मंडी। हिमाचल के मंडी, कुल्लू और लाहौल स्पीति जिलों के 432 अग्निवीर प्रशिक्षण लेने के लिए रवाना हुए। सेना भर्ती कार्यालय मंडी के भर्ती निदेशक कर्नल डीएम सामन्त ने बताया कि अग्निपथ योजना के अंतर्गत एआरओ मंडी ने मंडी, कुल्लू और लाहौल स्पीति जिलों के 432 भिन्न भिन्न कैटेगरी के अग्निवीरों को भारतीय थल सेना के अलग-अगल प्रशिक्षण केंद्रों पर प्रशिक्षण लेने के लिए भेजा गया।
अग्निवीर को प्रशिक्षण के लिए भेजने के दौरान उनमें भारी उत्साह देखने को मिला। भर्ती निदेशक ने सभी अग्निवीर युवाओं से कहा कि वह अपने अपने संबंधी युवाओं को भी भारतीय सेना में आने के लिए प्रेरित करें।
पीएनबी ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान देगा ट्रेनिंग
धर्मशाला।हिमाचल के धर्मशाला में बेरोजगार युवक और युवतियों को कृत्रिम आभूषण (आर्टिफिशियल ज्वेलरी) बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। पंजाब नेशनल बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान कांगड़ा स्थित धर्मशाला द्वारा जिला कांगड़ा के बेरोजगार युवक एवं युवतियों को स्वरोजगार की ओर अग्रसर करने के लिए 13 दिन का कृत्रिम आभूषण प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इसमें प्रशिक्षणार्थी के रहने, खाने पीने का खर्च, यूनिफॉर्म आदि संस्थान के द्वारा ही प्रदान किया जाएगा। 18 से 45 वर्ष आयु के कोई भी बेरोजगार युवक और युवतियां यह प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं।
पंजाब नेशनल बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान की निदेशक गरिमा ने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के इच्छुक युवक और युवतियां नजदीक गवर्नमेंट कॉलेज ऑडिटोरियम सिविल लाइन धर्मशाला, पीएनबी ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान में संपर्क कर सकते हैं।
प्रशिक्षण शिविर 9 अक्टूबर से आरंभ किया जाएगा। इस दिन भी आकर पंजीकरण करवाया जा सकता है। प्रशिक्षण के इच्छुक अभ्यर्थी को चार 4 पासपोर्ट आकार का फोटो, जन्म प्रमाण पत्र, स्वयं सहायता समूह प्रमाण पत्र, आधार कार्ड / बैंक पासबुक, एससी/एसटी प्रमाण पत्र, बीपीएल प्रमाण पत्र (केवल बीपीएल नागरिकों के लिए) प्रधान द्वारा सत्यापित किया होना चाहिए।
दलित वर्ग व्यवसायिक प्रशिक्षण योजना के तहत मांगें आवेदन
मंडी। हिमाचल प्रदेश अनुसूचित जाति एवं जनजाति विकास निगम मंडी द्वारा वर्ष 2023-24 के दौरान जिला मंडी के अनुसूचित जाति से संबंधित युवक-युवतियों से निगम की दलित वर्ग व्यावसायिक प्रशिक्षण योजना के तहत विभिन्न व्यवसायों में प्रशिक्षण के लिए आवेदन मांगें हैं।
जिला प्रबंधक, अनुसूचित जाति एवं जनजाति विकास निगम मंडी नीलम कुमारी ने बताया कि यह प्रशिक्षण कंप्यूटर, मोटर ड्राइविंग, मोटर मैकेनिक, इलेक्ट्रीशियन, स्टील फैब्रिकेशन, वेल्डिंग वर्क्स, ब्यूटीशियन, हथकरघा, कटिंग टेलरिंग, शू-मेकिंग, प्लम्बर, कारपेंटर, बार्बर व बैम्बू वर्क में दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि आवेदक जिला मंडी के स्थाई निवासी, अनुसूचित जाति से संबंधित तथा आवेदक के परिवार की समस्त साधनों से वार्षिक आय 35 हजार रुपये से अधिक न हो या आवेदक आईआरडीपी/बीपीएल परिवार से संबंधित होना चाहिए।
आवेदक की आयु 18-35 साल के मध्य होनी चाहिए। आवेदक ने बेरोजगार भत्ता/कौशल विकास भत्ता प्राप्त न किया हो, उसका शपथ पत्र आवेदन पत्र के साथ संलग्न होना चाहिए ।
उन्होंने बताया कि इच्छुक आवेदक संबंधित दस्तावेजों की सत्यापित प्रतियां सहित सादे कागज पर प्रार्थना पत्र किसी भी कार्य दिवस पर निगम कार्यालय मंडी में 15 सितंबर, 2023 तक जमा कर सकते हैं।
अधिक जानकारी के लिए जिला प्रबंधक, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति विकास निगम मंडी के कार्यालय या निगम की वेबसाइट https://himachalservices.nic.in/hpscstdc/ पर संपर्क किया जा सकता है।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गिडंपुर मलौन का छात्र
ऊना। जिला ऊना के चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गिडंपुर मलौन का छात्र पार्विक को बड़ा मौका मिला है। दसवीं का छात्र पार्विक पराशर इसरो से ट्रेनिंग लेगा।
दरअसल, पार्विक का सिलेक्शन इसरो की ओर से बच्चों के लिए चलाए गए “यंग साइंटिस्ट प्रोग्राम 2023” के लिए हुआ है। इसके लिए पूरे भारत के बच्चों ने आवेदन किए थे, जिनमें से 350 छात्रों का चयन हुआ है। हिमाचल के लिए गर्व की बात है कि पार्विक भी उनमें से एक छात्र हैं।
इसरो द्वारा 15 से 26 मई, 2023 तक चलने वाले युविका 2023 के माध्यम से अंतरिक्ष विज्ञान और तकनीकी क्षेत्रों में उभरते रुझानों से पार्विक पराशर को अवगत कराया जाएगा।
इस कार्यक्रम के दौरान छात्रों को अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष विज्ञान और अंतरिक्ष के बारे में बेसिक जानकारियां दी जाएंगी। खास बात ये है कि ट्रेनिंग, स्टडी मटीरियल, फूडिंग और लॉजिंग, यात्रा भत्ता आदि की व्यवस्था इसरो द्वारा की जाएगी।
पार्विक के पिता पंकज पराशर गणित के लेक्चरर हैं। उन्होंने कहा कि पार्विक की इस उपलब्धि में स्कूल प्रबंधकों और अध्यापकों का योगदान है। स्कूल के प्रधानाचार्य दिनेश कौंडल ने बताया कि पार्विक ने स्कूल के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश का भी नाम रोशन किया है, इससे बाकी छात्रों को प्रेरणा मिलेगी।