शिमला। माता श्री चिंतपूर्णी के दर्शन के लिए सरकार द्वारा कोई फीस नहीं लगाई गई है। मंदिर न्यास द्वारा 08 अगस्त, 2023 को सुगम दर्शन प्रणाली नामक स्कीम का आरंभ किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करना, प्रबंधन में सुधार करना, बीमार, वृद्ध एवं दिव्यांगजन आदि को सुगम दर्शन की सुविधा प्रदान करना है।
जो श्रद्धालु माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर न्यास लिफ्ट का उपयोग कर सुगमता से दर्शन करना चाहते है, वह भी एक निश्चितराशि देकर दर्श न कर सकते हैं। यह जानकारी हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र के दौरान श्री नैना देवी जी के विधायक रणधीर शर्मा के सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने दी है।
जानकारी में बताया गया कि इस प्रणाली में माता श्री चिंतपूर्णी के दर्शन करने के लिए तीन लेवल बनाए गए हैं। लेवल 1 के तहत अति विशिष्ट व्यक्तियों (VIPs) के लिए निःशुल्क पास बनाया जाता है। लेवल 2 के तहत वृद्ध, बीमार, दिव्यांगजन आदि मात्र 50 रुपए शुल्क पर अपना प्रमाण पत्र देकर एक परिचारक सहित लिफ्ट का उपयोग कर माताजी के दर्शन कर सकते हैं।
लेवल 3 के तहत कोई भी श्रद्धालु 1100 रुपए शुल्क देकर 4 सदस्यों सहित (कुल 5 सदस्य) लिफ्ट का उपयोग कर माताजी के दर्शन कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त इन श्रद्धालुओं के लिए मंदिर द्वारा निःशुल्क ई-कार्ट लगाई गई है, जोकि बाबा श्री माई दास सदन से लिफ्ट तक चलाई जा रही है।
ऊना। हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा परिवहन विभाग में 1300 VIP वाहन नंबरों की नीलामी के माध्यम से 6 करोड़ रुपए की अतिरिक्त आय अर्जित की गई है। इसके अलावा हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों में भी कुरियर सेवा शुरू की गई है।
इसी प्रकार अन्य संसाधनों के द्वारा प्रदेश में आय बढ़ोतरी के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। यह जानकारी उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने विधानसभा क्षेत्र हरोली के गांव घालुवाल में हरोली मिलन कार्यक्रम के दौरान दी।
बता दें कि VIP नंबरों की बोली के लिए विभाग की वेबसाइट himachal.nic.in पर जब जून माह में VIP नंबरों की बोली लगना शुरू हुई तो लोगों ने बढ़चढ़कर इससे हिस्सा लिया। अपने मनपसंद नंबर के लिए लोगों ने लाखों की बोलियां लगाई। इनमें कुछ बोलियां काफी चर्चा में रहीं।
VIP नंबर HP99-9999 के लिए सबसे ज्यादा बोली कोटखाई के इंद्र काल्टा ने बोली लगाई। इंद्र काल्टा ने कुल 29,98,500 की बोली लगाई और इसमें से 4,500 रुपए रिजर्व राशि के तौर पर जमा किए गए। इसके अलावा भी लोगों ने हजारों रुपए की बोली लगाई।
कोटखाई से अरुण नेगी ने HP99-0009 नंबर के लिए 7 लाख 5000 की बोली लगाई जिसमें 22,500 रुपए रिजर्व राशि के तौर पर जमा किए गए। HP990010 के लिए 90,000 की बोली SRI HARIHAR HOSPITALS PVT LTD ने लगाई। HP990011 के लिए 60000 की बोली RAJESH CHAUHAN ने लगाई।
