कुल्लू। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से तबाही के बीच प्रशासन पूरी तरह से बंद सड़क मार्ग सुचारू करने में जुटा हुआ है। अच्छी खबर ये है कि मनाली से कुल्लू के लिए सड़क छोटे वाहनों के लिए खोल दी गई है।
वाहनों को वाया लेफ्ट बैंक होते हुए अरछन्डी, अरछन्डी से राईसन फिर राइट बैंक होते हुए कुल्लू भेजा जा रहा है। अभी तक मनाली से लगभग 2392 वाहनों को सुरक्षित निकाला गया है।
जिला कुल्लू में पर्यटकों का रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है पुलिस व प्रशासन के द्वारा पर्यटकों को पानी तथा अन्य राहत सामग्री मुहैया कराई जा रही है। इसके अतिरिक्त स्थानीय लोगों द्वारा भी पर्यटकों को पानी व केले इत्यादि प्रदान करके सहयोग दिया जा रहा है।
उधर, मलबा हटाने और दोनों लेन शुरू करने के लिए NH 05 शिमला-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे 2 घंटे के लिए बंद है। हल्के के लिए धर्मपुर से जंगेशू होते हुए परवाणू तक वैकल्पिक मार्ग साफ है। सोलन से परवाणू जाने वाले वाहन इस मार्ग का उपयोग कर सकते हैं।
मनाली। भारी बारिश के चलते पर्यटन नगरी मनाली में फंसे लोगों को निकालने का कार्य जारी है। मंगलवार रात आठ बजे से अभी तक मनाली से लगभग 150 छोटी-बड़ी गाड़ियों तथा लगभग 500 लोगों को मनाली से सुरक्षित निकाला है।
बता दें कि बीते तीन दिन हुई भारी बारिश ने हिमाचल सहित कुल्लू जिला में तबाही मचाई है। की सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं और पुल बह गए हैं। इसके चलते मनाली में काफी लोग फंसे गए थे। लोगों को निकालने का कार्य जारी है।
मनाली-कुल्लू चंडीगढ़ मार्ग से आवाजाही सुचारू है। सुबह से अब तक मनाली से करीब 4500 वाहनों को निकाला जा चुका है। अब कुछ क्षेत्रों में सेल्यूलर नेटवर्क भी काम कर रहा है।
कसोल/पार्वती घाटी में भी कनेक्टिविटी बहाल की जा रही है और आज रात या कल सुबह तक कनेक्टिविटी बहाल होने की उम्मीद है। जिभी, सैंज और तीर्थन में भी कनेक्टिविटी युद्धस्तर पर बहाल की जा रही है। जिलेभर में मोबाइल नेटवर्क धीरे-धीरे बहाल हो रहा है।
शिमला।हिमाचल प्रदेश में पिछले तीन दिन भारी बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। लैंडस्लाइड से सड़कें बंद होने, टूटने आदि के कारण पर्यटक मनाली और लाहौल स्पीति आदि में फसे हुए हैं। मौसम साफ होने पर पर्यटकों को निकालने का काम शुरू कर दिया गया है।
फंसे पर्यटकों एवं स्थानीय नागरिकों को सुरक्षित निकलाने के लिए बचाव अभियान निरंतर जारी है और इसके लिए छह हेलीकॉप्टर उपलब्ध करवाए गए हैं। मनाली से करीब 400 गाड़ियां एवं दोपहिया वाहन मनाली से अपने गंतव्य के लिए निकल चुकी हैं। हिमाचल प्रदेश पुलिस ने यह जानकारी अपने फेसबुक पेज पर साझा की है। साथ ही गाड़ियों के नंबर भी जारी किए हैं।
कुल्लू। विश्व की सबसे कठिन धार्मिक यात्राओं में शुमार ऐतिहासिक श्रीखंड महादेव यात्रा को शेष सीजन के लिए रोक दिया गया है। 7 जुलाई को शुरू हुई श्रीखंड महादेव यात्रा को हिमाचल प्रदेश में खराब मौसम और भारी बारिश के कारण हुई तबाही को ध्यान में रखते हुए रोकने का निर्णय लिया गया है।
