शिमला। हिमाचल की राजधानी शिमला में बारिश कहर बनकर बरस रही है। शहर में जगह-जगह लैंडस्लाइड और पेड़ गिरने की घटनाएं सामने आ रही हैं। इसी बीच खबर है कि न्यू शिमला के समीप रझाणा गांव में पहाड़ी से एक मकान पर भारी-भरकम मलबा और पेड़ गिर गए।
इस दौरान भवन में अंदर रह रहे एक युवती और बुजुर्ग महिला मलबे में दब गए। युवती को लोगों ने किसी तरह बाहर निकाला लेकिन उसने आईजीएमसी ले जाते समय दम तोड़ दिया। बुजुर्ग महिला अभी भी मलबे में दबी है।
स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस और प्रशासन को दी जिसके बाद पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। फिलहाल बुजुर्ग महिला का अभी तक कोई भी पता नहीं चल पाया है।
पहाड़ी से आया मलबा इतना ज्यादा था कि घर के अंदर पूरा मलबा भर गया है और पेड़ भी घर के अंदर पहुंच गए हैं। इसके अलावा गाड़ियां भी मलबे में पूरी तरह से दब गई हैं।
धर्मशाला।कांगड़ा जिला में लगातार जारी बारिश को लेकर प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है। इस बाबत डीसी डॉ. निपुण जिंदल ने एसडीएम, तहसीलदारों तथा नायब तहसीलदारों के स्वीकृत अवकाश को रद्द करते हुए ड्यूटी पर पहुंचने के निर्देश जारी किए गए हैं, ताकि किसी भी स्तर पर राहत तथा पुनर्वास के कार्यों में किसी भी तरह की कमी नहीं रहे।
डीसी डॉ. निपुण जिंदल ने रविवार को जिला मुख्यालय में आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम में बारिश से हुए नुकसान की समीक्षा की तथा राहत पुनर्वास के कार्यों के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए गए। उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर पर आपदा प्रबंधन के कार्यों को लेकर कोताही नहीं बरती जाए तथा सभी विभागों के अधिकारी अपने अपने क्षेत्रों से संबंधित कार्यों के लिए मुस्तैद रहें।
कांगड़ा डीसी डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे भी जिले में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। ऐसे में व्यापक जनहित में जिले के सभी सरकारी और गैर सरकारी शिक्षण संस्थानों में सोमवार 10 जुलाई को छुट्टी घोषित की गई है, ताकि छात्रों को किसी भी तरह की असुविधा नहीं झेलनी पड़े।आंगनबाड़ी केंद्रों में भी अवकाश रहेगा।
रक्कड़ तहसील में ब्यास नदी में जल स्तर बढ़ने के कारण कालीनाथ कालेश्वर मंदिर को खाली करवा दिया गया है तथा श्रद्वालुओं के लिए 11 जुलाई तक मंदिर के द्वार बंद रहेंगे। इसके साथ ही लोगों से ब्यास नदी के आसपास नहीं जाने का आग्रह भी किया गया है, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचाव हो सके।
डीसी डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत लोगों की सुरक्षा के दृष्टिगत एनएच-154 के तहत चक्की ब्रिज को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है, ब्रिज की मरम्मत के कार्यों के लिए केवल एनएचएआई तथा आपदा प्रबंधन वाहनों को ही आवागमन की अनुमति प्रदान की जाएगी। पुलिस अधीक्षक तथा संबंधित उपमंडलाधिकारी को आदेशों की अनुपालना सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए गए हैं।
डीसी डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि जिला प्रशासन राहत तथा पुनर्वास कार्य के लिए पूरी तरह से मुस्तैद है तथा तमाम अधिकारी मशीनरी के साथ फील्ड में डटे हैं। राहत बचाव कार्यों में एसडीआरएफ की टीम की मदद भी ली जा रही है। जिले में जहां मार्गों पर भूस्खलन इत्यादि हो रहा है वहां पर जेसीबी जैसी मशीनरी भी तैनात की गई है।
