शिमला। हिमाचल पुलिस ऑर्केस्ट्रा हारमनी ऑफ द पाइन्स के सफर में बड़ी उपलब्धि जुड़ने वाली है। कलर्स टीवी के कार्यक्रम हुनरबाज देश की शान में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वाला हिमाचल पुलिस ऑर्केस्ट्रा हारमनी ऑफ द पाइन्स दादा साहेब फाल्के पुरस्कार 2023 में जलवा बिखेरेगा। दादा साहेब फाल्के फिल्म फेस्टिवल अवार्ड 2023 20 फरवरी को मुंबई के ताज लैंड्स एंड में होगा।
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार 2023 का आधिकारिक निमंत्रण मिल गया है। हिमाचल प्रदेश पुलिस ऑर्केस्ट्रा हारमनी ऑफ द पाइन्स के सदस्य इंस्पेक्टर विजय कुमार ने आधिकारिक निमंत्रण डीजीपी संजय कुंडू को सौंपा। डीजीपी संजय कुंडू ने दादा साहेब फाल्के पुरस्कार में प्रस्तुति के लिए हारमनी ऑफ द पाइन्स को बधाई दी है।
वर्ष 1996 में शुरू हुए पुलिस आर्केस्ट्रा बैंड के पास कभी अपने यंत्र तक नहीं होते थे और अब इस बैंड ने देशभर में धूम मचा रखी है। यह देश का पहला मान्यता प्राप्त पुलिस आर्केस्ट्रा है।
हिमाचल के डीजीपी संजय कुंडू का कहना है कि हिमाचल प्रदेश पुलिस का आर्केस्ट्रा बैंड पूरे देश में नाम कमा रहा है। पुलिस बैंड को दादा साहेब फालके फिल्म अवार्ड 2023 सेरेमनी में परफॉर्म करने का निमंत्रण मिला है। इससे हम देशभर में अलग पहचान बनाने में कामयाब होंगे।
बैजनाथ। हिमाचल प्रदेश की कांगड़ा घाटी शक्तिपीठों व प्राचीन शिवालयों के लिए विश्व विख्यात है। इसमें जहां प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री ज्वालाजी, चामुंडा और ब्रजेश्वरी धाम कांगड़ा के ऐतिहासिक महत्व का धार्मिक ग्रन्थों में उल्लेख मिलता है वहीं पर कांगड़ा की सुरम्य घाटी में अनेक प्राचीन शिवालय विद्यमान है जिनमें से बैजनाथ स्थित शिवधाम एक हैं जिसके प्रादुर्भाव की कथा दशानन रावण से जुड़ी है। देश विदेश से हर वर्ष लाखों की तादाद में श्रद्धालु व पर्यटक इस घाटी के मंदिरों के दर्शन के अतिरिक्त धौलाधार की हिमाच्छादित पर्वतश्रृंखला की अनुपम छटा का आनंद लेते हैं।
उल्लेखनीय है कि शिवधाम में यूं तो वर्ष भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है लेकिन विशेषकर शिवरात्रि व सावन महीने में इस मंदिर में विशेष मेलों का आयोजन होता है। जिसमें बम बम भोले के उद्घोष से समूची बैजनाथ घाटी गुंजायमान होती है। बताते हैं कि इस मंदिर में प्राचीन शिवलिंग के दर्शन करने से अश्वमेध यज्ञ के समान फल मिलता है।
जनश्रुति के अनुसार बैजनाथ शिव मंदिर में विशेषकर महाशिवरात्रि पर्व पर दर्शन करने का विशेष महत्व है। शिवरात्रि पर्व पर इस मंदिर में प्रातः से ही भोलेनाथ के दर्शन के लिए हजार लोगों का मेला लगा रहता है। इस दिन मंदिर के बाहर रहने वाली बिनवा खड्ड पर बने खीर गंगा घाट में स्नान का विशेष महत्व है। श्रद्धालु स्नान करने के उपरांत शिवलिंग को पंचामृत से स्नान करवा कर उस पर बेलपत्र, फूल भांग, धतूरा इत्यादि अर्पित कर भोले बाबा को प्रसन्न करके अपने कष्टों का निवारण करते हैं।