इस बाबत आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। 7 जुलाई को शुरू हुई ये यात्रा दो ही दिन चल पाई। 9 और 10 जुलाई के लिए यात्रा को स्थगित कर दिया गया था।
श्रीखंड महादेव यात्रा के दौरान इस बार 6 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। पहले ही दिन फेफड़ों में पानी भरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि दूसरे दिन ग्लेशियर से तीन लोगों के फिसलने के बाद गहरी खाई में गिरने से आई चोटों से उनकी मृत्यु हो गई है।
यात्रा के दौरान फंसे लोगों को रेस्क्यू किया जा रहा है। पार्वतीबाग बेसकैंप में सूचनाओं के आदान-प्रदान न होने के चलते प्रशासन को भी सूचनाओं को साझा करने में खासी मुश्किलें पेश आ रही है।
पार्वतीबाग से ऊपर भारी बारिश के चलते रास्ते खराब हो गए हैं, जिन्हें पार्वतीबाग में मौजूद अटल बिहारी बाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान मनाली के बचाव दल की टीम दुरूस्त करने में जुटी है। वहीं लगातार बारिश से भी रेस्क्यू टीम को परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं।
आनी। कुल्लू जिला में भारी बारिश के बीच निरमंड के केदस में सोमवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ है। यहां एक कार के गहरी खाई में गिरने से पांच लोगों की मौत हुई है। मरने वालों में एक ही परिवार के चार लोग शामिल हैं। हादसा आज सुबह करीब 10 बजे हुआ है।
वेटरनरी फार्मासिस्ट के पद पर कार्यरत कुलदीप अपने परिवार व रिश्तेदारों लोगों के साथ शादी समारोह में जा रहा था। मरने वालों में कुलदीप, उसकी पत्नी वर्षा व पिता हरदयाल और हरदयाल की भतीजी रंजना शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार निरमंड क्षेत्र के केदस सड़क मार्ग पर ओडीधार के पास एक कार 250 फीट गहरी खाई में जा गिरी। इसमें चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति घायल हो गया जिसे उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन उसने भी दम तोड़ दिया।
सुबह के समय केदस सड़क मार्ग पर एक मारुति कार (HP 35-4332) रामपुर की तरफ जा रही थी। जैसे ही गाड़ी पर ओडीधार के पास पहुंची तो धुंध होने के कारण से चालक का नियंत्रण बिगड़ा और कार सड़क से नीचे गहरी खाई में जा गिरी।
हादसे का पता चलते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही निरमंड पुलिस भी मौके के लिए रवाना हुई। चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी।
हरदयाल निवासी गांव केदस उम्र 65 साल, रंजना पत्नी गणेश नेगी निवासी गांव नोगली तहसील रामपुर उम्र 47 साल, वर्षा पत्नी कुलदीप निवासी गांव केदस, नारायण शर्मा गांव नावा निरमंड उम्र 70 साल ने मौके पर ही दम तोड़ दिया वहीं कुलदीप पुत्र हरदयाल निवासी गांव केदस ने निरमंड अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ा।
डीएसपी आनी चंद्रशेखर ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है।
हादसे को लेकर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शोक जताया है। सीएम ने ट्वीट कर लिखा, “जिला कुल्लू के निरमंड में खराब मौसम के कारण एक वाहन दुर्घटना में पांच लोगों की मृत्यु की खबर अत्यंत दुखद है। शोक संतप्त परिजनों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं।