ब्यास के जल स्तर पर नियमित तौर पर हो रही है मॉनिटरिंग
डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि ब्यास नदी में जल स्तर काफी बढ़ गया है तथा इस स्थिति को लेकर जिला प्रशासन ने पौंग डैम प्रबंधन के साथ भी संपर्क साधा है, ताकि जरूरत महसूस होने पर पौंग डैम के गेट जल निकासी के लिए खुलवाए जा सकें। उन्होंने सभी नागरिकों व पर्यटकों से नदी-नालों के किनारे न जाने की अपील की है।
उन्होंने आग्रह किया कि भारी बारिश को देखते हुए अनावश्यक यात्रा न करें, सुरक्षित स्थानों पर रहें और किसी प्रकार का जोखिम न उठाएं। डीसी डॉ. निपुण जिंदल ने जिला वासियों से आग्रह किया कि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में तत्काल जिला आपदा प्रबंधन केंद्र के टोल फ्री 1077 नम्बर पर संपर्क करें। जिला मुख्यालय समेत सभी उपमंडलों में आपदा प्रबंधन केंद्र चौबीसों घंटे चालू हैं।
शिमला। हिमाचल में भारी बारिश का दौर जारी है। प्रदेश में लगातार बारिश हो रही है। शिमला जिला में बारिश कहर बनकर बरस रही है। शिमला जिला के कोटगढ़ के पानेवली गांव में भूस्खलन की चपेट में एक घर आ गया।
घटना के समय घर में कुल पांच लोग जयचंद, उनकी पत्नी बीना देवी, बेटा अनिल कुमार, बहू किरण और पोता स्वप्निल थे। हादसे में बेटे अनिल उम्र 32, बहू किरण और पोते स्वप्निल उम्र 11 की दबकर मौत हो गई है। वहीं, जयचंद और उनकी पत्नी बीना को हल्की चोटें आई हैं। उन्हें समय रहते सुरक्षित निकाल लिया गया।
वहीं, बारिश के चलते ढली फल मंडी पर संकट के बादल छा गए हैं। मंडी में पानी भर गया है। मंडी पर पहाड़ी दरकने का खतरा भी बना हुआ है। शिमला के कृष्णानगर में डंगा गिरा है। इससे एक गाड़ी को नुकसान पहुंचा है। साथ लगते घर को भी खतरा पैदा हो गया है। फागली चौक में सुबह के वक्त भारी-भरकम पेड़ गाड़ी पर आ गिरा। गाड़ी में मां अपने छोटे बेटे के साथ थी। दोनों बाल-बाल बचे हैं।
शिमला के सुन्नी में अंग्रेजों के समय में बनें चाबा पावर हाउस में पानी भर गया। भारी बारिश से सतलुज नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण पावर हाउस में पानी भर गया है, जिससे मशीनें चलना बंद हो गई हैं।
भारी बारिश के कारण शिमला में निम्नलिखित सड़कें प्रभावित हुई हैं –
शिमला शहर –
• तवी मोड़ व टूटू के बीच में भूस्खलन के कारण मार्ग अवरुद्ध हुआ है यातायात एक तरफा चल रहा है ।
• टुटीकंडी क्रॉसिंग व आईएसबीटी के बीच में पेड़ गिरा है इस कारण यातायात एक तरफा चल रहा है ।
• विधानसभा से अनाडेल वाली सड़क में कुमार हाऊस के पास भूस्खलन हुआ है मार्ग अवरुद्ध है ।
• मेहली के समीप सड़क पर पेड़ गिरने के कारण मेहली-जुन्गा सड़क यातायात के लिए अवरुद्ध है I
बाहरी शिमला
•शिमला मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग- 205 पर घंडल के पास बने लोहे के ब्रिज के नीचे से भूस्खलन हो रहा है जिस कारण पुल पर यातायात एकतरफा चलोया जा रहा है । शिमला पुलिस आपसे अनुरोध करती है कि यातायात के लिए निम्नलिखित मार्ग का प्रयोग करें :-
• शिमला से अर्की, शालाघट, बिलासपुर, हमीरपुर, काँगड़ा , मंडी की ओर जाने वाले वाहन घंडल के पास बने लोहे के ब्रिज से ही गुजरेंगे।
• जबकि अर्की, शालाघट, बिलासपुर, हमीरपुर, काँगड़ा , मंडी से शिमला की ओर आने वाले वाहन बंगोरा (गलोग), कालीहट्टी, नालहट्टी, हरीदेवी, घनाहट्टी रोड का प्रयोग करें।