आप भी बोली लगाना चाहते हैं तो वीआईपी नंबरों की बोली के लिए विभाग की वेबसाइट himachal.nic.in पर जाकर e-Auction fancy numbers का ऑपशन दिखाई देगा जिस पर क्लिक करने के बाद login के लिए user id और पासवर्ड देना होगा। इसके बाद आप मनचाहे नंबर की बोली लगा सकते हैं।
चिंतपूर्णी मंदिर में 1100 रुपए शुल्क वसूलने के फैसले को कहा दुर्भाग्य पूर्ण
शिमला। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला में स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां चिंतपूर्णी मंदिर में VIP दर्शनों के लिए 1100 रुपए शुल्क लगाने को लेकर विपक्ष ने सरकार को आड़े हाथ लिया है। पूर्व मंत्री बिक्रम ठाकुर ने सरकार के इस निर्णय की कड़े शब्दों में निंदा की है और सरकार से तुरंत इस फैसले को वापस लेने की मांग की है।
बिक्रम ठाकुर ने कहा कि देवभूमि हिमाचल में मंदिरों में दर्शन करने के लिए अब 1100 रुपए चुकाने होंगे जो देव आस्था के साथ भक्तों के साथ किया जाने वाला दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय है। सरकार के इस निर्णय का भाजपा पूरी तरह से विरोध करती है।
उन्होंने प्रदेश की सुक्खू सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि 97% हिन्दू आबादी वाली विचारधारा को हरा कर सरकार बनाने का नारा देने वाले मुख्यमंत्री जो व्यवस्था परिवर्तन कि बात हर मंच से करते हैं उनसे मेरा प्रश्न है कि ये कौन सा व्यवस्था परिवर्तन है जहां लोगों को मंदिर के दर्शन करने के लिए भी शुल्क चुकाना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने VIP कल्चर का खत्म किया है, लेकिन प्रदेश की कांग्रेस सरकार मंदिरों में भी VIP कल्चर को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि सरकार अपने 10 गारंटियों को पूरा करने के लिए मंदिर शुल्क के माध्यम से पैसा एकत्रित करने का प्रयास प्रदेश सरकार द्वारा हो रहा है।
मंदिरों में दर्शन के लिए शुल्क लगाया जाना लोगों कि आस्था के साथ खिलवाड़ है और भारतीय जनता पार्टी इस बात का विरोध करती है। उन्होंने सरकार को चेताया कि यदि अपनी सरकार चलाने व सीपीएस का खर्चा जुटाने के लिए इस तरह के तुगलकी फरमान सरकार द्वारा जारी किए जा रहे हैं तो उन्हें मेरा सुझाव है कि अन्य कोई साधन खोजे। देवभूमि में लोगों की आस्थाओं के साथ न खेलें।
ठाकुर ने कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है, इसका अर्थ यह नहीं कि सरकार इस तरह के फैसले लेकर लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ करे। देवी देवताओं के दर्शन करने के लिए ऐसी व्यवस्था किसी दूसरे धर्मस्थल पर नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार जरा दूसरे धर्मस्थलों पर भी एस तरह के शुल्क लगा कर बताए।
उन्होंने कहा कि मंदिर दर्शन के लिए जिस फार्मूला को प्रदेश सरकार ने बनाया है जिसके अनुसार 500 लोगों को पास दिए जाएंगे व अन्य वीआईपी लोगों के लिए यह दर्शन मुफ्त रहेगा। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खु बताए कि ये वीआईपी की कैटेगरी में कौन आता है?