हमने स्थानीय प्रशासन को दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिजनों को हर संभव सहयोग और फौरी राहत जारी करने के निर्देश दिए है। मैं ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति तथा परिजनों को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।”
कुल्लू/मंडी।हिमाचल में बारिश का कहर जारी है। मंडी और कुल्लू में भी बारिश सितम ढा रही है। कुल्लू के छुरुहड़ू के पास पांच प्रवासी मजदूर नदी में फंस गए। कुल्लू पुलिस, एनडीआरएफ और होमगार्ड के जवानों ने उन्हें रेस्क्यू किया। इसका वीडियो कुल्लू पुलिस ने अपने फेसबुक पेज पर डाला है। वहीं, ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण पंडोह के निचले बाजार में पानी आने से 06 लोग अपने घरों में फंस गए थे, जिन्हें HP SDRF Mandi की टीम द्वारा सुरक्षित निकाल दिया गया है।
वहीं, कुल्लू की लंका बेकर बस्ती में लैंडस्लाइड के चलते मलबे में दबने से एक महिला की मौत हो गई। वहीं, पति को सुरक्षित निकाल लिया गया। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। मौके पर ब्रेसती देवी (55) पत्नी सेस राम मृत पाई गई। पति सेस राम (63) को सुरक्षित निकाल लिया गया। लगातार भारी बारिश के कार ब्यास का जलस्तर बढ़ गया है। कुल्लू पुलिस ने एहतियातन नदी के किनारे झुग्गी झोपड़ियों में से करीब 100-150 प्रवासी मजदूरों को सुरक्षित निकाल कर बस स्टैंड व रेन बसेरा आदि में ठहराया।
पिछले कल से लगातार बारिश हो रही है। ब्यास और पार्वती नदी का बहाव तेज हो गया है तथा दोनों नदियों का पानी खतरे के निशान के ऊपर से बह रहा है, लेकिन कुछ लोग बिना किसी कारण और केवल फोटो और वीडियोग्राफी के लिए नदी के किनारे जा रहे हैं, इससे कोई भी अप्रिय घटना हो सकती है।
इसलिए कुल्लू पुलिस ने सभी नागरिकों से अपील की है कि बिना कारण यात्रा न करें , नदी- नालों के किनारे न जाएं। अपने घरों में और सुरक्षित स्थानों में ही रहें। किसी भी आपातकालीन स्थिति में जिला पुलिस कंट्रोल रूम में फोन नंबर 01902224701 पर संपर्क करें।
कुल्लू। जिला कुल्लू में भारी वर्षा के दृष्टिगत 10 जुलाई (सोमवार) को सभी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने यह जानकारी दी है।
उन्होंने कहा कि गत शनिवार सुबह से ही जिले में लगातार बारिश हो रही है जिसके कारण अधिकतर संपर्क मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं तथा मौसम विभाग द्वारा भी रेड अलर्ट जारी किया गया है।
कुल्लू। श्रीखंड महादेव यात्रा को दो दिन (9 व 10 जुलाई 2023) के लिए स्थगित कर दिया गया है। डीसी कुल्लू एवं श्रीखंड महादेव यात्रा ट्रस्ट के अध्यक्ष आशुतोष गर्ग ने यह जानकारी दी है।
उन्होंने कहा कि यह निर्णय मौसम विभाग द्वारा जारी भारी बारिश के अलर्ट व पार्वती बाग से आगे रास्ते के क्षतिग्रस्त हो जाने के चलते लिया गया है।
डीसी आशुतोष गर्ग ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण एवं संबद्ध खेल संस्थान मनाली के दल द्वारा रास्ते की मरम्मत का कार्य आरंभ कर दिया गया है। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं (जो 9 व 10 जुलाई को यात्रा पर जाने के इच्छुक हैं) से आग्रह किया कि वे आगामी सूचना तक श्रीखंड महादेव यात्रा स्थगित करें।
