ऋषि महाजन/नूरपुर। पठानकोट-जोगिंदरनगर रेल ट्रैक पर नूरपुर रोड से बैजनाथ ट्रेन चलाने को लेकर कवायद तेज हो गई है। नूरपुर रोड से कोपड़ लाहड़ तक इंजन के साथ पहले चरण और दो डिब्बों के साथ दूसरे चरण का ट्रायल सफल रहा है। अब ART के साथ अंतिम ट्रायल होगा।
अंतिम ट्रायल के बाद फिटनेस मिलने पर नूरपुर रोड से बैजनाथ पपरोला और बैजनाथ पपरोला से नूरपुर रोड के लिए ट्रेन शुरू कर दी जाएगी। सूत्रों के अनुसार अगले एक हफ्ते में ट्रेन शुरू हो सकती है। वहीं, बैजनाथ पपरोला से डीजल भरवाकर दो इंजन नूरपुर रोड पहुंच चुके हैं।
बता दें कि पठानकोट-जोगिंदर नगर रेल ट्रैक पर बैजनाथ पपरोला से कोपड़ लाहड़ तक ट्रैक पहले ही क्लेयर है और ट्रेन दौड़ रही है। नूरपुर रोड से कोपड़ लाहड़ तक ट्रेन बंद है।
रोड से ट्रेन चलाने के लिए 26 अप्रैल को नूरपुर रोड से कोपड़ लाहड़ तक रेल इंजन से पहले चरण का ट्रायल किया गया था। ट्रायल सफल रहने के बाद एक मई को दूसरे चरण का ट्रायल किया गया। नूरपुर रोड से दो डिब्बों के साथ रेल इंजन दौड़ा। दो डिब्बों के साथ यह रेल इंजन कोपड़ लाहड़ तक गया।
अब ART के साथ तीसरे चरण का ट्रायल एक-दो दिन में किया जाएगा। फिटनेस रिपोर्ट के बाद ट्रेन को शुरू कर दिया जाएगा। रेल इंजन के साथ ट्रेन के डिब्बों को जोड़ने का काम भी युद्ध स्तर पर जारी है।
वहीं, पठानकोट से पहाड़ी ट्रेन के लिए अभी यात्रियों को इंतजार करना होगा। बरसात में धराशायी हुए चक्की रेलवे पुल का निर्माण कार्य जारी है। काम पूरा होने के बाद ही ट्रेन चल सकती है।
शिमला। हिट एंड रन के नए कानून के खिलाफ देश में ट्रक और निजी बस ऑपरेटर्स हड़ताल पर चले गए हैं। इसके चलते रोजमर्रा की वस्तुओं के साथ डीजल और पेट्रोल की किल्लत हो गई है। हिमाचल में कुछ जगहों पर एचआरटीसी की बसों के पहिए भी थम गए हैं। साथ कांगड़ा जिला के पेट्रोल पंप पर पेट्रोल और डीजल नहीं मिल रहा है। मंडी जिला प्रशासन ने तो पेट्रोल पंप ऑपरेटर को पेट्रोल डीजल का न्यूनतम रिजर्व बनाए रखने के आदेश जारी किए हैं।
मंडी जिले में पेट्रोल पंप्स ऑपरेटर्स को पेट्रोल-डीजल का न्यूनतम रिजर्व बनाए रखने के आदेश जिला दंडाधिकारी मंडी अरिंदम चौधरी ने ट्रक चालकों की हड़ताल के दृष्टिगत जिले के पेट्रोल पंप्स ऑपरेटर्स को आपातकालीन आवश्यकताओं के लिए पेट्रोल- डीजल का न्यूनतम रिजर्व बनाए रखने के आदेश दिए हैं।
उन्होंने हड़ताल के कारण जिले में पेट्रोल डीजल आपूर्ति की संभावित कमी और आपातकालीन तथा आवश्यक सेवाओं पर उसके असर को देखते हुए यह आदेश जारी किए हैं।
जारी आदेश के अनुसार पेट्रोल पंप ऑपरेटर्स को पंप की भंडारण क्षमता के मुताबिक आपातकालीन आवश्यकताओं के लिए न्यूनतम रिजर्व रखने को कहा गया है। 25000 लीटर से अधिक भंडारण क्षमता के पेट्रोल पंप में 3000 लीटर डीजल और 2000 लीटर पेट्रोल तथा 25000 लीटर से कम भंडारण क्षमता के पेट्रोल पंप्स में 2000 लीटर डीजल और 1000 लीटर पेट्रोल रिजर्व रखने का आदेश दिया गया है ।
इसके अलावा आदेश में यह भी हिदायत दी गई है कि कोई भी डीलर एक समय में 10 लीटर से अधिक रिफिलिंग ना करें। अतिआवश्यक होने की स्थिति में संबंधित एसडीएम की पूर्व मंजूरी आवश्यक होगी।