पौराणिक कथा के अनुसार त्रेतायुग में लंका के राजा रावण ने कैलाश पर्वत पर भगवान शिव की तपस्या की थी। कोई फल न मिलने पर दशानन ने घोर तपस्या प्रारंभ की तथा अपना एक-एक सिर काट कर हवन कुंड में आहुति देकर शिव को अर्पित करना शुरू कर दिया। दसवां और अंतिम सिर कट जाने से पहले शिव जी ने प्रसन्न होकर रावण का हाथ पकड़ लिया उसके सभी सिरों को पुनर्स्थापित कर शिव ने रावण को वर मांगने को कहा। रावण ने अपनी इच्छा प्रकट करते हुए कहा कि वह कैलाशपति को शिवलिंग के रूप को लंका में स्थापित करना चाहता है। महादेव ने उसकी इस मनोकामना को पूरा तो किया पर साथ ही एक शर्त भी रखी कि अगर तुमने शिवलिंग को रास्ते में कही भी रखा तो मैं फिर वहीं रह जाऊंगा और नहीं उठूंगा। रावण ने शर्त मान ली।
शिवजी ने तथास्तु कहकर लुप्त हो गये। लुप्त होने के पहले शिव ने अपनी शिवलिंग स्वरूप चिन्ह रावण को देने से पहले शर्त रखी कि वह इन शिवलिंगों को पृथ्वी पर न रखे। रावण दोनों शिवलिंग लेकर चला गया। रास्ते में गोकर्ण क्षेत्र बैजनाथ पहुंचने पर रावण को लघुशंका का आभास हुआ।
रावण ने बैजू नाम के ग्वाले को शिवलिंग पकड़ा दिया और स्वयं लघुशंका निवारण के लिए चला गया। शिवजी की माया के कारण बैजू शिवलिंग के अधिक भार नहीं सहन सका और उसने इसे धरती पर रख दिया। इस तरह शिवलिंग बैजनाथ में स्थापित हो गया। मंदिर के सामने कुछ छोटे मंदिर हैं। नंदी बैल की मूर्ति है। जहां पर भक्तगण नंदी के कान में अपनी मनौती पूरी होने की कामना हैं।
गौर रहे कि यह शिवधाम अत्यंत आकर्षक सरंचना व निर्माण कला के उत्कृष्ट नमूने के रूप में विद्यमान है। इस मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश एक डयोढ़ी से होता है । जिसके सामने का बड़ा वर्गाकार मंड़प बना हुआ है और उत्तर व दक्षिण दोनों तरफ बड़े छज्जे बने हैं। मंडप के अग्रभाग में चार स्तंभों पर टिका एक छोटा बरामदा है। बहुत सारे चित्र दीवार में नक्काशी करके बनाए गए हैं। मंदिर परिसर में प्रमुख मंदिर के अलावा कई और भी छोटे-छोटे मंदिर हैं जिनमें भगवान गणेश, मां दुर्गा, राधाकृष्ण व भैरव की प्रतिमाएं विराजमान हैं।
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बैजनाथ में महाशिवरात्रि पर पांच दिवसीय राज्य स्तरीय मेला 18 से 22 फरवरी 2023 तक पारंपरिक ढंग से मनाया जाएगा। जिसमें शिवलिंग की पूजा अर्चना तथा शोभा यात्रा के साथ 18 फरवरी को मेला आरंभ होगा। इस पांच दिवसीय मेले में रात्रि को सिनेमा जगत के प्रसिद्ध कलाकारों के अतिरिक्त प्रदेश के विभिन्न जिलों से प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा अपनी सुरीली आवाज का जादू बिखेरा जाएगा। कमेटी द्वारा मेले में विशाल दंगल का आयोजन भी किया जाएगा जिसमें उत्तरी भारत के जाने माने पहलवान भाग लेंगे।
मुंबई। रिलायंस जियो ने आज 10 शहरों में अपनी Jio True 5G सेवाओं की शुरुआत की। इसमें आंध्र प्रदेश के हिन्दपुर, मदनपल्ली, प्रोद्दातुर, छत्तीसगढ़ के रायपुर, उड़ीसा के तलचर, पंजाब के पटियाला, राजस्थान के अलवर, तेलंगाना के मंचेरियल, उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और उत्तराखंड के रुड़की शामिल हैं। इसी के साथ Jio True 5G नेटवर्क से जुड़ने वाले शहरों की संख्या बढ़कर 236 हो गई है।