•राष्ट्रीय राजमार्ग 05 ठियोग बिजली विभाग कार्यालय व हॉस्पिटल के मध्य बने लोहे के पुल को अतिहातन हर प्रकार के लोड ट्रकों के लिए बंद किया गया है, अन्य यातायात के लिए पुल खुला रहेगा। मौसाम सामान्य होने के बाद पुल को दोबारा खोल दिया जायेगा।
•नारकंडा से नन्खरी सड़क मार्ग बथनाल के समीप भूस्खलन के कारण यातायात के लिए अवरुद्ध है।
•शिमला- रामपुर राष्ट्रीय राजमार्ग में नारकंडा (बरुबाग) के समीप पेड़ गिरने से यातायात एकतरफा चल रहा है, सड़क को खोलने का काम प्रगति पर है।
•चोपाल शिमला सड़क मार्ग यातायात के लिए खुला है, जबकि चोपाल एरिया के बहुत से लिंक रोड अवरुद्ध हो चुके हैं।
•शिमला- सोलन राष्ट्रीय राजमार्ग राजमार्ग यातायात के लिए खुला है।
कुल्लू/मंडी।हिमाचल में बारिश का कहर जारी है। मंडी और कुल्लू में भी बारिश सितम ढा रही है। कुल्लू के छुरुहड़ू के पास पांच प्रवासी मजदूर नदी में फंस गए। कुल्लू पुलिस, एनडीआरएफ और होमगार्ड के जवानों ने उन्हें रेस्क्यू किया। इसका वीडियो कुल्लू पुलिस ने अपने फेसबुक पेज पर डाला है। वहीं, ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण पंडोह के निचले बाजार में पानी आने से 06 लोग अपने घरों में फंस गए थे, जिन्हें HP SDRF Mandi की टीम द्वारा सुरक्षित निकाल दिया गया है।
वहीं, कुल्लू की लंका बेकर बस्ती में लैंडस्लाइड के चलते मलबे में दबने से एक महिला की मौत हो गई। वहीं, पति को सुरक्षित निकाल लिया गया। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। मौके पर ब्रेसती देवी (55) पत्नी सेस राम मृत पाई गई। पति सेस राम (63) को सुरक्षित निकाल लिया गया। लगातार भारी बारिश के कार ब्यास का जलस्तर बढ़ गया है। कुल्लू पुलिस ने एहतियातन नदी के किनारे झुग्गी झोपड़ियों में से करीब 100-150 प्रवासी मजदूरों को सुरक्षित निकाल कर बस स्टैंड व रेन बसेरा आदि में ठहराया।
पिछले कल से लगातार बारिश हो रही है। ब्यास और पार्वती नदी का बहाव तेज हो गया है तथा दोनों नदियों का पानी खतरे के निशान के ऊपर से बह रहा है, लेकिन कुछ लोग बिना किसी कारण और केवल फोटो और वीडियोग्राफी के लिए नदी के किनारे जा रहे हैं, इससे कोई भी अप्रिय घटना हो सकती है।
इसलिए कुल्लू पुलिस ने सभी नागरिकों से अपील की है कि बिना कारण यात्रा न करें , नदी- नालों के किनारे न जाएं। अपने घरों में और सुरक्षित स्थानों में ही रहें। किसी भी आपातकालीन स्थिति में जिला पुलिस कंट्रोल रूम में फोन नंबर 01902224701 पर संपर्क करें।
धर्मशाला। हिमाचल में भारी बारिश का दौर जारी है। ब्यास नदी का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है। इसके चलते कांगड़ा जिला की तहसील रक्कड़ को कालेश्वर महादेव मंदिर को तीन दिन के लिए 9 जुलाई से 11 जुलाई तक बंद कर दिया गया है।
इस बारे एसडीएम देहरा ने आदेश जारी कर दिए हैं। वहीं, जिला में भारी बारिश के स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने सभी एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदार की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। छुट्टी पर गए अधिकारियों को जल्द ड्यूटी ज्वाइन करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
ऋषि महाजन/नूरपुर। पठानकोट-जोगिंदरनगर रेलवे ट्रैक पर भूस्खलन ने एक बार फिर ट्रेनों की आवाजाही रोक दी। रविवार सुबह गुलेर और ज्वालामुखी रोड रेलवे स्टेशन के बीच हुए भूस्खलन के चलते रेल सेवाएं बाधित हुई हैं।
