कर्मचारी के खिलाफ केस वापस लेने पर अड़े प्रदर्शनकारी
सलूणी। जिला चंबा की भांदल पंचायत में युवक मनोहर की हत्या के बाद शव की तस्वीरें सार्वजनिक करने के आरोप में एक कर्मचारी को हिरासत में लिया गया है। ग्रामीण इसके विरोध में उतर आए। प्रदर्शनकारी उसके खिलाफ दर्ज किए गया केस वापस लेने पर भी अड़े हुए हैं।
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शुक्रवार को संघणी हत्याकांड संघर्ष समिति के बैनर तले विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने चंबा शहर में एक आक्रौश रैली निकाली। यह रैली चौगान 2 से शुरू हुई और पूरे शहर की परिक्रमा करने के बाद डीसी कार्यालय पहुंची। यहां पर प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन व पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।
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तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए एडीएम अमित मेहरा प्रदर्शनकारियों से मिलने पहुंचे। इस दौरान उन्हें प्रदर्शनकारियों के कई सवालों का सामना करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने शव की तस्वीरें प्रसारित करने के आरोप में कर्मचारी के खिलाफ की गई पुलिस कार्रवाई पर विरोध जताया, वहीं उसके खिलाफ दर्ज किए गए मुकद्दमे को वापस लेने पर अड़े रहे।
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प्रदर्शनकारियों के विरोध को देखते हुए प्रशासन द्वारा कर्मचारी को डीसी कार्यालय के बाहर बुलाया गया। यहां पर प्रदर्शनकारियों ने उसे कंधे पर उठा लिया और जय श्रीराम के जयघोष से उसका स्वागत किया, साथ ही उसकी हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। कर्मचारी सुमित ने बताया कि उसे अस्पताल में हाजिरी नहीं लगाने दी जा रही है। उसे ड्यूटी करने से रोका जा रहा है। पूछने पर उसके सवालों का कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है।
गौर रहे कि 9 जून को भांदल पंचायत में युवक का शव टुकड़ों में बंटा हुआ नाले में मिला था। शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल चंबा लाया गया। यहां पर फॉरेंसिक टीम में शामिल कर्मचारी सुमित पर शव की तस्वीरें सार्वजनिक करने के आरोप में पुलिस ने मुकद्दमा दर्ज कर लिया था और पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था।