रिलायंस जियो इनमें से अधिकांश शहरों में 5जी सेवाएं शुरू करने वाला पहला और एकमात्र ऑपरेटर बन गया है। इन शहरों के जियो यूजर्स को जियो वेलकम ऑफर के तहत आमंत्रित किया जाएगा। आमंत्रित यूजर्स को बिना किसी अतिरिक्त लागत के 1 जीबीपीएस+ स्पीड पर अनलिमिटेड डेटा मिलेगा। इन सभी शहरों में आज से जियो यूजर्स जियो वेलकम ऑफर का लाभ उठा पाएंगे जिसके तहत बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के 1Gbps+ की तेज रफ्तार वाले 5जी इंटरनेट नेटवर्क का लाभ पा सकते हैं।
जियो के प्रवक्ता ने कहा कि “हम 8 राज्यों के 10 शहरों में एक साथ जियो ट्रू 5जी की शुरुआत पर गौरवान्वित हैं। इस लॉन्च के साथ ही देशभर के 236 शहरों में जियो यूजर्स, जियो ट्रू 5जी के फायदे से नववर्ष में लाभान्वित हो सकेंगे। आज जिन शहरों में जियो ट्रू 5जी की शुरुआत हुई है वह देश में टूरिज्म, व्यवसाय और शिक्षण केंद्रों के लिहाज से अहम हैं।
इस जियो ट्रू 5जी के लॉन्च के साथ ही उपभोक्ता न सिर्फ टेलिकॉम नेटवर्क का फायदा उठाएंगे, बल्कि इसके इस्तेमाल से ई गवर्नेंस, शिक्षा, ऑटोमेशन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, गेमिंग, हेल्थकेयर, कृषि, आईटी और औद्योगिक इकाइयों में तेज स्पीड का अनुभव कर लाभान्वित हो पाएंगे। हम आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, पंजाब, राजस्थान, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की सरकारों का भी धन्यवाद करते हैं, जिन्होंने हमें तेजी से डिजिटाइजेशन के लिए सहयोग दिया।”
मुंबई। Reliance Jio और जीएसएमए ने राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल स्किल प्रोग्रमा के शुरुआत की घोषणा की है। यह कार्यक्रम GSMA के व्यापक कनेक्टेड वुमेन कमिटमेंट का हिस्सा है। इस कार्यक्रम के तहत जरूरत के आधार पर ग्रामीण महिलाओं के साथ ही हाशिये पर खड़े और निम्न आयवर्ग के लोगों को प्रशिक्षित किया जाएगा जिसके जरिए वह डिजिटल अभियान से जुड़कर उसका अपने जीवन में सही प्रयोग कर सकें।
GSMA की 2022 की मोबाइल जेंडर रिपोर्ट के अनुसार भारत में महिलाओं द्वारा मोबाइल इंटरनेट के इस्तेमाल की संभावना पुरुषों के मुकाबले 41 फीसदी कम है। देश में 330 मिलियन महिलाएं मोबाइल इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं करती हैं, जबकि पुरुषों में यह आंकड़ा लगभग 248 मिलियन का है। मोबाइल इंटरनेट का प्रयोग न करने की सबसे बड़ी वजह है डिजिटल साक्षरता एवं शिक्षा का अभाव है।
इस कार्यक्रम के तहत जीएसएमए और जियो टीम ने मिलकर डिजिटल स्किल से जुड़ी मौजूदा कमियों का आंकलन किया और उन जरूरी आवश्यकताओं को चिन्हित करते हुए भारतीय लोगों के मुताबिक ऐसी प्रशिक्षण टूलकिट तैयार की है, जिससे डिजिटल साक्षरता में आई कमी को दूर किया जा सके। डिजिटल साक्षरता की मुहिम राष्ट्रीय स्तर पर शुरु हो चुकी है और इस चरण में 10 राज्यों में महिलाओं, हाशिये पर खड़े और निम्न वर्ग के लोगों को चिन्हित किया गया है। रिलायंस फाउंडेशन अपनी राष्ट्रव्यापी स्वयंसेवी संस्थाओं एवं समूहों के नेटवर्क से इस मिशन को सहयोग दे रहा है।
Reliance Jio की डायरेक्टर ईशा अंबानी ने कहा कि “मोबाइल तकनीक में महिलाओं को सशक्त बनाने की वह ताकत है, जो उन्हें जुड़े रहने का एहसास देती है, आत्मनिर्भर बनाती है और सुरक्षा के एहसास के साथ ही वो जानकारियां भी देती है, जिनसे रोजमर्रा का जीवन आसान हो सके। संपूर्ण भारत में महिलाओं को डिजिटल कौशल प्रशिक्षण दे उन्हें नए पंख देने वाली इस जीएसएमए की मुहिम में साझेदारी कर हमें भी गर्व है”।