आज सुबह नूरपुर रोड से चलने वाली ट्रेन गुलेर तक गई है और बैजनाथ-पपरोला से चलने वाली ट्रेन ज्वालामुखी रोड तक आई है। हालांकि अब ट्रैक साफ कर दिया गया है। अब ट्रेन की आवाजाही फिर नूरपुर रोड से बैजनाथ-पपरोला तक सुचारू हो गई है।
बता दें कि इससे पहले भी बरसात में लैंडस्लाइड के चलते ट्रैक पर रेल की आवाजाही बंद कर दी गई थी बाद में चक्की रेलवे पुल टूट गया जिस कारण काफी समय रेल सेवा बाधित रही।
रेलवे ने नूरपुर रोड से बैजनाथ पपरोला के बीच ट्रेन चलाने का निर्णय लिया। तमाम तैयारियों और औपचारिकताओं के बाद 2 नवंबर से ट्रेन शुरू कर दी। नूरपुर रोड से एक ट्रेन सुबह 6 बजे बैजनाथ पपरोला के लिए निकलती है और करीब 12 बजे पपरोला पहुंचती है। यही ट्रेन तीन बजे पपरोला से नूरपुर रोड के लिए निकलती है।
रात करीब 9 बजकर 25 मिनट पर नूरपुर रोड पहुंचती है। इसी तरह पपरोला से भी सुबह 6 बजे एक ट्रेन नूरपुर रोड के लिए रवाना होती है। करीब 12 बजे नूरपुर रोड पहुंचने के बाद करीब अढ़ाई बजे पपरोला के लिए रवाना होती है और रात करीब 8 बजकर 20 मिनट पर पपरोला पहुंचती है।
ऋषि महाजन/नूरपुर। कांगड़ा जिला में पठानकोट-मंडी नेशनल हाईवे पर चक्की पुल को सभी प्रकार की ट्रैफिक के लिए बंद कर दिया गया है। बारिश के चलते चक्की पुल के दो पिल्लरों को एक बार फिर बड़ा खतरा पैदा हो गया है।
इसके मध्यनजर प्रशासन ने चक्की पुल को बंद करने का फैसला लिया है। एसडीएम नूरपुर गुरसिमर सिंह ने चक्की पुल को ट्रैफिक की आवाजाही के लिए बंद करने की पुष्टि की है।
बता दें कि लगभग पिछले एक साल से चक्की पुल की मरम्मत का काम चला हुआ है, जिसके कारण बड़े वाहनों के लिए इस पुल पर आवाजाही पूर्ण रूप से प्रतिबंधित थी, जबकि छोटे वाहनों के लिए पुल खुला था।
यानी दोपहिया वाहन, कार आदि हल्के वाहन पुल से गुजर रहे थे। पर अब बारिश के चलते पुल को सभी प्रकार के वाहनों के लिए बंद कर दिया गया है।
एक बार इस पुल को पहली ही बरसात से खतरा हो गया है। इस पुल के नीचे पिल्लर की सपोर्ट के लिए पत्थर के क्रिएट और पानी के बहाव को कम करने के लिए सीमेंट से बनी दो दीवारें बनाई गई हैं, जिसमें से एक पहली ही बरसात के पानी में बह गई है।
गौरतलब है कि गत वर्ष भी चक्की खड्ड में पानी के तेज बहाव के चलते दो पिल्लरों को भारी क्षति पहुंची थी। पुल को आवागमन के लिए बंद कर दिया गया था। इसके बाद छोटे वाहनों को आने जाने की अनुमति तो मिल गई थी, लेकिन बड़े वाहनों का गुजरना गत वर्ष से बंद रखा गया है।
राष्ट्रीय सड़क प्राधिकरण के उच्च अधिकारियों ने नूरपुर प्रशासन के साथ चक्की पुल का दौरा करके स्थिति का अवलोकन किया। इसके बाद एहतियातन पुल पर से सभी प्रकार की ट्रैफिक की आवाजाही रोकने का फैसला लिया है।
शिमला। हिमाचल प्रदेश में शनिवार से भारी बारिश कहर ढा रही है। भारी वर्षा के दृष्टिगत पूरे प्रदेश में 10 और 11 जुलाई को सभी शिक्षण संस्थान बंद रखने की घोषणा की गई है। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ये घोषणा की है।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि भारी बारिश के मद्देनजर शीतकालीन समापन स्कूल 10 जुलाई और 11 जुलाई, 2023 को बंद रहेंगे।
उन्होंने कहा कि खराब मौसम के पूर्वानुमान के मद्देनजर राज्य सरकार ने संबंधित जिला प्रशासन को सुरक्षा उपायों और आम जनता को इसके प्रति जागरूक करने के लिए सतर्क कर दिया है।