पेट्रोल डीजल को किसी भी प्रकार के कंटेनर में भरकर ले जाने की अनुमति नहीं होगी। आपातकालीन वाहनों (एम्बुलेंस, फायरब्रिगेड आदि) और सार्वजनिक परिवहन को तेल भरवाने में प्राथमिकता दी जाएगी। इस अवधि में पेट्रोल और डीजल की होर्डिंग और काला बाजारी की कारगुजारी से कड़ाई से निपटा जाएगा।
आदेश का उल्लंघन करने वालों पर हिमाचल प्रदेश होर्डिंग और प्रॉफिटियरिंग प्रवर्तन आदेश 1977 की धारा 3(1) (सी) के अनुसार कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, एचआरटीसी सुंदरनगर ने बसों के संचालन को लेकर हाथ खड़े कर दिए हैं। इसको लेकर एचआरटीसी प्रबंधक तकनीकी सुंदरनगर अजिन्दर चौधरी ने एसडीएम सुंदरनगर को पत्र लिखा है।
पत्र में लिखा है कि भारत वर्ष में ट्रकों के ऑपरेटर की हड़ताल होने पर इस क्षेत्र में डीजल की आपूर्ति नहीं होने के कारण इस क्षेत्र द्वारा बाहरी राज्यों व प्रदेश के अंदर जनता की सुविधा हेतु बस सेवाएं नहीं चलाई जा सकती हैं। इस क्षेत्र द्वारा उक्त बस सेवाओं को डीजल की आपूर्ति न होने के कारण बस सेवाएं चलाना असंभव है।
बता दें कि ने हिट एंड रन के नए कानून को लेकर पूरे देश में बसों और ट्रकों के पहिए नए साल के पहले दिन थम गए। सोमवार को देश के ज्यादातर राज्यों के हाईवेज पर ट्रक आदि खड़े रहे। ऑल इंडिया ट्रक और बस ड्राइवर संगठन का कहना है कि ड्राइविंग के दौरान हुई दुर्घटना के लिए बनाया गया नया कानून अगर नहीं बदला जाएगा तो यह स्ट्राइक अनिश्चितकालीन के लिए बढ़ा दी जाएगी।
कानून के खिलाफ ऑल इंडिया ट्रक और बस ड्राइवर संगठन समेत अलग-अलग ड्राइवर संगठन के लोगों ने 1 जनवरी से 3 जनवरी तक का ‘स्टेरिंग छोड़ो’ के नाम से चक्का जाम शुरू किया है।
हिट एंड रन केस में नए कानून के तहत फरार और घातक दुर्घटना की सूचना नहीं देने पर ड्राइवरों को अब दो साल की नहीं, बल्कि 10 साल तक की जेल हो सकती है। साथ ही सात लाख तक जुर्माना हो सकता है।
ऑपरेटर का कहना है कि सड़कों पर रोज लाखों की संख्या में ट्रक दौड़ते हैं। और दुर्घटनाएं भी होती हैं। हादसों के बाद अक्सर ड्राइवर को अपनी जान बचाकर भागना पड़ता है, क्योंकि गुस्साई भीड़ चालक पर हमला कर सकती है और चालक की जान ले सकती है। इसमें चाहे गलती ट्रक ड्राइवर की हो या ना हो।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने सत्ता में आते ही दूसरी बार बढ़ाए दाम
शिमला। हिमाचल प्रदेश अभी भारी बारिश से हुई तबाही से ठीक तरह से उबरा नहीं उसी बीच आम आदमी को बड़ा झटका लगा है। हिमाचल में डीजल की कीमत में तीन रुपए की बढ़ोतरी हुई है।
जी हां, अब डीजल तीन रुपए महंगा हो गया है। प्रदेश सरकार ने डीजल पर VAT बढ़ाया है जिसके बाद इसकी कीमत बढ़ गई है। डीजल के दामों में बढ़ोतरी आम जनता की जेब पर भी बोझ डालने वाली है।
हिमाचल प्रदेश के राज्य एवं आबकारी के प्रधान सचिव भरत खेड़ा की ओर से जारी आदेशों के मुताबिक, अब डीजल पर प्रति लीटर 7 रुपए 40 पैसे की जगह 10 रुपए 40 पैसे वैट लगेगा। सरकार ने नए आदेशों में 13.9 फीसदी या 10 रुपए 40 पैसे प्रति लीटर वैट वसूलने के आदेश जारी किए हैं।
इससे पहले मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सत्ता में आते ही 7 जनवरी, 2023 को डीजल पर तीन रुपए वैट बढ़ाया था। सरकार की ओर से इस बढ़ोतरी के बाद हिमाचल प्रदेश में डीजल के दाम अब करीब 90 लीटर तक पहुंच जाएंगे। इससे बड़े माल वाहनों की ढुलाई का खर्चा बढ़ेगा और इसका सीधा असर आम जनता की जेब पर होगा।