इस कार्यक्रम पर GSMA के डायरेक्टर जनरल मैट्स ग्रैनरीड ने कहा कि “ मोबाइल तकनीक में महिलाओं के मानवाधिकारों की रक्षा करने, उन्हें आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक सशक्तिकरण देने एवं विकास को मजबूत करने में सकारात्मक योगदान देने की क्षमता है। लेकिन इसे सुनिश्चित करने के लिए अधिक प्रयासों की जरूरत है ताकि तेजी से जुड़ती दुनिया में महिलाएं पीछे न छूटें।
हम डिजिटल स्किल कार्यक्रम को राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने, महिलाओं को डिजिटली जोड़ने में तेजी लाने के अभियान में जियो और रिलायंस फाउंडेशन के साथ साझेदारी से उत्साहित हैं। अगले कुछ महीनों में रिलायंस और रिलायंस फाउंडेशन दोनों मिलकर इस कार्यक्रम को तेजी से आगे बढ़ाते रहेंगे।
मंडी। हिमाचल की एक और बेटी ने टीवी जगत में बड़ा नाम कमाकर प्रदेश का नाम रोशन किया है। मंडी जिला से ताल्लुक रखने वाली एक्ट्रेस चांदनी शर्मा को बेस्ट टेलीविजन एक्ट्रेस के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। चांदनी को दादा साहेब फालके टीवी अवॉर्ड से नवाजा गया है।
मुंबई के सेंटाक्रूज स्थित ताज होटल में हुए अवॉर्ड शो में उन्हें यह सम्मान मिला। कार्यक्रम में टीवी इंडस्ट्री के जाने-माने लोग भी मौजूद रहे। गोहर में बेटी को मिले सम्मान की खुशी में जश्न का माहौल है। परिवार भी खुशी से फूला नहीं समा रहा। हर तरफ चांदनी शर्मा की तारीफ की जा रही है।
बता दें कि सोनी टीवी के “कामना” सीरियल में बेहतरीन अदाकारी करने वाली चांदनी मंडी जिला के गांव गोहर की रहने वाली हैं। चांदनी शर्मा ने अवॉर्ड लेने के बाद कहा कि यह सम्मान पाकर वह बेहद खुश हैं। उन्हें भविष्य में और अधिक बेहतर करने की प्रेरणा मिली है और उनके लिए यह अवॉर्डप्रेरणास्त्रोत का काम करेगा।
“कामना” शो में अपने किरदार आकांक्षा के बारे में चांदनी ने बताया कि यह किरदार निभाते समय लगा ही नहीं कि मैं एक्टिंग कर रही हूं। इसका श्रेय लेखकों को जाता है, जिन्होंने इतनी खूबसूरती से आकांक्षा के किरदार को गढ़ा है। यह रील किरदार मेरी रियल जिंदगी से मेल खाता है।
चांदनी बताती हैं कि आकांक्षा और मैं, दोनों एक ही शहर से हैं, जो अपनी जिंदगी में कुछ बड़ा करना चाहते हैं। हम दोनों की परवरिश मध्यम वर्गीय मूल्यों के साथ हुई है, लेकिन हम दोनों बहुत कुछ करने की तमन्ना रखते हैं।
मैं अपने घर पर रहकर अपनी पढ़ाई करके मां-बाप की इच्छा के हिसाब से सेटल हो सकती थी। जैसे मुझे एक बेहतर जिंदगी का अनुभव करने की ख्वाहिश थी और इसलिए मैं अपने सपनों का को पूरा करने, करियर बनाने और इसकी खूबियों का मजा लेने के लिए मुंबई आ गई। इसी तरह आकांक्षा भी करती है और अपने सपनों को पूरा करने के लिए उड़ान भरती है।
कुछ ऐसा रहा चांदनी का अब तक का सफर
चांदनी ने ग्रेजुएशन करने के बाद अपने करियर की शुरुआत नेटवर्किंग से की थी। 2014 में उन्हें इंडियन प्रिसेंज 2014 के खिताब से नवाजा गया। इसके बाद उन्हें मिस टूरिज्म इंटरनेशनल प्रतियोगिता में ड्रीम गर्ल ऑफ द ईयर इंटरनेशनल 2015 से टाइटल से सम्मानित किया गया। इसके बाद कुछ वर्षों तक वे नेटवर्किंग उद्योग में सक्रिय रहीं।