उन्होंने राज्य के लोगों से मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी चेतावनी के अनुसार चल रही प्रतिकूल मौसम की स्थिति के बीच सतर्क रहने के अलावा नदियों और नालों के पास जाने से बचने की भी अपील की। उन्होंने जनता से जिला प्रशासन के साथ सहयोग करने और जारी सलाह का पालन करने का भी आग्रह किया।
हिमाचल प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर भारी मात्रा में बारिश होने की वजह से जगह-जगह भूस्खलन होने के कारण यातायात के लिए सड़कें अवरुद्ध हो चुकी हैं तथा नदी व नालों का जल स्तर बड़ने के कारण खतरा बना हुआ है। हिमाचल पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अनावश्यक यात्रा न करें और सुरक्षित स्थान पर ही रहें।
आपके आस पास यदि कोई व्यक्ति किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति में हो तो उसकी सहायता करें या हिमाचल प्रदेश पुलिस के कंट्रोल रूम No. 01772626938, 01772621746 पर या HP SDRF के No. 1070/1077 पर संपर्क करके सूचना दें।
शिमला। हिमाचल प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर भारी मात्रा में बारिश होने की वजह से जगह-जगह भूस्खलन होने के कारण यातायात के लिए सड़कें अवरुद्ध हो चुकी है तथा नदी व नालों का जल स्तर बड़ने के कारण खतरा बना हुआ है। हिमाचल पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अनावश्यक यात्रा न करें और सुरक्षित स्थान पर ही रहें।
आपके आस पास यदि कोई व्यक्ति किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति में हो तो उसकी सहायता करें या हिमाचल प्रदेश पुलिस के कंट्रोल रूम No. 01772626938, 01772621746 पर या HP SDRF के No. 1070/1077 पर संपर्क करके सूचना दें। हिमाचल में कौन सा रोड कहां पर बंद है हम आपको डिटेल जानकारी दे रहे हैं …..
पुलिस जिला बद्दी में नालागढ़-स्वारघाट रोड झीरीवाला के पास ब्लॉक है। पिंजौर स्वारघाट NH-105 पर गौशाला के पास पंजेहरा और महादेव के बीच सड़क अवरुद्ध हो गई है और यातायात को पंजेहरा से भरतगढ़, नालागढ़ की ओर मोड़ दिया गया है। बिलासपुर जिला में समलेटू के पास फोरलेन ब्लॉक है। इसके अलावा भाखड़ा-श्री नैना देवी जी रोड भी बंद है।
चंबा जिला में पठानकोट-चंबा एनएच चनेड़ के पास बंद है। चंबा भरमौर मार्ग मैहला पुल के पास बंद। चुवाड़ी से लाहड़ू रोड अवरुद्ध (कालीघर), लाहड़ू सिहुंता रोड अवरुद्ध , लाहड़ू से नूरपुर रोड मलकवाल के पास अवरुद्ध, चंबा से भरमौर रोड ब्लॉक, चंबा से पांगी रोड ब्लॉक, चंबा से किहार रोड ब्लॉक है।
चम्बा-पठानकोट मार्ग बैकुंठनगर, बनीखेत के पास अवरुद्ध हो चुका है। इसके अलावा जगह-जगह पहाड़ियों से पत्थर गिर हैं व पत्थर गिरने की आशंका है ।
कांगड़ा जिला में भरवाईं से चिंतपूर्णी रोड देहरा के पास, मैक्लोडगंज रोड कैंट के पास, बैजनाथ के तहत घटासनी, मुलतान लोहारड़ी, बडग्रां रोड ब्लॉक हैं।
मंडी-कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग 6 मील के पास भूस्खलन के कारण बंद है तथा शनि मंदिर औट के पास पहाड़ से चट्टानें गिरने के कारण बंद हो रहा है। 2. मंडी-कुल्लू सड़क वाया कटौला अलग अलग स्थानो पर भूस्खलन के कारण है।
पंडोह-गोहर-चैलचौक-बग्गी-सुंदरनगर सड़क खुली है, पर अधिक वाहनो के कारण यात्रा न करने की सलाह दी जाती है। सुंदरनगर-करसोग सड़क जो चौकी के पास भूस्खलन के कारण बंद थी को खोल दिया गया है परंतु वर्षा के कारण इस सड़क पर अन्य स्थानो पर भी भूस्खलन हो रहा है।