उन्होंने कहा कि यात्रा के प्रथम बेस सेंटर सिंहगाड में पहले से ही श्रद्धालु भारी भीड़ हैं। ऐसे में कोई भी श्रद्धालु जाऊं गांव से आगे न जाएं और अपना सहयोग दे। उन्होंने कहा कि यात्रा को 11 जुलाई से पुनः आरंभ करने का निर्णय मौसम की स्थिति व पार्वती बाग से आगे रास्ते के मरमत कार्य पूरा होने के बाद लिया जाएगा।
बता दें कि श्रीखंड महादेव यात्रा 7 जुलाई को ही शुरू हुई थी। डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने हरी झंडी दिखाकर पहले जत्थे को रवाना किया था। एक दिन बाद ही यात्रा भारी बारिश के चलते स्थगित करनी पड़ी है।
मनाली। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश को लेकर जारी अलर्ट के बाद से लगातार मेघ बरस रहे हैं। भारी बारिश के कारण लाहौल-स्पीति और कुल्लू जिला के तहत नदी-नालों में जलस्तर काफी बढ़ गया है जिसके चलते कई मार्ग अवरुद्ध हुए हैं। मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-003) तेलिंग नाला में जलस्तर बढ़ने के कारण सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही के लिए बंद है।
लाहौल-स्पीति पुलिस ने सोशल मीडिया पर ये जानकारी साझा की है। इसके साथ ही प्रशासन की तरफ से स्थानीय लोगों व पर्यटकों को हिदायत दी जाती है कि वे खराब मौसम में अनावश्यक यात्रा न करें। अधिक जानकारी के लिए जिला आपदा नियंत्रण कक्ष में 9459461355 पर या कंट्रोल रूम में 8988092298 संपर्क करें।
वहीं, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण मंडी (01905226201) से ली गई सूचना के अनुसार मंडी से कुल्लू NH-21 और कंडी-कटौला-कमांद सड़क मार्ग यातायात के लिए सुचारू रूप से खुला है।
हल्के भूस्खलन के कारण वाहनों की आवाजाही के लिए एनएच 305 फडेलनल्ला में अस्थायी रूप से अवरुद्ध है। हालांकि वैकल्पिक मार्ग कंधुगाड-खनाग वाहनों की आवाजाही के लिए खुला है।
कुल्लू। डीसी कुल्लू एवं श्रीखंड महादेव यात्रा ट्रस्ट के अध्यक्ष आशुतोष गर्ग ने आज निरमंड के सिंघगाड से श्रीखंड महादेव यात्रा को हरी झंडी दिखाई। इस दौरान उन्होंने 50 श्रद्धालुओं का जत्था व भीमाकाली छड़ी यात्रा को रवाना किया। इस से पूर्व डीसी ने सिंघगाड में पूजा अर्चना व हवन में भाग लेकर यात्रा की मंगलकामनाएं की। उन्होंने श्रद्धालुओं को यात्रा की शुभकामनाएं देते हुए आग्रह किया कि यात्रा के दौरान ट्रस्ट द्वारा जारी सभी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें, ताकि उनकी यात्रा सुरक्षित हो सके।
डीसी ने इस दौरान यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं से कूड़ा-कचरा विशेषकर प्लास्टिक का कचरा जंगल में न फेंकने का आग्रह किया। उन्होंने श्रद्धालुओं से प्लास्टिक का कचरा अपने साथ वापस लाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह यात्रा 7 से 20 जुलाई तक चलेगी और यह यात्रा विश्व की कठिनतम यात्राओं में से एक है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की से यात्रा से संबंधित दिशा निर्देश और नियम जारी किए गए हैं, ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और उन्हें किसी प्रकार की कठिनाई पेश न आए।