वर्ष 2018 में चांदनी ने अपना एक्टिंग डेब्यू पंजाबी म्यूजिक नखरे दा मुल से किया था। इस एल्बम को गुरपिंदर पनाग ने कंपोज़ किया था। इस एल्बम के बाद वह अनेक पंजाबी एल्बम में नजर आई। 2019 में उन्होंने बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू डार्क लाइट से किया। इस फिल्म में उन्होंने लीड एक्ट्रेस की भूमिका निभाई। 2020 में चांदनी ने टेलीविज़न इंडस्ट्री में डेब्यू सीरियल इश्क़ में मरजावां 2 से किया। कामना में लीड एक्ट्रेस के तौर पर वह टीवी इंडस्ट्री में छा गईं।
मुंबई। पठान की सुनामी ने बॉक्स ऑफिस का मौसम बदल दिया है। शाहरुख खान ने कमबैक से एक बार फिर इतिहास के पन्नों में दर्ज करा दिया है। पठान की आंधी ऐसी चली है कि थमने का नाम नहीं ले रही है।
शाहरुख की फिल्म को रिलीज हुए दो हफ्ते पूरे होने को हैं लेकिन फिल्म की ताबड़तोड़ कमाई अभी भी जारी है । आलम ये है कि रिलीज के 12 दिन में ही पठान ने कमाई के मामले में बॉलीवुड की कई फिल्मों को पीछे छोड़ दिया और अब पठान बॉलीवुड की हाईएस्ट बॉक्स ऑफिस ग्रॉसिंग फिल्म बन गई है.
आइए जानते हैं कि पठान से पहले इस लिस्ट में कौन-सी फिल्में रही हैं शामिल…
पठान
रिलीज के 12 दिन में सुपरस्टार शाहरुख खान, जॉन अब्राहम और दीपिका पादुकोण की फिल्म पठान ने बॉक्स ऑफिस पर 400 करोड़ का आंकड़ा पार कर इतिहास रच दिया है। इन तीनों सुपरस्टार के लिए पठान करियर की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली एकमात्र फिल्म बन गई है। इंस्टेंट बॉलीवुड के आंकड़ों के अनुसार पठान का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन रविवार तक 415 करोड़ के करीब पहुंच गया है।
दंगल
सुपरस्टार आमिर खान की फिल्म दंगल इंडस्ट्री की सबसे शानदार फिल्मों से एक हैं। पठान से पहले हाईएस्ट बॉक्स ऑफिस ग्रॉसिंग फिल्म के मामले में दंगल नंबर के पायदान पर थी। मालूम हो कि आमिर की दंगल ने बॉक्स ऑफिस पर 387.38 करोड़ की बंपर की है।
डायरेक्टर राजकुमार हिरानी के निर्देशन में बनी सुपरस्टार संजय दत्त की बायोपिक संजू का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है। एक्टर रणबीर कपूर की इस शानदार फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 342.86 करोड़ की ताबड़तोड़ कमाई की है।
पीके
इस लिस्ट में सुपरस्टार आमिर खान की दूसरी फिल्म पीके भी शामिल है। फिल्म पीके की कहानी ने हर किसी के दिल को जीता। आलम ये रहा कि पीके ने बॉक्स ऑफिस पर 340.80 करोड़ का कलेक्शन किया।
टाइगर जिंदा है
हिंदी सिनेमा के सुल्तान यानी सलमान खान की ब्लॉकबस्टर फिल्म टाइगर जिंदा है ने भी बॉक्स ऑफिस पर धमाकेदार कमाई की है। एक्ट्रेस कैटरीना कैफ और सलमान की टाइगर जिंदा है एक शानदार स्पाई थ्रिलर फिल्म है। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 339.16 करोड़ की बंपर कमाई की है।
धर्मशाला। दुनिया के सबसे खूबसूरत क्रिकेट स्टेडियमों में शुमार धर्मशाला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में एक बार फिर आईपीएल मैच आयोजित हो सकते हैं। पिछले पांच सीजन में यहां आईपीएल का कोई भी मैच नहीं खेला गया है। दरअसल, देश में इस साल होने वाले लोकसभा के आम चुनावों के चलते इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मैच अन्य स्टेडियमों में भी खेले जा सकते हैं। यही कारण है कि इसमें ऐसे स्टेडियमों में भी मैच खेले जा सकते हैं जहां इससे पहले कभी आईपीएल के मैच नहीं खेले गए हैं।