कुल्लू जिला में एनएच 305 फडेल नाला के पास भूस्खलन के चलते ब्लॉक है। वैकल्पिक मार्ग वाया कंढूगड़-खानग रोड खुला है। भारी बारिश के कारण कुल्लू-मनाली मार्ग पर कई स्थानों पर पत्थर गिरने और रामशिला के पास ब्यास नदी में जलस्तर बढ़ने से कुल्लू-मनाली और मनाली से अटल टनल और रोहतांग की ओर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गई है।
फोरलेन मार्ग से कुल्लू शहर को जोड़ने वाले बेली पुल पर ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने से वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है। वाहनों को गैमन पुल की तरफ से भेजा जा रहा है।
लाहौल स्पीति में उदयपुर-काजा-लोसर-सरचू रोड बर्फबारी के कारण बंद हैं। चंद्रताल में करीब एक फीट बर्फबारी हुई है। मंडी जिला में एनएच 21 मंडी-कुल्लू रोड पंडोह के पास ब्लॉक है। करसोग-सुंदरनगर रोड भगियार के पास ब्लॉक है। मनाली लेह-राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध है। अटल टनल रोहतांग के समीप तेलिंग नाला व पागल नाले में आई बाढ़।
अचानक आई बाढ़ के कारण मनाली-लेह एनएच (003) मार्ग तेलिंग नाला, पागल नाला, बिलिंग नाला पर अवरुद्ध हो गया और दारचा से बारालाचा टॉप और शिंकुला टॉप तक भूस्खलन के कारण मार्ग बंद हो गया।
सिरमौर जिला में एनएच 707 पांवटा-शिलाई सतौन, हेवाना, गंगटोली के पास अवरुद्ध है। हरिपुरधार से नौहराधार सड़क चरण पेट्रोल पंप के पास अवरुद्ध। हरिपुरधार से रोनहाट सड़क पनोग के पास अवरुद्ध । सतौन से रेणुका जी रोड टिक्कर के पास अवरुद्ध है।
जिला सिरमौर में मुर्गी दाना फैक्ट्री नजद खड़कोली के पास ल्हासा आने के कारण संगड़ाह रेणुकाजी रोड़ बंद हो गया था जिसे JCB मशीन से ठीक करवा दिया गया है । इस स्थान पर पहाड़ से पत्थर गिर रहे है । लोगों से अपील है की घर से निकलने से पहले सड़क की स्थिति का पता करने के बाद ही यात्रा करें।
सोलन जिला में सोलन-राजगढ़ रोड, सुबाथू-सोलन रोड और धर्मपुर-कसौली रोड ब्लॉक हैं। गलोग से कुनिहार वाया खनलग-रौड़ी सड़क मार्ग भारी बरसात के कारण हुआ बंद ।
शिमला अनाडेल रोड में मिट्टी कटाव होने से रोड दोनों तरफ बंद हो गया है, टूटीकंडी बाई पास रोड पे भी पेड़ और मिट्टी सड़क पे आ गई है और पंथाघाटी कसुम्पटी रोड पे भी मलवा रोड पे आ गया है। शिमला के अधिकतर भागों में भूस्खलन होने के कारण यातायात व्यवस्था प्रभावित हो रही है। भूस्खलन के कारण मेहली-जुन्गा सड़क बंद।
चंबा सदर के तहत ककीयां में एक व्यक्ति भूस्खलन में दब गया है, वहीं शिमला जिला के कोटगढ़ की ग्राम पंचायत मधावनी के पानेवली गांव में एक मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया। हादसे में एक परिवार के तीन लोगों की दबकर मौत हो गई है।
भारी बारिश और उसके बाद भूस्खलन/जल जमाव के कारण शिमला-कालका हेरिटेज रेल ट्रैक पर ट्रेनों की आवाजाही आज रद्द कर दी गई है।
कुल्लू। जिला कुल्लू में भारी वर्षा के दृष्टिगत 10 जुलाई (सोमवार) को सभी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने यह जानकारी दी है।
उन्होंने कहा कि गत शनिवार सुबह से ही जिले में लगातार बारिश हो रही है जिसके कारण अधिकतर संपर्क मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं तथा मौसम विभाग द्वारा भी रेड अलर्ट जारी किया गया है।