डीसी ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा श्रीखण्डयात्रा को सफल बनाने व श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सिंघगाड, थाचड़ू, कुंषा, भीम डवारी व पार्वती बाग में 5 बेस कैंप स्थापित किए गए हैं। यात्रा क्षेत्र को पांच सेक्टरों में निरमंड से श्रीखंड तक बांटा गया है। पांचों स्थानों पर सेक्टर ऑफिसर की तैनाती की गई है। इनके नेतृत्व में सभी बेस कैंप में चिकित्सक, पैरा मेडिकल टीम सहित, रेस्क्यू, पुलिस व जिला प्रशासन की टीमें तैनात की गई हैं। आशुतोष गर्ग ने कहा कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने व श्रद्धालुओं की सहायता के लिए अटल विहारी वाजपेयी पर्वतारोहण एवं सबद्ध खेल संस्थान के राहत व बचाव कार्य में प्रशिक्षित 16 सदस्यों का दल तैनात किया गया है।
डीसी ने कहा कि श्रीखंड यात्रा को जाने के लिए श्रद्धालु ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि अभी तक 4000 से अधिक श्रद्धालु ने यात्रा के लिए पंजीकरण किया है। इसके अलावा सिंघगाड में ऑफलाइन पंजीकरण सुविधा उपलब्ध है। श्रद्धालुओं को मेडिकल जांच के बाद ही यात्रा पर जाने दिया दिया जाएगा। आशुतोष गर्ग ने इससे पूर्व रात्रि समय में आरती भाग में भाग लिया तथा लंगर का शुभारंभ भी किया।
एसडीएम निरमंड व उपाध्यक्ष श्रीखंड यात्रा ट्रस्ट मनमोहन सिंह ने उपायुक्त व अन्य का स्वागत किया और यात्रा के प्रबंधों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि श्रीखंड यात्रा के लिए सांय 5 बजे के बाद किसी भी श्रद्धालु को नहीं भेजा जाएगा। उन्होंने श्रद्धालुओं से रात्रि के समय यात्रा न करने का आग्रह किया। इस अवसर पर श्रीखंड यात्रा ट्रस्ट के फाउंडर सदस्य बुद्धि सिंह ठाकुर, डीएसपी आनी चंद्रशेखर कायथ, ट्रस्ट के सदस्य व भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। श्रीखंड यात्रा ट्रस्ट के फाउंडर सदस्य पंडित गोविंद शर्मा ने डीसी व अध्यक्ष श्री खंड यात्रा ट्रस्ट आशुतोष गर्ग का स्वागत किया और उन्हें श्रीखंड यात्रा के इतिहास की जानकारी दी।
बाहरी राज्यों से आने वाले यात्रियों को शिमला से रामपुर का करीब 130 किमी का सफर बस या टैक्सी से तय किया जा सकता है। इसके बाद रामपुर से निरमंड 17 किमी और निरमंड से जाओं का 23 किमी का सफर वाहन से तय करना होता है। इसके आगे श्रीखंड महादेव तक का पैदल करीब 32 किमी का सफर यात्रियों को करना होता है।
यात्रियों के लिए जरूरी हिदायतें
अक्सर देखा गया है कि पार्वती बाग से ऊपर कई यात्रियों को ऑक्सीजन की कमी के चलते तबीयत बिगड़ने लगती है। ऐसे यात्री जिनको ऑक्सीजन की कमी महसूस हो, ज्यादा सांस फूलना, सिरदर्द होना, चढ़ाई न चढ़ पाना, उल्टी की शिकायत होना, धुंधला दिखना और चक्कर आना जैसे लक्षण आना शुरू हो तो ऐसे यात्री तुरंत आराम करें और नीचे की ओर उतरकर बेसकैंप में चिकित्सक से संपर्क करें। यात्री अपने साथ एक पक्का डंडा, ग्रिप वाले जूते, बरसाती छाता, सूखे मेवे, गर्म कपडे़, टॉर्च और ग्लूकोज सहित आवश्यक सामान लेकर जरूर आएं। कठिन और जोखिम भरी श्रीखंड महादेव यात्रा को 2014 से ट्रस्ट के अधीन किया गया है। जिला प्रशासन की ओर से प्रतिवर्ष श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।