वो स्थानीय जनता जो वहां के ही हैं वो किस प्रकार दर्शन का लाभ ले पाएंगे जबकि 2500 लोगों के साथ-साथ तथाकथित गणमान्य प्रदेश सरकार द्वारा दी जा रही सुविधा से दर्शन कर रहे होंगे। क्या वो मात्र वहां लाइनों में खड़े होने जाएंगे जबकि जिनसे शुल्क लिया गया है वो प्रथमिकता के आधार पर दर्शन कर सकेंगे।
बिक्रम ठाकुर ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि प्रदेश सरकार इस तरह के निर्णय लेकर आपदा में अवसर ढूंढ़ रही है। मुख्यमंत्री लोगों को राहत देने के बजाय प्रतिदिन इस बात पर विचार करते नजर आते हैं कि प्रदेश कि गरीब जनता की जेब से पैसा निकालने के लिए कौन सा नया क़ानून बनाया जाए। लोगों की आस्थाओं के साथ खिलवाड़ करने वाली सरकार को हिमाचल की जनता जल्द ही आईना दिखाएगी।
शिमला। हिमाचल प्रदेश में VIP नंबरों की बोली लगना शुरू हो गई है। एक बार फिर लोगों ने अपनी पसंद के वीआईपी नंबरों के लिए बोली लगाई। अभी तक अधिकतम बोली करीब 30 लाख रुपए की लगी है।
VIP नंबर HP99-9999 के लिए सबसे ज्यादा बोली कोटखाई के इंद्र काल्टा ने बोली लगाई है। इंद्र काल्टा ने कुल 29,98,500 की बोली लगाई है और इसमें से 4,500 रुपए रिजर्व राशि के तौर पर जमा किए गए हैं। इसके अलावा भी लोगों ने हजारों रुपए की बोली लगाई है।
इसके अलावा कोटखाई से अरुण नेगी ने HP99-0009 नंबर के लिए 7 लाख 5000 की बोली लगाई है जिसमें 22,500 रुपए रिजर्व राशि के तौर पर जमा किए गए हैं। HP990010 के लिए 90,000 की बोली SRI HARIHAR HOSPITALS PVT LTD ने लगाई है। HP990011 के लिए 60000 की बोली RAJESH CHAUHAN ने लगाई है।
आप भी बोली लगाना चाहते हैं तो वीआईपी नंबरों की बोली के लिए विभाग की वेबसाइट himachal.nic.in पर जाकर e-Auction fancy numbers का ऑपशन दिखाई देगा जिस पर क्लिक करने के बाद login के लिए user id और पासवर्ड देना होगा। इसके बाद आप मनचाहे नंबर की बोली लगा सकते हैं।
गौर हो कि भारत सरकार के परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की वेबसाइट पर फरवरी माह में स्कूटी के VIP नंबर की बोली शुरू हुई थी। जिस HP-99-9999 नंबर के लिए यह बोली शुरू हुई थी। यह बोली 1 करोड़ 11 हजार रुपए पहुंच चुकी थी।
तीन आवेदनकर्ताओं ने करोड़ों रुपए की बोली लगाई, लेकिन बोली लगाने वाले लोग फर्जी निकले। इनके एड्रेस भी फर्जी पाए गए। परिवहन विभाग के अतिरिक्त निदेशक हेमिस नेगी का कहना है कि VIP नंबर में फर्जी तरीके से 1 करोड़ से अधिक की बोली लगाई गई। जांच करने पर वह फर्जी निकली। इसके बाद पोर्टल में कुछ नए बदलाव व अपग्रेडशन किए गए और अब फिर से बोली शुरू हो गई है।
इस बार फर्जी बोली का चांस ही नहीं है क्योंकि परिवहन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि फैंसी पोर्टल पर VIP नंबर की बोली लगाने के लिए लोगों को नंबर के बेसिक प्राइस की 30 प्रतिशत राशि पहले ही देनी पड़ेगी। उसके बाद बोली में भाग लिया जा सकता है। अगर किसी नंबर का बेसिक प्राइस 1 लाख रुपए है तो बोली लगाने वाले व्यक्ति को 33 हजार रुपए की राशि बोली लगाने से पहले जमा करनी होगी।
इसके बाद चाहे बोली करोड़ रुपए तक ही क्यों न चली जाए लेकिन व्यक्ति से 33 हजार रुपए की राशि ही ली जाएगी। बोली की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अगर प्रथम बोलीदाता नंबर को नहीं खरीदता है तो उसकी 33 हजार रुपए की राशि वापस नहीं होगी। वह राशि सरकारी कोष में जमा हो जाएगी तथा उस विशेष नंबर के लिए विभाग द्वारा दोबारा बोली की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।