा गिरी। हादसे में पांच लोगों की मौत हुई है जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों को मेडिकल कॉलेज नेरचौक में उपचार के लिए भर्ती किया गया है।
जानकारी के अनुसार हादसा गुरुवार देर रात हुआ है। बीएसएल पुलिस थाना के तहत कुछ लोग कमरूनाग मंदिर में दर्शन कर लौट रहे थे। कुशला गांव के समीप गाड़ी (एचपी 31-8349) अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। गाड़ी में सवार 5 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हादसे की खबर लगते ही पुलिस व स्थानीय लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और घायलों व मृतकों के शवों को खाई से बाहर निकाला।
डीएसपी दिनेश कुमार की अगुवाई में बीएसएल पुलिस थाना की टीम भी मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। देर रात अंधेरा होने के कारण पुलिस व स्थानीय लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। कड़ी मशक्कत के बाद घायलों व मृतकों के शवों को सड़क तक पहुंचाया गया।
मृतकों की पहचान लाला राम (50) पुत्र गंगू राम गांव डोलधार, रूप लाल (50) पुत्र परस राम गांव डोलधार, सुनिल कुमार (36) पुत्र बेशर राम गांव पंजराह, गोबिन्द राम (60) पुत्र रघुराम गांव डोलधार, मोहण (50) पुत्र किरपा राम गांव कुशला के रूप में हुई है।
वहीं, हादसे में चालक अनिल दत्त (51) पुत्र स्वर्गीय रुप चंद गांव कोलथी, संजीव कुमार (38) पुत्र केशव दत गांव पंजराह, किरपा राम (38) पुत्र मजरू राम गांव पौडाकोठी, कमल कुमार (22) तुला राम गांव डोलाधार घायल हुए हैं।
हादसे का पता चलते ही नाचन विधानसभा क्षेत्र के विधायक विनोद कुमार ने भी देर रात सिविल अस्पताल सुंदरनगर व मेडिकल कॉलेज नेरचौक पहुंच कर घायलों का हाल जाना और उन्हें हर संभव मदद देने का भरोसा दिया। डीएसपी सुंदरनगर दिनेश कुमार ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच की जा रही है।
हरिपुर। देहरा उपमंडल में हरिपुर थाना के अंतर्गत भटोली फकोरियां पौंग बांध किनारे मिले दो शवों में से एक की पहचान हो गई है। इनमें से एक शव पुलिस थाना गगल के तहत सनौरा निवासी रंजीत (48) का है। रंजीत के भाई रणवीर ने शव की शिनाख्त की है। रंजीत होमगार्ड जवान रह चुका है।
जानकारी के अनुसा सनौरा निवासी रंजीत कुछ दिन पहले सराह और मांझी खड्ड के संगम स्थल पर किसी व्यक्ति के अंतिम संस्कार के लिए गया था। खड्ड में पानी का बहाव ज्यादा होने के चलते वह डूब गया था। मामले की सूचना पुलिस थाना गगल को दी गई थी। सूचना मिलने पर पुलिस थाना गगल से टीम मौके पर पहुंची।
धर्मशाला से भी टीम को मौके पर बुलाया गया था। टीमों ने रंजीत की तलाश को सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लग पाया था। पौंग बांध किनारे गुरुवार को दो अज्ञात शव मिले। इनमें से एक शव रंजीत का है जबकि दूससे शव की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है।
पुलिस ने जिले के बाहर पुलिस थानों में मेल भेज दी है। पुलिस ने अपील की है अगर किसी को भी लगे कि ये उनके परिवार के सदस्य या जानकार हो सकते हैं तो पुलिस थाना हरिपुर में दूरभाष नंबर 01970-265020 पर संपर्क कर सकते हैं।
शिमला। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण काफी जगह भूस्खलन जैसी घटनाएं हुई हैं जिनके चलते शुक्रवार को भी कुछ मार्ग अवरुद्ध हैं। हम आपको जिलावार जानकारी दे रहे हैं कि कौन सा मार्ग अभी तक अवरुद्ध है और कौन सा सुचारू …
बारिश के कारण चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाईवे-5 पर कई जगह भूस्खलन हुआ है। एनएच परवाणू के पास चक्की मोड़, कुमारहट्टी के पास पट्टा मोड़ आदि में क्षतिग्रस्त है। ताजा अपडेट के अनुसार शिमला-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर आज रात भी मरम्मत का काम किया जाएगा, जिसके चलते आज रात भी कई जगह पर हाईवे बंद रहेगा।
मनाली लेह NH-03 सभी प्रकार के वाहनों के लिए खुला है।
दारचा शिंकुला मार्ग सभी प्रकार के वाहनों के लिए बन्द है।
पांगी किलाड़ SH-26 सभी प्रकार के वाहनों के लिए तिन्दी तक खुला है।
काजा सड़क NH-505 ग्राम्फू से काजा सभी वाहनों के लिए बन्द है तथा सुमदो से लोसर सभी वाहनों के लिए खुला है
कुल्लू जिले के लिए अपडेट
जिला कुल्लू की बंजार विधानसभा क्षेत्र की औट से जलोड़ी सड़क एनएच 305 सभी तरह के वाहनों के लिए खुला है। लारजी से सैंज सड़क वाया विहाली खुली है। बंजार से गुशैनी सड़क खुली है।
पुलिस चौकी कमान्द से सुचना प्राप्त हुई है कि मंडी कुल्लू वाया कमांद कटोला सड़क मार्ग जो कि गोडा फार्म के पास भूस्खलन के कारण बंद हो गया था अब इसे वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है।
मनाली-कुल्लू सड़क छोटे वाहनों के लिए बहाल होने पर अभी तक मनाली से लगभग 3749 पर्यटक वाहनों को सुरक्षित निकाला है ।
चंबा से बग्गा सड़क और बग्गा से खड़ामुख सड़क बग्गा और लोथल में अवरुद्ध है।
चंबा से पांगी मार्ग वाया साच पास अवरुद्ध।
खड़ामुख से होली मार्ग विभिन्न स्थानों पर अवरुद्ध।
किन्नौर जिले के लिए अपडेट
सांगला से चित्तकुल मार्ग ब्रुआ में भूस्खलन के कारण अवरुद्ध है।
भूस्खलन के कारण एनएच-05 वांगटू के पास अवरुद्ध है।
पूर्वानी झूला पर सभी प्रकार के वाहनों के लिए सड़क साफ कर दी गई है।
राष्ट्रीय उच्च मार्ग चौरा से वांगतू तक सभी वाहनों की आवाजाही के लिए खुला है लेकिन वांगतू में पिछले कल पत्थर गिरने से राष्ट्रीय उच्च मार्ग बन्द है जिस कारण छोटे वाहनों को JSW के अस्थाई रोड से निकाला जा रहा है।