शिमला। हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार का पहला बजट सत्र मंगलवार से शुरू हो रहा है। बजट सत्र को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही रणनीति बनाने में जुट गए हैं। सोमवार को भाजपा विधायक दल की बैठक विधान विधान सभा में आयोजित की गई जिसमें सुक्खू सरकार को घेरने को लेकर रणनीति तैयार की गई। बैठक नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हुई और इसमें भाजपा के सभी विधायक शामिल हुए। बैठक में खासकर प्रदेश में संस्थानों को बंद करने के मुद्दे पर सुक्खू सरकार को घेरने को लेकर रणनीति तैयार की गई। इसके अलावा अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की गई।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि वर्तमान सरकार का यह पहला बजट सत्र है। सदन में कई मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि आमतौर पर पहले बजट सत्र में ज्यादा विषय नहीं होते हैं लेकिन अबकी बार इतने सारे विषय हैं और उसमें किसको चुना जाए और किसको नहीं चुना जाए ये परिस्थिति बनी हुई है।
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उन्होंने कहा कि इस बार सबसे बड़ा मुद्दा बदले की भावना से बंद किए गए संस्थानों का है। प्रदेश भर में कांग्रेस की सरकार ने आते ही पूर्व सरकार द्वारा खोले गए संस्थानों को बंद कर किया गया है। इसको लेकर विधानसभा सदन में इस मुद्दे को उठाया जाएगा।
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इसके अलावा इस सरकार ने विधानसभा क्षेत्रों के विकास के लिए विधायकों को दी जाने वाली विधायक निधि को भी रोक दिया गया है जबकि यह विधायकों का अधिकार है इसके अलावा कई अन्य मुद्दे हैं जिन पर विधानसभा के अंदर चर्चा होनी है। उन्होंने कैबिनेट रैंक को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा।
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जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार में कैबिनेट मंत्री पूरी तरह से बने नहीं है लेकिन कैबिनेट रैंक के साथ नेताओं की ताजपोशी हो रही है और चेयरमैन बनाए जा रहे हैं और अभी कितने और चेयरमैन बनेंगे इसका कोई अंदाजा नहीं है।