जिस तारीख को जिस राज्य में चुनाव है, सात दिन पहले और तीन दिन बाद, यानी कि 10 दिन तक उस राज्य में मैच नहीं हो सकेगा। इतना ही नहीं इसी समय उसकी विपक्षी टीम के राज्य में भी चुनाव होगा तो वहां भी मैच नहीं हो सकेगा। ऐसे में फ्रेंचाइजी टीम को अपना घरेलू मैच किसी तटस्थ स्टेडियम में खेलना पड़ेगा। लखनऊ के इकाना स्टेडियम, इंदौर के होलकर स्टेडियम, कटक के बाराबती स्टेडियम, धर्मशाला के एचपीसीए स्टेडियम में भी मुकाबले होने की संभावना है।
23 मार्च से 19 मई तक आईपीएल मैच खेले जाने हैं। तारीखों के मुताबिक बीसीसीआई ने कार्यक्रम निर्धारित कर दिया है लेकिन स्टेडियम तय नहीं हैं। लोकसभा के आम चुनाव का कार्यक्रम जारी होने के बाद ही बीसीसीआई यह तय करेगी कि यह मैच कहां खेले जाएंगे। बता दें कि धर्मशाला स्टेडियम में 2008 में शुरू हुए IPLके तीसरे संस्करण के दौरान 2010 में दो मैच खेले गए थे। 2010 से 2013 तक IPL के चार संस्करणों में धर्मशाला में IPL के नौ मैच खेले गए हैं।
वहीं, एचपीसीए को भी दस साल बाद धर्मशाला में IPL के मैच होने की पूरी उम्मीद है। इसके लिए तैयारियां चल रही हैं। टेस्ट मैच और आईपीएल के लिए पिछले दिनों बीसीसीआई की ब्रॉडकास्ट टीम ने भी धर्मशाला स्टेडियम का मुआयना किया था। इस बार आईपीएल गवर्निंग काउंसिल के चेयरमैन भी एचपीसीए के पूर्व प्रेसिडेंट अरुण कुमार धूमल हैं। ऐसे में हिमाचलवासियों की उम्मीद और बढ़ गई है।
सनी देओल और अमीषा पटेल अपनी आने वाली सबसे बड़ी फिल्म ‘गदर 2’ के लिए तारा सिंह और सकीना के अपने रोल्स को फिर से निभाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। जबकि फिल्म के निर्माताओं ने सारी चीजों को छुपा कर रखा है, सनी देओल के कुछ भयंकर लड़ाई वाले सीन ऑनलाइन लीक हो गए हैं। एक सीन में सनी देओल को पगड़ी के साथ पठानी सूट पहने देखा जा सकता है। वह धूल भरी जगह पर सैनिकों के एक ग्रुप से लड़ते नजर आ रहे हैं। एक्टर को एक साथ लगभग 15-20 गुंडों से लड़ते हुए और घूंसे मारते देखा जा सकता है।
एक दूसरे वीडियो में सनी देओल को अपनी को-एक्टर सिमरत कौर के साथ एक सीमेंट के खंभे से बंधे हुए देखा जा सकता है। दोनों को सैनिकों से घिरा हुआ देखा जा सकता है, जिनकी ओर उनकी बंदूकें तान दी गई हैं। सनी को गुस्सा आता है तो वह पोल को आधा तोड़कर खुद को छुड़ा लेते हैं। सैनिकों को बेकाबू होते हुए देखा जा सकता है।
लीक हो गई ‘गदर 2’ की क्लिप…
गणतंत्र दिवस 2023 के मौके पर फिल्म के मेकर्स ने रिलीज डेट के साथ नया पोस्टर भी शेयर किया था। पोस्टर में सनी अपने हाथ में हथौड़े को पकड़े हुए दिख रहे हैं और खंडहर में मलबे के बीच चलते हुए काफी तेज नजर आ रहे हैं।
‘गदर 2′ 11 अगस्त को रिलीज होगी।’ अनिल शर्मा की निर्देशित ‘गदर 2’ 2001 की ‘गदर: एक प्रेम कथा’ का सीक्वल है। फिल्म में अनिल शर्मा के बेटे उत्कर्ष शर्मा भी होंगे, जिन्होंने पहले पार्ट में सनी और अमीषा के बेटे की भूमिका निभाई थी।
हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र का खास महत्व है। मान्यता के मुताबिक हमारे आस-पास की चीजें हमारे जीवन को पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों तरह से प्रभावित करती हैं। इसी कड़ी में आज हम पर्स की बात करने जा रहे हैं।
अक्सर देखा जाता है कि पुरूष हो या महिला दोनों ही लोग अपने पर्स में पैसों के अलावा भी कई ऐसी चीजें ऐसी रख लेते हैं, जिनकी उन्हें जरूरत ही नहीं होती है। वास्तुशास्त्र के मुताबिक कुछ चीजों को पर्स में रखना बहुत ही अशुभ माना जाता है।
तो आइये जानते हैं कि कौन सी हैं वे चीजें जिन्हें अपने पर्स में नहीं रखना चाहिए- आइए जानते हैं कि किन अशुभ चीजों को पर्स से बाहर कर देना चाहिए और किन चीजों को उसमें जगह देनी चाहिए।
पर्स के अंदर कभी भी खराब कागज या खोटा सिक्का नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति की आमदनी पर असर पड़ता है और कर्ज के जाल में फंसने लगता है।
व्यक्ति को अपने अपने पर्स को साथ सुथरा रखना चाहिए और उसकी नियमित रूप से सफाई करनी चाहिए। अनावश्यक कागजों और दूसरी चीजों को निकाल देना चाहिए।
वास्तु शास्त्र के अनुसार पर्स में भूल से भी कटे-फटे नोट नहीं रखने चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी रूठकर जा सकती हैं, जिसके चलते आप आर्थिंक तंगी के जाल में फंस सकते हैं।
पर्स में इन चीजों को जरूर रखें…
श्रीयंत्र को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। आप पर्स के अंदर इसे रख सकते हैं। माना जाता है कि इसे रखने से आपका पर्स हमेशा धन से भरा रहता है।
आप पर्स में मां लक्ष्मी की छोटी तस्वीर या लॉकेट रख सकते हैं। इस तस्वीर समय-समय पर बदलना भी जरूरी होता है। ऐसा करने से शुभ लाभ होता है।
पर्स के अंदर तुलसा का एक पत्ता या मोरपंख भी रख सकते हैं। ये दोनों चीजें सकारात्मक ऊर्जा की प्रतीक हैं और धन को अपनी ओर आकर्षित करती हैं।
शुभमन गिल का इस सीरीज में बतौर ओपनर खेलना दिखाई दे रहा मुश्किल
नई दिल्ली। भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जाने वाली बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। दोनों टीमों के बीच सीरीज का पहला मैच 9 फरवरी से नागपुर में खेला जाएगा। इस सीरीज में युवा बल्लेबाज शुभमन गिल भी टीम इंडिया का हिस्सा हैं। लेकिन शुभमन गिल के लिए इस सीरीज में बतौर ओपनर खेलना मुश्किल दिखाई दे रहा है। उनकी जगह एक धाकड़ बल्लेबाज कप्तान रोहित शर्मा का ओपनिंग पार्टनर बन सकता है।
शुभमन गिल इस समय काफी शानदार फॉर्म में हैं, लेकिन इस टेस्ट सीरीज में केएल राहुल भी टीम इंडिया का हिस्सा हैं। पिछले कुछ समय से केएल राहुल और रोहित शर्मा ही बतौर ओपनर टीम इंडिया की पहली पसंद बने हुए हैं, ऐसे में एक बार फिर ये छोड़ी फैंस को ऑस्ट्रेलिया सीरीज में पारी की शुरुआत करते हुए दिखाई दे सकती है। केएल राहुल टेस्ट में भारतीय टीम के उपकप्तान भी हैं।
टेस्ट क्रिकेट में शानदार आंकड़े
केएल राहुल ब्रेक के बाद टीम इंडिया में वापसी कर रहे हैं। उन्होंने टीम इंडिया के लिए अभी तक 45 टेस्ट मैच खेले हैं। इन मैचों में केएल राहुल ने 34.26 की औसत से 2604 रन बनाए हैं। इस दौरान केएल राहुल के बल्ले से 13 अर्धशतक और 7 शतक देखने को मिले हैं। केएल राहुल टीम इंडिया के लिए 51 वनडे और 72 टी20 मैच भी खेल चुके हैं।